लखनऊ, 27 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। अंगों के दान के प्रति लोगों को जागरूक करने, अंग प्रत्यारोपण से जुड़ी जानकारी देने और इससे जुड़ी धार्मिक भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से लखनऊ छावनी स्थित बेस अस्पताल के तत्वावधान में सूर्या प्रेक्षागृह में अंगदान के लिए जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय संगोष्ठी शुक्रवार को आयोजित की गई।
सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के सेनानायक एवं एएमसी अभिलेख प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल एमडी वेंकटेश ने संगोष्ठी का उद्घाटन किया।
बेस अस्पताल के सेनानायक ब्रिगेडियर एस.के. गुप्ता ने इस अवसर पर अपने संबोधन में अंगदान की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि इसके माध्यम से लोगों के जीवन को बचाया जा सकता है।
ब्रिगेडियर गुप्ता ने कहा कि एक दानकर्ता अपने शरीर के अंगों -नेत्र, हर्ट वाल्व, ब्लड वेसल्स, हड्डी, त्वचा, मांसपेशियां, टेंडन्स, यहां तक कि चेहरा एवं उंगलियों- का दान कर 100 लोगों के जीवन को बचा सकता है।
संगोष्ठी के दौरान किडनी, लीवर एवं कोर्निया प्रत्यारोपण पर भी चर्चा हुई, जिसमें दिल्ली स्थित सेना अस्पताल (आर एण्ड आर) द्वारा सशस्त्र बलों के विभिन्न केंद्रों के माध्यम से देशभर में किए जा रहे अंग प्रत्यारोपण के बारे में भी जानकारी दी गई।
ताजा आंकड़े के अनुसार, सेना अस्पताल द्वारा 1700 से अधिक किडनी एवं 110 लीवर को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया है।
-- आईएएनएस
शरीर दान से 100 लोगों को मिल सकती है जिन्दगी
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