इलाहाबाद, 15 जनवरी (आईएएनएस)। इलाहाबाद के संगम तट पर शुक्रवार को लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में श्रद्धा की डुबकी लगाई। मकर संक्रांति की वजह से श्रद्धालु रात में ही गंगा तट पर जुट गए और भोर होते ही गंगा स्नान शुरू हो गया।
संगम के अलावा अन्य तटों पर भी स्नान चल रहा है। कुल 7,260 फीट जगह में 12 स्नान घाट बनाए गए हैं। मेला प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि मकर संक्रांति पर 25 लाख लोग स्नान करेंगे। यह स्नान आज देर शाम तक चलेगा।
इस मौके पर इलाहाबाद में ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा। भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक है। संगम क्षेत्र तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को काफी दूर तक पैदल चलना पड़ रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक, मेला क्षेत्र में यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। मेले में जाने के लिए पीपे के पुल का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था के तहत जगह-जगह सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। संगम का स्नान घाट 2000 फीट का बनाया गया है। अरैल स्नान घाट 700 फीट लंबा बनाया गया है और गंगा के पश्चिम में स्थित राम घाट 250 फीट का बनाया गया है।
मकर संक्रांति के अवसर पर संगम स्नान की महत्ता के बारे में आचार्य रमेश उपाध्याय ने बताया, महाभारत काल में गंगा पुत्र भीष्म को अर्जुन ने अपने बाण से घायल कर दिया था। भीष्म को इच्छा मृत्यु का वरदान था, इसलिए उन्होंने कहा था कि जब सूर्य उत्तरायण होगा, तभी वह अपने प्राण त्यागेंगे।
उन्होंने बताया कि ऐसी धार्मिक मान्यता है कि उत्तरायण सूर्य में प्राण त्यागने वाले को बैकुंठ की प्राप्ति होती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
उप्र में मकर संक्रांति पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
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