JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
पुणे टी-20 : कासुन की करिश्माई पारी, श्रीलंका 5 विकेट से विजयी (राउंडअप)
पुणे टी-20 : श्रीलंका से हारी भारतीय टीम (लीड-2)
आईएमए भी मनाएगी नेशनल डी-वर्मिग डे
पुणे टी-20 : श्रीलंका ने भारत को 5 विकेट से हराया
सियाचिन हिमस्खलन : जिंदा मिला जवान कोमा में (राउंडअप)
वामपंथी विचारधारा पुरानी पड़ चुकी है : राहुल
इंग्लिश प्रीमियर लीग को अगले सत्र में मिलेगा नया लोगो
इंटरनेट पर कुछ लोगों का एकाधिकार न हो : प्रसाद
हिंडाल्को का शुद्ध लाभ 89 फीसदी घटा
मॉस्को से बीजिंग तक नियमित मालगाड़ी चलाएगा रूस

LIVE News

पुणे टी-20 : कासुन की करिश्माई पारी, श्रीलंका 5 विकेट से विजयी (राउंडअप)

पुणे टी-20 : श्रीलंका से हारी भारतीय टीम (लीड-2)

आईएमए भी मनाएगी नेशनल डी-वर्मिग डे

पुणे टी-20 : श्रीलंका ने भारत को 5 विकेट से हराया

सियाचिन हिमस्खलन : जिंदा मिला जवान कोमा में (राउंडअप)

न्यूरोटिसिज्म से तनाव व अवसाद का खतरा

न्यूयॉर्क, 28 जनवरी (आईएएनएस)। मानसिक रूप से कमजोर (न्यूरोटिसिज्म) लोगों में तनाव व अवसाद होने का खतरा सर्वाधिक होता है। एक नए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है।

न्यूरोटिसिज्म एक मानसिक अवस्था है, जिसकी पहचान लोगों में पनप रहे तनाव, डर, चिंता, कुंठा, ईष्र्या व अकेलापन के रूप में होती है।

नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में विनबर्ग कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में मनोविज्ञान के प्रोफेसर रिचर्ड जिनबर्ग ने कहा, "न्यूरोटिसिज्म लोगों में तनाव व अवसाद जैसी बीमारी पैदा होने का एक मजबूत संकेत है।"

पहले के शोधों में यह बात सामने आई थी कि न्यूरोटिसिज्म मादक पदार्थो के सेवन, मनोदशा व तनाव से संबंधित है, लेकिन यह पता नहीं था कि इसका संबंध इसके साथ कितनी गहराई तक है।

लेकिन, नॉर्थ वेस्टर्न तथा यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया-लॉस एंजेलिस के अध्ययन में यह पहली बार पाया गया कि न्यूरोटिसिज्म का संबंध मनोदशा व तनाव से बेहद गहरा है।

शोध के निष्कर्ष का इस्तेमाल अवसाद व तनाव को रोकने में किया जाएगा।

यह शोध पत्रिका 'क्लीनिकल साइकोलॉजिकल साइंस' में प्रकाशित होनेवाला है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Related items

  • सुशील कोइराला का निधन, मोदी ने बताया मूल्यवान मित्र

    काठमांडू, 9 फरवरी (आईएएनएस)। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री सुशील कोइराला का यहां सोमवार देर रात निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने एक मूल्यवान मित्र खो दिया है।

    सुशील कोइराला(80) नेपाली कांग्रेस (एनसी) दल के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने राजधानी काठमांडू के महाराजगंज इलाके में स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।

    उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने मीडिया को बताया कि उनका श्वसन प्रणाली फेल होने की वजह से सोमवार देर रात करीब 12.50 बजे निधन हो गया।

    कोइराला 11 फरवरी, 2014 से 10 अक्टूबर, 2015 तक प्रधानमंत्री रहे। उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिनके नेतृत्व में सितंबर 2015 में नेपाल ने संविधान सभा के जरिए नए संविधान को लागू किया।

    कोइराला नेपाल में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के दौरान निर्वासन में 16 साल तक भारत में रहे। उन्होंने पूर्व में जीभ व फेंफड़े के कैंसर का डटकर सफलतापूर्वक सामना किया था।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि 'भारत ने एक मूल्यवान मित्र खो दिया है।'

    मोदी ने एक ट्वीट में लिखा, "सुशील कोइराला जी के रूप में एक बड़ा नेता खो दिया है, जिसने दशकों तक नेपाल की सेवा की। वहीं, भारत ने एक मूल्यवान दोस्त खो दिया है। उनके निधन का दुख है। उनकी आत्मा को शांति मिले।"

    उन्होंने लिखा, "सुशील कोइराला जी की सादगी हम सभी के लिए सीख है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं कोइराला परिवार और नेपाल वासियों के साथ हैं।"

    केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि नेपाल ने एक दमदार आवाज और एक बेहतरीन इंसान को खो दिया है।

    उन्होंने कहा, "वह नेपाल के सबसे अनुभवी और सच्चे राजनेताओं में से एक थे।"

    उनका निधन नेपाली कांग्रेस के लिए एक बहुत बड़ा झटका है। मार्च में नेपाली कांग्रेस की 13वीं महासभा का चुनाव होना है।

    कोइराला के निधन की खबर जंगल की आग की तरह फैली, जिसके बाद नेपाली कांग्रेस के सैंकड़ों नेता और पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक महाराजगंज स्थित उनके आवास पर शोकसंतप्त परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। एनसी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह इस खबर से सकते में हैं।

    पूर्व प्रधानमंत्री कोइराला को उनकी ईमानदारी व सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए जाना जाता है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • नेपाल : पूर्व प्रधानमंत्री सुशील कोइराला नहीं रहे

    काठमांडू, 9 फरवरी (आईएएनएस)। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री एवं नेपाली कांग्रेस(एनसी) के अध्यक्ष सुशील कोइराला का सोमवार देर रात निधन हो गया। उन्हें निमोनिया हुआ था। वह 80 वर्ष के थे।

    पूर्व प्रधानमंत्री ने राजधानी काठमांडू के महाराजगंज इलाके में स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने मीडिया को बताया कि उनका निधन श्वसन प्रणाली फेल होने की वजह से हुआ।

    कोइराला 11 फरवरी, 2014 से 10 अक्टूबर, 2015 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिनके नेतृत्व में सितंबर 2015 में नेपाल ने संविधान सभा के जरिए नए संविधान को लागू किया।

    कोइराला ने पूर्व में जीभ व फेंफड़े के कैंसर का डटकर सफलतापूर्वक सामना किया था।

    उनका आकस्मिक निधन नेपाली कांग्रेस के लिए एक बहुत बड़ा झटका है। मार्च में नेपाली कांग्रेस की 13वीं महासभा का चुनाव होना है।

    कोइराला के निधन की खबर जंगल की आग की तरह फैली, जिसके बाद नेपाली कांग्रेस के सैंकड़ों नेता और पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक महाराजगंज स्थित उनके आवास पर शोकसंतप्त परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। एनसी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि 'मैं उनके निधन से सकते में हूं।'

    पूर्व प्रधानमंत्री कोइराला को उनकी ईमानदारी व सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए जाना जाता है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • हानिकारक फंगस को नष्ट कर देता है शहद

    लंदन, 8 फरवरी (आईएएनएस)। ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने शहद के इस्तेमाल से पैथोजेनिक फंगस को नष्ट करने की खोज की है। फंगस के संक्रमण से कई गंभीर बीमारियां होती हैं, जिसमें से कई जानलेवा होती हैं। हालांकि विभिन्न बीमारियों के इलाज में शहद का प्रयोग प्राचीन काल से ही किया जा रहा है।

    मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यह खोज की है। उन्होंने पाया कि फंगल पर शहद के बेहद कम मात्रा का भी काफी असर होता है। इससे भविष्य में फंगस से होने वाली बीमारियों के शिकार मरीजों के लिए नई दवाईयों का निर्माण किया जा सकेगा।

    फंगस के कारण कई गंभीर बीमारियां होती है जो लंबे समय तक लाइलाज रहती है। मनुष्यों में पाए जाने वाले 60 से 80 फीसदी बीमारियां फंगस के कारण ही होती हैं।

    मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के शोध छात्र जैन हबीब अलहिन्दी ने बताया, "इस शोध में हमने शहद के चिकित्सीय गुणों की खोज की। इसमें हमने पाया कि कई फंगसरोधी दवाओं के मुकाबले शहद कहीं ज्यादा प्रभावी है।"

    उन्होंने बताया कि इस शोध से फंगस संक्रमण की चिकित्सा में शहद के प्रयोग को लेकर कई सारे नए शोध को बढ़ावा मिलेगा।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • गर्भावस्था में मछली खाने से बच्चों का दिमाग तेज होता है

    लंदन, 8 फरवरी (आईएएनएस)। गर्भवती महिलाओं के लिए मछली बेहद फायदेमंद है, क्योंकि एक नए अध्ययन के मुताबिक, वैसी महिलाएं जो सप्ताह में तीन से चार दिन मछली खाती हैं, उनके बच्चों का दिमाग बेहद तेज होता है।

    शोध में यह बात भी सामने आई है कि गर्भावस्था के दौरान मछली का सेवन करने वाली महिलाओं के बच्चों में ऑटिज्म (अविकसित मस्तिष्क) का खतरा भी कम होता है।

    अध्ययन के मुताबिक, "गर्भवस्था के दौरान बड़ी वसायुक्त मछलियां खाने वाली महिलाओं के बच्चे के मस्तिष्क का विकास न केवल बेहतर होता है, बल्कि उनमें ऑटिज्म का खतरा भी कम हो जाता है।"

    शोधकर्ताओं के सामने चौंकानेवाली यह बात सामने आई है कि टुना या टाइलफिश जैसी कुछ विशेष मछलियां जिनमें मर्करी का स्तर ज्यादा होता है, उसे गर्भवती महिलाएं खाना पसंद नहीं करतीं, इनका संबंध कुछ सबसे बड़े विकासात्मक फायदों से है।

    शोधकर्ताओं के मुताबिक, वैसी मछलियां जिनमें डोकोसाहेक्सानोइक एसिड (डीएचए) यौगिक का स्तर उच्च होता है, वे मर्करी के किसी भी नकारात्मक प्रभाव को दूर करती हैं।

    स्पेन के बार्सिलोना में सेंटर फॉर रिसर्च इन एनवयारमेंटल एपिडेमियोलॉजी के मुख्य शोधकर्ता जॉर्डी जुल्वेज ने कहा कि टुना जैसी मछलियों में मर्करी होता है, लेकिन उनमें डीएचए की मात्रा बेहद अधिक होती है, जो मस्तिष्क के विकास में बेहद मदद करता है।

    पत्रिका 'लाइव साइंस' के अनुसार, जुल्वेज ने कहा, "हो सकता है कि मर्करी के नकारात्मक प्रभावों को यह दूर करता है।"

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • अफगानिस्तान में आत्मघाती हमला, 4 की मौत

    काबुल, 8 फरवरी (आईएएनएस)। अफगानिस्तान में सोमवार को एक आत्मघाती हमले में चार लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में हमलावर भी शामिल है।

    यह घटना बल्ख प्रांत की है। हमलावर ने सैन्य बस के पास हुए खुद को उड़ा लिया।

    एक अधिकारी के मुताबिक हमले में 18 सैनिक घायल भी हुए हैं।

    आत्मघाती हमलावर ने एक वाहन के पास अपनी विस्फोटक से लदी जैकेट में विस्फोट कर दिया।

    तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले में 3 सैनिकों की मौत

    काबुल, 8 फरवरी (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत में सोमवार को सैन्य बस के पास हुए आत्मघाती बस विस्फोट में तीन सैनिकों की मौत हो गई।

    एक अधिकारी के मुताबिक, बम विस्फोट में एक आत्मघाती हमलावर भी मारा गया जबकि 18 सैनिक घायल हुए हैं।

    आत्मघाती हमलावर ने एक वाहन के पास अपनी विस्फोटक से लदी जैकेट में विस्फोट कर दिया।

    तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

खरी बात

क्या पाकिस्तान सिर्फ टैरर ही नहीं फेल स्टेट भी है ?

पुण्य प्रसून बाजपेयी अगर हेडली सही है तो पाकिस्तानी सत्ता के लिये लश्कर भारत के खिलाफ जेहाद का सबसे मजबूत ढाल भी है और विदेश कूटनीति का सबसे धारदार हथियार...

आधी दुनिया

सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई

सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई

उपासना बेहार “.....ज्ञान बिना सब कुछ खो जावे,बुद्धि बिना हम पशु हो जावें, अपना वक्त न करो बर्बाद,जाओ, जाकर शिक्षा पाओ......” सावित्रीबाई फुले की कविता का अंश अगर सावित्रीबाई फुले...

जीवनशैली

ब्रिटेन में कौन करता है ज्यादा सेक्स

लंदन, 5 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तरपूर्व ब्रिटेन में रहने वाले लोग देश के दूसरे हिस्सों में रहने वाले के मुकाबले बिस्तर पर ज्यादा सक्रिय होते हैं। वे महीने में कम से...