BREAKING NEWS
चीन के विदेश मंत्री कनाडा के दौरे पर जाएंगे।
शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में मजबूती
चीन के युआन में डॉलर के मुकाबले कमजोरी
तुर्की में दोहरे बम धमाके, 6 मरे, 20 घायल
सऊदी अरब की 4 मस्जिदों में गैर मुसलमानों के प्रवेश को मंजूरी
चीन के शेयर मिले-जुले रुख के साथ खुले
नेतन्याहू की पत्नी पर जालसाजी का आरोप तय करने की संस्तुति
युवाओं को तंबाकू की लत लगने से रोकें : नड्डा
चेस्टर ली स्ट्रीट टेस्ट : दूसरा टेस्ट भी इंग्लैंड के नाम
पीईसी विश्वविद्यालय में खुलेगा कल्पना चावल पीठ

LIVE News

चीन के विदेश मंत्री कनाडा के दौरे पर जाएंगे।

शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में मजबूती

चीन के युआन में डॉलर के मुकाबले कमजोरी

तुर्की में दोहरे बम धमाके, 6 मरे, 20 घायल

सऊदी अरब की 4 मस्जिदों में गैर मुसलमानों के प्रवेश को मंजूरी

कहां से आती है मनुष्यों में कल्पनाशीलता?


न्यूयार्क, 21 मार्च (आईएएनएस)। वैज्ञानिकों का मानना है कि मनुष्यों में यह विशिष्ट क्षमता होती है कि वह किसी विचार या वस्तु को पहले से देखे बिना उसके बारे में कल्पना कर सकता है। लेकिन इसके पीछे के तंत्रिका तंत्र के बारे में हम काफी कम जानते हैं।

बोस्टन विश्वविद्यालय के एंड्रे वेशेडस्की को अपने प्रयोग से यह जानकारी मिली है कि कल्पनाशीलता की प्रक्रिया जिसे मेंटल सिंथेसिस भी कहा जा सकता है, पहले से दिमाग में प्राप्त तस्वीरों, दृश्यों और संपकल्पनाओं को मानसिक रूप से मिलाने का नतीजा है।

प्रयोग के दौरान उन्होंने पाया कल्पनाशीलता की क्रिया के दौरान दो विविध प्रकार की अनुभूतियों या दृश्यों से जुड़े न्यूरॉन एक साथ क्रियाशील हो जाते हैं।

यह शोध रिसर्च आइडिया एंड आउटकम जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

एंड्रे वेशेडस्की का कहना है, "चूंकि शोधकर्ता किसी एक मरीज में प्राय: विभिन्न वस्तुओं से जुड़े न्यूरॉन की पहचान कर लेते हैं। तो विभिन्न वस्तुओं से जुड़े न्यूरॉनों को अलग-अलग समूहों में मिलाकर अध्ययन किया जा सकता है। इसके अलावा एक मानसिक स्थिति में दो या दो से ज्यादा वस्तुओं के आकार बदलने की जांच की जा सकती है।"

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Related items

  • पोर्नोग्राफी से बढ़ता है धर्म के प्रति झुकाव : अध्ययन


    न्यूयॉर्क, 30 मई (आईएएनएस)। आप इसे विचित्र कह सकते हैं, लेकिन ओक्लाहोमा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि जो लोग हफ्ते में एक बार से अधिक अश्लील फिल्म (पोर्नोग्राफी) देखते हैं उनमें धार्मिक होने का अधिक रुझान रहता है। यह उनके साथ जुड़े अपराध भाव की वजह से हो सकता है।

    समाजशास्त्र एवं धार्मिक अध्ययन मामलों के सहायक प्रोफेसर और इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता सैमुएल र्पेी के अनुसार, "अश्लील चित्र देखना दोषी महसूस करने के लिए प्रेरित कर सकता है खासकर जब कोई व्यक्ति अपने धर्म के नियम का उल्लंघन कर रहा हो।"

    'सेक्स रिसर्च' नामक जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन रिपोर्ट में उन्होंने कहा है, ' पोर्नोग्राफी देखने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है, हो सकता है कि लोग अपने व्यवहार को तर्कसंगत बनाने या जिनसे लगता है कि वे कसूरवार हैं उससे बाहर आने के लिए यह उन्हें धर्म की ओर मोड़ती है।"

    इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों पर छह साल तक नजर रखी और इस अवधि में उन्होंने पोर्नोग्राफी कितनी देखी और धार्मिक कितने रहे, इसका आकलन किया।

    इस नमूने में देश भर का प्रतिनिधित्व करने वाले 1314 लोगों के एक समूह को शामिल किया गया। इस समूह ने पोर्नोग्राफी इस्तेमाल और धार्मिक आदतों से जुड़े सवालों का जवाब दिया।

    अध्ययन में कहा गया है कि उम्र और लिंग जैसे नियंत्रक कारकों के बाद पोर्नोग्राफी को कम धार्मिकता से जुड़ा देखा जा रहा था। यह स्थिति तब रही जब तक पोर्नोग्राफी हफ्ते में एक बार से अधिक नहीं हो गई। ऐसी स्थिति में धार्मिकता बढ़ गई।

    इस शोध के लेखकों ने कहा लिखा है कि विद्वान जहां यह मानते हैं कि अधिक धार्मिक होने से पोर्नोग्राफी का इस्तेमाल कम होगा किसी ने भी अनुभव के आधार पर इसकी जांच नहीं की कि क्या इसका उल्टा भी सच हो सकता है।

    इस अध्ययन निष्कर्ष से पता चलता है कि पोर्नोग्राफी देखने से हो सकता है कि कुछ पैमाने पर धार्मिकता में कमी आए लेकिन इसका चरम स्तर वास्तव में धर्म के प्रति झुकाव को बढ़ा सकता है या कम से कम धर्म की ओर ले जाने में अधिक सहायक हो सकता है।

    --आईएएनएस

  • चाड के पूर्व राष्ट्रपति को आजीवन कारावास की सजा

    डकार, 30 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। सेनेगल की राजधानी डकार में अफ्रीकी संघ द्वारा स्थापित एक विशेष अदालत ने चाड के पूर्व राष्ट्रपति हिसेन हाब्रे को युद्ध अपराधों में संलिप्तता के लिए सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

    अदालत ने हाब्रे को दुष्कर्म, यौन दास बनाने, आत्महत्या के लिए उकसाने, व्यापक तौर पर मानव तस्करी, अपहरण, उत्पीड़न तथा युद्ध अपराधों में दोषी पाया। उन्हें मानवता के खिलाफ अपराध करने का दोषी पाया गया है।

    चाड के पूर्व राष्ट्रपति के पास फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 15 दिनों का वक्त है।

    मामले की सुनवाई 20 जुलाई, 2015 को अफ्रीकन स्पेशल कोर्ट में शुरू हुई थी, जो 56 दिनों तक चली। इस दौरान 93 गवाहों से जिरह की गई।

    अफ्रीकन स्पेशल कोर्ट की स्थापना अफ्रीकी संघ ने की है, जिसके अधिकार क्षेत्र को हाब्रे ने चुनौती दी थी।

    अपनी अर्जी में अदालत के अभियोजक सेनेगल के एंबे फाल ने न्यायाधीश से चाड के पूर्व राष्ट्रपति को आजीवन कारावास की सजा देने का आग्रह किया था। उन्होंने हाब्रे की संपत्ति को जब्त करने का आदेश देने का भी अदालत से आग्रह किया।

    --आईएएनएस

  • तनाव से संबंधित जीनों की पहचान

    न्यूयॉर्क, 29 मई (आईएएनएस)। वैज्ञानिकों ने सांख्यिकीय रूप से ऐसे दो महत्वपूर्ण जीनों की पहचान की है, जो पोस्ट-ट्रॉमैटिकस्ट्रेस डिसार्डर (पीटीएसडी) का जोखिम बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है।

    पोस्ट-ट्रॉमैटिकस्ट्रेस डिसार्डर एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें व्यक्ति किसी भयानक घटना को देखना और उसका अनुभव करना शुरू कर देता है।

    अमेरिका स्थित युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के प्रोफेसर मुरे बी.स्टीन ने बताया, "हमने दो उल्लेखनीय आनुवांशिक प्रकारों की खोज की है।"

    इनमें पहला जीन क्रोमोसोम के पांचवे जोड़े में स्थित एनकेआरडी55 है और दूसरा जीन क्रोमोसोम 19 में स्थित है।

    पिछले अनुसंधान में इस जीन का विभिन्न आटोइम्यून और इंफ्लेमेटरी विकारों के साथ संबंध मिला है, जिसमें टाइप 2 मधुमेह सीलिएक और रुमेटी गठिया शामिल है।

    इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने 13,000 से अधिक अमेरिकी सैनिकों के डीएनए नमूनों का व्यापक रूप से परीक्षण किया था।

    यह शोध 'जेएएमए साइकियाट्री' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

    --आईएएनएस

  • मस्तिष्क की अलग-अलग कोशिकाएं कराती हैं सकारात्मक, नकारात्मक घटनाओं का अनुभव

    सैन फ्रांसिस्को, 29 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। क्या आपको पता है कि हमारा मस्तिष्क सकारात्मक और नकारात्मक घटनाओं का कैसे अनुभव करता है। दरअसल, हमारे मस्तिष्क की अलग-अलग कोशिकाएं इसके लिए जिम्मेदार होती हैं, जो हमें सकारात्मकता तथा नकारात्मकता का अनुभव कराती हैं। यह दावा एक नए शोध में किया गया है, जिसे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है।

    वैज्ञानिकों ने दो शोध तकनीकों को संयोजित कर बताया है कि प्रीफंटल मस्तिष्क कोशिकाएं किस प्रकार मूलत: अलग होती हैं, जो सकारात्मक एवं नकारात्मक अनुभवों के लिए होती हैं।

    यह शोध प्रोफेसर कार्ल डिसेरोथ के नेतृत्व में जैव प्रौद्योगिकी, मनोविज्ञान और व्यवहार विज्ञान के शोधार्थियों ने किया, जिसके नतीजे ऑनलाइन 'सेल' में प्रकाशित हुए हैं।

    प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स स्तनधारी जीव के मस्तिष्क में एक रहस्यमय, पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका सीधा संबंध लोगों के मूड में बदलाव से होता है और प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स की विभिन्न कोशिकाएं सकारात्मक और नकारात्मक अनुभवों की प्रतिक्रिया देती हैं। हालांकि यह किस प्रकार परस्पर विरोधी क्रियाओं को नियंत्रित करता है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

    इस नए शोध में शोधार्थियों ने पहली बार दो अत्याधुनिक अनुसंधान तकनीकों ओप्टोजेनेटिक्स और क्लैरिटी का इस्तेमाल किया था, जिसे डिसेरोथ ने विकसित किया।

    डिसेरोथ ने बताया, "ये कोशिकाएं अलग ढंग से निर्मित होती हैं और सकारात्मक तथा नकारात्मक घटनाओं के बारे में बताती हैं।"

    --आईएएनएस

  • गर्भनाल को ऐसे संक्रमित करता है जीका वायरस

    न्यूयॉर्क, 28 मई (आईएएनएस)। भारतीय मूल के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के एक दल ने पाया है कि घातक जीका वायरस गर्भनाल की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को बगैर नष्ट किए उन्हें संक्रमित कर अपनी संख्या बढ़ाता है।

    शोधकर्ताओं के अनुसार, इस संबंध में बहुत कम पता चला है कि वायरस गर्भानाल में कैसे अपनी संख्या में इजाफा करता है और कौन-सी कोशिका को लक्षित करता है।

    शोध के निष्कर्षो से पता चला है कि वायरस हॉफबर कोशिका को संक्रमित करता है, जो गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के सृजन से बनती हैं।

    शोधार्थियों के अनुसार, ये कोशिकाएं अन्य प्रतिरोधी कोशिकाओं की तुलना में अधिक सहलशील और कम भड़काऊ मानी जाती हैं। हालांकि शोध के दौरान इन कोशिकाओं ने एंटीवायरल और भड़काऊ प्रतिक्रिया दी थी। जिससे अंदाजा लगाया गया है कि जीका वायरस ने इन्हें संक्रमित किया होगा।

    यह शोध 'सेल होस्ट एंड माइक्रोब' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

    --आईएएनएस

  • अफ्रीकी लोगों पर हमला गंभीर मुद्दा : येचुरी

    नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। भारत में अफ्रीकी नागरिकों पर हमले की आलोचना करते हुए मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने शनिवार को कहा कि संभावित अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं को देखते हुए ऐसा हमला एक गंभीर मुद्दा है।

    येचुरी ने एक ट्वीट में कहा, "अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं को देखते हुए दिल्ली में अफ्रीकियों पर हमला एक गंभीर मुद्दा है। भारत सरकार उन्हें दूर रखना नहीं चाह सकती।"

    येचुरी की यह प्रतिक्रिया हैदराबाद में पार्किं ग स्थल के विवाद को लेकर एक नाइजीरियाई छात्र की कथित रूप से पिटाई करने के बाद आई है।

    यह घटना दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक छोटे विवाद को लेकर कांगो के एक 23 वर्षीय नागरिक को पीट कर हत्या कर देने के कुछ ही दिनों बाद की है।

    इस तरह के हमलों की घटनाओं ने दिल्ली में अफ्रीकी राजदूतों को नाराज कर दिया है। उन राजदूतों ने भारत सरकार से विरोध दर्ज कराया है। सरकार ने भारत में पढ़ रहे हजारों विद्यार्थियों को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।

    कांगों के नागरिक पर हमले की डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो की राजधानी किनशास में प्रतिक्रिया दिखी, जहां दिल्ली की घटना के बदले की कार्रवाई में भारतीय दुकानों को निशाना बनाया गया एवं कुछ भारतीय घायल हो गए।

    --आईएएनएस

खरी बात

मोदी के सरकार दो साल- क्या किसी के पास दूसरा तथ्य है या एक ही सत्य है

रवीश कुमार मई का महीना समीक्षा का होता है। भारतीय लोकतंत्र के इस रूटीन उत्सव में यही एक महीना होता है जिसमें सरकार हमेशा अच्छा करती है। दबी ज़ुबान आलोचना...

आधी दुनिया

14 फीसदी भारतीय कारोबार की लगाम महिलाओं के हाथ

ऋचा दूबे एक ऑनलाइन खुदरा कारोबार चलाती हैं, जो कारीगरों को उपभोक्ताओं से जोड़ता है। यह आधुनिक भारतीय महिला के लिए कोई अनोखी बात नहीं है। लेकिन हाल के आंकड़ों...

जीवनशैली

पोर्नोग्राफी से बढ़ता है धर्म के प्रति झुकाव : अध्ययन

न्यूयॉर्क, 30 मई (आईएएनएस)। आप इसे विचित्र कह सकते हैं, लेकिन ओक्लाहोमा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि जो लोग हफ्ते में एक बार से अधिक अश्लील फिल्म...