रायपुर: 25 अप्रैल/ स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा तैयार करवाए गए 'पब्लिक हेल्थ काडर' और 'क्लिनिकल हेल्थ काडर' ड्राफ्ट पर चर्चा के लिए शनिवार को स्वास्थ्य संचालक की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। जिसमें तमाम मेडिकल, डॉक्टर, कर्मचारी संघों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सबसे पहले ड्राफ्ट का प्रेजेंटेशन किया गया और फिर इन सभी संघों के प्रतिनिधियों से राय मांगी गई।
संचालक आर. प्रसन्ना ने बताया कि सुझाव, ड्राफ्ट को लेकर बताई गई कमियों पर दोबारा मजबूत ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। इसे लेकर संचालनालय के संयुक्त संचालक डॉ. संजय कन्नौजे, उप संचालक डॉ. बीआर सोनी, डॉ. कमलेश जैन, डॉ. एसके वर्मा, पब्लिक हेल्थ विशेषज्ञ डॉ. राजुल नाहटा, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अधिकारी की कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी दो महीने में ड्राफ्ट को फिर तैयार कर प्रेजेंटेशन देगी। वहीं नेशनल हेल्थ रिसोर्स सेंटर कमेटी को तकनीकी मदद करेगा। गौरतलब है कि बीते डेढ़ साल से 'पब्लिक हेल्थ काडर' को लेकर तैयारियां चल रही हैं, लेकिन ड्राफ्ट फाइनल नहीं हो पा रहा है। सबसे पहले ड्राफ्ट को शासन ने ही खारिज कर दिया था। बताना जरूरी है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडू में ड्राफ्ट लागू हो चुका है। अगर छत्तीसगढ़ में इसे मंजूरी मिल गई तो, यह देश का तीसरा राज्य होगा।
महाराष्ट्र से आए विशेषज्ञ
'पब्लिक हेल्थ काडर' पहले महाराष्ट्र, तमिलानाडू में लागू हो चुका है। इसलिए छत्तीसगढ़ के ड्राफ्ट तैयार करने में महाराष्ट्र के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। बैठक में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुभाष सोलंकी शामिल थे।
इन संघों के प्रतिनिधियों ने रखी अपनी राय- छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य बहुउद्देश्यीय कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ मैदानी स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य संघ, फॉर्मासिस्ट एसोसिएशन, ग्रामीण चिकित्सा सहायक संघ, शासकीय डॉक्टर्स एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ मेडिकल एसोसिएशन।