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मध्यप्रदेश की सांगितिक धरोहर पर व्याख्यान

भोपाल: 28 दिसंबर/  पर्यटन वर्ष 2015-16 के अवसर पर म.प्र. राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में ‘‘मध्यप्रदेश पर्यटन इतिहास व्याख्यान माला’’ के अंतर्गत सुप्रसिद्ध तबला वादक पं. किरण देशपांडे का व्याख्यान आज दिनांक 28 दिसम्बर, 2015 सोमवार को होटल पलाश रेजीडेंसी, भोपाल में आयोजित किया गया। व्याख्यान में पंडित जी ने म.प्र. की सांगितिक विशेषताओं, गायन और वादन के घरानों एवं म.प्र. के कलाकार जैसे बाबा अलाउद्दीन खॉं, उस्ताद हाफिज अली खॉं साहब, पखावज वादक पर्वत सिंह जी, नाना साहब पानसे के कृतत्व के संबंध में श्रोताओं को जानकारी प्रदान की।

पंडित किरण देशपांडे आकाशवाणी के ‘ए’ ग्रेड के कलाकार है और विगत 30 वर्षों से ग्वालियर के तानसेन समारोह में प्रस्तुति देते आ रहे हैं। पंडित जी पेनिस्लेवेनिया विश्वविद्यालय अमेरिका एवं कैलागैरी विश्वविद्यालय कैनेडा में अतिथि प्रोफेसर रहे है तथा जर्मनी, हॉलैड, फ्रॉंस में कई कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी है इसके साथ साथ चिकोस्लोवाकिया में आयोजित स्ंिप्रग फेस्टिवल और अमेरिका में आयोजित वल्र्ड म्यूजिक कनवेंशन में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है।

म.प्र. के कला संसार में किरण जी भारत भवन, म.प्र. कला परिषद, उस्ताद अलाउद्दीन खॉ संगीत एवं कला अकादमी से जुडकर अपना योगदान देते रहे हैं। यह विगत 40 वर्षों से संगीत का विद्यादान कर रहे है, भारत सरकार ने इन्हें उनके शोध ‘‘लैग्वेज आॅफ तबला’’ के लिए वरिष्ठ राष्ट्रीय फैलोशिप प्रदान किया है। पंडित जी उन चुनिंदा खुशकिस्मत कलाकारों में से है जिन्होंने दिल्ली घराना के दाउद खान साहब से शिक्षा पाई है।

व्याखान माला कार्यक्रम में भोपाल नगर के संगीत प्रेमी एवं शहर के गणमान्य हस्तियॉं भी उपस्थित थी। पलाश रेजीडेंसी के ‘‘विचार सभागार’’ में श्रोताओं की उपस्थिति ने यह दर्शाया कि मध्यप्रदेश के संगीत से रूबरू होने की भोपाल के नागरिकों में असीमित उत्कंठा है। कुल मिलाकर म.प्र. पर्यटन की यह व्याख्यान माला अपने उद्देश्यों पर पूर्णतः सफल होती प्रतीत होती है।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर म.प्र. पर्यटन द्वारा व्याख्यान कर्ता पं. किरण देशपांडे सहित समस्त श्रोताओं का आभार व्यक्त किया गया।

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  • फार्मासिस्ट छोड़ सब बनेंगे डॉक्टर

    भोपाल: 18 जनवरी/ फार्मासिस्ट आंदोलन को दरकिनार कर सरकार आयुर्वेद होमियोपैथ यूनानी को ही एलोपेथिक चिकित्सा का अधिकार नही देने जा रही बल्कि नर्स इत्यादि केडर को केंद्र की ओर से जल्द ही प्राथमिक चिकित्सा के लिए हरी झण्डी मिल सकती है।

    हद तो तब हो गई जब हाल ही में अल्टरनेटिव चिकित्सको के एक कार्यक्रम में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने एलेक्ट्रोहोम्योपैथी अल्टरनेटिव चिकित्सकों को भी जल्द मान्यता देने की घोषणा कर डाली।

    फार्मासिस्ट सन्गठन न सिर्फ प्रदेश में अपितु पुरे देश में प्राथमिक चिकित्सा के अधिकार और फार्मेसी एक्ट के शतप्रतिशत पालन हेतु लगातार संघर्षरत है, लेकिन सम्भवतः दवा व्यापारियों और केमिस्ट असोसिएशन के बढ़ते दबाव के चलते सरकार किसी प्रकार का कदम फार्मासिस्ट हित में उठाने के मूड में नही लगती।

    मध्यप्रदेश में फार्मासिस्ट आंदोलन को कमजोर करने के लिये सरकार और केमिस्ट असोसिएशन ने वकायदा फार्मासिस्ट को दो संगठनों में बाँटने में सफलता भी प्राप्त की है, जिसमें से एक संघ लगातार सरकार और औषध प्रशासन पर हमला बोल रहा है हाल ही में पीसीआई कार्यालय पर आंदोलन भी हुआ वहीँ दूसरा संघ इनके साथ न आकर फार्मासिस्ट को कमजोर करने में प्रयासरत है। फार्मासिस्ट ने जब भी मध्यप्रदेश में खुद को मजबूत करने के प्रयास किये केमिस्ट एसोसिएशन के इशारे पर दूसरे संघ द्वारा कभी महासंघ या कोई संयुक्त संघ नही बनने दिया।

    सरकार में बैठे आला लोग इसी बजह से फार्मासिस्ट आंदोलनों से बेपरवाह बेठे है।

    ज्ञात हो प्रदेश में फार्मासिस्ट की तनख्वाह देश ही नही सम्भवतः विश्व में सबसे कम है। पड़ोसी देश पाकिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका चीन जापान म्यांमार यहां तक कि भूटान नेपाल में भी फार्मासिस्ट के पास अधिकार प्रदेश और देश के कई राज्यों की तुलना में कही अधिक है।

    फार्मासिस्ट के लिये नए कानून और प्रावधान बनाने वाली संस्थाये जैसे पीसीआई भी केमिस्ट एसोसियेशन और फ़र्ज़ी कॉलेज संचालको से मिल रही मोटी कमाई पर अपने आँख कान बन्द करके जो जैसा चल रहा है चलने दो की तर्ज़ पर कार्यरत है।

    प्रदेश में औषध प्रशासन में तो भारी भ्रष्टाचार व्याप्त है इनकी निष्क्रियता का ये आलम है कि प्रदेश मे आजादी के बाद आज तक फार्मेसी निरीक्षकों की भर्ती तक नही हुई। औषध निरीक्षक ही ये कार्य कर रहे है वो भी सिर्फ अवैध कमाई हेतु।

    सरकार न तो फार्मासिस्ट को किसी प्रकार का कोई नया अधिकार देने के लिये प्रयासरत है न ही पुराने कानूनों के अनुसार काम करने के मूड में।
    प्रदेश के फार्मासिस्ट भी अपनी अपनी ढपली पकड़ कर अपना राग गा रहे है।

  • श्रमिक संगठनों का 5 फरवरी को प्रदेश भर में होगा विरोध प्रदर्शन

    भोपाल: 18 जनवरी/ केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के संयुक्त आह्वान पर देश के 15 करोड़ से अधिक मजदूर कर्मचारीयों द्वारा 12 सूत्रीय मांगों को लेकर किये गये 2 सितंबर 2015 की ऐतिहासिक राष्ट्रीय हडताल के बाद भी केन्द्र व राज्य सरकारें अपने कारपोरेटपरस्त, मजदूर विरोधी एजेंडे को जारी रखे हुये है। इस स्थिति में विगत 3 दिसंबर 2015 को नई दिल्ली में सम्पन्न केन्द्रीय श्रमिक संगठनों की संयुक्त बैठक ने केन्द्र व राज्य सरकारों की इन नीतियों के खिलाफ, लम्बित मागें को लेकर राष्ट्रव्यापी संयुक्त अभियान व गतिविधियों को तेज करने का निर्णय लिया है। इसी कडी में 15,000 रुपये न्यूनतम वेतन तय करने, सार्वजनिक उद्योगों का निजीकरण व रक्षा क्षेत्र सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर रोक सहित मांगों को लेकर आगामी 5 फरवरी 2016 को देश भर में संयुक्त विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जावेगा।

    17 जनवरी 2016 को भोपाल में एटक राज्य कार्यालय में सम्पन्न एटक, इंटक, सीटू, एच एम एस, सेवा आदि केन्द्रीय श्रमिक संगठनों, बैंक, बीमा, बी एस एन एल आदि फेडरेशनों के राज्यस्तरीय नेताओं की संयुक्त बैठक ने प्रदेश में इस आंदोलन को प्रभावी बनाने, इस दिन संयुक्त धरना, रैली, प्रदर्शन आदि आयोजित करने का निर्णय लिया। इन संगठनों ने प्रदेश के मजदूर-कर्मचारियों से इस कार्यवाही को सफल बनाने की अपील की।

    केन्द्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों में-महंगाई रोकने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सार्वभौमिक करने, उपभोक्ता वस्तुओं के वायदा व्यापार पर रोक लगाने, सभी मजदूरों का न्यूनतम वेतन 15,000 रु.करने, स्थाई प्रकृति के काम में ठेकोदारी समाप्त करने, तब तक ऐसे कामों में लगे ठेका श्रमिकों को संबंधित उद्योग के नियमित कर्मचारी को मिलने वाला वेतन व सुविधा देने, बिना किसी अपवाद के सभी श्रम कानूनों का पालन करने, सभी असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिये राष्ट्रीय सामाजिक कोष बनाने तथा उसके लिये केन्द्रीय बजट से आवंटन करने, सभी को सुनिशिचत पेंश्न देने, बोनस, प्रोविडेन्ट फंड से सीमायें हटाने,ग्रेच्युटी की मात्रा बढ़ाने, उद्योगपतियों को दिये जाने वाले राहतों व प्रोत्साहन पैकेजों के साथ रोजगार सुरक्षा की शर्त जोडे जाने, केन्द्र व राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों का विनिवेश व निजीकरण पर रोक, 45 दिन में ट्रेड यूनियनों का अनिवार्य रूप से पंजीकरण करने, आईएलओ कन्वेंशन संख्या 87 तथा 98 की तत्काल पुष्टि करने, 45 वां भारतीय श्रम सम्मेलन के अनुमोदन को मान कर योजना कर्मियों को कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन व सामाजिक सुरक्षा लाभ देने एवं श्रम कानूनों में मजदूर कर्मचारी विरोधी संशोधन वापस लेने की मांग शामिल है।

    राजधानी भोपाल में 5 फरवरी 2016 को शाहजानी पार्क के समक्ष यह प्रदर्शन आयोजित किया जायेगा।

  • मप्र : नेपाली परिचय सम्मेलन में 200 युवक-युवतियों की हिस्सेदारी

    भोपाल, 17 जनवरी (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नेपाली समाज का देश का पहला युवक-युवती परिचय सम्मेलन रविवार को आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में देशभर से आए विवाह योग्य 200 युवक-युवतियों ने हिस्सा लिया।

    सम्मेलन में दिल्ली, मुंबई, नागपुर, इंदौर, पुणे, सागर, ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर, देवास, रायसेन सहित विभिन्न शहरों से युवक-युवतियां पहुंचे थे।

    श्री पशुपतिनाथ नेपाली समाज की ओर से जानकारी दी गई कि गोविंदपुरा क्षेत्र में स्थित मंदिर प्रांगण में आयोजित इस सम्मेलन में देशभर से आए 200 से अधिक विवाह योग्य युवक-युवतियों ने मंच से अपना परिचय देते हुए भावी जीवनसाथी के बारे में बेबाक राय रखी।

    राज्य सरकार के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने समाज की स्मारिका का विमोचन करते हुए कहा कि यह सम्मेलन भारत और नेपाल के ऐतिहासिक संबंध को और प्रगाढ़ बनाएगा।

    विधायक, विश्वास सारंग एवं महिला आयोग की पूर्व सदस्य शशि सिन्हा ने समाज के वरिष्ठजनों का सम्मान कर मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया।

    इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष लीलामणि पाण्डे, दिवाकर आर्याल, डोलराज भंडारी, पूर्व अध्यक्ष डोलराज गैरे सहित समाज के पूर्व अध्यक्ष, पदाधिकारी एवं वरिष्ठजन उपस्थित थे।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • मप्र : 'जल-महोत्सव' के लिए सोशल मीडिया का सहारा

    भोपाल, 17 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पहली बार इंदिरा सागर बांध के हनुवंतिया टापू पर अगले माह प्रस्तावित 'जल-महोत्सव' के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है।

    राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा रविवार को दी गई जानकारी में कहा गया है कि नर्मदा सागर बांध के नजदीक हनुवंतिया टापू पर अगले माह फरवरी में आयोजित 'जल-महोत्सव' की गतिविधियों से अवगत कराने के लिए सोशल साइट का भी भरपूर उपयोग किया जा रहा है। सोशल नेटवर्क साइट पर लोगों की जिज्ञासा शांत किए जाने के साथ ही उन्हें मनचाही जानकारी दी जा रही है।

    बयान में कहा गया है, "हनुवंतिया जल-महोत्सव के लिए फेसबुक, ट्विटर, यू-ट्यूब, गूगल प्लस तथा इंस्टाग्राम पर भी जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं। इन पर प्रतिदिन नवीन जानकारी अपलोड एवं अपडेट की जा रही है।"

    उल्लेखनीय है कि खण्डवा जिले में इंदिरा सागर बांध के नजदीक स्थित हनुवंतिया टापू पर आगामी 12 से 21 फरवरी, 2016 तक जल-महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस 10 दिवसीय महोत्सव में विविध रोमांचक और साहसिक गतिविधियां होंगी। पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।

    प्रदेश में पहली बार आयोजित किए जा रहे जल-महोत्सव को सफल बनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर रोड-शो भी किए जा रहे हैं। इस श्रंखला में नई दिल्ली में रोड-शो का आयोजन किया गया। इस मौके पर जल-महोत्सव पर केन्द्रित पोस्टर का विमोचन किया गया।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • मप्र : कटनी में किसान ने खुदकुशी की

    कटनी, 17 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में रविवार को एक किसान ने खेत में लगे पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि किसान ने आत्महत्या क्यों की।

    पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कुठेला थाने के बिलहरी गांव के किसान परशुराम चौरसिया (52) खेत पर गया था, जहां उसने पेड़ की एक डाल में फंदा डालकर फांसी लगा ली। किसान परशुराम ने पान का बरेजा लगाया था।

    कुठेला के थाना प्रभारी विपिन सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि परशुराम का अपने परिजनों से विवाद चल रहा था, आशंका है कि उसने इसी विवाद के चलते यह कदम उठाया है, क्योंकि कि परशुराम की फसल ठीक है।

    सिंह के अनुसार, किसान ने आत्महत्या क्यों की, इसकी जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम कराकर किसान का शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • लायंस क्लब भोपाल लेकसिटी द्वारा विशाल रक्त दान शिविर आयोजित

    भोपाल  : 15/01/2016/ शुक्रवार को लायंस क्लब भोपाल लेकसिटी के तत्वाधान में हमीदिया हास्पिटल के सहयोग से एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन आकांक्षा बिल्डिंग परिसर में प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित किया गया । इस अवसर पर लगभग ७५ यूनिट ब्लड डोनेट किया गया . इस अवसर पर केबिनेट वन मंत्री डाॅ. गौरीशंकर शेजवार म.प्र. शासन मुख्य अतिथि के रूप् में रक्त दाताओं का उत्साह बढ़ाने के लिए उपस्थित थे।

    इस अवसर पर मंत्री महोदय ने रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किये . इस अवसर पर उन्होंने कहा कि " आज थैलेसिमिया और दुर्घटना के प्रकरणो में सर्वाधिक रक्त की आवश्यकता होती है ,देखा गया है कई बार दुर्घटना में पीड़ित व्यक्ति के साथ आई भारी भीड़ में मौजूद लोग भी रक्तदान से बचते हैं।

    ऎसे में लायंस क्लब भोपाल लेकसिटी का प्रयास अत्यंत सराहनीय है एवं ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए. कार्यक्रम में रीजन चेयरमैन लायन डॉ किरण सक्सेना एवं अध्यक्ष लायन राजेश भाटिया ने भी अपने विचार रखे. इस शिविर को सम्पन्न कराने में विशेष सहयोग लायन महेंद्र मिश्रा ,लायन संजीव मिश्रा ,लायन अभिषेक गुप्ता ,लायन सतीश शर्मा , अतुल समाधिया ,लायन प्रदीप करम्बेलकर एवं अन्य लायन साथियों सहित आकांशा बिल्डिंग वेलफेयर सोसाइटी , लायंस क्लब आईपर कैंपस , लायंस क्लब इलीट के सदस्यों का भी भारी सहयोग रहा।

खरी बात

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अब स्याही फेंकना अहिंसक तरीके से अपनी बात कहने का माध्यम बनता जा रहा है या फिर एक अपरंपरागत तरीके से सोशल मीडिया, समाचार चैनलों के इस दौर में चर्चित...

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सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई

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