'डॉन' पाकिस्तानी सैन्य-असैन्य मतभेद संबंधी रपट पर कायम
अंतर्राष्ट्रीय Oct 12, 2016
इस्लामाबाद, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के एक प्रमुख समाचार पत्र ने बुधवार को कहा कि वह आतंकवादियों को लेकर देश के सैन्य-असैन्य नेतृत्व के बीच मतभेदों का खुलासा करने वाली अपनी रपट के समर्थन में पूरी कायम है।
'डॉन' ने अपने एक संपादकीय में भी सरकार से इस रपट के लेखक सीरिल अलमैडा का नाम 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' (ईसीएल) से तत्काल हटाने का आग्रह किया है।
'डॉन' की छह अक्टूबर की रपट में कहा गया था कि असैन्य नेतृत्व ने सैन्य-खुफिया नेतृत्व को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि जब तक आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक पाकिस्तान को विश्व में अलगाव का सामना करना पड़ेगा।
संपादकीय में कहा गया है, "किसी भी समाचार संगठन के इतिहास में ऐसे मौके आते हैं, जो जनता को निष्पक्ष, सही और बेधड़क तरीके से सूचना देने के पत्रकारिता के सर्वोच्च सिद्धांतों के अनुपालन को निर्धारित करते हैं।"
संपादकीय के मुताबिक, "हमारी रपट को काफी प्रकाशित किया गया और मंगलवार शाम सरकार ने डॉन के वरिष्ठ पत्रकार सीरिल अलमैडा को 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' में डाल दिया।"
संपादकीय के मुताबिक, "किसी भी मीडिया संगठन से भूल हो सकती है और डॉन कोई अपवाद नहीं है, लेकिन समाचार पत्र को लगता है उसने रपट को बेहद पेशेवर तरीके से और कई स्रोत्रों से पुष्टि के बाद ही प्रकाशित किया है।"
'डॉन' ने अपने एक संपादकीय में भी सरकार से इस रपट के लेखक सीरिल अलमैडा का नाम 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' (ईसीएल) से तत्काल हटाने का आग्रह किया है।
'डॉन' की छह अक्टूबर की रपट में कहा गया था कि असैन्य नेतृत्व ने सैन्य-खुफिया नेतृत्व को स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि जब तक आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक पाकिस्तान को विश्व में अलगाव का सामना करना पड़ेगा।
संपादकीय में कहा गया है, "किसी भी समाचार संगठन के इतिहास में ऐसे मौके आते हैं, जो जनता को निष्पक्ष, सही और बेधड़क तरीके से सूचना देने के पत्रकारिता के सर्वोच्च सिद्धांतों के अनुपालन को निर्धारित करते हैं।"
संपादकीय के मुताबिक, "हमारी रपट को काफी प्रकाशित किया गया और मंगलवार शाम सरकार ने डॉन के वरिष्ठ पत्रकार सीरिल अलमैडा को 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' में डाल दिया।"
संपादकीय के मुताबिक, "किसी भी मीडिया संगठन से भूल हो सकती है और डॉन कोई अपवाद नहीं है, लेकिन समाचार पत्र को लगता है उसने रपट को बेहद पेशेवर तरीके से और कई स्रोत्रों से पुष्टि के बाद ही प्रकाशित किया है।"