JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
'भारत-पाक वार्ता बहाली के लिए कश्मीर मुद्दा नहीं बने पूर्व शर्त'
कनाडा : प्रधानमंत्री ने पांडा शावकों के नाम सार्वजनिक किए
बिहार में ट्रक और ट्रैक्टर की टक्कर, 3 मरे
दिल्ली में सुबह में हल्का धुंधलका
संयुक्त राष्ट्र ने बाल विवाह रोकने की नई पहल की घोषणा की
मप्र में धूप की चुभन बढ़ी
भोपाल में एयर इंडिया के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग
हिलेरी मिसिसिप्पी में सैंर्ड्स से जीतीं
बिहार में मौसम सुहावना
डोपिंग में असफल शारापोवा, दिग्गज ब्रांडों ने छोड़ा साथ

LIVE News

'भारत-पाक वार्ता बहाली के लिए कश्मीर मुद्दा नहीं बने पूर्व शर्त'

कनाडा : प्रधानमंत्री ने पांडा शावकों के नाम सार्वजनिक किए

बिहार में ट्रक और ट्रैक्टर की टक्कर, 3 मरे

दिल्ली में सुबह में हल्का धुंधलका

संयुक्त राष्ट्र ने बाल विवाह रोकने की नई पहल की घोषणा की

ऑनलाइन खरीदारों के लिए फायदे का सौदा लेकर आया कूपनहाट

नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)। ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों के लिए 'कूपनहाट डॉट कॉम' ने एक विशेष योजना शुरू की है।

'कूपनहाट डॉट इन' ने देश के अग्रणी ई वाणिज्यिक वेबसाइटों और 480 से अधिक कंपनियों के साथ करार किया है, जिसके तहत ऑनलाइन शॉपिंग प्रेमी खरीदारी पर अच्छी खासी बचत कर सकते हैं।

खरीदार 'कूपनहाट डॉट इन' की वेबसाइट पर जाकर विशेष कूपन कोड की मदद से खरीदारी का भुगतान करने पर छूट का लाभ उठा सकते हैं। वेबसाइट पर 80,000 कूपन और 5,200 लाइव कूपन है। इसके जरिए आप सिर्फ आर्थिक बचत ही नहीं करते, बल्कि खरीदारी पर लगने वाले समय में भी बचत होती है।

'कूपनहाट डॉट इन' के संस्थापक एवं सीईओ विपिन यादव कहते हैं, "हम डिजिटल इंडिया के निर्माण के लिए कूपनहाट को मुख्य स्रोत के रूप में देखते हैं, जहां हमें खरीदारों को लाभ पहुंचा सकते हैं।"

कंपनी का कहना है कि हमें उपभोक्ता और कारोबारियों दोनों की मदद करने की जरूरत है ताकि दोनों ही अपने लक्ष्यों को हासिल कर सके। हम सिर्फ एक-दो बड़ी कंपनियों को ही बाजार पर आधिपत्य जमाने नहीं दे सकते।

कूपन बाजार में 'कूपनदुनिया' और 'कैशकरो' जैसी बड़ी कंपनियां है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Related items

  • शेयर बाजारों का मिलाजुला रुख, सेंसेक्स 13 अंक ऊपर

    मुंबई, 8 मार्च (आईएएनएस)। देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को मिलाजुला रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 12.75 अंकों की मजबूती के साथ 24,659.23 पर और निफ्टी 0.05 अंक की गिरावट के साथ 7,485.30 पर बंद हुआ।

    बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 8.71 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,655.19 पर खुला और 12.75 अंकों या 0.05 फीसदी तेजी के साथ 24,659.23 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 24,793.62 के ऊपरी और 24,509.21 के निचले स्तर को छुआ।

    सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में तेजी रही। गेल (2.49 फीसदी), रिलायंस (2.05 फीसदी), ल्युपिन (2.05 फीसदी), आईटीसी (1.66 फीसदी) और एचडीएफसी (1.56 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

    सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे मारुति (2.90 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (2.52 फीसदी), हिदुस्तान यूनिलीवर (2.48 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.66 फीसदी) और सिप्ला (1.41 फीसदी)।

    नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.05 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 7,486.40 पर खुला और 0.05 अंकों की गिरावट के साथ 7,485.30 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 7,527.15 के ऊपरी और 7,442.15 के निचले स्तर को छुआ।

    बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मिला-जुला रुख रहा। मिडकैप 25.40 अंकों की गिरावट के साथ 10,199.44 पर और स्मॉलकैप 24.23 अंकों की तेजी के साथ 10,309.98 पर बंद हुआ।

    बीएसई के 19 में से 11 सेक्टरों में तेजी रही। धातु (1.70 फीसदी), तेल एवं गैस (1.50 फीसदी), ऊर्जा (1.44 फीसदी), आधारभूत वस्तु (1.20 फीसदी) और रियल्टी (0.90 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

    बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे बैंकिंग (1.29 फीसदी), वित्त (0.60), सूचना प्रौद्योगिकी (0.49 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.42 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (0.30 फीसदी)।

    बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1,286 शेयरों में तेजी और 1,359 में गिरावट रही, जबकि 146 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • सेंसेक्स में 13 अंकों की तेजी

    मुंबई, 8 मार्च (आईएएनएस)। देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को मिला-जुला रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 12.75 अंकों की मजबूती के साथ 24,659.23 पर और निफ्टी 0.05 अंक की गिरावट के साथ 7,485.30 पर बंद हुआ।

    बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 8.71 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 24,655.19 पर खुला और 12.75 अंकों या 0.05 फीसदी तेजी के साथ 24,659.23 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 24,793.62 के ऊपरी और 24,509.21 के निचले स्तर को छुआ।

    नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.05 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 7,486.40 पर खुला और 0.05 अंकों की गिरावट के साथ 7,485.30 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 7,527.15 के ऊपरी और 7,442.15 के निचले स्तर को छुआ।

    बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मिला-जुला रुख रहा। मिडकैप 25.40 अंकों की गिरावट के साथ 10,199.44 पर और स्मॉलकैप 24.23 अंकों की तेजी के साथ 10,309.98 पर बंद हुआ।

    बीएसई के 19 में से 11 सेक्टरों में तेजी रही। धातु (1.70 फीसदी), तेल एवं गैस (1.50 फीसदी), ऊर्जा (1.44 फीसदी), आधारभूत वस्तु (1.20 फीसदी) और रियल्टी (0.90 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

    बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे बैंकिंग (1.29 फीसदी), वित्त (0.60), सूचना प्रौद्योगिकी (0.49 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.42 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (0.30 फीसदी)।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • माल्या पर डीआरटी, ईडी की दोहरी चपत

    मुंबई/दिल्ली/बेंगलुरू, 7 मार्च (आईएएनएस)। हजारों करोड़ रुपये के ऋण का भुगतान नहीं करने के मामलों में उलझे उद्योगपति विजय माल्या को सोमवार को दोहरी चपत लगी। ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने ब्रिटेन की कंपनी डियाजियो पीएलसी को आदेश दिया कि जब तक उसके सामने आए मामले में फैसला नहीं हो जाता है, तब तक कंपनी माल्या को 7.5 करोड़ रुपये का भुगतान न करें।

    वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने माल्या के विरुद्ध काले धन की हेरा-फेरी का एक मामला दर्ज कर लिया।

    भारतीय स्टेट बैंक के एक वकील ने बेंगलुरू में संवाददाताओं से कहा, "न्यायाधिकरण के अध्यक्ष (आर. बेंकनहल्ली) ने पद छोड़े जाने के लिए पेश की गई राशि तात्कालिक रूप से जब्त करने का आदेश दिया और डियाजियो को आदेश दिया कि जब तक न्यायाधिकरण मामले की पूरी सुनवाई कर उसका निपटारा न कर दे, तब तक राशि का भुगतान न किया जाए।"

    माल्या के साथ ब्रिटेन की कंपनी डियाजियो तथा उसकी भारतीय सहायक इकाई युनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड ने पिछले दिनों एक सौदे पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत युनाइटेड स्पिरिट्स छोड़ने के लिए उन्हें कुल 7.5 करोड़ डॉलर की पेशकश की गई है।

    एक अन्य एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को ही माल्या के विरुद्ध कालेधन की हेरा-फेरी का एक मामला दर्ज किया।

    आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ईडी के सहायक निदेशक ए.के. रावल ने नई दिल्ली में आईएएनएस से कहा, "हमने सोमवार को माल्या के विरुद्ध एक मामला दर्ज किया है। यह मामला 2015 में उनके विरुद्ध केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और अन्यों द्वारा दर्ज मामले पर आधारित है।"

    रावल ने कहा कि माल्या और कारोबार समेट चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के वरिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध कालेधन की हेरा-फेरी निवारण अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

    यह मामला 7,200 करोड़ रुपये ऋण के अंकेक्षण के बाद दर्ज किया गया है। यह ऋण भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में 11 बैंकों के एक कंशोर्टियम ने किंगफिशर एयरलाइंस को दिया था, जिसे चुका पाने में कंपनी नाकाम रही।

    कंपनी पर आरोप है कि उसने मॉरीशस और कैमन आइलैंड्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय करमुक्त क्षेत्रों में करीब 4,000 करोड़ रुपये की राशि प्रवाहित कर दी। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।

    एक अधिकारी ने मुंबई में आईएएनएस से कहा कि ईडी माल्या के दूसरे कारोबारों की भी जांच कर रही है।

    उल्लेखनीय है कि माल्या ने हाल में ही इंगलैंड में अपना भावी जीवन बिताने की योजना की घोषणा की थी।

    माल्या ने पिछले महीने युनाइटेड स्पिरिट्स का अध्यक्ष पद छोड़ा है। यह एक शराब कंपनी है, जिसकी स्थापना माल्या के परिवार ने की थी और जिसका डियाजियो ने अधिग्रहण कर लिया है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • 'लैंगिक पक्षपात, शोषण के कारण नौकरी छोड़ना चाहती हैं महिलाएं'

    नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। कामकाजी महिलाएं, खासतौर पर निजी क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं लैंगिक पक्षपात और कार्यस्थल में शोषण जैसे कई कारणों से नौकरी छोड़ना चाहती हैं। हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में यह नतीजा निकला है।

    यह सर्वेक्षण अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) से पहले कराया गया है।

    अपने सामाजिक विकास फाउंडेशन के तहत भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) द्वारा कराए गए इस सर्वे के अनुसार, "लगभग 40 फीसदी कामकाजी माएं अपने बच्चों की परवरिश के लिए नौकरी छोड़ना चाहती हैं। लैंगिक पक्षपात, कार्यस्थल में शोषण और काम का असुविधाजनक समय उन प्रमुख कारणों में शामिल हैं जिनके कारण ज्यादातर महिलाओं ने नौकरी छोड़ने की इच्छा जताई।"

    संगठन ने पिछले पखवाड़े के दौरान 500 कामकाजी महिलाओं से उनके करियर से जुड़े लक्ष्यों के बारे में जानने के लिए बातचीत की थी।

    प्रतिभागियों में से लगभग 25 प्रतिशत ने कहा कि वे नौकरी छोड़ना चाहती हैं और इसके लिए उन्होंने काम का असुविधाजनक समय, कम वेतन, कार्यस्थल में शोषण, सुरक्षा का अभाव, खराब कार्यस्थिति, उच्च शिक्षा हासिल करना, पारिवारिक मुद्दे और अन्य कई कारण दिए।

    200 कामकाजी मांओं में से 80 ने कहा कि वे परिवार के साथ समय नहीं बिता पाने की वजह से नौकरी छोड़ना चाहती हैं।

    ज्यादातर प्रतिभागियों ने कहा कि उनके संगठनों में उपयुक्त शिकायत निवारण तंत्र नहीं है और वे महिलाओं को सुरक्षित कार्यस्थल मुहैया कराने के लिए न्यायिक जरूरतों को पूरा नहीं करते। साथ ही वहां शिकायतों के लिए बेहद लापरवाह रवैया अपनाया जाता है। शिकायत करने पर उन्हें अधिकारियों से सहयोग नहीं मिलता और नतीजे में उनके हाथ शर्मिदगी आती है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • डियाजियो अभी माल्या को भुगतान न करे : न्यायाधिकरण

    बेंगलुरू, 7 मार्च (आईएएनएस)। हजारों करोड़ रुपये के ऋण का भुगतान नहीं करने से संबंधित मामलों में उलझे उद्योगपति विजय माल्या को ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने सोमवार को एक बड़ा झटका दिया।

    ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) ने ब्रिटेन की शराब कंपनी डियाजियो पीएलसी को आदेश दिया कि जब तक उसके सामने आए मामले में फैसला नहीं हो जाता है, तब तक कंपनी उद्योगपति विजय माल्या को युनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड से हटने की एवज में 7.5 करोड़ रुपये का भुगतान न करें।

    युनाइटेड स्पिरिट्स का डियाजियो ने अधिग्रहण कर लिया है।

    भारतीय स्टेट बैंक के एक वकील ने यहां संवाददाताओं से कहा, "न्यायाधिकरण के अध्यक्ष (आर. बेंकनहल्ली) ने तात्कालिक रूप से पद छोड़े जाने के लिए पेश की गई राशि जब्त करने का आदेश दिया और डियाजियो को आदेश दिया कि जब तक न्यायाधिकरण मामले की पूरी सुनवाई कर उसका निपटारा न कर दे, तब तक राशि का भुगतान न किया जाए।"

    माल्या के साथ ब्रिटेन की कंपनी डियाजियो तथा उसकी भारतीय सहायक इकाई युनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड ने पिछले दिनों एक सौदे पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत कंपनी छोड़ने के लिए उन्हें कुल 7.5 करोड़ डॉलर की पेशकश की गई है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • बैंकों के कर्जदारों को बख्शा नहीं जाएगा : जेटली

    गुड़गांव, 5 मार्च (आईएएनएस)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि भारतीय बैंकों की वित्तीय हालत सुधारना सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। जब भी उनकी पूंजी बढ़ाने की जरूरत होगी सरकार उनमें पैसा डालेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कर्जदारों को बख्शा नहीं जाएगा।

    जेटली ने यहां दो दिवसीय 'ज्ञान संगम' कार्यक्रम में कहा, "अगर अधिक धन की जरूरत होगी तो हम और संसाधनों की तलाश करेंगे।" इस सम्मेलन में बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के शीर्ष अधिकारी, केंद्रीय बैंक नेतृत्व और प्रमुख नीति निर्माता हिस्सा ले रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि सरकार नई दिवालिया कानून ला रही है जिससे बैंकों को कर्जदारों से कर्ज वसूलने में आसानी होगी। इसके अलावा कर्ज वसूली प्राधिकरण जोकि देश की पहला ऑनलाइन अदालत होगी, की स्थापना की जाएगी, ताकि कर्ज वसूली की प्रक्रिया तेज हो।

    जेटली ने बजट प्रस्ताव में बैंक समेकन पर एक विशेषज्ञ समूह के गठन की बात कही थी। उन्होंने इस बारे में कहा कि यह उनकी शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, "हमें मजबूत बैंकों की जरूरत है। वहां कोई भी कड़ी कमजोर नहीं होनी चाहिए। हमें बैंकों की ज्यादा संख्या की बजाए मजबूत बैंकों की जरूरत है।"

    हालांकि एक बैंक यूनियन के अधिकारी ने मंत्री के इस बयान की आलोचना की है। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाई एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "हमें बुनियादी रूप से मजबूत बैंकों की जरूरत है न कि अलग-अलग बैंकों को मिलाकर बड़े बैंक बनाने की। यहां बैंकिंग नेटवर्क के विस्तार की जरूरत है न कि समेकन करने की।"

    जेटली ने कहा कि सरकार बैंक कर्मचारियों के लिए इम्प्लाई स्टॉक ऑनरशिप योजना (ईएसओपी) पर विचार कर रही है।

    इसके जवाब में वेंकटचलम ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको के कर्मचारी अपने बैंक के प्रति पहले से ही समर्पित हैं। इसलिए उन्हें रोकने के लिए ईएसओपी लाने की कोई जरूरत नहीं है।

    वेंकटचलम ने कहा कि "बैंकों के कर्जदार बख्से नहीं जाएंगे" यह बयान एक मजाक है। जब तक सरकार इसे अपराधिक अपराध घोषित नहीं करेगी, तब तक कुछ बदलनेवाला नहीं है।

    वहीं, जेटली के सहायक वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि बैंकों का कुल 8 लाख करोड़ रुपये फंसा है, जिसमें पुनर्गठित कर्ज और गैरनिष्पादित संपत्तियां शामिल हैं।

    सिन्हा ने कहा कि बैंकों को कर्जदारों के साथ चर्चा करके तय करना होगा कि कितना वे एनपीए (गैर निष्पादित परिसंपत्ति) में डालेंगे और कितने का निष्पादन हो पाएगा।

    हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गर्वनर एस. एस. मुद्रा ने कहा था कि बैंको की फंसी हुई रकम पिछले साल 15 सितंबर तक उनकी कुल पुंजी का 17 फीसदी था, जबकि मार्च 2013 में यह 13.4 फीसदी थी। यह लगभग 10 लाख करोड़ रुपये है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

खरी बात

आधी दुनिया

गर्व है ऐसे लोगों पर - सुहागा बाई, नूरेशा हमारी असली भारत माता है

संदीप नाईक पुटपूरा, उमरिया की नूरेशा बेगम सद्भाव की एक अद्भुत मिसाल है। एक दिन जब उन्हें मालूम पड़ा कि उनके मोहल्ले की आंगनवाड़ी में आरती नामक बच्ची भयानक कुपोषित...

जीवनशैली

कम उम्र में सेक्स के लिए उकसा सकता है रैप म्यूजिक!

न्यूयार्क, 1 मार्च (आईएएनएस)। शोधकर्ताओं ने चेताया है कि बार-बार रैप म्यूजिक सुनने वाले किशोर-किशोरियां जल्दी सेक्स की शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि दूसरी तरह के संगीत की...