• कैलिफोर्निया में कुछ यूं मनाएं क्रिसमस की छुट्टियां

    उत्तरप्रदेश, फीचर, जीवनशैली, Life Style
    नई दिल्ली, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)। गुनगुनी धूप बिखेरते समुद्र तटों और बर्फीली पहाड़ियों से घिरे अमेरिका के सबसे घनी आबादी वाले शहर कैलिफोर्निया में क्रिसमस की छुट्टियों का आप भरपूर आनंद ले सकते हैं।

    यहां छुट्टियां बिताने के लिए आपके पास ढेरों आकर्षण हैं। खासतौर पर यहां के ऐतिहासिक कस्बे में आप पुरानी बग्घी की सवारी, अल्पाइन रिसॉट में कराओके समारोह और कई अन्य चीजों का लुफ्त उठा सकते हैं।

    इस शहर के मुख्य आकर्षणों में से एक है मेंडोसिनो गांव (नॉर्थ कोस्ट)। अगर आपको अपनी छुट्टियां शोर-शराबे से अलग शांति में बितानी है, तो इससे बेहतर जगह...
  • सिंहावलोकन-2016: तेलंगाना के 2 साल, तेज प्रगति की मिसाल

    व्यापार, फीचर

    मोहम्मद शफीक
    हैदराबाद, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2016 खत्म होने वाला है। यह देश के नवीनतम राज्य तेलंगाना के विकास का दूसरा साल है। गठन के इतने कम समय के अंदर तेलंगाना ने विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है।

    राजनीतिक स्थिरता, कानून और व्यवस्था की अच्छी दशा व अच्छे मानसून की वजह से अतिरिक्त राजस्व वाले राज्य के लिए साल अच्छा रहा।

    आंध्र प्रदेश से अलग होकर 2 जून, 2014 को तेलंगाना अस्तित्व में आया। तेलंगाना ने बीते ढाई वर्षो में किए गए अपनी पहलों से राष्ट्र का ध्यान आक र्षित किया है।

    तेलंगाना ने...

  • सिंहावलोकन-2016: तेल उत्पादन में कटौती निर्णायक फैसला

    उत्तरप्रदेश, व्यापार, फीचर

    नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। ओपेक और गैर ओपेक देशों के बीच तेल उत्पादन में कटौती का समझौता इस साल तेल क्षेत्र का सबसे बड़ा क्षण रहा। इस समझौते से कच्चे तेल की कीमतें बढ़ीं, जबकि इस कदम का मकसद घरेलू उत्पादन बढ़ाना था।

    भारत ने तेल उत्पादकों के लिए नया आमदनी साझा तंत्र पेश किया।

    भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है जो अपनी जरूरतों के मुताबिक 80 फीसदी से अधिक तेल आयात करता है। हालांकि, भारत कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट को रोकने के लिए उत्पादन में कटौती को लेकर चिंतित है।...

  • बंगाल के लोक रंगमंच 'जात्रा' पर भी नोटबंदी का ग्रहण

    कला, फीचर
    मिलिंदा घोष रॉय
    कोलकाता, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल का सदियों पुराना बंगाली लोक थिएटर जात्रा गांवों में बेहद लोकप्रिय है, और जैसा कि नोटबंदी के बाद से देश का हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है उसी तरह इस पर भी नोटबंदी के बाद संकट के बादल छा गए हैं।

    उच्च मूल्य के नोटों पर प्रतिबंध के बाद आई एक अभूतपूर्व नकदी की कमी पर जात्रा आयोजकों और ओपेरा मालिकों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि सर्दियों का मौसम हमारे व्यवसाय के लिहाज से बहुत ही अच्छा रहता था, लेकिन इस बार यह पीछे रह गया है।
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  • विशेष: बेटे की चाहत मिटाने के लिए केवल शिक्षा नहीं, महिलाओं का सशक्तिकरण जरूरी

    राष्ट्रीय, स्वास्थ्य, फीचर

    चारू बाहरी
    मैं यह लेख लिखने के लिए आसपास नहीं होती, अगर पाकिस्तान के पंजाब में रहने वाले बाहरी गोत्र के लोगों ने 20वीं सदी के पहले दशक में कन्या भ्रूण हत्या की प्रथा बंद नहीं की होती। लेकिन एक सदी में ऐसा प्रतीत होता है कि यह प्रथा सबसे उच्च स्तर पर है।

    हाल के आंकड़े दर्शाते हैं कि भारत में बच्चों के 914 का लिंगानुपात, साल 1951 से अपने निम्न स्तर पर बने समग्र लिंगानुपात की जगह बेटे की पसंद का एक बेहतर द्योतक है।

    यह हकीकत तब है जब साल 2011 की जनगणना के...

  • सिंहावलोकन-2016: इसरो के लिए तकनीकी उपलब्धियों वाला रहा वर्ष

    राष्ट्रीय, व्यापार, फीचर, Science & Technology

    वेंकटचारी जगन्नाथन
    चेन्नई, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए बीत रहा यह वर्ष मिली-जुली सफलता और उपलब्धियों वाला रहा।

    इसरो ने जहां तकनीकी मोर्चे पर कई कामयाबियां हासिल कीं, वहीं कानूनी मोर्चे पर उसे मायूसी हाथ लगी।

    तकनीकी मोर्चे पर इस साल एक साथ 20 उपग्रह लांच करने के अलावा इसरो ने अपना नाविक सैटेलाइट नेविगेशन प्रणाली स्थापित किया और दोबारा प्रयोग में आने वाले प्रक्षेपण यान (आरएलवी) और स्क्रैमजेट इंजन का सफल प्रयोग किया।

    इस साल इसरो ने कुल 34 उपग्रहों को अंतरिक्ष में उनकी कक्षा में स्थापित किया, जिनमें से 33...

  • सिंहावलोकन-2016: भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग, फ्रीडम की रही सर्वाधिक चर्चा

    उत्तरप्रदेश, राष्ट्रीय, व्यापार, फीचर

    सौरभ कुलेश
    नई दिल्ली, 22 दिसम्बर (आईएएनएस)। प्रौद्योगिकी खासकर दूरसंचार के क्षेत्र में वर्ष 2016 ने उपभोक्ताओं को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आभासी वास्तविकता (वीआर) और संवर्धित वास्तविकता (एआर) जैसे नवाचारों से रू-ब-रू करवाया।

    इस दौरान अधिकांश स्मार्टफोन निर्माताओं ने इन नवाचारों के बल पर कारोबार में नई ऊंचाइयों को छुआ वहीं कुछ कंपनियों के महत्वाकांक्षी उत्पादों की असफलता के कारण उनकी छवि को नुकसान भी हुआ।

    स्मार्टफोन बाजार में सबसे बड़ी असफलता सैमसंग की गैलेक्सी नोट-7 स्मार्टफोन के हिस्से आई, वहीं कई गंभीर दुर्घटनाओं के कारण चालकरहित कारों का भविष्य कई वर्ष और आगे चला गया।

    लेकिन...

  • सिंहावलोकन-2016: वाहन उद्योग के लिए कर/कानून/नीति में परिवर्तन का साल

    व्यापार, फीचर

    वेंकटचारी जगन्नाथ
    चेन्नई, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2016 भारतीय वाहन उद्योग के लिए मिलाजुला साल रहा और कर, कानून, नीति में परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद इस उद्योग की विकास दर अच्छी रही। ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

    मर्सिडिज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोलैंड फोल्गर का कहना है, "यह निश्चित रूप से वाहन उद्योग के लिए एक चुनौतीपूर्ण साल रहा, खासतौर से सामान्य और लक्जरी वाहनों के क्षेत्र में। इस साल वाहन उद्योग को 'इंफ्रा सेस' और 'लक्जरी टैक्स' की चुनौतियों का सामना करना पड़ा।"

    फोल्गर ने आगे कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा...

  • सिंहावलोकन-2016: स्मार्टफोन कंपनियों के महत्वाकांक्षी उत्पादों का साल

    उत्तरप्रदेश, व्यापार, फीचर

    नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2016 देश के स्मार्टफोन बाजार के लिए बेहद प्रतिस्पर्धात्मक रहा। देश में करीब 25 करोड़ स्मार्टफोन उपयोगकर्ता हैं, जिसके इस साल के अंत तक 28 करोड़ तक पहुंच जाने की उम्मीद है।

    उपयोगकर्ताओं के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बन गया है और आगे कई और रिकॉर्ड तोड़ने के करीब है।

    इस साल की शुरुआत में कई नए स्मार्टफोन लॉन्च हुए, जिनमें दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी ने जी5 तथा टीसीएल ने टीसीएल 560 मॉडल लॉन्च किया, जो अनोखे यूनिक-आई-वेरिफिकेशन फीचर से लैस थे, लेकिन बाजार में फिर...

  • बुंदेलखंड : नोटबंदी से गांव के लोग हलकान

    फीचर
    बांदा, 20 दिसंबर (आईएएनएस/खबर लहरिया)। नोटबंदी को एक महीने से ज्यादा हो गया है, पर अभी भी सरकार लोगों को इससे होने वाली परेशानियों को दूर नहीं कर पाई है। सरकार के 'कैशलेस अर्थव्यवस्था' के नारे गांवों में कितना सफल होंगे, यह अभी दूर की कौड़ी है लेकिन फिलहाल तो गांवों में तकनीकी से दूर रहने वाले लोगों को रोज नई परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है।

    हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भूखे-प्यासे बुजुर्ग घंटों बैंक की कतार में खड़े होते हैं और आखिर में उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है।...

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