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Saturday, 07 May 2016 23:10
अगस्तावेस्टलैंड : पूर्व वायुसेना प्रमुख के भाइयों और वकील से पूछताछ
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय वायुसेना के पूर्व अध्यक्ष एस. पी. त्यागी के तीन चचेरे भाइयों से लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी पूछताछ की। 3600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्टलैंड सौदे में कथित दलाली के संबंध में इन तीनों के अलावा शहर के एक वकील गौतम खेतान से भी जांच एजेंसी ने पूछताछ की है।
त्यागी के तीन भाई संजीव, राजीव और संदीप से सीबीआई के दिल्ली स्थित मुख्यालय में आठ घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की गई।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने एस. पी. त्यागी को पूछताछ के लिए सोमवार को फिर अपने मुख्यालय में बुलाया गया है। त्यागी से सोमवार से बुधवार तक सीबीआई ने पूछताछ की थी। पूर्व वायुसेना प्रमुख से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी बृहस्पतिवार को पूछताछ कर चुका है।
अगस्ता मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई ने आईडीएस इंफोटेक लि.(भारत) के अध्यक्ष प्रताप कुमार अग्रवाल और एरोमैट्रिक्स इंफो सोल्यूशन प्राइवेट लि. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण बक्शी को भी पूछताछ के लिए मुख्यालय में उपस्थित होने को कहा है।
अगस्तावेस्टलैंड सौदे में सीबीआई ने वर्ष 2013 में दर्ज प्राथमिकी में फिनमेकेनिका, अगस्तावेस्टलैंड, आईडीएस इंफोटेक लि.(भारत) और एरोमैट्रिक्स इंडिया को नामजद किया था।
प्राथमिकी में एस. पी. त्यागी और उनके चचेरे भाइयों सहित कुल 13 लोगों के नाम हैं। इनमें अगस्ता सौदे के यूरोपीय दलाल भी शामिल हैं।
पूर्व वायुसेना प्रमुख इटली और भारत दोनों जगह आरोपी हैं। इन पर अगस्तावेस्टलैंड को हेलीकाप्टर आपूर्ति का ठेका देने के लिए हेलीकॉप्टर के उड़ने की क्षमता अधिकतम ऊंचाई छह हजार मीटर को घटाकर साढ़े चार हजार मीटर करने का आरोप है।
खेतान पर आरोप है कि उसने रिश्वत की रकम भारत लाने के लिए आवरण के रूप में कंपनियां खोलीं। उसने सीबीआई के समक्ष स्वीकार किया है कि उसने अगस्तावेस्टलैंड के दलाल गुइदो हाश्के और कार्लो गेरोसा से रिश्वत की रकम ली थी। खेतान पहले एयरोमैट्रिक्स बोर्ड का सदस्य भी था।
वर्ष 2013 में भारत ने हेलीकॉप्टर सौदा रद्द कर दिया था। साथ ही सीबीआई को इस सौदे में हुई रिश्वतखोरी की जांच करने को कहा था।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 23:00
उप्र : बेटे ने मां के साथ किया दुष्कर्म, गिरफ्तार
रायपुर, 7 मई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के धोरेघाट गांव से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। एक मानसिक रोगी बेटे ने अपनी मां के साथ दुष्कर्म किया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना गुरुवार सुबह 5 बजे की बताई जा रही है। यूं तो घटना के घंटे भर बाद ही मां ने दाढ़ी थाने जाकर बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, पर पीड़िता का डॉक्टरी मुलाहिजा शुक्रवार को बेमेतरा अस्पताल में करवाया गया।
बेमेतरा जिले के दाढ़ी थाने के प्रभारी मुकेश चंद्रवंशी के मुताबिक, आरोपी 40 वर्षीय हेमलाल आडिले अपनी मां के साथ रहता है। आरोपी के पिता धनीराम आडिले की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। आरोपी शादीशुदा और मानसिक रोगी है, लेकिन उसकी पत्नी साथ में नहीं रहती है।
पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 376, 506 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
--आईएएनएस
घटना गुरुवार सुबह 5 बजे की बताई जा रही है। यूं तो घटना के घंटे भर बाद ही मां ने दाढ़ी थाने जाकर बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, पर पीड़िता का डॉक्टरी मुलाहिजा शुक्रवार को बेमेतरा अस्पताल में करवाया गया।
बेमेतरा जिले के दाढ़ी थाने के प्रभारी मुकेश चंद्रवंशी के मुताबिक, आरोपी 40 वर्षीय हेमलाल आडिले अपनी मां के साथ रहता है। आरोपी के पिता धनीराम आडिले की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। आरोपी शादीशुदा और मानसिक रोगी है, लेकिन उसकी पत्नी साथ में नहीं रहती है।
पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 376, 506 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:40
छत्तीसगढ़ : मुठभेड़ में 2 वर्दीधारी नक्सली ढेर
दंतेवाड़ा, 7 मई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में शनिवार दोपहर पुलिस ने मुठभेड़ में दो वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया, जिनकी शिनाख्त की जा रही है। मौके से दो बंदूक, पाइप बम समेत भारी मात्रा में विस्फोटक एवं नक्सली सामान बरामद किया गया है।
दंतेवाड़ा के एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि कटेकल्याण थाने से पुलिस का संयुक्त बल गश्त सर्चिग के लिए रवाना किया गया था। ग्राम मारजूम के निकट पहाड़ी पर घात लगाए नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में फौरन मोर्चा संभालते हुए पुलिस बल ने भी फायरिंग की। लगभग एक घंटे की मुठभेड़ बाद अंतत: नक्सलियों के पैर उखड़ गए और वे घने जंगल व पहाड़ी की आड़ लेकर भाग गए।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल की सर्चिग के दौरान दो वदीर्धारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनकी शिनाख्त की जा रही है। मौके से दो भरमार बंदूक, एक पाइप बम, जिलेटीन, वर्दियां, बिजली के तार समेत भारी मात्रा में दैनिक उपयोग की वस्तुएं जब्त की गई हैं।
--आईएएनएस
दंतेवाड़ा के एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि कटेकल्याण थाने से पुलिस का संयुक्त बल गश्त सर्चिग के लिए रवाना किया गया था। ग्राम मारजूम के निकट पहाड़ी पर घात लगाए नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में फौरन मोर्चा संभालते हुए पुलिस बल ने भी फायरिंग की। लगभग एक घंटे की मुठभेड़ बाद अंतत: नक्सलियों के पैर उखड़ गए और वे घने जंगल व पहाड़ी की आड़ लेकर भाग गए।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल की सर्चिग के दौरान दो वदीर्धारी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनकी शिनाख्त की जा रही है। मौके से दो भरमार बंदूक, एक पाइप बम, जिलेटीन, वर्दियां, बिजली के तार समेत भारी मात्रा में दैनिक उपयोग की वस्तुएं जब्त की गई हैं।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:30
उप्र : सारा हत्याकांड की जांच को सीबीआई ने डेरा डाला
फिरोजाबाद (उप्र), 7 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। बहुचर्चित सारा हत्याकांड की जांच के लिए सीबीआई ने एक बार फिर फिरोजाबाद जिले में दस्तक दी है। टीम ने सिरसागंज में डेरा डाल लिया है। सिरसागंज के एसओ चंद्रशेखर ने इसकी पुष्टि की है।
पिछले साल नौ जुलाई को लखनऊ से दिल्ली जाते समय सिरसागंज क्षेत्र में हाईवे गुंजन रिसोर्ट के सामने सड़क हादसे में पूर्व मंत्री अमरमणि की पुत्रवधू सारा सिंह की मौत हो गई थी, जबकि पति अमनमणि को खरोंच तक नहीं आई थी।
बेटी की मौत की खबर पर मां सीमा सिंह परिजनों के साथ जिला अस्पताल पहुंचीं और शव को लखनऊ ले गई थीं। लखनऊ में सीमा की मौत को हत्या बताया गया, जिस पर बखेड़ा हो गया था।
वहीं पुलिस ने लखनऊ से आए एक फैक्स के आधार पर अमनमणि को एक अन्य मामले में हिरासत में ले लिया था। इसके बाद मां सीमा सिंह ने बेटी की मौत को हत्या बताते हुए मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी।
कई महीनों की भागदौड़ के बाद कुछ माह पूर्व मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। लखनऊ और दिल्ली से सीबीआई टीम जिले में करीब चार बार आ चुकी है। सुबह एक बार फिर दिल्ली सीबीआई टीम जिले में आ गई है। टीम दिलली के डिप्टी एसपी संदीप मलिक के नेतृत्व में आई है।
टीम ने केवल थाना पुलिस को सूचना दी है। इसके बाद टीम सारा की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है। टीम ने घटनास्थल और उसके आसपास के लोगों से पूछताछ भी की है।
सूत्रों के अनुसार, टीम नर्सिग प्लाजा होटल में ठहरी हुई है। रात्रि में भी टीम ने कई जगह इस मामले के संबंध में जानकारियां जुटाई हैं।
--आईएएनएस
पिछले साल नौ जुलाई को लखनऊ से दिल्ली जाते समय सिरसागंज क्षेत्र में हाईवे गुंजन रिसोर्ट के सामने सड़क हादसे में पूर्व मंत्री अमरमणि की पुत्रवधू सारा सिंह की मौत हो गई थी, जबकि पति अमनमणि को खरोंच तक नहीं आई थी।
बेटी की मौत की खबर पर मां सीमा सिंह परिजनों के साथ जिला अस्पताल पहुंचीं और शव को लखनऊ ले गई थीं। लखनऊ में सीमा की मौत को हत्या बताया गया, जिस पर बखेड़ा हो गया था।
वहीं पुलिस ने लखनऊ से आए एक फैक्स के आधार पर अमनमणि को एक अन्य मामले में हिरासत में ले लिया था। इसके बाद मां सीमा सिंह ने बेटी की मौत को हत्या बताते हुए मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी।
कई महीनों की भागदौड़ के बाद कुछ माह पूर्व मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। लखनऊ और दिल्ली से सीबीआई टीम जिले में करीब चार बार आ चुकी है। सुबह एक बार फिर दिल्ली सीबीआई टीम जिले में आ गई है। टीम दिलली के डिप्टी एसपी संदीप मलिक के नेतृत्व में आई है।
टीम ने केवल थाना पुलिस को सूचना दी है। इसके बाद टीम सारा की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है। टीम ने घटनास्थल और उसके आसपास के लोगों से पूछताछ भी की है।
सूत्रों के अनुसार, टीम नर्सिग प्लाजा होटल में ठहरी हुई है। रात्रि में भी टीम ने कई जगह इस मामले के संबंध में जानकारियां जुटाई हैं।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:30
इंदौर में विमान हवाईपट्टी से फिसला, बड़ा हादसा टला
इंदौर, 7 मई (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में इंदौर हवाईअड्डे पर शनिवार की रात जेट एयरवेज का एक विमान उतरते वक्त हवाईपट्टी से फिसलकर नीचे उतर गया। इस हादसे में किसी यात्री को चोट नहीं आई। एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार की रात इंदौर में बारिश हो रही थी, इसी दौरान दिल्ली से आया विमान अचानक हवाईपट्टी पर उतरते ही फिसल गया और नीचे कच्ची जमीन पर जा पहुंचा। इस दौरान यात्रियों में अफरातफरी मच गई, मगर सभी यात्री सुरक्षित हैं।
यात्रियों को कहना है कि जब विमान फिसला तो उन्हें झटका लगा, मगर उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। विमान फिसलने के मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी से संपर्क किया गया, मगर कोई बात करने को तैयार नहीं हुआ।
--आईएएनएस
सूत्रों के अनुसार, शनिवार की रात इंदौर में बारिश हो रही थी, इसी दौरान दिल्ली से आया विमान अचानक हवाईपट्टी पर उतरते ही फिसल गया और नीचे कच्ची जमीन पर जा पहुंचा। इस दौरान यात्रियों में अफरातफरी मच गई, मगर सभी यात्री सुरक्षित हैं।
यात्रियों को कहना है कि जब विमान फिसला तो उन्हें झटका लगा, मगर उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। विमान फिसलने के मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी से संपर्क किया गया, मगर कोई बात करने को तैयार नहीं हुआ।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:20
मोदी ने महत्वाकांक्षा की खातिर जीएसपीसी का दोहन किया : कांग्रेस
विनायक दत्त
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कारपोरेशन (जीएसपीसी) का बड़े पैमाने पर दोहन अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान दिल्ली के 7, रेसकोर्स रोड तक पहुंचने का खर्च जुटाने के लिए किया।
कांग्रेस ने सर्वोच्च अदालत की निगरानी में इस मामले की जांच की मांग की। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी महासचिव और गुजरात के प्रभारी गुरुदास कामत के नेतृत्व में शनिवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिलकर इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल गुजरात के वरिष्ठ कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने आईएएनएस को बताया, "जीएसपीसी मोदी के पद संभालने के पहले एक मुनाफे में चल रही सरकारी कंपनी थी। उन्होंने अपने पद का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री बनने के सपने को पूरा करने के लिए इस कंपनी से 20,000 करोड़ रुपये का गबन किया।"
गोहिल ने मोदी पर देश से झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा, "2005 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने घोषणा की थी कि जीएससीपी ने कृष्णा-गोदावरी बेसिन (केजी) 20 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस रिजर्व की खोज की है, जिसकी अनुमानित कीमत 2.2 लाख करोड़ रुपये है। लेकिन हाइड्रोकार्बन्स के महानिदेशक ने इस क्षेत्र के गैस की कीमत शून्य बताई।"
कांग्रेस के गुजरात के सचिव अश्विनी सेखरी ने आईएएनएस को बताया, "जीएसपीसी ने बैंकों के समूह से निवेश के लिए 19,576 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन एक भी पैसा लौटाया नहीं गया। और किसी ने कोई पेट्रोलियम गैस भी नहीं पाया।"
सेखरी ने जोर देकर कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल 'मोदी की राजनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए' किया गया। उन्होंने कहा, "हमने राष्ट्रपति से सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच करवाने की अपील की है, ताकि सच्चाई सामने आए।"
गोहिल ने जीएसपीसी पर एक संदिग्ध कंपनी जियो ग्लोबल रिसोर्स को गलत तरीके से ठेका देने का आरोप लगाया।
गोहिल ने कहा, "अभी तक यह नहीं बताया गया है कि महज छह दिन पहले बनी कंपनी जियो ग्लोबल को जीएसपीसी ने क्यों ठेका दे दिया और केवल छह दिनों में कंपनी का कारोबार 3,200 रुपये से 10,000 करोड़ रुपये का हो गया।"
गुजरात विधानसभा में पेश की गई नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जियो ग्लोबल रिसोर्स (इंडिया) इंक की स्थापना कनाडा के कैलगरी शहर में जीन पाल राय ने की थी। इसमें कहा गया है कि जीएसपीसी ने सार्वजनिक धन से 1,734 करोड़ रुपये का निवेश जियो ग्लोबल की तरफ से किया और एक भी रुपया लौटाया नहीं गया।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कारपोरेशन (जीएसपीसी) का बड़े पैमाने पर दोहन अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान दिल्ली के 7, रेसकोर्स रोड तक पहुंचने का खर्च जुटाने के लिए किया।
कांग्रेस ने सर्वोच्च अदालत की निगरानी में इस मामले की जांच की मांग की। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी महासचिव और गुजरात के प्रभारी गुरुदास कामत के नेतृत्व में शनिवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिलकर इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल गुजरात के वरिष्ठ कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने आईएएनएस को बताया, "जीएसपीसी मोदी के पद संभालने के पहले एक मुनाफे में चल रही सरकारी कंपनी थी। उन्होंने अपने पद का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री बनने के सपने को पूरा करने के लिए इस कंपनी से 20,000 करोड़ रुपये का गबन किया।"
गोहिल ने मोदी पर देश से झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा, "2005 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने घोषणा की थी कि जीएससीपी ने कृष्णा-गोदावरी बेसिन (केजी) 20 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस रिजर्व की खोज की है, जिसकी अनुमानित कीमत 2.2 लाख करोड़ रुपये है। लेकिन हाइड्रोकार्बन्स के महानिदेशक ने इस क्षेत्र के गैस की कीमत शून्य बताई।"
कांग्रेस के गुजरात के सचिव अश्विनी सेखरी ने आईएएनएस को बताया, "जीएसपीसी ने बैंकों के समूह से निवेश के लिए 19,576 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन एक भी पैसा लौटाया नहीं गया। और किसी ने कोई पेट्रोलियम गैस भी नहीं पाया।"
सेखरी ने जोर देकर कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल 'मोदी की राजनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए' किया गया। उन्होंने कहा, "हमने राष्ट्रपति से सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच करवाने की अपील की है, ताकि सच्चाई सामने आए।"
गोहिल ने जीएसपीसी पर एक संदिग्ध कंपनी जियो ग्लोबल रिसोर्स को गलत तरीके से ठेका देने का आरोप लगाया।
गोहिल ने कहा, "अभी तक यह नहीं बताया गया है कि महज छह दिन पहले बनी कंपनी जियो ग्लोबल को जीएसपीसी ने क्यों ठेका दे दिया और केवल छह दिनों में कंपनी का कारोबार 3,200 रुपये से 10,000 करोड़ रुपये का हो गया।"
गुजरात विधानसभा में पेश की गई नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जियो ग्लोबल रिसोर्स (इंडिया) इंक की स्थापना कनाडा के कैलगरी शहर में जीन पाल राय ने की थी। इसमें कहा गया है कि जीएसपीसी ने सार्वजनिक धन से 1,734 करोड़ रुपये का निवेश जियो ग्लोबल की तरफ से किया और एक भी रुपया लौटाया नहीं गया।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:20
सूखे पर मुख्यमंत्रियों से मिले मोदी (राउंडअप)
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के विभिन्न भागों में सूखे और पानी की कमी के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों से शनिवार को मिले। उन्होंने कहा कि देश के कुछ भागों में उत्पन्न सूखे की समस्या पर केंद्र, राज्य, स्थानीय निकाय, एनजीओ और नागरिकों सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सूखे के हालात पर समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस. सिद्धारमैया एवं अन्य अधिकारी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सूखे के कारण लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं का निवारण करने के लिए केन्द्र और राज्यों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने सूखे से बचाव के लिए मध्य और दीर्घकालिक समाधानों पर ध्यान केन्द्रित करने का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण और जलाशयों को दोबारा भरने की योजना बनाने के लिए रिमोट सेंसिंग और उपग्रह से चित्र लेने जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने पर बल दिया। वैज्ञानिक परामर्श के आधार पर फसल की पद्धतियों में बदलाव की आवश्यकता, बूंद और छिड़काव सिंचाई (ड्रिप एंड स्प्रिंकलर इरिगैशन) और जल उपयोग की दक्षता बढ़ाने के लिए फर्टिगेशन और बेहतर जल प्रबंधन के लिए विशेषकर महिलाओं सहित समुदाय की भागीदारी पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने शहरी अपशिष्ट जल को उपचारित करके आसपास के इलाकों में खेती बाड़ी में उसका उपयोग करने का भी आह्वान किया। उन्होंने जीपीएस जैसी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए प्रभावित इलाकों में टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाए जाने की स्थिति पर नजर रखने की जरूरत का उल्लेख किया।
बैठक के दौरान इस बात पर भी चर्चा हुई कि जल संरक्षण और जल भरने के प्रयासों के लिए आगामी मानसून से पहले की अवधि का किस प्रकार बेहतर उपयोग किया जाए। इन प्रयासों में गाद निकालने, नदियों में दोबारा जल भरने, चैक डैम और जल भंडारण के अन्य तरीके शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूखे के हालात के कारण लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं के निवारण के लिए किए गए प्रयासों की प्रधानमंत्री को जानकारी दी। इनमें पेयजल का प्रावधान, बुंदेलखंड में जरूरतमंदों के लिए भोजन, रोजगार, मवेशियों के लिए जल और चारा तथा दीर्घ और मध्य कालिक समाधानों के लिए प्रयास शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सच्चे मायनों में लागू करने के लिए भी आरंभिक कदम उठाए हैं।
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश के 50 जिले सूखे की चपेट में हैं, जहां पानी का गंभीर संकट है।
राज्य ने टैंकों, तालाबों और खेत तालाबों सहित 78,000 जलाशयों को फिर चालू करने और बहाल करने, एक लाख नए जलाशयों तथा रिचार्ज स्ट्रक्च र्स के लिए कार्ययोजना साझा की। यह कार्य मनरेगा और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जैसी योजनाओं में उपलब्ध धन का उपयोग करते हुए संपन्न किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि देश में महाराष्ट्र एवं ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सूखे जैसे हालात हैं और गंभीर जल संकट है।
--आईएएनएस
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सूखे के हालात पर समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस. सिद्धारमैया एवं अन्य अधिकारी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सूखे के कारण लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं का निवारण करने के लिए केन्द्र और राज्यों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने सूखे से बचाव के लिए मध्य और दीर्घकालिक समाधानों पर ध्यान केन्द्रित करने का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण और जलाशयों को दोबारा भरने की योजना बनाने के लिए रिमोट सेंसिंग और उपग्रह से चित्र लेने जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने पर बल दिया। वैज्ञानिक परामर्श के आधार पर फसल की पद्धतियों में बदलाव की आवश्यकता, बूंद और छिड़काव सिंचाई (ड्रिप एंड स्प्रिंकलर इरिगैशन) और जल उपयोग की दक्षता बढ़ाने के लिए फर्टिगेशन और बेहतर जल प्रबंधन के लिए विशेषकर महिलाओं सहित समुदाय की भागीदारी पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने शहरी अपशिष्ट जल को उपचारित करके आसपास के इलाकों में खेती बाड़ी में उसका उपयोग करने का भी आह्वान किया। उन्होंने जीपीएस जैसी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए प्रभावित इलाकों में टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाए जाने की स्थिति पर नजर रखने की जरूरत का उल्लेख किया।
बैठक के दौरान इस बात पर भी चर्चा हुई कि जल संरक्षण और जल भरने के प्रयासों के लिए आगामी मानसून से पहले की अवधि का किस प्रकार बेहतर उपयोग किया जाए। इन प्रयासों में गाद निकालने, नदियों में दोबारा जल भरने, चैक डैम और जल भंडारण के अन्य तरीके शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूखे के हालात के कारण लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं के निवारण के लिए किए गए प्रयासों की प्रधानमंत्री को जानकारी दी। इनमें पेयजल का प्रावधान, बुंदेलखंड में जरूरतमंदों के लिए भोजन, रोजगार, मवेशियों के लिए जल और चारा तथा दीर्घ और मध्य कालिक समाधानों के लिए प्रयास शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सच्चे मायनों में लागू करने के लिए भी आरंभिक कदम उठाए हैं।
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश के 50 जिले सूखे की चपेट में हैं, जहां पानी का गंभीर संकट है।
राज्य ने टैंकों, तालाबों और खेत तालाबों सहित 78,000 जलाशयों को फिर चालू करने और बहाल करने, एक लाख नए जलाशयों तथा रिचार्ज स्ट्रक्च र्स के लिए कार्ययोजना साझा की। यह कार्य मनरेगा और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जैसी योजनाओं में उपलब्ध धन का उपयोग करते हुए संपन्न किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि देश में महाराष्ट्र एवं ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सूखे जैसे हालात हैं और गंभीर जल संकट है।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:10
मोदी की पत्नी ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए
उज्जैन, 7 मई (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ के दौरान होने वाले 'वैचारिक कुंभ' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा लेने आ रहे हैं। उनके आने से पहले शनिवार को उनकी पत्नी जसोदा बेन ने कुंभ स्नान किया और महाकाल के दर्शन किए।
महाकाल मंदिर से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि जसोदा बेन ने शनिवार की दोपहर में सामान्य श्रद्धालु की तरह कतार में लगकर महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ परिवार के कुछ सदस्य भी थे।
सिंहस्थ कुंभ के दौरान ननोरा में 12 से 14 मई तक वैचारिक कुंभ (अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी) होने वाला है, जिसमें 14 मई को प्रधानमंत्री मोदी शिरकत करने वाले हैं।
--आईएएनएस
महाकाल मंदिर से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि जसोदा बेन ने शनिवार की दोपहर में सामान्य श्रद्धालु की तरह कतार में लगकर महाकाल के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ परिवार के कुछ सदस्य भी थे।
सिंहस्थ कुंभ के दौरान ननोरा में 12 से 14 मई तक वैचारिक कुंभ (अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी) होने वाला है, जिसमें 14 मई को प्रधानमंत्री मोदी शिरकत करने वाले हैं।
--आईएएनएस
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Saturday, 07 May 2016 22:10
द्रमुक के साथ भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देंगे : राहुल
मदुरै, 7 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को भ्रष्टाचार को लेकर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के खिलाफ जमकर बरसे। उन्होंने भरोसा दिया कि यदि 16 मई हो होने जा रहे विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) गठबंधन की जीत होती है तो जनता को एक साफ-सुथरी सरकार मुहैया कराई जाएगी।
मंदिरों वाले इस शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, "तमिलनाडु में भ्रष्टाचार एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। भ्रष्टाचार के डर से नए उद्योग राज्य में नहीं आ रहे हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु स्टील, पेट्रोकेमिकल और अन्य उद्योगों में पिछड़ गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि राज्य को ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है जो अपने घर की चारदीवारी में बंद रहे और राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को देखने के लिए बाहर नहीं निकले।
उन्होंने कहा, "मैं दिल्ली से आ सकता हूं लेकिन मुख्यमंत्री अपने घर से नहीं निकल सकतीं।"
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने के. कामराज और एम. जी. रामचंद्रन से के. करुणानिधि की तुलना की। उन्होंने कहा कि ये जनता की सुनते हैं, उनसे मिलते हैं और उन्हें समझते हैं। दूसरी ओर जयललिता ने यह मान लिया है कि उन्हें किसी से मिलने की जरूरत नहीं है। उनका विचार है कि ऐसा कुछ भी नहीं जिसके बारे में उन्हें राज्य में कोई उनसे कुछ कह सके।
गांधी ने कहा, "राज्य में ऐसी सरकार की जरूरत नहीं है जो विरोध को कुचल डाले।"
ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (एआईडीएमके) पर बरसते हुए उन्होंने कहा, "मुफ्त में पंखा और मिक्सी जैसी पांच हजार रुपये की चीजें जनता को देकर सरकार शराब की बिक्री से 60 हजार रुपये प्रति परिवार ले ले रही है।"
गांधी ने कहा, "कांग्रेस-द्रमुक की सरकार राज्य में शराब बंद करेगी। उन्होंने राज्य के थेनी जिले की नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली सत्या की कहानी कही जो शराब की वजह से अपने पिता को खो चुकी है।"
उसकी मां भी उसके कुछ ही दिनों बाद चल बसी। अब सत्या अनाथ है।
राहुल गांधी ने कहा कि उस लड़की का नाम सत्या है और जिसका अर्थ सत्य है। तमिलनाडु का सत्य यही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में भूमिहीन कृषि मजदूरों की संख्या सबसे अधिक है। तमिलनाडु के 90 फीसदी दलित भूमिहीन हैं।
--आईएएनएस
मंदिरों वाले इस शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, "तमिलनाडु में भ्रष्टाचार एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। भ्रष्टाचार के डर से नए उद्योग राज्य में नहीं आ रहे हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु स्टील, पेट्रोकेमिकल और अन्य उद्योगों में पिछड़ गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि राज्य को ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है जो अपने घर की चारदीवारी में बंद रहे और राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को देखने के लिए बाहर नहीं निकले।
उन्होंने कहा, "मैं दिल्ली से आ सकता हूं लेकिन मुख्यमंत्री अपने घर से नहीं निकल सकतीं।"
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने के. कामराज और एम. जी. रामचंद्रन से के. करुणानिधि की तुलना की। उन्होंने कहा कि ये जनता की सुनते हैं, उनसे मिलते हैं और उन्हें समझते हैं। दूसरी ओर जयललिता ने यह मान लिया है कि उन्हें किसी से मिलने की जरूरत नहीं है। उनका विचार है कि ऐसा कुछ भी नहीं जिसके बारे में उन्हें राज्य में कोई उनसे कुछ कह सके।
गांधी ने कहा, "राज्य में ऐसी सरकार की जरूरत नहीं है जो विरोध को कुचल डाले।"
ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (एआईडीएमके) पर बरसते हुए उन्होंने कहा, "मुफ्त में पंखा और मिक्सी जैसी पांच हजार रुपये की चीजें जनता को देकर सरकार शराब की बिक्री से 60 हजार रुपये प्रति परिवार ले ले रही है।"
गांधी ने कहा, "कांग्रेस-द्रमुक की सरकार राज्य में शराब बंद करेगी। उन्होंने राज्य के थेनी जिले की नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली सत्या की कहानी कही जो शराब की वजह से अपने पिता को खो चुकी है।"
उसकी मां भी उसके कुछ ही दिनों बाद चल बसी। अब सत्या अनाथ है।
राहुल गांधी ने कहा कि उस लड़की का नाम सत्या है और जिसका अर्थ सत्य है। तमिलनाडु का सत्य यही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में भूमिहीन कृषि मजदूरों की संख्या सबसे अधिक है। तमिलनाडु के 90 फीसदी दलित भूमिहीन हैं।
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Saturday, 07 May 2016 22:00
उप्र : आर्थिक तंगी झेल किसान ने फांसी लगाई
फतेहपुर (उप्र), 7 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक किसान ने शुक्रवार रात घर के बाहर नीम के पेड़ में फंदा डालकर फांसी लगा ली। लोगों ने शनिवार सुबह उसका शव पेड़ से लटकता देखा।
किसान की अचानक मौत से घर और गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
थाना चांदपुर के बिजौली गांव के पचास वर्षीय किसान अनिल के पास मात्र ढाई बीघे की जमीन है। वही उसके परिवार को भरण पोषण का सहारा है। लगातार सूखे की स्थित के चलते आर्थिक स्थित काफी बिगड़ जाने से वह परेशान था। शुक्रवार देर रात रोज की तरह खा पीकर सो गया।
आधी रात को उसने घर के बाहर खड़े नीम के पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी। भोर में उसका भाई उठा तो पेड़ से शव को लटकता देखा। कोहराम मचा, शोर-शराबा होने पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी।
चांदपुर के एसओ ने बताया कि किसान पत्नी के कैंसर से भी दुखी रहता था। मृतक अनिल के बेटे अमित का कहना है कि दो साल से सूखे की मार झेलने के बाद परिवार आर्थिक तंगी झेल रहा था।
अमित ने कहा, "पिता जी हमेशा चिंता में डूबे रहते थे। लगता है, तनाव में आकर उन्होंने फांसी लगा ली।"
मृत किसान के परिवार में पत्नी और 6 बच्चे हैं। बड़ा बेटा विवाहित है, दो बेटियों की शादी बाकी है।
--आईएएनएस
किसान की अचानक मौत से घर और गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
थाना चांदपुर के बिजौली गांव के पचास वर्षीय किसान अनिल के पास मात्र ढाई बीघे की जमीन है। वही उसके परिवार को भरण पोषण का सहारा है। लगातार सूखे की स्थित के चलते आर्थिक स्थित काफी बिगड़ जाने से वह परेशान था। शुक्रवार देर रात रोज की तरह खा पीकर सो गया।
आधी रात को उसने घर के बाहर खड़े नीम के पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी। भोर में उसका भाई उठा तो पेड़ से शव को लटकता देखा। कोहराम मचा, शोर-शराबा होने पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी।
चांदपुर के एसओ ने बताया कि किसान पत्नी के कैंसर से भी दुखी रहता था। मृतक अनिल के बेटे अमित का कहना है कि दो साल से सूखे की मार झेलने के बाद परिवार आर्थिक तंगी झेल रहा था।
अमित ने कहा, "पिता जी हमेशा चिंता में डूबे रहते थे। लगता है, तनाव में आकर उन्होंने फांसी लगा ली।"
मृत किसान के परिवार में पत्नी और 6 बच्चे हैं। बड़ा बेटा विवाहित है, दो बेटियों की शादी बाकी है।
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खरी बात
तो ये है देश का इकनॉमिक मॉडल
पुण्य प्रसून बाजपेयी गुजरात में पाटीदारों ने आरक्षण के लिए जो हंगामा मचाया- जो तबाही मचायी । राज्य में सौ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति स्वाहा कर दी उसका फल...
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