JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
गुलाबी होगा भारत-आस्ट्रेलिया का तीसरा टी-20 मैच
छत्तीसगढ़ : इनामी नक्सली कमांडर मुठभेड़ में ढेर
केंद्र से सूखाग्रस्त 12 राज्यों में चलीं योजनाओं का ब्योरा तलब
उत्थान समिति ने शुरू किया कलाम अवार्ड
क्षेत्रीय अस्थिरता के लिए अमेरिकी नीतियां जिम्मेदार : अजीज
उप्र : सूचना आयुक्त अरविंद बिष्ट पर कदाचार का आरोप
आस्ट्रेलियन ओपन की शुरुआत में ही टेनिस पर फिक्सिंग का साया (लीड-1)
उप्र : ट्रेन से उतरते ही यात्री की मौत
'क्या मुल्ला पाकिस्तानियों को पागलपन की तरफ ढकेल रहे हैं?'
आस्ट्रेलियन ओपन : अगले दौर में पहुंचे सेरेना, शारापोवा, जोकोविच (लीड-1)

LIVE News

गुलाबी होगा भारत-आस्ट्रेलिया का तीसरा टी-20 मैच

छत्तीसगढ़ : इनामी नक्सली कमांडर मुठभेड़ में ढेर

केंद्र से सूखाग्रस्त 12 राज्यों में चलीं योजनाओं का ब्योरा तलब

उत्थान समिति ने शुरू किया कलाम अवार्ड

क्षेत्रीय अस्थिरता के लिए अमेरिकी नीतियां जिम्मेदार : अजीज

काबुल में रॉकेट दागे जाने से 2 घायल

काबुल, 18 जनवरी (आईएएनएस/सिन्हुआ)। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकवादियों द्वारा रॉकेट दागे जाने से दो लोग घायल हो गए।

सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि ये रॉकेट इटली के दूतावास के पास दागे गए, जिसमें दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

यह रॉकेट काबुल के उस इलाके में किए गए हैं, जहां कई राजनयिक कार्यालय और रिहायशी इमारतें हैं।

यह हमला स्थानीय समयानुसार सुबह 9.40 के आसपास हुआ। इससे एक इमारत में आग लग गई, जिसके बाद कई अग्निशमन दस्तों और एंबुलेंस को घटनास्थल पर देखा गया।

अनाधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जिस इमारत पर हमला हुआ, वह इटली के दूतावास की है।

हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

यह हमला सोमवार को काबुल में चार देशों की बैठक से पहले हुई है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Related items

  • क्षेत्रीय अस्थिरता के लिए अमेरिकी नीतियां जिम्मेदार : अजीज

    इस्लामाबाद, 18 जनवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने सोमवार को कहा कि दक्षिण एशिया में अस्थिरता के लिए अमेरिकी नीतियां जिम्मेदार हैं। उन्होंने ओबामा प्रशासन से आग्रह किया कि वह क्षेत्र में अपनी भूमिका की समीक्षा करे।

    अजीज ने कहा, "अस्थिरता को पाकिस्तान का जवाब देश में लोकतंत्र को मजबूत करना है।"

    उन्होंने कहा, "अमेरिका ने अफगान जिहाद के दौरान हमारे कबायली इलाकों में धर्म योद्धा तैयार किए और उसके बाद युद्ध समाप्त होते ही उन्हें छोड़ दिया। इसने पाकिस्तान और क्षेत्र में दशकों से जारी अस्थिरता में योगदान किया।"

    डॉन के अनुसार, अजीज ने देश की अस्थिरता में बाहरी खतरों के बारे में कहा कि 2013 से पाकिस्तान हस्तक्षेप न करने और अन्य देशों के युद्धों में भाग न लेने की नीति का अनुसरण कर रहा है।

    उन्होंने कहा, "हमने तय किया है कि हम किसी दूसरे देश की लड़ाई में हिस्सा नहीं लेंगे, और सरकार इस नीति का बखूबी पालन कर रही है।"

    अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने पिछले स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन में चेताया था, "दुनिया के कई हिस्सों में अस्थिरता दशकों तक जारी रहेगी। इसमें मध्य पूर्व, अफगानिस्तान और पाकिस्तान, मध्य अमेरिका, अफ्रीका और एशिया के कई हिस्से शामिल होंगे।"

    ओबामा ने आतंकवाद और अस्थिरता के बीच एक सूत्र की भी पहचान की और चेताया कि कुछ अस्थिर क्षेत्र आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गए हैं।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • 'क्या मुल्ला पाकिस्तानियों को पागलपन की तरफ ढकेल रहे हैं?'

    इस्लामाबाद, 18 जनवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के अग्रणी अखबार डेली टाइम्स ने सोमवार को लिखा कि 'क्या मौलवियों और मुल्लाओं की दासता मानकर पाकिस्तानी पागलपन की कगार पर पहुंच गए हैं।'

    अखबार ने 'एक्सीडेंटल ब्लैसफमी' शीर्षक के अपने संपादकीय में यह सवाल उठाया है। यह संपादकीय उस घटना के मद्देनजर लिखा गया है जिसमें 15 साल के एक लड़के ने यह समझकर कि उससे ईश निंदा हुई है, अपना हाथ काट लिया था।

    अखबार ने संपादकीय में लिखा है कि एक ऐसे देश में जहां धार्मिक कट्टरता इतने नग्न रूप में आम आदमी के होशोहवास पर छा गई हो और जहां मस्जिद के लाउडस्पीकर पर किया गया एक ऐलान किसी बदकिस्मत आरोपी के पीछे भीड़ को दौड़ा देता हो, वहां कोई भी बात अब चकित नहीं करती।

    संपादकीय में कहा गया है, "हाल में एक बेहद भयावह घटना हुई। 15 साल के एक लड़के ने अपना हाथ काट लिया। उसने खुद को सजा देने के लिए ऐसा किया क्योंकि उसे लगा था कि उससे ईशनिंदा हुई है।"

    अखबार ने लिखा है कि लाहौर के पास एक गांव में इमाम ने पूछा था कि जो लोग पैगंबर मुहम्मद को प्रेम करते हैं, वे नमाज पढ़ते हैं। फिर उसने पूछा कि किसने नमाज पढ़ना छोड़ दिया है। जिसने छोड़ा है, वह हाथ उठाए।

    बच्चे ने सवाल समझा नहीं और हाथ उठा दिया। लोगों ने तुरंत उस पर धर्म विरोधी होने की तोहमत लगाई। बच्चा घर गया। जो हाथ उठाया था, उसे काटा और तश्तरी में रखकर कटे हुए हाथ को इमाम को दे दिया। उसने कहा कि उसे इसमें किसी तरह की तकलीफ नहीं हुई।

    संपादकीय में कहा गया है कि लड़के पर पागलपन सवार था। लेकिन, समुदाय के अन्य लोग और खुद उसके घरवाले इस पर खुशी मना रहे थे। ताजा सूचना यह है कि इमाम को पुलिस ने पकड़ लिया है।

    अखबार ने लिखा है कि बातों को या तो सही या गलत में देखने के नजरिए ने समाज को धर्म के उदात्त मूल्यों से दूर कर इसे औरों से हिंसक प्रतिशोध लेने का जरिया बना दिया है।

    अखबार ने लिखा है कि लड़के में पैदा हुआ डर साफ है। वह अपनी चेतना पर विश्वास नहीं कर पा रहा है। यही डर हमें धर्म से बेहद दूर के भी किसी मामले में किसी भी तरह के वाद-विवाद से दूर ले जाकर दिमाग को एक कोठरी में बंद कर देने वाला साबित हो रहा है।

    अखबार ने लिखा है कि अगर इस डर से नहीं निपटा गया तो इससे होने वाले खतरों से पार पाना नामुमकिन हो जाएगा। अखबार ने इसके लिए सरकार, मीडिया और अन्य नागरिक संस्थानों पर पर्याप्त जोर नहीं देने का आरोप लगाया।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • मुस्लिम महिलाओं को अंग्रेजी सिखाने पर 3 करोड़ डॉलर खर्च करेगा ब्रिटेन
    लंदन, 18 जनवरी (आईएएनएस/सिन्हुआ)। ब्रिटेन में रह रही 1,90,000 मुस्लिम महिलाएं अंग्रेजी बोलने में सक्षम नहीं हैं। ये ब्रिटेन की स्थानीय मुस्लिम आबादी की 22 फीसदी है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने उन्हें अंग्रेजी सिखाने पर 3 करोड़ अमेरिकी डॉलर खर्च करने की सोमवार को घोषणा की।

    कैमरन ने कहा कि जो मुस्लिम महिलाएं स्थायी रूप से ब्रिटेन में बसना चाहती है, उन्हें ब्रिटिश पासपोर्ट की अर्हता प्राप्त करने के लिए अंग्रेजी में धाराप्रवाह हो जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन में अलग-अलग समुदायों की 'निष्क्रिय सहिष्णुता' एक मजबूत समाज के निर्माण में मदद करेगी।

    कैमरन ने कहा कि लैंगिक अलगाव व भेदभाव और समाज से कुछ महिलाओं के कटे रहने से कट्टरता और उग्रवाद में बढ़ोतरी होगी।

    उन्होंने आगे कहा, "हमारा अगला लक्ष्य महिलाओं का सशक्तीकरण करना और उनके अंग्रेजी भाषा के ज्ञान को बढ़ाना है। मैं समझता हूं कि हम ब्रिटेन के समाज को एकजुट रखते हुए एक मजबूत समाज का निर्माण कर सकते है जो कि वह है।"

    मुस्लिम महिलाओं के लिए प्रस्तावित अंग्रेजी की कक्षाएं उनके घरों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर लगाई जाएंगी। ब्रिटेन के नए वीजा नियमों के मुताबिक जीवनसाथी वीजा पर ब्रिटेन आने वाली महिलाओं को अंग्रेजी में धाराप्रवाह होना ही होगा। जो महिलाएं ढाई साल बाद अपने वीजा की अवधि बढ़वाना चाहेंगी उन्हें अंग्रेजी भाषा के ज्ञान की परीक्षा से गुजरना होगा।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • बगदाद में अमेरिकियों के अपहरण की पुष्टि

    बगदाद, 18 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी दूतावास ने यहां 'कई' अमेरिकियों के अपहरण की पुष्टि की है।

    बीबीसी के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा, "हम अगवा लोगों को खोजने के लिए इराकी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।"

    इराक के सुरक्षा गलियारों से आई अपुष्ट खबरों में बताया गया है कि बगदाद के दक्षिणी इलाके में तीन अमेरिकियों और उनके इराकी अनुवादक का अपहरण किया गया है।

    लेकिन, अमेरिकी अधिकारियों ने इस बारे में कुछ नहीं बताया कि कितने लोगों का अपहरण हुआ है या किस जगह से हुआ है।

    वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया, "एक कंपनी ने रविवार को रपट दर्ज कराई कि उसके तीन कर्मचारी दो दिन से लापता हैं। ये सभी अमेरिकी ठेकेदार हैं। हम जांच कर रहे हैं।"

    अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अधिकारी जॉन किर्बी ने कहा, "विदेश में अमेरिकियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।"

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • भारतीय सीमा पर नई चौकियां बनाएगा बांग्लादेश
    अगरतला, 18 जनवरी (आईएएनएस)। बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) आतंकवाद, अपराध और तस्करी पर लगाम लगाने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा चुस्त करने और कम से कम 10 नई सीमा चौकियां स्थापित करने पर राजी हो गया है।

    बीएसएफ के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि बीजीबी के अधिकारियों के साथ शालबागान में स्थित बीएसएफ के त्रिपुरा सीमांत मुख्यालय में पांच दिन बैठक हुई और इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय सीमा से संबंधित मामलों पर चर्चा हुई।

    पांच सदस्यीय बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर्नल सज्जाद हुसैन कर रहे थे, जबकि बीएसएफ की टीम में पानीसागर क्षेत्र के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) डी. के. शर्मा और तेलियामुरा क्षेत्र के डीआईजी राजीव सिन्हा और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

    बीएसएफ के त्रिपुरा सीमांत के उपमहानिरीक्षक और प्रमुख प्रवक्ता डी. एस. भाटी ने आईएएनएस को बताया, "बीजीबी अधिकारियों ने हमें त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर नई चौकियां बनाए जाने के बारे में जानकारी दी।"

    उन्होंने कहा कि बीजीबी त्रिपुरा और मिजोरम सीमा पर सुरक्षा भी चुस्त करेगा।

    भाटी ने कहा, "चटगांव हिल ट्रैक्ट्स (सीएचटी) में प्रस्तावित सीमा चौकियों से पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकवाद को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, क्योंकि त्रिपुरा के आतंकियों सहित भारतीय उग्रवादी समूहों के अधिकांश शिविर दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के सीएचटी में स्थित हैं।"

    उल्लेखनीय है कि पिछले साल छह-सात जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा के दौरान मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सीमा अपराध और आतंकवादी गतिविधियां रोकने सहित सीमा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की थी।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • सऊदी की अगुवाई में यमन में हवाई हमले, 25 की मौत
    सना, 18 जनवरी (आईएएनएस/सिन्हुआ)। सऊदी की अगुवाई में यमन की राजधानी सना में पुलिस मुख्यालय पर रातभर हवाई हमले किए गए जिनमें कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई।

    अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि 25 पुलिसकर्मियों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि अन्य का इलाज चल रहा है, जिनमें नागरिक भी शामिल हैं।

    घटनास्थल पर मौजूद एक सुरक्षा अधिकारी ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, " लगभग 30 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है जिनमें पुलिसकर्मी और पुलिस मुख्यालय के नजदीक रहने वाले लोग भी शामिल हैं।"

    उन्होंने कहा, "अभी भी एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी मलबे के नीचे दबे हैं और बचाव दल सुरक्षित बचे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।"

    सऊदी के नेतृत्व वाला गठबंधन राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी के शासन को बहाल करने और हौतियों द्वारा कब्जे में किए गए शहरों से उन्हें हटाने के लिए मार्च 2015 से विद्रोही हौतियों और उनसे संबंद्ध बलों पर हवाई हमले कर रहे हैं।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

खरी बात

'इंक अटैक' सस्ती लोकप्रियता, सुरक्षा पर भारी

अब स्याही फेंकना अहिंसक तरीके से अपनी बात कहने का माध्यम बनता जा रहा है या फिर एक अपरंपरागत तरीके से सोशल मीडिया, समाचार चैनलों के इस दौर में चर्चित...

आधी दुनिया

सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई

सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई

उपासना बेहार “.....ज्ञान बिना सब कुछ खो जावे,बुद्धि बिना हम पशु हो जावें, अपना वक्त न करो बर्बाद,जाओ, जाकर शिक्षा पाओ......” सावित्रीबाई फुले की कविता का अंश अगर सावित्रीबाई फुले...