भोपाल: 31 अक्टूबर/ पर्यटन वर्ष 2015-16 के अवसर पर म.प्र. राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में ‘‘मध्यप्रदेश पर्यटन इतिहास व्याख्यान माला’’ के अंतर्गत श्री संगीत वर्मा, प्रख्यात लेखक एवं छायाकार का व्याख्यान 31 अक्टूबर शनिवार को होटल पलाश रेजीडेंसी, भोपाल में आयोजित किया गया। व्याख्यान में श्री संगीत वर्मा ने मध्य भारत में परमार वंश की स्थापना एवं वंशावली तथा परमार शासकों का मध्यभारत में शासन एवं संक्षिप्त इतिहास के संबंध में श्रोताओं को जानकारी प्रदान की साथ ही परमार स्थापत्य से जुड़ी पर्यटन की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
तथ्यपरक एवं ओजस्वी व्याख्यान में श्री संगीत वर्मा द्वारा परमार शासकों- राजा मुंज एवं राजा भोज के जीवन एवं शासन के संबंध में जानकारी देते हुए स्थापत्य कला के विस्तृत विवरण में माण्डू में परमारकालीन निर्माण, माण्डू का जल प्रबंधन, माण्डू की दुर्ग संरचना, उज्जयिनी में परमार स्थापत्य, भोजपाल नगर के पूर्व की स्थापनाऐं, भीमकुंड का निर्माण, भोजपाल और कालिया स्त्रोत का निर्माण, भोजपाल की नगर रचना, भोजपुर मंदिर का निर्माण, भोजताल में जलमग्न संरचनाऐं, सभामंडल, नलकक्षपुर का कागज का कारखाना तथा धारानगरी (धार) की रचना के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया साथ ही राजा भोज के समरांगण सूत्र धार के अनुसार नगर की रचना का वर्णन किया तथा भोपाल की प्राचीन नगर संरचना एवं ढ़ॉंचे को चित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया जिसकों श्रोताओं द्वारा बड़ी तल्लीनता से सुना गया। उपरोक्त जानकारियॉं इतनी तथ्यपरक एवं आकर्षक थीं कि श्रोतागण अचंभित तथा मंत्रमुग्ध होकर व्याख्यान में अपनी पूर्ण रूचि दर्शाते रहे।
व्याख्यान माला कार्यक्रम में भोपाल नगर के लगभग समस्त इतिहास प्रेमी एवं शहर की गणमान्य हस्तियॉं उपस्थित थीं। पलाश रेज़ीडेंसी के खचाखच भरे ‘‘वार्ता सभागार’’ में श्रोताओं की उपस्थिति ने यह दर्शाया कि मध्यप्रदेश के इतिहास से रूबरू होने की भोपाल के नागरिकों में असीमित उत्कंठा है। कुल मिलाकर म.प्र. पर्यटन की यह व्याख्यान माला अपने उद्देश्यों पर पूर्णतः सफल होती प्रतीत होती है।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर श्रोताओं को बताया गया कि म.प्र. पर्यटन द्वारा यह व्याख्यान माला पूरे पर्यटन वर्ष में प्रति माह आयोजित की जावेगी, जिससे देश एवं प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति तक मध्यप्रदेश के गौरवशाली अतीत का इतिहास पहुंचेगा एवं हम आशा करते है कि हमारे गौरवशाली अतीत से परिचित होने पर पर्यटकों का रूझान मध्यप्रदेश की ओर और ज्यादा बढे़गा। म.प्र.पर्यटन द्वारा व्याख्यान कर्ता श्री संगीत वर्मा सहित समस्त श्रोताओं का आभार व्यक्त किया गया।
मध्यप्रदेश पर्यटन इतिहास व्याख्यान माला में परमार शासकों के शासन पर विमर्श
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