JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
'दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति का गुप्ता परिवार से कोई संबंध नहीं'
ओआईसी के सदस्यों ने आतंकवाद को हराने की शपथ ली
केरल : तीव्र आवाज पाले पटाखों पर रात में रोक
उप्र : मुनीर ने मारी थी तंजील को गोली
राष्ट्रपति ने 52 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से नवाजा
उत्तराखंड : बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई 23 अप्रैल को (लीड-1)
मोंटे कार्लो मास्टर्स में नहीं खेलेंगे डेविड फेरर
अल्जाइमर, कैंसर से लड़ने वाले 6 नए प्रोटीन की पहचान
बिहार में बेटियों की संख्या बढ़ी!
सामाजिक आचरणों को इस तरह सीखता है शिशु मस्तिष्क

LIVE News

'दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति का गुप्ता परिवार से कोई संबंध नहीं'

ओआईसी के सदस्यों ने आतंकवाद को हराने की शपथ ली

केरल : तीव्र आवाज पाले पटाखों पर रात में रोक

उप्र : मुनीर ने मारी थी तंजील को गोली

राष्ट्रपति ने 52 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से नवाजा

SABDHANI COACHING INSTITUTE ORGANISED WORKSHOP FOR RAILWAYS EXAM

Bhopal: 5 April/ SABDHANI COACHING, by its efforts and with the sincere help of officers of railway recruitment board, organised a workshop for the guaranteed success of students in the ongoing online examination conducted by railway recruitment board for the first time . the workshop was conducted at the ashoka garden branch of the institute.

in this workshop the  senior officials from railways paved the path for the success of students by providing their valuable guidance. the officers, by pointing out at the exams conducted between 28th of march and 4th of april, made clear that the level of exams this year is more or less simikar to previous years. for success in the exam, students need to focus on general awareness and general sciences. It is estimated that this year, the cutoff for railways, ntpc exams should lie between 65-75.

Along with this, the institute appreciated and awarded the students who succeeded in  the recently announced final results of exams  conducted by INSTITUTE OF BANKING PERSONNALE(IBPS) for the year 2015-2016 for the post of Specialist officer, probationary officer and Clerk. The institute also awarded the students who secured the first position in the mega tests conducted by the institute and wished them success in their future. The officers of railway recruitment board, Director Sir of institute, staff, faculty members and more than 500 students of the institute were present on this auspicious occasion.

Related items

  • अमेरिकी विश्वविद्यालय के साथ पाठ्यक्रम उपलब्ध करा रहा चीनी विश्वविद्यालय
    हांग्झू, 12 अप्रैल (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन के झेजियांग विश्वविद्यालय ने अपने अंतर्राष्ट्रीय परिसर के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है।

    विश्वविद्यालय ने इसे युनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस (यूआईयूसी) के साथ संयुक्त रूप से शुरू किया है।

    झेजियांग विश्वविद्यालय के अध्यक्ष वू झाओहुई ने गुरुवार को झेजियांग के हेनिंग शहर स्थित परिसर के उद्घाटन सत्र के दौरान कहा कि शिक्षण सत्र की शुरुआत सितंबर में होगी। यहां 30 प्रतिशत छात्र विदेशों से आएंगे।

    यहां मैकेनिकल इंजीनियरिंग और स्वचालन की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। विद्यार्थियों को डिग्री दोनों विश्वविद्यालयों से दी जाएगी।

    यूआईयूसी के इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग और कंप्यूटिंग के प्रोफेसर फिलीप क्रेन इसके कार्यकारी अध्यक्ष हैं। इस साल पाठ्यक्रम में लगभग 150 छात्र दाखिला लेंगे।

    एक-तिहाई शिक्षक यूआईयूसी से होंगे, एक-तिहाई झेजियांग विश्वद्यिालय से और बाकी अनुबंध पर रखे जाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों ने वैश्विक शिक्षा की बढ़ रही मांग के लिए चीन में अपना विस्तार किया है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • एनआईटी-श्रीनगर के 1500 गैर स्थानीय छात्र घर रवाना
    श्रीनगर, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी)- श्रीनगर के 1,500 गैर स्थानीय विद्यार्थी मंगलवार को छात्रावास के अपने कमरे खाली कर घरों के लिए रवाना हो गए।

    विद्यार्थियों ने कहा कि प्रशासन ने उनसे कहा है कि अगर वे परिसर के भीतर रहेंगे तो उन्हें परीक्षा देनी होगी।

    नाम न छापे जाने की शर्त पर एक विद्यार्थी ने आईएएनएस से कहा, "हमारे प्रशासन ने कहा था कि हम छात्रावास में रहते हैं, इसलिए हमें परीक्षा में बैठना होगा, लेकिन हमने परीक्षा की तैयारी नहीं की है। क्योंकि हम विरोध प्रदर्शन में व्यस्त थे।"

    विद्यार्थी ने कहा, "जो विद्यार्थी परिसर में नहीं हैं, उनकी परीक्षा बाद में ली जाएगी।"

    एक विद्यार्थी जो सोमवार को घाटी से रवाना हो गया था, उसने कहा, "लगभग 1,000-1,500 विद्यार्थियों ने तड़के पांच बजे से पहले छात्रावास छोड़ दिया और वे अपने घरों के लिए रवाना हो गए।"

    एनआईटी-श्रीनगर में लगभग 1500 गैर स्थानीय विद्यार्थी हैं, जो पिछले सप्ताह गैर स्थानीय छात्रों के एक समूह और पुलिस के बीच हुई झड़पों के बाद से कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं।

    परिसर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परिसर के भीतर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) और सशस्त्र सीमा बल (सीसीबी) के जवानों को तैनात किया गया है, जबकि परिसर के द्वारों पर राज्य पुलिस तैनात है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • निजी मेडिकल कॉलेजों में भी एनईईटी से दाखिला : न्यायालय
    नई दिल्ली, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। सर्वोच्च न्यायालय ने निजी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला संबंधित अपने पहले के आदेश को वापस लेते हुए सोमवार को कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों में भी दाखिला अब राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के जरिए होगा।

    इससे पहले के आदेश में सर्वोच्च न्यायालय ने व्यवस्था दी थी कि निजी चिकित्सा महाविद्यालयों को दाखिले के लिए एनईईटी का रास्ता अपनाने की जरूरत नहीं है और वे परीक्षा लेकर स्नातक (यूजी) एवं स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं।

    18 जुलाई, 2013 को आए आदेश की समीक्षा की अपील स्वीकार करते हुए सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ ने निजी चिकित्सा महाविद्यालयों को छात्रों को एनईईटी के बगैर मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने की दी गई छूट वापस ले ली। संविधानपीठ में न्यायमूर्ति अनिल आर. दवे, न्यायमूर्ति ए. के. सीकरी, न्यायमूर्ति आर. के. अग्रवाल, न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल और न्यायमूर्ति आर. भानुमति शामिल थे।

    भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) ने सर्वोच्च न्यायालय से पूर्व के फैसले की समीक्षा की अपील की थी।

    आदेश को वापस लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने मामले की नए सिरे से सुनवाई का आदेश दिया था।

    इस आदेश से देश के 600 निजी मेडिकल कॉलेज प्रभावित होंगे।

    वर्ष 2013 में 18 जुलाई को सर्वोच्च न्यायालय की पीठ के बहुमत के फैसले में कहा गया था कि एमसीआई को एनईईटी के आयोजन का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि वह केवल मेडिकल शिक्षा का नियमन करती है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • एनआईटी परीक्षाओं में शामिल नहीं हुए गैर-स्थानीय छात्र
    श्रीनगर, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीनगर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संथान (आईआईटी) के गैर-स्थानीय छात्रों में से अधिकांश सोमवार को हो रही विभिन्न कक्षाओं की परीक्षाओं में शामिल नहीं हुए। हालांकि, सभी स्थानीय छात्र परीक्षा रहे हैं।

    केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने हालांकि गैर-स्थानीय छात्रों को यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि वे परीक्षाओं में शामिल नहीं होंगे, तो उन्हें बाद में इन परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी जाएगी।

    छात्रों ने परीक्षाओं में न बैठने का का कारण एनआईटी में व्याप्त तनाव बताया है।

    एनआईटी के करीब 25 गैर-स्थानीय छात्र पहले ही परिसर छोड़कर अपने घर जा चुके हैं।

    राज्य सरकार, एचआरडी की तीन सदस्यीय टीम ने गैर-स्थानीय छात्रों की लगभग सभी मांगें मान ली हैं। हालांकि एनआईटी को घाटी से बाहर स्थानांतरित करने की उनकी मांग खारिज कर दी गई है।

    गैर-स्थानीय छात्रों के प्रतिनिधियों के साथ दो दिन तक बातचीत करने वाले राज्य के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि चूंकि प्रदर्शनकारी छात्रों की अधिकांश मांगें मान ली गई हैं, इसलिए एनआईटी का तनाव जल्द समाप्त हो जाएगा।

    प्रदर्शनकारी छात्र राज्य पुलिस पर पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बारे में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • पूर्वोत्तर में उच्च शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए विदेशी शिक्षक आएंगे
    सुजीत चक्रवर्ती
    अगरतला/गुवाहाटी, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के राज्यों में उच्च शिक्षा के स्तर में और सुधार के लिए विदेश से शिक्षक बुलाएगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री राम शंकर कथेरिया ने यह जानकारी दी है।

    कथेरिया ने आईएएनएस से कहा, 'सरकार पूर्वोत्तर के राज्यों के शिक्षण संस्थानों में उच्च शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए विदेश से शिक्षक बुलाने और संरचनात्मक विकास सहित सारे उपाय करेगी।'

    उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र प्राथमिकता वाला इलाका है। इस क्षेत्र में उच्च शिक्षण संस्थानों के विकास के लिए हर संभव प्रयास होंगे।

    कथेरिया इस हफ्ते यहां आए थे। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) अगरतला में नवनिर्मित गोल्डन जुबली नॉलेज सेंटर का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने त्रिपुरा केंद्रीय विश्वविद्यालय में एक अकादमिक भवन का उद्घाटन किया। कथेरिया आईएएनएस से भारत में उच्च शिक्षण संस्थानों की हालिया रैंकिग के बारे में बात कर रहे थे।

    उन्होंने कहा, "हम लोग पूर्वोत्तर भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों की प्रगति के लिए इन्हें वैश्विक शैक्षिक नेटवर्क में शामिल करेंगे। आने वाले वर्षो में आपको बेहतरी नजर आएगी।"

    हाल में केंद्रीय मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने जो रैंकिंग जारी की है उसमें असम का तेजपुर विश्वविद्यालय, गुवाहाटी का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और मेघालय की नॉर्थ इस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (एनईएचयू) के नाम शामिल हैं।

    पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से नगालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश एचआरडी मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय की रैंकिंग में स्थान बना पाने में नाकाम रहे। मंत्रालय ने यह रैंकिंग पहली बार जारी की है।

    शिलांग स्थित राजीव गांधी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट और असम का तेजपुर विश्वविद्यालय स्थित डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन शोध और शिक्षण के मामले में देश के प्रबंधन के शीर्ष 50 संस्थानों में शामिल हैं। असम के डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय स्थित डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंस शोध और शिक्षा के मामले में देश के 50 सबसे अच्छे फार्मेसी संस्थानों में शामिल है।

    तेजपुर विश्वविद्यालय को हाल में 40 से अधिक केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय माना गया है और इसे विजिटर्स पुरस्कार से नवाजा गया है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • एनआईटी जा रहे मार्च को जम्मू एवं कश्मीर में रोका
    जम्मू, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीनगर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संथान (आईआईटी) के गैर-स्थानीय छात्रों के समर्थन में जा रहे एक मार्च को प्रशासन ने रविवार को राज्य में प्रवेश करते ही रोक दिया और उनसे इसे रद्द करने की अपील की। यह मार्च शनिवार को दिल्ली से रवाना हुआ था।

    राष्ट्र ध्वज थामे मार्च में शामिल लोग कठुआ जिले के लखनपुर पहुंचे थे, जहां से वे एनआईटी के प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ एकजुटता जताने के लिए घाटी जाने वाले थे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें यहीं रोक दिया।

    जिला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सहित जिला प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे और उन्होंने मार्च में शामिल लोगों से आगे नहीं बढ़ने की अपील की तथा उन्हें मार्च रोकने के लिए कहा।

    अधिकारियों ने कहा, "प्रशासन ने बल प्रयोग नहीं किया। वे मार्च में शामिल लोगों को समझाने-बुझाने में सफल रहे।"

    अधिकारी के मुताबिक, मार्च में शामिल लोगों का कहना था कि वे श्रीनगर स्थित एनआईटी के भीतर राष्ट्र ध्वज फहराना चाहते हैं। इस पर अधिकारियों ने उनसे कहा कि वे राष्ट्र ध्वज उन्हें दे दें, जिसे वे एनआईटी में उनकी ओर से फहराएंगे।

    अधिकारी मार्च में शामिल लोगों को समझाने-बुझाने में सफल रहे। वे राष्ट्र ध्वज जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपने के लिए तैयार हो गए। इसके बाद वे पंजाब के मधोपुर की ओर लौट गए।

    एनआईटी श्रीनगर में विवाद की शुरुआत टी20 विश्व कप में भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए मुकाबले में भारत की हार के बाद शुरू हुआ, जिस पर कुछ लोगों ने जश्न मनाया था। एनआईटी के गैर-स्थनीय छात्रों ने इसका विरोध किया। चार अप्रैल को उन्होंने राष्ट्र ध्वज लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने 'भारत माता की जय' के नारे भी लगाए।

    प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें परिसर के मुख्य द्वार पर ही रोक दिया और उनके खिलाफ बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया। हालांकि पुलिस का कहना है कि छात्र हिंसा पर उतर आए थे और उन्होंने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के साथ बदसलूकी भी की, जिसके कारण उन्हें बल प्रयोग करना पड़ा।

    इस मामले में प्रदर्शनकारी छात्रों की शुक्रवार और शनिवार को भी सरकार के साथ वार्ता हुई थी, जो बेनतीजा रही थी। छात्रों के प्रतिनिधि रविवार को भी उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, राज्य के शिक्षा मंत्री नईम अख्तर, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम (एमएचआरडी), एनआईटी श्रीनगर के निदेशक और अन्य वरिष्ठ नागरिक तथा पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से मिलने वाले हैं।

    प्रदर्शनकारी छात्र राज्य पुलिस पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई सहित कई अन्य मांग कर रहे हैं, जिनमें एनआईटी को घाटी से बाहर ले जाने की मांग भी शामिल है। हालांकि सरकार ने एनआईटी को घाटी से बाहर ले जाने की मांग खारिज कर दी है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

खरी बात

सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत ज्योतिराव गोविंदराव फुले

उपासना बेहार 11 अप्रेल 1827 को महाराष्ट्र के पुणे में माली जाति में ज्योतिराव गोविंदराव फुले का जन्म हुआ था. ज्योतिबा फुले के पिता का नाम गोविन्द राव तथा माता...

आधी दुनिया

पुरुषवादी मानसिकता का बर्बर रूप

आरिफा एविस पिछले दिनों महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शनि मंदिर में प्रवेश को लेकर आन्दोलनकारियों और मंदिर समिति की तमाम कार्यवाहियाँ हमारे सामने आ चुकी हैं. इन सबके बावजूद...

जीवनशैली

रसोईघर का रखरखाव करें ऐसे..

नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। रसोई को सुविधाजनक बनाए रखने के लिए उसका सही तरह से प्रबंधन जरूरी है। नियमित सफाई के अलावा रसोई को इस्तेमाल और रोशनी के अनुसार...