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सबधाणी कोचिंग में इंश्योरेंस कार्यशाला का आयोजन

भोपाल: 9 फरवरी/ सबधाणी कोचिंग से जुड़े विद्यार्थियों को निश्चित सफलता दिलाने के उद्देश्य से भविष्य में आयोजित होने वाली सभी इंश्योरेंस सेक्टर जैसे एल.आई.सी., नेशनल इंश्योरेंस, युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस, न्यू इंडिया इंश्योरेंस, ओरियंटल इंश्योरेंस आदि परीक्षाओं के लिए विगत् दिवस एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन मंे विद्यार्थियों ने अधिक से अधिक संख्या में बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस कार्यशाला में मार्च महीने में आयोजित होने वाली एल.आई.सी. ए.ए.ओ. की परीक्षा के लिए मार्गदर्शन दिया गया और विगत् वर्षाें में विभिन्न इंश्योरेंस सेक्टर में आयोजित परीक्षाओं की जानकारी उपलब्ध कराई गई। साथ ही विद्यार्थियों को स्क्रिन के माध्यम से इंश्योरेंस सेक्टर के प्रारब्ध से लेकर वर्तमान तक की सभी बारीकियों से अवगत कराते हुए प्रेजेन्टेशन भी दिया गया।

इस कार्यशाला में श्री ललित कुर्रे एल.आई.सी. आॅफिसर, श्री नितेश दाबी एडमिनिस्टेªटिव आॅफिसर द न्यू इंडिया एश्य®रेंस कंपनी लिमिटेड, श्री शांतनू राय इंश्योरेंस विशेषज्ञ एवं इंश्योरेंस विभाग से जुड़े कई वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने अनुभवों को विद्यार्थियों से साझा किया। इस अवसर पर सबधाणी कोचिंग के संचालक श्री आनंद सबधाणी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘इंश्योरेंस सेक्टर पिछले कुछ वर्षों से निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हो रहा है, साथ ही इस क्षेत्र में रोज़गार की संभावनाओं में भी वृद्धि हो रही है, इसलिए विद्यार्थियों को बीमा के क्षेत्र में भी अपनी किस्मत आजमानी चाहिए। श्री सबधाणी ने ये भी कहा कि सबधाणी कोचिंग का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों को सफलता दिलाना है।’’ इसके लिए कोचिंग की ओर से हर संभव प्रयास और मदद उपलब्ध कराने का वादा भी किया।

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  • न क़ानून का राज बचा न लोकतंत्र सुरक्षित : मुख्यमंत्री के नाम बादल सरोज का पत्र

    (इस पत्र को संपादित किये बिना प्रकाशित किया जा रहा है-संपादक)

    प्रिय श्री शिवराज जी,

    परसों 8 फरवरी को शहडोल कमिशनरी पर आदिवासी गाँवों की समस्याओं को लेकर हुए एक आंदोलन के दौरान जब पता चला कि पिछले 12 दिन से अनूपपुर की कलेक्टरेट पर मजदूर अनशन कर रहे है तो रात्रि के कुछ घंटे उनके साथ रहने के लिए वहां पहुँचने का अवसर मिला ।

    उनकी दारुण कहानी की ऒर आपके ध्यानाकर्षण के लिए यह पत्र प्रेषित है ।

    1/ ये श्रमिक गुज़री एक साल, कुछ उससे भी अधिक समय से, मांग कर रहे हैं कि उन्हें मोजरबेयर नामकी बिजली उत्पादक कंपनी में उनके किये गए काम  की मजदूरी का भुगतान कराया जाए। सचमुच यह ताज्जुब की बात है कि सैकड़ों की संख्या में श्रमिक लम्बे समय तक अपने उस वेतन के लिए अनशन करें, जिसके बारे में क़ानून में बाध्यकारी प्रावधान है कि महीना पूरा होने के सातवें दिन तक यदि उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता तो नियोजक पर बकाया वेतन राशि के 10 गुना तक जुर्माने और जेल भेजे जाने तक की कार्यवाही की जा सकती है । दुनिया की बदतर से बदतर तानाशाहियों में भी श्रमिक के वेतन भुगतान के बारे में इतनी अंधेरगर्दी नहीं है जितनी इन श्रमिकों के साथ की गयी है । कारागारों में आजन्म कारावास यहां तक कि मृत्युदंड पाये कैदियों तक से जो काम कराया जाता है उसका पारिश्रमिक भी उन्हें समय पर दे दिया जाता है । मगर लगता है अनूपपुर जिले की जैतहरी में स्थित मोजरबेयर कंपनी के लिए विधान-संविधान-प्रावधान और लोकतंत्र सब कुछ स्थगित कर दिया गया है । यह एक अदने से श्रम निरीक्षक का काम है कि वह समय पर पारिश्रमिक भुगतान कराये । मगर कलेक्टर, एसपी और यदि अनूपपुर के निवासियों की मानी जाए तो पूरी सरकार ही इस सरासर अवैधानिक आपराधिक काम में कंपनी का कवच बन कर खड़ी हुयी है । अनशनकारियों के मुताबिक़ स्थानीय विधायक तो कंपनी के मुलाजिम की तरह आचरण कर रहे हैं ।

    2/ ये, लगभग सभी श्रमिक, भूविस्थापित हैं । कुछ ही समय पहले तक ये उसी जबरदस्त उपजाऊ जमीन के मालिक थे जिस पर कब्जा किये आज यह पावर हाउस खड़ा हुआ है । मुआवजे और अधिग्रहण की गैरकानूनी कार्यवाही पर फिलहाल कुछ न भी कहा जाए तो इनमे से हरेक के पास करारनामा है जिसमे नियमित मासिक आर्थिक मदद एवं परिवार में रोजगार का वचन दिया गया है । इस करारनामे को लागू कराने के लिए अपनी जमीन से उजड़े लोग अनशन पर हैं और जिन्हें उसे लागू कराना था वे जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारी मोजरबेयर कंपनी के निजी कर्मचारियों की तरह आचरण कर रहे हैं । कृपया जेपी गोलीकांड की न्यायिक जांच रिपोर्ट का अवलोकन करें, जिसका कहना था कि करारनामो को लागू न करवाने की प्रशासनिक विफलता असंतोष और क़ानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित करती है ।

    मान्यवर मुख्यमंत्री जी,
    अनूपपुर सहित प्रदेश में यह आमराय सी बनी हुयी है कि मध्यप्रदेश में उद्योगपति जमीन, मेहनत, नदी, आदिवासी, मजदूर, जंगल कुछ भी कहीं भी हड़प सकते हैं । सरकार सदैव इन उद्योग घरानो की सुरक्षा में ही खड़ी होगी । मगर वे किये काम का वेतन हजम कर जाएँ, लिखित करारनामो को अमल में न लाएं, आप भी स्वीकार करेंगे कि यह कुछ ज्यादा ही है ।

    हमारा अनुरोध है कि इस जनधारणा को दूर करने और इस इलाके में, क़ानून का राज बहाल करने के लिए समुचित कदम उठाये जाएँ और वे ऐसे हों जो मनसा वाचा कर्मणा तीनों में देखे जा सके ।

    यूं तो पिछले एक दशक के अपने पूरे मुख्यमंत्रित्व काल में आप एक बार भी प्रदेश के श्रमिक संगठनो से मिलने का समय नही निकाल पाये हैं,  यह भी एक तरह का विश्व रिकॉर्ड ही है !!
    किन्तु कल दोपहर अनूपपुर से भोपाल लौटकर अखबारों में श्यामा गाय के सुन्दर से बछड़े के साथ आपकी सेल्फीनुमा तस्वीर देखी तो लगा कि प्राणियों के प्रति आपमें काफी कुछ नेह और ममता है । इसलिए इच्छा हुयी की आपके लिए यह चिट्ठी लिखी जाए ।

    माननीय मुख्यमंत्री जी,
    उम्मीद है, कड़कड़ाती ठण्ड में अनूपपुर में खुले मैदान में शामियाने तले अनशन कर रहे इन प्राणियों की दशा पर भी ध्यान देने की कृपा करेंगे ।

    शुभकामनाओ सहित
    आपका
    बादल सरोज
    सचिव, सीपीआई(एम) मध्यप्रदेश

  • इंदौर में 3 जिंदगियों की खातिर बने 2 ग्रीन कॉरिडोर

    इंदौर, 9 फरवरी (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में तीन जिंदगियों की खातिर दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए। ब्रेनडेड विश्वास दोषी (40) के परिजनों की अंगदान की इच्छा पर एक गुर्दे को चोइथराम अस्पताल से ग्रेटर कैलाश अस्पताल ले जाया गया और लिवर प्रत्यारोपण के लिए हवाई मार्ग से मेदांता अस्पताल ले जाया गया।

    उज्जैन जिले के महिदपुर निवासी विश्वास दोषी (40) पिछले दो साल से हृदय की बीमारी से पीड़ित थे, उनका इंदौर स्थित मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार शाम को मस्तिष्क में रक्तस्राव हो जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया। उनके परिजनों द्वारा अंगदान की इच्छा जताए जाने पर विश्वास के शरीर को चोइथराम हॉस्पिटल ले जाकर अंग निकालने की व्यवस्था की गई।

    चोइथराम अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक, विश्वास के ब्लड ग्रुप के आधार पर दिल्ली में लिवर ट्रांसप्लांटेशन का एक मरीज और इंदौर में गुर्दे के दो मरीज मिले। इन अंगों को जरूरतमंद तक पहुंचाने के लिए सुबह चोइथराम अस्पताल से हवाईअड्डे और ग्रेटर कैलाश नर्सिग होम के लिए दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए।

    दोनों ही मार्गो पर अंग ले जाने वाली एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए लगभग आठ मिनट के लिए अन्य वाहनों की आवाजाही थम गई।

    मेदांता अस्पताल की टीम हवाईअड्डे से एयर एम्बुलेंस के जरिए लिवर लेकर दिल्ली गई। वहीं एक गुर्दा ग्रेटर कैलाश अस्पताल में, जबकि दूसरा गुर्दा चोइथराम अस्पताल के एक मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित किया गया।

    सूत्रों का कहना है कि विश्वास की दोनों आंखों को चोइथराम अस्पताल में सुरक्षित रखा गया है। इंदौर में इससे पहले भी मानव अंगों को ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा चुके हैं।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • लोकतंत्र में विकास के लिए होते हैं चुनाव : शिवराज

    सतना, 9 फरवरी (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के सतना जिले के मैहर विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में मंगलवार को जनसभाओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास का संकल्प दोहराते हुए कहा कि लोकतंत्र में चुनाव विकास के लिए होते हैं, मैहर का विकास भाजपा की प्राथमिकता है।

    मुख्यमंत्री चौहान ने मैहर विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को चुनावी सभाओं में कहा कि प्रदेश से लेकर केंद्र की सरकार विकास के कार्य में लगी है। प्रदेश में भाजपा ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। मैहर क्षेत्र का समुचित विकास हो, इसलिए भाजपा के प्रत्याशी नारायण प्रसाद त्रिपाठी को जिताएं।

    उन्होंने कहा कि महिलाओं को नगर निगम चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण, लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्यादान एवं निकाह योजना, सरकारी नौकरी में महिलाओं को आरक्षण सहित बेटियों एवं महिलाओं के हित में प्रदेश सरकार ने अनेक निर्णय लेकर उनके चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का काम किया है। महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा, सम्मान, तरक्की और सशक्तीकरण में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्य बन गया है।

    उन्होंने कहा कि 2003 के पूर्व मध्यप्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी में आता था। कांग्रेस के राज में सड़कों की जगह गड्ढे मिलते थे। कांग्रेस ने 50 सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद बिजली, सड़क, पानी जैसी आधारभूत सुविधाओं के लिए जनता को तरसाया, वहीं भाजपा सरकार ने अटल ज्योति अभियान से 24 घंटे बिजली, हर खेत को पानी, 90 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण कर प्रदेश के हर तबके को तरक्की के अवसर उपलब्ध कराकर उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अधोसंरचना का विकास किया गया है। इससे निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश आकर्षण का केंद्र बना है।

    उन्होंने कहा कि प्रदेश में सिंचन क्षमता का विस्तार किया गया है। इससे प्रदेश में उत्पादन क्रांति सफल हुई। भाजपा सरकार की सफल नीतियों का परिणाम है कि मध्यप्रदेश ने विकास दर 12 प्रतिशत और कृषि विकास दर 24़ 99 प्रतिशत प्राप्त कर देश के अग्रिम विकसित राज्यों में सम्मिलित हो गया है।

    चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब भूखा नहीं सोएगा। इसके लिए गरीबों को एक रुपये गेहूं दो रुपये किलो चावल तथा एक रुपये किलो आयोडीन युक्त नमक देकर गरीबों की दो जून की रोटी का इंतजाम किया है। गरीबों को नि:शुल्क दवाएं, गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज, नि:शुल्क जांचें आदि हर प्रकार की सुविधा सरकार दे रही है।

    उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद किसान, मजदूरों को पिछड़ेपन में रखकर उन्हें वोट बैंक बनाए रखा। 18 प्रतिशत ब्याज ने किसानों की कमर तोड़ी। भाजपा ने सत्ता में आने के बाद बिना ब्याज में कर्ज देकर किसानों को खुशहाल बनाने का संकल्प लिया, जिससे किसान अपनी खेती को लाभ का धंधा बना सके।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • मप्र : राहगीर ने थैले में पड़े नवजात की जान बचाई

    भोपाल, 9 फरवरी (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के सागर जिले में सड़क किनारे थैले में पड़े एक नवजात शिशु की जान राहगीर की मेहरबानी से बच गई। शिशु को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर है बताई गई है। नवजात बच्चा किसका है, पुलिस यह पता लगाने में जुटी है।

    पुलिस मुख्यालय से मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि कार से झांसी से नागपुर जा रहे एक राहगीर ने राज्यस्तरीय पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नंबर 100 पर भोपाल में सूचना दी कि सागर से कुछ दूरी पर नरसिंहपुर मार्ग पर सड़क किनारे एक नवजात बच्चा सफेद थैले में पड़ा हुआ है और जीवित है।

    जानकारी देने वाला व्यक्ति घटनास्थल का सही पता नहीं बता पा रहा था। इस पर कॉल सेंटर के कर्मचारी ने उसे समझाया कि वह कुछ आगे जाकर मील के पत्थर को देखकर बताए कि वह कहां पर है।

    पुलिस विज्ञप्ति के मुताबिक, उस राहगीर ने आगे जाकर बताया कि वहां से सागर की दूरी 10 किलोमीटर है। इस सूचना के आधार पर कैंट थाना क्षेत्र के डायल-100 वाहन में तैनात प्रधान आरक्षक (हेड कांस्टेबल) जी़ बी़ पाठक एवं आरक्षक जयराम व चालक नीरज खोजते-खोजते मौके पर पहुंचे।

    वहां एक नवजात शिशु सड़क के किनारे लावारिस हालत में पड़े थैले में मिला, जिसका सिर थैले से बाहर निकला हुआ था और वह जीवित था। शिशु का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • भोजशाला के बाहर हिंदूवादी संगठनों का सत्याग्रह

    धार, 9 फरवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के धार जिले की भोजशाला में बसंत पंचमी के मौके पर होने वाली पूजा और नमाज को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा की गई बेरिकेटिंग के खिलाफ हिदूवादी संगठनों ने मंगलवार को भोजशाला के बाहर सत्याग्रह किया और पूजा करने भीतर नहीं गए।

    हिदूवादी संगठनों की मांग है कि 12 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन भोजशाला में सिर्फ पूजा हो, नमाज अता न की जाए।

    लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने तय किया है कि 12 फरवरी को बसंत पंचमी और शुक्रवार है, लिहाजा सूर्योदय से दोपहर बारह बजे तक पूजा होगी और दोपहर एक से तीन बजे के मध्य नमाज अता की जाएगी। उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने भी प्रशासन को सुरक्षा-व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।

    हिदूवादी संगठनों के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को नियमित रूप से होने वाली पूजा नहीं की और विरोध स्वरूप बाहर ही सत्याग्रह शुरू कर दिया और मोतीबाग चौराहे पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। हिंदूवादी संगठनों की मांग है कि प्रशासन ने सुरक्षा के नाम पर जो जगह-जगह बेरिकेट्स लगाए हैं, उन्हें हटाया जाए।

    धार के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने आईएएनएस को बताया कि "सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। मंगलवार को कुछ लोग भोजशाला में पूजा करने नहीं गए।"

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • विचार से देश नहीं बदलता अपितु विचारों को जीने से समाज में बदलाव आता है: कालजयी

    भोपाल: 9 फरवरी/ जो मीडिया जनपक्षीय सरोकार नहीं रखता है, वह समाज में गहरी पैठ नहीं बना पाता है। किसी विचार से देश नहीं बदला जा सकता है, अपितु विचारों को जीने से समाज में बदलाव आता है, वर्तमान आर्थिक युग में साहित्यिक पत्र-पत्रिका का प्रकाशन अत्यन्त दूभर और चुनौती भरा है, क्योंकि आज लोकतंत्र पर बाजार का कब्जा हो चुका है।

    उक्त विचार आज यहां गांधी भवन में आठवें पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान अलंकरण समारोह में संवेद (नई दिल्ली) के सम्पादक किशन कालजयी ने व्यक्त किये। उन्हें यह सम्मान उनके दीर्घकालीन साहित्यिक पत्रकारिता साधना के लिए दिया गया। ‘मीडिया विमर्श’ द्वारा प्रतिवर्ष दिये जाने वाले इस सम्मान में उन्हें ग्यारह हजार रूपये, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया । समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. बृज किशोर कुठियाला, कुलपति माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इलाहाबाद के समाजसेवी एवं शिक्षाविद् संकठा प्रसाद सिंह ने की।

    दिल्ली, बिहार, झारखंड जैसे कई राज्यों में साहित्यिक पत्रकारिता का अलख जगाने वाले प्रख्यात साहित्यकार श्री किशन कालजयी ने कहा कि भारतीय मीडिया ने जब-जब सच को उजागर करने का प्रयास किया उस पर उंगली उठायी गई, और कथित पीत पत्रकारिता के दौर में मीडिया बदनाम भी हुआ, परन्तु समाज को यह सच भी समझना होगा कि तीन रूपये में एक समाचार पत्र छापना और घर भिजवाना कितना कठिन है। बिना विज्ञापन व आर्थिक संसाधन के यह कार्य अत्यन्त दूभर है। ऐसे कठिन हालातों में पिछले 25 वर्षों से हम साहित्य पर केन्द्रित पत्रिका ‘संवेद’ का प्रकाशन कर रहे हैं। आपने आज जो सम्मान इस पत्रिका को दिया है उससे हमारी चुनौती और बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि मीडिया की बुनियाद लिखना है। छापे गये अक्षरों का महत्व हमेषा बरकरार रहेगा।

    समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. बृज किशोर कुठियाला ने साहित्यिक पत्रकारिता के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि विचारों को उत्पन्न करना एक बड़ा काम है। विचार साहित्य से ही जन्म लेता है भले उसका माध्यम नाटक, पत्र-पत्रिका या जीवनी आदि हो। विचारों की उत्पत्ति प्रसव वेदना की तरह है। उन्होंने कहा कि साहित्यिक पत्रकारिता समुद्र मंथन की तरह है। जिसमें विष के छींटे भी पड़ते हैं और अमृत की बूंदें भी मिलती हैं। आज के समय में सद्भावना से विचार मंथन करने की महती आवश्यकता है। जिससे एक बेहतर समाज की रचना की जा सके। समारोह की विशिष्ट अतिथि प्रख्यात कथाकार एवं उपन्यासकार श्रीमती इंदिरा दांगी ने साहित्य एवं भविष्य की संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि साहित्य जीविका नहीं जीवन हो सकता है इसमें अनेक विधाएं विद्यमान होती है। जो विचारों की संवाहक बनती है।

    सद्भावना दर्पण रायपुर के सम्पादक श्री गिरीश पंकज ने गुरू की महिमा प्रतिपादित की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए इलाहाबाद के समाजसेवी एवं शिक्षाविद् श्री संकठा प्रसाद सिंह ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा से ही उन्नति के द्वार खुलते हैं। समारोह का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मीडिया विमर्श के कार्यकारी सम्पादक श्री संजय द्विवेदी ने सम्मान की प्रस्तावना पर प्रकाश डालते हुए सम्मान के महत्व का प्रतिपादित किया। समारोह में एम.सी.यू. के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. संजीव गुप्ता की पुस्तक ‘मॉस कम्यूनिकेशन’ का लोकार्पण मुख्य अतिथि द्वारा किया गया। मीडिया विमर्श के संपादक डॉ. श्रीकान्त सिंह ने आभार व्यक्त किया। वंदे मातरम् के साथ समारोह का समापन हुआ। समारोह में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव श्री लाजपत आहूजा, कुलसचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी, पत्रकार धमेन्द्र मोहन पंत, प्रवक्ता डॉट कॉम के संपादक संजीव सिन्हा, खरीन्यूज़ डॉट कॉम के विनय द्विवेदी, दूरदर्शन के सलाहकार भारतभूषण, शिव अनुराग पटैरिया, बृजेश राजपूत, सुबोध श्रीवास्तव, ईश्वर सिंह दोस्त, डॉ. महेश परिमल, आर. के. शर्मा, संतोष रंजन, उमा भार्गव, मनीष गौतम, विनोद नागर, कृषक जगत के प्रधान संपादक विजय बोन्द्रिया, प्रकाश साकल्ले, श्री शिवहर्ष सुहालका, मनोज द्विवेदी, गोविन्द चौरसिया, सी. के. सरदाना, भरतभूषण, उमेश चतुर्वेदी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

    सम्मान एक नजर में

    साहित्यिक पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली विभूति को प्रतिवर्ष दिया जाने वाला यह सम्मान पं. बृजलाल द्विवेदी की स्मृति में मीडिया विमर्श परिवार द्वारा वर्ष 2007 में स्थापित किया गया है। इस सम्मान में ग्यारह हजार (1100.00) रू. नगद, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है। मीडिया विमर्श के कार्यकारी सम्पादक संजय द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष 2015 के पंडित बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से संवेद दिल्ली के संपादक श्री किशन कालजयी को आज सम्मानित किया गया है। अभी तक डॉ. श्याम सुन्दर व्यास (सम्पादक वीणा, इन्दौर) डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, (सम्पादक दस्तावेज, गोरखपुर), हरिनारायण, (सम्पादक कथादेश, नई दिल्ली) हेतु भारद्वाज (सम्पादक अक्सर, जयपुर) गिरीश पंकज, (सम्पादक, सदभावना दर्पण, रायपुर) , प्रेम जनमेजय, (सम्पादक व्यंग्य यात्रा, नई दिल्ली), विनय उपाध्याय सम्पादक, कला समय, भोपाल) को यह सम्मान प्रदान किया गया है।

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पुण्य प्रसून बाजपेयी अगर हेडली सही है तो पाकिस्तानी सत्ता के लिये लश्कर भारत के खिलाफ जेहाद का सबसे मजबूत ढाल भी है और विदेश कूटनीति का सबसे धारदार हथियार...

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