नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण एशियाई खेल भारत के युवाओं खासकर उत्तर पूर्व के युवाओं को खेलने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। केंद्रीय खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने रविवार को यह बात कही।
सोनोवाल ने यह बात 12वें दक्षिण एशियाई खेलों की मशाल को आगे बढ़ाने पर कही। भारत इस साल होने वाले दक्षिण एशियाई खेलों की मेजबानी करेगा। खेलों का आयोजन पांच फरवरी से 16 फरवरी तक गुवाहाटी और शिलांग में होगा।
सोनोवाल की मौजूदगी में मशाल रिले समारोह का आयोजन मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में किया गया था। इस समारोह में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान जफर इकबाल, पूर्व बैडमिंटन दिग्गज पुलेला गोपीचंद और पूर्व महिला भारोत्तलाक कुंजारानी देवी शामिल थीं।
भारतीय खेल प्रधिकरण (साई) ने विज्ञप्ति में सोनोवाल के हवाले से लिखा है, "दक्षिण एशियाई खेल एकजुटता, शांति और सद्भाव के प्रतीक हैं। खिलाड़ी हर देश के खेल राजदूत होते हैं। यह खेल युवाओं को प्रोत्साहित करेंगे।"
दक्षिण एशियाई खेलों में कई तरह के खेलों का आयोजन किया जाता है। इसमें दक्षिण एशिया के कई खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इन खेलों का प्रारूप ओलम्पिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसा ही होता है।
12वें दक्षिण एशियाई खेलों में आठ देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे जिनमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
इन आठ देशों के 3,500 खिलाड़ी और खेल अधिकारियों के यहां हिस्सा लेने की संभावनाएं हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
खरी बात
'इंक अटैक' सस्ती लोकप्रियता, सुरक्षा पर भारी
अब स्याही फेंकना अहिंसक तरीके से अपनी बात कहने का माध्यम बनता जा रहा है या फिर एक अपरंपरागत तरीके से सोशल मीडिया, समाचार चैनलों के इस दौर में चर्चित...
आधी दुनिया
सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई
उपासना बेहार “.....ज्ञान बिना सब कुछ खो जावे,बुद्धि बिना हम पशु हो जावें, अपना वक्त न करो बर्बाद,जाओ, जाकर शिक्षा पाओ......” सावित्रीबाई फुले की कविता का अंश अगर सावित्रीबाई फुले...