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आईआईटी दिल्ली में ओपन हाउस का 12वां संस्करण 23 अप्रैल को
नई दिल्ली, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने घोषणा की है कि परिसर में ओपन हाउस के 12वें संस्करण का आयोजन किया जाएगा।
इस संस्करण का आयोजन 23 अप्रैल को होगा।
आईआईटी दिल्ली ने मंगलवार को घोषणा की कि इस समारोह में 4,000 से अधिक स्कूली बच्चे हिस्सा ले सकते हैं, और 500 से अधिक शोध परियोजनाएं और 80 डेमो परियोजनाएं पेश की जाएंगी।
'हिप प्रोटेक्टिव डिवाइस', 'लिक्वीफाइड पेट्रोलियम गैस सिलेंडर कैप रिमूवर', 'एनवायरमेंट फ्रेंडली बायो फर्टिलाइजर', 'डायग्राम बुक्स फॉर ब्लाइंड स्टूडेंट' सहित करीब 20 नवीन परियोजनाओं को दिल्ली में आयोजित होने वाले ओपन हाउस में दिखाया जाएगा।
संस्थान के निदेशक पद पर चार दिन पहले नियुक्त हुए वी. रामगोपाल राव ने कहा, "आईआईटी ओपन हाउस में उच्च सामाजिक प्रभाव वाले उत्पादों या प्रौद्योगिकी वाली परियोजनाओं की पहचान की जाएगी।"
राव ने आगे कहा, "हम समाज से और भी बेहतर तरीके से जुड़ने की कोश्शि करेंगे और हमें इसके लिए सामाजिक प्रासंगिकता और प्रौद्योगिकियों पर काम करने की आवश्यकता है। हम कृषि और स्वास्थ्य संस्थानों के साथ जुड़ने जा रहे हैं और सामाजिक लाभ की पेशकश करने वाले बहु अनुशासनिक परियोजनाओं पर काम करना चाहेंगे।"
इस ओपन हाउस में प्रोफेसर जॉबी जोसेफ द्वारा थ्रीडी विजन और होलोग्राम के सत्र भी शामिल होंगे।
आईआईटी में आयोजित 12वें ओपन हाउस में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली परियोजनाओं की प्रदर्शनी सुबह 10 बजे से दो बजे तक जनता के लिए नि:शुल्क खुली हैं, जबकि प्रयोगशालाएं शाम चार बजे तक खुली रहेंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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मुंबई में पांचवें 'टेक्न ोटेक्स इंडिया-2016' का आयोजन
मुंबई, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी कपड़ा मेला, पांचवें 'टेक्न ोटेक्स इंडिया-2016' का आयोजन मुंबई में गुरुवार से होगा।
गोरेगांव में स्थित मुंबई एक्जीबिशन सेंटर में 21-23 अप्रैल को कपड़ा मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय मेले में प्रदर्शनी, संगोष्ठी और सम्मेलन आयोजित होंगे।
केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने एक बयान में कहा, "पांचवें टेक्न ोटेक्स 2016 की घोषणा कर मुझे काफी खुशी हो रही है। पिछले कुछ साल में हमने काफी प्रगति की है और देश-विदेश से प्रतिभागिता काफी बढ़ी है।"
उन्होंने कहा, "हम अगली कड़ी तक भारत के कपड़ा क्षेत्र को दुनिया में सर्वाधिक संभावनाशील कपड़ा क्षेत्रों में से एक बनाना चाहते हैं।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गंगवार उद्घाटन समारोह में 'आई ए-टफ्स' सॉफ्टवेयर और दिशानिर्देश, 'टेक्सटाइलस कंपेंडियम 2014-15', मानक, 'नॉलेज रिपोर्ट एंड टेक्न ोटेक 2016 एक्जीबिशन डायरेक्टरी' जारी करेंगे।
मेले में 150 से अधिक प्रदर्शकों की भागीदारी का अनुमान है। इसमें कोरिया, स्विट्जरलैंड, जापान, अमेरिका, जर्मनी, बेल्जियम, लक्जमबर्ग, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, स्पेन तथा कई अन्य देश हिस्सा लेंगे। ताइवान और चीन इसमें अपने पैवेलियन भी लगाएंगे।
गुजरात और कर्नाटक साझेदार राज्य के तौर पर मेले में शामिल होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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विप्रो का सालाना शुद्ध लाभ 3 फीसदी बढ़ा
बेंगलुरू, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। वैश्विक सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि कारोबारी साल 2015-16 में उसका शुद्ध लाभ वैश्विक रिपोर्टिग मानक के तहत रुपये मूल्य में तीन फीसदी बढ़कर 8,890 करोड़ रुपये रहा।
गत कारोबारी साल की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ हालांकि साल-दर-साल आधार पर दो फीसदी घटकर 2,240 करोड़ रुपये रहा।
बाजार बंद होने के बाद कंपनी ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल नियामकीय सूचना में कहा कि आलोच्य वर्ष में कुल आय नौ फीसदी बढ़कर 51,240 करोड़ रुपये रही, जबकि आलोच्य तिमाही में यह 12 फीसदी बढ़कर 13,630 करोड़ रुपये रही।
डॉलर मूल्य में कंपनी का शुद्ध लाभ आलोच्य वर्ष में 1.3 अरब डॉलर और आलोच्य तिमाही में 33.7 करोड़ रुपये रहा, वहीं कुल आय आलोच्य वर्ष में 7.7 अरब डॉलर और आलोच्य तिमाही में 2.1 अरब डॉलर रहा।
कंपनी ने कहा कि वैश्विक आईटी सेवा कारोबार की आय आलोच्य वर्ष में 3.7 फीसदी बढ़कर 7.4 अरब डॉलर रही, जबकि आलोच्य तिमाही में साल-दर-साल आधार पर छह फीसदी बढ़कर और तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 2.4 फीसदी बढ़कर 1.9 अरब डॉलर रही।
रुपये मूल्य में वैश्विक आईटी सेवा कारोबार की आय आलोच्य वर्ष में 11 फीसदी बढ़कर 48,730 करोड़ रुपये और आलोच्य तिमाही में साल-दर-साल आधार पर 14 फीसदी बढ़कर 12,800 करोड़ रुपये रही।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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एसर ने भारत में नई 'प्रीडेटर' श्रृंखला पेश की
नई दिल्ली, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। 'एसर इंडिया' ने आज अपनी गेमिंग श्रृंखला 'प्रीडेटर' पेश की। इसमें नोटबुक, डेस्कटॉप, प्रोजेक्टर और गेमिंग मॉनीटर शामिल हैं। इस गेमिंग श्रृंखला में चार नए उत्पाद हैं।
ये नोटबुक छठी पीढ़ी के इंटेल कोर आई7 प्रोसेसर से युक्त हैं। एसर 'प्रीडेटर जी6-710' गेमिंग डेस्क टॉप को 64 जीबी डीडीआर4 डुअल मेमरी से डिजाइन किया गया है।
गेमिंग श्रृंखला में एसर 'प्रीडेटर एक्स 34' गेमिंग मॉनीटर शामिल है जो 34 इंच का डिसप्ले लगा है। सिंक टेक्नोलॉजी इसे दुनिया का पहला कव्र्ड मोनिटर बनाती है।
भारत में प्रीडेटर पेश करते हुए एसर इंडिया के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर एस राजेंद्रण ने कहा, "उत्पादों की प्रीडेटर रेंज एक अच्छा अनुभव होगी। भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में से गेमिंग एक उभरता हुआ वर्ग है और इसमें प्रभावी होने के लिए एसर सभी योग्यताओं से लैस है।"
प्रीडेटर गेमिंग नोटबुक में शक्तिशाली, छठी पीढ़ी का इंटेल कोर आई7प्रोसेसर लगा है। इसमें अल्ट्रा फास्ट डीडीआर4 मेमरी, पीसीआई ई सॉलिड स्टेट ड्राइव, एडवांस्ड कूलिंग और स्टेल ऑडियो क्षमताएं हैं।
इसमें तेजी से काम करने वाले ग्राफिक घटक हैं जो नोटबुक में हैं। नोटबक में 'किलर डबलशॉट प्रो' है। यह एक नई प्रौद्योगिकी है।
'प्रीडेटर 15' नोटबुक श्रृंखला में जो मॉडल शामिल हैं वो 15.6 इंच फुल एचडी पैनल है। प्रीडेटर 17 नोटबुक्स में 17.3 इंच फुल एचडी डिसप्ले है। दोनों लाइनें तीन डिसप्ले तक सपोर्ट कर सकती हैं।
एसर प्रीडेटर 15 और प्रीडेटर 17 नोटबुक श्रृंखला विन्डोज 10 के साथ मिल रही हैं। भारत में यह अप्रैल में मिलने लगेगा और इसकी कीमत 1,79,000 रुपये है।
एसर प्रीडेटर जी सीरिज डेस्कटॉप पीसी भारत में मई में उपलब्ध होगा। इसकी कीमत 1,20,000 रुपये से शुरू होगी। एसर प्रीडेटर श्रृंखला के मॉनीटर की कीमत 39,000 रुपये से शुरू है और यह 1,10,000 रुपये तक है। यह अप्रैल से उपलबध होगा। एसर प्रीडेटर जेड650 प्रोजेक्टर भारत में 1,29,000 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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चीन की विकास दर 20 साल तक बेहतर बनी रहेगी : अलीबाबा
बीजिंग, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। चीन की अर्थव्यवस्था के सामने मौजूद कठिनाइयों से पार पा लेगी और अगले दो दशकों के दौरान इसकी विकास दर इतनी अच्छी रहेगी कि दूसरे देश ईष्र्या करेंगे। यह बात बुधवार को ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा ने कही।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, मा ने कहा कि चीन को तीन से पांच साल तक कठिनाइयों का सामना करना होगा, लेकिन अगले 15-20 सालों तक इसकी विकास दर दूसरे बड़े देशों के लिए ईष्र्या का विषय रहेगा।
मा ने कहा, "पारंपरिक उद्योग कठिनाई का सामना कर रहे हैं, लेकिन घरेलू खपत में वृद्धि दर्ज की जा रही है। सेवा और उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग में तेजी है। युवा प्रतिभा इन क्षेत्रों की तरफ भाग रही है।"
मा ने कहा कि सरकार मौद्रिक नीतियों और आपूर्ति पक्ष नीतियों के माध्यम से भी देश की अर्थव्यवस्था में तेजी लाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने यद्यपि माना कि चीन की विकास दर घटने के कारण कई विदेशी निवेशक देश से किनारा कर गए हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि यह एक अवसर भी है, क्योंकि इतिहास बताता है कि मुसीबत के वक्त निवेश करने वालों को हमेशा अधिक मुनाफा हासिल होता है।
उन्होंने देश की विकास दर घटाए जाने को भी उचित ठहराया और कहा, "इतनी बड़ी अर्थव्यवस्था अनंत समय तक इस विकास दर को कायम नहीं रख सकती, न ही यह विकास दर कायम रखना चीन के लिए अच्छा है।"
चीन की विकास दर सरकार के दावे के मुताबिक सात फीसदी न होकर पांच फीसदी रहने की अटकलबाजी पर मा ने कहा, "पांच फीसदी विकास दर के साथ भी आज कोई दूसरी इतनी बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं है, जिसकी इतनी विकास दर हो।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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जियो लांचिंग से एयरटेल पर नहीं पड़ेगा प्रभाव : रिपोर्ट
नई दिल्ली, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। रिलायंस जियो इंफोकॉम की लांचिंग से मुकाबला करने के लिए भारती एयरटेल पूरी तरह से तैयार है और उसकी आय हिस्सेदारी और मार्जिन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह बात ड्यूश बैंक मार्केट्स रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में कही।
बुधवार को जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है, "जियो की लांचिंग की वर्तमान योजना और 2003 में रिलायंस कम्युनिकेशंस की लांचिंग में समानता है। दोनों ही मामलों में प्रबंधन समान था। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने तत्कालीन मौजूदा कंपनियों के समान स्तर पर अखिल भारतीय लांचिंग की थी और उसने भारती की वॉयस सेवा कारोबार को तीन साल में पीछे छोड़ दिया था।"
रिपोर्ट में कहा गया है, "भारती की आय हिस्सेदारी और मार्जिन पर हालांकि उसका असर नहीं पड़ा था। इस दफा भारती की बेहतर तैयारी है और निवेशकों की उम्मीदों से विपरीत हमें इसकी आय हिस्सेदारी और मार्जिन पर जियो की लांचिंग से कोई भी असर नहीं पड़ने का अनुमान है।"
रिलायंस जियो की पूर्ण वाणिज्यिक लांचिंग इस साल दिसंबर में होने का अनुमान है।
भारती का प्रबंधन आज भी वही है और रिलायंस कम्युनिकेशंस की 2003 में हुई लांचिंग से मिले सबक के कारण उसे इस बार जियो की रणनीति का अनुमान लगाने में सुविधा हुई होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो डाटा यील्ड को प्रभावित कर सकता है, लेकिन क्षेत्र की आय हिस्सेदारी को प्रभावित नहीं करेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि कुल 25 फीसदी आय हिस्सेदारी वाली कमजोर कंपनियां जियो की लांचिंग से प्रभावित हो सकती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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