रायपुर, 21 मार्च (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को देवभोग में हीरा तस्करी और अवैध खनन को लेकर सत्तापक्ष के ही देवजी भाई पटेल ने सवाल उठाया। बताया गया कि इससे संबंधित अब तक 20 मामले दर्ज किए गए हैं।
देवजी ने पंचायत मंत्री से जानना चाहा कि देवभोग हीरा तस्करी रोकने सुरक्षा के क्या-क्या उपाय किए जा रहे हैं? 92 लाख खर्च करने के बाद भी चोरियां क्यों हो रही हैं? जवाब में पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने बताया कि चोरी रोकने कलेक्टर स्तर पर टॉस्क फोर्स बनाया गया है।
देवभोग के जागड़ा ग्राम में ही फेंसिंग नहीं हुई है, बाकी में हुई है।
कांग्रेस सदस्य भूपेश बघेल ने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय विस सदस्य बृजमोहन अग्रवाल के सवाल पर मप्र के समय देवभोग में 1-16 का गार्ड लगाया गया था। अब क्या स्थिति है? इस पर अजय चंद्राकर ने बताया कि गार्ड के अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। थाना चौकी, कैंप लगाया गया है।
देवजी भाई पटेल ने प्रश्नकाल में गृहमंत्री से जानना चाहा कि गरियाबंद, देवभोग, पायलीखंड एवं आसपास क्षेत्र से हीरा के अवैध खनन, तस्करी के कितने मामले विगत 5 वर्षों में दर्ज किए गए? किन-किन के विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया? कितने प्रकरणों में गिरफ्तारी की गई और कितनी मात्रा में हीरे जप्त किए गए? अवैध खनन की रोकथाम के लिए क्या-क्या प्रयास किए गए?
प्रश्न के जवाब में पंचायत मंत्री ने बताया कि गरियाबंद, देवभोग, पायलीखंड एवं आसपास के क्षेत्रों में अवैध उत्खनन 10 एवं तस्करी/परिवहन के 10 कुल 20 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। कुल 19 आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया। कुल 47 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है तथा 1 प्रकरण में 2 आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है।
दर्ज प्रकरणों में 214 नग हीरे तथा 74 किलोग्राम अलेक्जेंडर युक्त मिट्टी जब्त की गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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