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नाभिकीय व नवीकरणीय ऊर्जा के बीच तुलना की जरूरत नहीं : रोसेटम प्रमुख
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जाट आरक्षण से रोक हटाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका

नाभिकीय व नवीकरणीय ऊर्जा के बीच तुलना की जरूरत नहीं : रोसेटम प्रमुख

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उत्तरी कमान के 400 से ज्यादा सैनिक एसएसबी में चयनित

शैंडोंग प्रांत में समस्याग्रस्त टीकों की सूची सार्वजनिक

जिनान, 21 मार्च (आईएएनएस/सिन्हुआ)। पूर्वी चीन के शैंडोंग प्रांत के खाद्य तथा औषधि प्रशासन ने सोमवार को साल 2011 से 18 प्रांतों में अवैध तरीके से बेचे गए टीकों की एक सूची को सार्वजनिक की है।

इनमें 12 टीके, दो प्रतिरक्षा ग्लोब्युलिन और एक चिकित्सीय उत्पाद शामिल है, जो कथित तौर पर एक मां और उसकी बेटी द्वारा बेचे गए थे। इन दोनों आरोपी महिलाओं को शैंडोंग से गिरफ्तार किया गया था। चीन का औषधि नियामक और पुलिस इन दवाओं का पता लगाने की कोशिश कर रही है। इन टीकों का बाजार मूल्य करीब 57 करोड़ युआन (8.8 करोड़ डॉलर) है, जिनका रखरखाव उचित तरीके से नहीं किया गया था।

पुलिस ने इस प्रकरण में शामिल दवा कपंनियों और वितरकों को दवाओं के प्रसार के बारे में जानकारी मुहैया कराने के लिए 25 मार्च तक की मोहलत दी है। इन दो महिलाएं पर लाभ कमाने के लिए अनुचित रखरखाव वाली इन टीकों की खरीद और बिक्री का आरोप है।

दवाएं हालांकि योग्य कपंनियों द्वारा उत्पादित हैं, लेकिन इन दवाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए मानक वातावरण का ध्यान नहीं रखा गया, जिस वजह से इनकी गुणवत्ता की गारंटी नहीं दी जा सकती है।

इस तरह की टीकों के उपयोग से दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जो विकलांगता और मृत्यु का कारण बन सकते हैं।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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  • नाभिकीय व नवीकरणीय ऊर्जा के बीच तुलना की जरूरत नहीं : रोसेटम प्रमुख
    अंजलि ओझा
    मॉस्को, 1 जून (आईएएनएस)। रूस के परमाणु ऊर्जा निगम रोसेटम के प्रमुख सर्गेई किरियेंको ने कहा है कि नाभिकीय ऊर्जा तथा नवीकरणीय ऊर्जा के बीच तुलना करने की कोई जरूरत नहीं है।

    भारतीय पत्रकारों के एक चयनित समूह से यहां किरियेंको ने जोर देते हुए कहा कि कार्बन मुक्त अर्थव्यवस्था पाने के लिए नवीकरणीय व नाभिकीय ऊर्जा को मिश्रित करने की जरूरत है।

    रूस के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके किरियेंको ने कहा, "हमें नवीकरणीय ऊर्जा और नाभिकीय ऊर्जा के बीच तुलना करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर ऊर्जा के एक ही स्रोत पर निर्भर रहा जाए, तो इससे अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ेगा।"

    उन्होंने कहा, "उद्योगों के लिए बेहद अधिक ऊर्जा आपूर्ति की जरूरत है। हमें ऊर्जा की कुछ बुनियादी जरूरतें भी हैं। ये बुनियादी जरूरतें ऊर्जा नाभिकीय ऊर्जा से सुनिश्चित की जा सकेंगी।"

    उन्होंने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा पूरक हो सकता है।

    किरियेंको ने कहा, "सऊदी अरब, ब्राजील, मिस्र तथा जॉर्डन जैसे देश, जिनके पास सूरज की रोशनी (सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए) की कमी नहीं है, वैसे देश भी नाभिकीय ऊर्जा की ओर रुख कर रहे हैं।"

    --आईएएनएस
  • अमेरिका में जीका वायरस से संक्रमित बच्चे का जन्म

    वाशिंगटन, 1 जून (आईएएनएस)। अमेरिका के न्यूजर्सी राज्य में जीका वायरस से संक्रमित एक बच्चे का जन्म हुआ है जो इस वायरस के कारण माइक्रोसेफेली रोग से पीड़ित है। अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

    हैकेनसेक यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के मैटरनल और फोइटल मेडिसिन के निदेशक अब्दुल्ला अल कहान ने मंगलवार को बताया कि सिजेरियन डिलीवरी से इस बच्चे का जन्म हुआ है और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और उनकी हालत स्थिर है।

    सीएनएन की रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि बच्चे की मांग इलाज के लिए होंडोरास से अमेरिका आई थी और डॉक्टरों ने पहली बार उसकी जांच 27 मई को की थी।

    अल कहान के मुताबिक अल्ट्रासाउंड स्क्रीनिंग से बच्चे के माइक्रोसेफेलिस से पीड़ित होने का पता चला। इस बीमारी के कारण हड्डियां कड़ी हो जाती हैं और मस्तिष्क की नसों को नुकसान पहुंचता है।

    डॉक्टरों का मानना है कि महिला की गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान वह जीका वायरस से संक्रमित हुई होगी। उन्हें बुखार हुआ था और त्वचा पर दाने निकले थे, जो कि मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है।

    अल कहान ने बताया कि जब महिला में जीका के संक्रमण के लक्षणों का पता चला तो पाया गया कि बच्चे का विकास भी प्रभावित हो रहा है।

    अल कहान ने बताया कि अमेरिका में जीका संक्रमित बच्चे के पैदा होने का यह तीसरा मामला है।

    --आईएएनएस
  • लड़की ने इज्जत बचाने के लिए आग लगाई
    फिरोजाबाद, 1 जून (आईएएनएस/आईपीएन)। रामगढ़ थाना क्षेत्र के छिदामुलनगर पटेल कारखाने के पास रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने मंगलवार को आग लगा ली, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई। लड़की ने कहा है कि उसने अपनी इज्जत बचाने के लिए यह कदम उठाया। उसने पड़ोस के एक लड़के पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। लड़की को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    पुलिस के अनुसार, थाना रामगढ़ क्षेत्र के छिदामुलनगरपटेल कारखाने के पास रहने वाली लगभग 14 वर्षीय किशोरी ने मंगलवार सुबह आग लगा ली। उसे उपचार के लिए सरकारी ट्रॉमा सेन्टर में भर्ती कराया गया है।

    पुलिस के अनुसार, किशोरी ने कहा कि उसकी मां घर से बाहर गई हुई थी, घर पर वह अकेली थी, उसी दौरान मुहल्ले के रहीश नामक युवक उसके घर में घुस गया, और लड़की के साथ छेड़छाड़ करने लगा। जब किशोरी ने शोर मचाने का प्रयास किया, तो लड़के ने उसको डराया-धमकाया। उसी दौरान उसने घर में रखे मिट्टी के तेल को अपने ऊपर डाल लिया, जिसे देख लड़का घर से भाग निकला, और किशोरी ने स्वयं को आग के हवाले कर दिया।

    किशोरी की चीख-पुकार सुनकर आप-पास के लोग मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी होने पर मां भी घर आई। उसे आनन-फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।

    घटना की जानकारी होने पर एसपी सिटी संजीव कुमार वाजपेयी, नगर क्षेत्राधिकारी ओमकार सिंह यादव, थानाध्यक्ष रामगढ़ प्रवेश कुमार अस्पताल पहुंचे, जहां पुलिस ने किशोरी का बयान दर्ज किया।

    पुलिस ने युवक के खिलाफ मामर्ला दर्ज कर लिया और उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

    -- आईएएनएस
  • कैलाश यात्रा के लिए नेपाल के रास्ते से बचने को कहा
    काठमांडू, 1 जून (आईएएनएस)। नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा गया है कि जो श्रद्धालु कैलाश-मानसरोवर की यात्रा नेपाल के रास्ते करना चाहते हैं, वे इससे परहेज करें क्योंकि मौसम के बहुत खराब रहने की भविष्यवाणी की गई है।

    दूतावास ने एक बयान में कहा, "चूंकि आने वाले हफ्तों में मौसम की स्थिति और खराब होने वाली है, इसलिए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे कैलाश पर्वत और पवित्र मानसरोवर झील तक जाने के लिए नेपालगंज-सिमिकोट-हिलसा मार्ग से परहेज करें।"

    नेपालगंज-सिमिकोट-हिलसा मार्ग को कठिन माना जाता है, लेकिन बहुत सारे भारतीय चीन की सीमा के करीब इसी खतरनाक मार्ग को प्राथमिकता देते हैं।

    बड़ी संख्या में भारतीय नेपालगंज-सिमिकोट-हिलसा मार्ग से होकर कैलाश-मानसरोवर यात्रा के लिए अपने स्तर से व्यवस्था करते हैं।

    दूतावास ने कहा कि खराब मौसम की वजह से काफी लोग हिलसा और सिमिकोट में ठहरने और खाने की समस्या का सामना करते हैं।

    मौसम बहुत खराब रहने की वजह से हिलसा से सिमिकोट हेलीकॉप्टर से और सिमिकोट से नेपालगंज विमान से लोगों को निकालकर ले जाना संभव नहीं हो पाता।

    केवल इसी हफ्ते 500 से अधिक भारतीय हिलसा और सिमिकोट में फंस गए थे और अधिकारियों को उन्हें वहां से निकालने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

    इन सभी तीर्थ यात्रियों को निजी भारतीय टूर आपरेटर लाए थे और उन्हीं ने उनकी यात्रा एवं रहने खाने का इंतजाम किया था।

    इनमें से अधिकतर को हिलसा-सिमिकोट इलाके से नेपाली सुरक्षा अधिकारियों की मदद से हवाई मार्ग से निकाला गया।

    भारतीय दूतावास ने कहा है कि नेपाल सरकार और यात्रा संचालकों की सहायता से तीर्थयात्रियों को हिलसा से सिमिकोट और सिमिकोट से नेपालगंज से समय से बाहर निकालने की हर संभव व्यवस्था की जा रही है।

    हालांकि, खराब मौसम नियमित हवाई सेवा में बाधा डाल रहा है, इस वजह से हिलसा और सिमिकोट में जो लोग फंसे हैं उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

    हर साल कैलाश-मानसरोवर यात्रा जून से सितंबर तक होती है।

    भारतीय विदेश मंत्रालय तीर्थयात्रियों को दो मार्गो से कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर भेजता है। ये हैं उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे से होकर जो 25 दिन की यात्रा है और सिक्किम के नाथु ला से होकर जो यात्रा 23 दिन में पूरी होती है।

    --आईएएनएस
  • दाभोलकर हत्याकांड : सीबीआई ने पुणे, रायगढ़ में की छापेमारी
    मुंबई, 1 जून (आईएएनएस)। भारतीय तर्कवादी व महाराष्ट्र के लेखक नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को दो संदिग्ध दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के पुणे तथा रायगढ़ के पनवेल स्थित घर पर छापेमारी की।

    छापेमारी के दौरान सीबीआई ने कहा कि उसे कुछ दस्तावेज, मोबाइल नंबर, ई-मेल तथा अन्य सामग्री मिली है, जिसकी जांच की जानी है।

    एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने नौ मार्च, 2014 को एक मामला दायर किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई सामने आई है। दाभोलकर की 20 अगस्त, 2013 में हत्या कर दी गई थी।

    दाभोलकर (68) की मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात लोगों ने उनके घर के निकट सुबह 7.20 बजे के आसपास गोली मारकर हत्या कर दी थी।

    मामले की पहले पुणे की डेक्कन पुलिस थाने ने जांच की, बाद में जांच को सीबीआई के हवाले कर दिया गया।

    दाभोलकर की दिनदहाड़े हुई हत्या के तीन साल बाद भी हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। हत्या का शक कुछ दक्षिणपंथी समूहों तथा कार्यकर्ताओं पर है।

    दाभोलकर के कई दशकों के अभियान के कारण महाराष्ट्र काला जादू सहित अंधविश्वास की कई प्रथाओं के खिलाफ कानून बनाने वाला पहला राज्य बना। ऐसा हालांकि उनकी मौत के बाद हो सका।

    --आईएएनएस
  • बिहार : 12वीं में टॉप करने वालों पर उठे सवाल,जांच का आदेश (लीड-1)
    पटना, 1 जून (आईएएनएस)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने 12वीं (इंटरमीडिएट) के विज्ञान और कला संकाय में पांच टॉप करने वालों के परीक्षाफल की जांच के आदेश दिए हैं।

    टॉप करने वालों पर उठ रहे सवाल को गंभीरता से लेते हुए समिति ने शीर्ष पांच स्थान में जगह बनाने वाले विद्यार्थियों के साक्षात्कार और उनकी लिखित परीक्षा लेने का फैसला किया है। राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

    चौधरी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि समिति द्वारा 12वीं टॉप करने वालों के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि टॉपर्स की कॉपियों में हेराफेरी का खेल विभाग पर कलंक लगाने वाला है। इस मामले में जो भी पदाधिकारी और कर्मचारी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि उच्चस्तरीय टीम 10 दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट देगी। जांच रिपोर्ट में अगर विद्यालय भी दोषी पाया गया, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।

    इस वर्ष कला संकाय की टॉपर रूबी राय हैं। उन्होंने कुल 500 अंक में से 444 अंक हासिल किए हैं। जब मीडिया के लोगों ने उनसे पूछा कि राजनीति विज्ञान में किस विषय की पढ़ाई होती है, तो रूबी ने खाना बनाना सिखाने की बात कही थी। इसके बाद परीक्षा परिणाम पर सवाल उठाए जाने लगे। इसी तरह, विज्ञान संकाय के टॉपर सौरभ श्रेष्ठ भी कई सामान्य प्रश्नों का जवाब नहीं दे पाए।

    शिक्षा क्षेत्र में माफियाओं के वर्चस्व की बात स्वीकारते हुए चौधरी ने कहा कि विभाग क्षेत्र में सक्रिय माफिया गैंग पर भी कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। कुछ विद्यालयों में दक्षिण भारत के राज्यों के छात्र दाखिला लेते हैं और पास होने की डिग्री लेकर चले जाते हैं।

    समिति के अध्यक्ष प्रो़ लालकेश्वर प्रसाद ने आईएएनएस से कहा कि दोनों संकायों के पांच टॉपर को तीन जून को बोर्ड कार्यालय बुलाया गया है। बोर्ड द्वारा गठित समिति इनका साक्षात्कार लेगी। लिखित परीक्षा भी ली जाएगी। इसके बाद समिति बोर्ड नियमों के अनुसार फैसला करेगी।

    प्रसाद ने कहा कि कॉपियों में जो लिखा गया था, उसके आधार पर अंक दिए गए हैं। परीक्षा प्रशासन की देखरेख में हुई। कपियों की जांच शिक्षकों ने की है। गड़बड़ी किस स्तर पर हुई है, इसकी जांच की जा रही है।

    उन्होंने कहा कि बोर्ड ने टॉपरों की जो सूची जारी की थी, उसमें पहले ही बता दिया गया था कि यह अस्थाई सूची है और इसमें बदलाव हो सकता है। जांच के बाद पिछले साल भी कई टॉपर बदले गए थे।

    --आईएएनएस

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