भोपाल, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को रेडियो के जरिए किसानों से सीधे बात करते हुए भरोसा दिलाया है कि सरकार उन्हें सूखा के कारण आए इस संकट से उबारने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि किसान को एक लाख का कर्ज लेने पर 90 हजार लौटाने की व्यवस्था की गई है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान देश के तीसरे ऐसे नेता बन गए हैं, जिन्होंने रेडियो के जरिए लोगों से सीधे बात की। राज्य के आकाशवाणी के सभी केंद्रों से प्रसारित 'मुख्यमंत्री की बात किसानों के साथ' कार्यक्रम के जरिए चौहान ने किसानों से कहा कि सूखा से फसलों को हुए नुकसान से हारने की जरूरत नहीं है, सरकार उनके साथ खड़ी है। इस संकट से उन्हें उबारा जाएगा।
चौहान ने किसानों को बताया कि अभी 700 करोड़ रुपये किसानों को बांटे जा रहे हैं, जरूरत तीन हजार करोड़ की है, इसके लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है, जिसके जरिए तीन हजार करोड़ का कर्ज लेने के प्रस्ताव को पारित किया जाएगा। विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र नवम्बर के प्रथम सप्ताह में होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों को तीन फेस पर बिजली देने के लिए सब्सिडी दी जाएगी। किसानों को 12 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है। इससे खेती के उत्पादन की लागत घटाने में मदद मिलेगी। साथ ही शून्य प्रतिशत पर ब्याज भी दिया जा रहा है। किसानों को जितनी ज्यादा से ज्यादा राहत दे सकते हैं उन्हें दी जाएगी। यहां तक कि एक लाख रुपये के कर्ज पर सिर्फ 90 हजार रुपये वापस लौटाने जैसे कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने किसानों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसानों से कर्ज की वसूली स्थगित कर दी गई है, कर्ज का ब्याज सरकार भरेगी, उन्हे एक रुपये के मान से गेहूं और चावल उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा रोजगार के उपलब्ध कराए जाएंगे।
चौहान ने टीकमगढ़ जिले में अध्यापकों द्वारा एक महीने के वेतन की राशि किसानों की राहत के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का उदाहरण देते हुए कहा कि पूरा प्रदेश किसानों के साथ खड़े होने का संदेश दे। मध्यप्रदेश एक परिवार है, यदि किसान खुश है तो नागरिक भी मुस्कुराएंगे, इसलिए सभी लोग किसानों को राहत देने के लिए आगे आए।
मुख्यमंत्री ने किसानों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसानों को संकट से उबारने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। राहत की राशि देने, फसल बीमा की राशि देने, रबी की फसल के लिए खाद-बीज उपलब्ध करवाने, शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज देने, बेटियों की शादी के लिए मदद करने और कर्ज वसूली स्थगित करने जैसे कदम तत्काल प्रभाव से उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को उद्यानिकी के क्षेत्र से भी जोड़ने का अभियान शुरू किया जाएगा। ग्रीन हाऊस, पलीकल्चर, ड्रिप सिंचाई से उन्हें जोड़ा जाएगा। उन्होंने किसानों से कहा कि सबसे बड़ी जरूरत फसल चक्र बदलने की है। एक ही खेत में हर साल एक ही प्रकार की फसल लगाने से उत्पादकता प्रभावित होती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
मप्र में किसान एक लाख के कर्ज पर 90 हजार लौटाएं : शिवराज
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