BREAKING NEWS
फ्रेंच ओपन : पहली बार लाल बजरी के बादशाह बने जोकोविक (लीड-1)
फ्रेंच ओपन : जोकोविक ने पहली बार जीता लाल बजरी पर खिताब
भारत, कतर ने आतंकवाद, दुष्प्रचार से लड़ने का संकल्प लिया
टाइगर एक्सप्रेस को प्रभु ने दिखाई हरी झंडी
जंगली जीवों की रक्षा कर दुनिया को बनाएं बेहतर
दुनिया में लोकप्रियता हासिल कर रही है मोदी की विदेश नीति : भाजपा
पर्यावरण दिवस पर 'अन्न से जीवन' अभियान की शुरुआत
डार्टमंड, सेविला की नजर ब्राजीलियाई डिफेंडर काइयो पर
मथुरा हिंसा और सत्याग्रह की केंचुल
न्यायालय के निर्देश के बावजूद बुंदेलखंड में वसूली जारी : योगेंद्र

LIVE News

फ्रेंच ओपन : पहली बार लाल बजरी के बादशाह बने जोकोविक (लीड-1)

फ्रेंच ओपन : जोकोविक ने पहली बार जीता लाल बजरी पर खिताब

भारत, कतर ने आतंकवाद, दुष्प्रचार से लड़ने का संकल्प लिया

टाइगर एक्सप्रेस को प्रभु ने दिखाई हरी झंडी

जंगली जीवों की रक्षा कर दुनिया को बनाएं बेहतर

Subscribe to this RSS feed
Sunday, 05 June 2016 14:40

चीनी दूरसंचार कंपनी कोलंबिया के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देगी

बोगोटा, 5 जून (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन की दूरसंचार कंपनी हुआवे कोलंबिया के 14 विद्यार्थियों को दूरसंचार क्षेत्र का प्रशिक्षण देगी। ये विद्यार्थी हुआवे द्वारा प्रायोजित प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए चीन पहुंचेंगे।

कोलंबिया में कंपनी के शीर्ष अधिकारी जियोंग युहुई ने शुक्रवार को कहा कि यह प्रशिक्षण हुआवे के 'सीड्स फॉर द फ्यूचर' कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवा प्रतिभा को चीन लाकर चीनी दूरसंचार उद्योग पर पकड़ मजबूत बनाना है।

15 दिन के इस प्रशिक्षण में विद्यार्थियों को चीन की राजधानी बीजिंग और शेंझेन लाया जाएगा। जहां कंपनी का मुख्यालय स्थित है। इस दौरान विद्यार्थियों को ब्रॉडबैंड, वॉइस सेवा, डाटा सेवा, क्लाउड कंप्यूटिंग और मोबाइल तकनीक सहित अन्य पाठ्यक्रमों की पेशकश की जाएगी।

सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय की अधिकारी मारिया जारामिलो ने समाचार एजेंसी को बताया कि कोलंबिया की सरकार इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का समर्थन करती है।

उन्होंने कहा, "हम पूरी तरह से हुआवे के उद्देश्यों के साथ संबंधित हैं और मंत्रालय कोलंबिया में तकनीकी ज्ञान और प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक है।"

--आईएएनएस
Read more...
Sunday, 05 June 2016 10:30

जेएनयू का छात्र बिहार में मुखिया बना (फोटो सहित)

मनोज पाठक
भभुआ (बिहार), 5 जून (आईएएनएस)। आम तौर पर आज जहां लोग तमाम तरह की सुख सुविधाओं के साथ जीवन बिताने के लिए शहर की ओर भाग रहे हैं, वहीं बिहार के कैमूर जिले का एक युवक शहरी जीवन छोड़कर गांव में अपना भविष्य तलाशने पहुंचा है।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शोध कर रहे (रिसर्च स्कॉलर) 30 वर्षीय अमृत आनंद ने न केवल गांव में अपना भविष्य बनाने को सोचा है, बल्कि गांव की तकदीर बदलने की भी ठान ली है। अमृत ग्राम पंचायत चुनाव में पसांई पंचायत के मुखिया का चुनाव भी जीत गए हैं।

जेएनयू में जर्मन साहित्य पर शोध कर रहे अमृत अक्सर अपने गांव खजूरा आते रहते थे। इस दौरान गांव के रहन-सहन और यहां की समस्या को देखकर उन्हें दुख होता था। वे गांव की समस्या को दूर करने की सोचते थे। इसी दौरान बिहार ग्राम पंचायत चुनाव की घोषणा हुई और वे मुखिया के प्रत्याशी बन गए और आज मुखिया भी बन गए हैं।

अमृत ने आईएएनएस से कहा कि जब वे अपने गांव वापस आए और चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया तो उनके गांव के दोस्त उन पर हंस रहे थे। दोस्तों ने उनसे पूछा था कि आखिर दिल्ली छोड़कर गांव वापस आने की क्या जरूरत थी?

चुनाव प्रचार के दौरान लोगों ने 'दिल्ली वाले बाबू' कह कर उनका मजाक भी उड़ाया और यहां तक कहा, 'जैसे आया है वैसे ही चला भी जाएगा।'

इन सभी आलोचनाओं के बीच वे चुनाव मैदान में डटे रहे। अमृत ने चुनाव जीत कर सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। उनके पंचायत में कुल 17 गांव आते हैं।

अपनी इस जीत पर अमृत ने कहा कि अब पंचायत छोड़कर दिल्ली वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह अपना शोध कार्य जरूर पूरा करेंगे।

अमृत ने आईएएनएस से कहा, "मेरे घर में पढ़ने लिखने का माहौल पहले से है। मेरा छोटा भाई अंकित आनंद अमेरिका में शोध कर रहा है। मैं भी एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम कर चुका हूं। परंतु प्रारंभ से ही मेरे मन में अपनी जन्मभूमि के लिए कुछ करने की ललक है।"

अमृत के पिता आनंद कुमार सिंह 15 बीघे जमीन पर खेती करते हैं। अमृत बताते हैं कि उनके पिता किसान जरूर हैं, लेकिन बच्चों को पढ़ाई के लिए हर सुविधा उपलब्ध कराते रहे हैं।

पंचायत चुनाव में उतरने के फैसले के बारे में अमृत बताते हैं कि जब भी वह गांव आते थे तो उन्हें लगता था कि गांव की कई ऐसी समस्याएं हैं जिन्हें गांव का मुखिया अगर चाहे तो दूर कर सकता है और गांव को कहीं ज्यादा बेहतर बनाया जा सकता है।

भविष्य की योजनाओं के विषय में अमृत बताते हैं कि उनकी प्राथमिकता गांव के लोगों को प्रखंड और जिला कार्यालयों में बिचैलियों से मुक्ति दिलाना, गांव को खुले में शौच से मुक्ति दिलाना और वैज्ञानिक पद्धतियों से खेती को बढ़ावा देना है।

वह कहते हैं, "गांव में सामूहिक शौचालय बनाने की उनकी योजना है। निजी शौचालय के लिए सरकार भी मदद करती है, परंतु वे गांव में सामूहिक शौचालय बनाने का प्रयास करेंगे।"

अमृत बताते हैं कि देश में संघीय ढांचे को समझने के लिए पंचायत चुनाव से अच्छा कुछ भी नहीं हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि बिहार में 8000 से ज्यादा ग्राम पंचायत हैं और सभी जिलों में अभी मतगणना का कार्य जारी है।

--आईएएनएस
Read more...
Saturday, 04 June 2016 22:10

बेस्ट प्लानिंग थीसिस के लिए हेमंत शर्मा को जेपी भार्गव पुरस्कार

नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। रियल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंट्स रुद्राभिषेक एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईपीएल) ने बेस्ट अर्बन प्लानिंग थीसिस (शहरी नियोजन पर सर्वश्रेष्ठ शोध) के लिए हेमंत शर्मा को वार्षिक जेपी भार्गव पुरस्कार से सम्मानित किया।

आरईपीएल अर्बन प्लानिंग के छात्रों के बढ़ावा देने के लिए उनकी पोस्ट ग्रेजुएट थीसिस पर यह पुरस्कार देती है। इसके लिए एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त सभी संस्थानों और आईटीपीआई द्वारा संचालित मास्टर डिग्री या पीजी डिप्लोमा इन अर्बन एंड/या रीजन प्लानिंग से एंट्रीज मांगी गई थीं। प्रतिष्ठित प्लानर्स की एक ज्यूरी ने इनोवेशन, व्यावहारिकता, गहन विश्लेषण और निष्कर्षो आदि मानकों पर सभी शोध का मूल्यांकन किया।

इस पुरस्कार के फाइनलिस्टों में एसपीए दिल्ली के हेमंत शर्मा (आइडेंटिफिकेशन ऑफ फ्यूचर स्मार्टसिटी इन ए रीजन-कर्नाटक राज्य पर एक अध्ययन), एसपीए भोपाल की पूर्वा सक्सेना (लो कार्बन मोबिलिटी प्लान फॉर सीबीडी-एमपी नगर, भोपाल पर एक अध्ययन) और सीईपीटी अहमदाबाद की क्रिस्टी एन चेरियन (एसेसमेंट ऑफ ट्रांजिट ट्रांसफर एक्सपीरियंस, बेंगलुरु पर शोध) शामिल रहे। यह पुरस्कार दिल्ली के हेमंत शर्मा ने जीता जिन्हें एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया, जबकि दोनों फाइनलिस्टों में 50-50 हजार रुपये मिले।

आरईपीएल के सीएमडी प्रदीप मिश्रा ने कहा, "यह पुरस्कार जाने माने अर्बन प्लानर दिवंगत जगदीश प्रसाद भार्गव की याद में शुरू किया गया था, जिन्होंने देश के आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्च र के निर्माण मे सराहनीय योगदान दिया है। हमारा उद्देश्य युवा प्लानरों को प्रोत्साहित करना है, जो भविष्य में देश के शहरी परिदृश्य को आकार देंगे।"

-- आईएएनएस
Read more...
Saturday, 04 June 2016 21:30

बिहार : 12वीं में विज्ञान का 'टॉपर' साक्षात्कार में फेल

पटना, 4 जून (आईएएनएस)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 12वीं (इंटरमीडिएट) के परीक्षा परिणाम में हुए विवाद के बाद शुक्रवार को समिति द्वारा विज्ञान और कला संकाय के टॉपरों के साक्षात्कार में विज्ञान संकाय के दो टॉपर असफल रहे। इसके बाद दोनों टॉपरों के परीक्षा परिणाम रद्द कर दिए गए।

समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने शनिवार को साक्षात्कार का परिणाम जारी करते हुए कहा कि 12वीं के विज्ञान संकाय के टॉपर रहे सौरभ श्रेष्ठ और तीसरे टॉपर राहुल का परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया गया है।

कला संकाय की टॉपर रही रूबी कुमारी शुक्रवार को साक्षात्कार में भाग लेने नहीं पहुंची थी। उन्होंने कहा कि उन्हें एक सप्ताह के अंदर समिति के पास आकर साक्षात्कार में शामिल होना होगा।

प्रसाद ने कहा कि वैशाली के विशुन राय कॉलेज की मान्यता भी निलंबित कर दी गई है और इस पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को इस वर्ष 12वीं के 14 टॉपर रहे छात्रों को साक्षात्कार में शामिल होने के लिए कार्यालय बुलाया गया था। इस साक्षात्कार में 13 परीक्षार्थी शामिल हुए। इन परीक्षार्थियों के लिखावट की भी जांच की जाएगी।

समिति के एक अधिकारी ने बताया कि समिति द्वारा गठित एक जांच समिति द्वारा इन टॉपरों की परीक्षा ली गई और एक-एक कर साक्षात्कार लिया गया।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 12वीं के कला संकाय की टॉपर रही रूबी कुमारी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव कुमार के विषय संबंधित और सामान्य ज्ञान से संबंधित साक्षात्कार को टीवी चैनलों पर प्रसारित किए जाने के बाद शिक्षा विभाग ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए।

रूबी ने साक्षात्कार के दौरान पॉलिटिकल साइंस को 'प्रोडिकल साईंस' बताते हुए कहा था कि राजनीति विज्ञान में खाना बनाने की पढ़ाई होती है। इसी प्रकार से विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव कुमार के 'प्रोटोन' और 'इलेक्ट्रान' की सामान्य जानकारी नहीं थी।

गौरतलब है कि समिति ने वैशाली के विशुन राय कलेज के तीन छात्रों को इस साक्षात्कार के लिए बुलाया था। इसी कालेज से रूबी कला संकाय की टॉपर हैं, जो साक्षात्कार में शामिल नहीं हुई। इस कॉलेज के सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था।

--आईएएनएस
Read more...
Saturday, 04 June 2016 21:20

कौशल विकास के लिए शैक्षिक संस्थान और उद्योग एक मंच पर (लीड-1)

नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। अखिल भारतीय तकनीकी एवं प्रबंधन परिषद (एआईटीएमसी) ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र कौशल परिषद (ईएसएससीआई) के सहयोग से यहां शनिवार को एक कॉर्पोरेट सम्मेलन का आयोजन किया। इसका उद्देश्य संस्थानों और उद्योगों को एक मंच मुहैया कर छात्रों में कौशल विकास को बढ़ावा देना है।

इसके अलावा इस सम्मेलन का उद्देश्य उन संस्थानों की मदद करना था जो दाखिला, प्लेसमेंट और सुविधाओं को लेकर वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। अखिल भारतीय तकनीकी एवं प्रबंधन परिषद भारत की सर्वोपरि सलाहकार निकायों में से एक है। यह एक सदस्या आधारित प्रतिष्ठित गैर सरकारी संगठन है, जो उद्योगों, उद्यमियों, शिक्षण संस्थानों और भारत के युवाओं को जोड़ने का काम करती है।

इस सम्मेलन के आयोजन में राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) भी भागीदार था, जिसमें में इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में वर्तमान नवाचार पर भी प्रकाश डाला गया। इसमें लगभग 70-80 इंजीनियरिंग संस्थानों ने भाग लिया।

इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने राष्ट्र निर्माण के लिए ग्रामीण जिलों में कौशल विकास के महत्व के बारे में बात की तथा राष्ट्र उत्थान के लिए सरकार की मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया पहल का समर्थन करने की अपील की।

ईएसएससीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन. के. मोहापात्रा ने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से शिक्षण संस्थानों को सरकारी पहल में भाग लेने का अवसर मिला है। इससे युवाओं को भी अपना कैरियर बनाने और आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

-- आईएएनएस
Read more...
Saturday, 04 June 2016 19:10

मासिक धर्म व यौन शिक्षा पर खुली बहस जरूरी : करीना कपूर

लखनऊ , 4 जून (आईएएनएस)। बॉलीवुड अभिनेत्री व यूनिसेफ की ब्रांड एंबेसडर करीना कपूर शनिवार को 'माहवारी स्वच्छता अभियान' को लेकर लखनऊ पहुंची। उन्होंने इस मौके पर कहा कि मासिक धर्म व यौन शिक्षा पर समाज में खुली बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसे लेकर लखनऊ से आवाज उठाई है क्योंकि यहां से यह अवाज देशभर में पहुंचेगी।

करीना कपूर ने शनिवार को होटल ताज में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बातें कहीं। इससे पूर्व उन्होंने लखनऊ के लॉ मार्टिनियर स्कूल में माहवारी स्वच्छता अभियान को लेकर स्कूली बच्चों से बातचीत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी व कन्नौज से सांसद डिम्पल यादव भी मौजूद थीं।

करीना कूपर ने कहा, "आज स्थिति यह है कि मासिक धर्म व यौन शिक्षा को लेकर लड़कियां खुलकर बात करने को तैयार नहीं हैं। एक उम्र के बाद यह हर लड़की के साथ होता है। इस पर खुलकर बहस होनी चाहिए। पर्दे के पीछे कुछ नहीं रहना चाहिए।"

बॉलीवुड अभिनेत्री ने कहा कि यूनिसेफ इस काम को मजबूती से उठा रहा है और वह इसकी एंबेसडर होने के नाते माहवारी स्वच्छता को लेकर देशभर में आवाज उठाएंगी। अभी तक इसे लेकर जो प्रयास हुए हैं, उसका लाभ मिला है।

करीना ने कहा, "मैं सरकार से भी अपील करती हूं कि स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था करवाएं क्योंकि सभी को लड़कियों की निजता का ख्याल रखना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि माहवारी स्वच्छता को लेकर लड़कियों को अपने अभिभावकों से भी खुलकर बात करनी चाहिए ताकि उन्हें भी इस बात की समझ आए कि माहवारी कोई श्राप नहीं है। इसे लेकर मन में कोई शंका नहीं रहनी चाहिए।

अभिनेत्री ने कहा कि लड़कियों के साथ ही लड़कों को भी उनकी माहवारी को लेकर अपनी सोच बदलने की जरूरत है। जब तक लड़कों की सोच नहीं बदलेगी, तब तक सही मायने में इससे जुड़ी समस्याओं को दूर नहीं किया जा सकता।

-- आईएएनएस
Read more...
Saturday, 04 June 2016 18:10

मणिपुर लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा रद्द, 3 जुलाई को पुन: परीक्षा


इंफाल, 4 जून (आईएएनएस)। मणिपुर लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) ने 15 मई को आयोजित एमसीएससीसी प्रारंभिक परीक्षा को शनिवार को रद्द कर दिया और इसे तीन जुलाई को दोबारा कराने की घोषणा की है।

छात्रों की मणिपुर लोक सेवा संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा में गलत प्रश्नों और अस्पष्ट निर्देशों की शिकायत के बाद यह फैसला लिया गया।

इस साल दूसरी बार यह परीक्षा रद्द की गई है।

इससे पहले परीक्षा इसलिए रद्द कर दी गई थी, क्योंकि एमपीएससी की अधिसूचना में यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि परीक्षार्थी को मणिपुरी या राज्य की कम से कम एक मान्यता प्राप्त बोली का ज्ञान होना चाहिए।

इसके कारण स्थानीय छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था। उन्हें डर था कि उनकी नौकरी 'बाहरी' लोग छीन लेंगे।

इसके परिणामस्वरूप एक ताजा अधिसूचना जारी की गई थी, जिसमें स्थानीय भाषा या बोली के ज्ञान को अनिवार्य बना दिया गया था।

इसी बीच, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के जूनियर इंजीनियर के पद के लिए चुने जा चुके एक उम्मीदवार को पद छोड़ने को कहा गया था।

कार्यकर्ताओं ने आईएएनएस से कहा कि शैक्षणिक रूप से उन्नत अन्य राज्य स्थानीय उम्मीदवारों को पछाड़ देंगे। इसका अर्थ यह है कि सभी नौकरियां अन्य राज्यों के उम्मीदवारों को मिल जाएंगी।

--आईएएनएस
Read more...
Saturday, 04 June 2016 17:30

चीन के स्कूली मैदान में जहरीले पदार्थो के उत्सर्जन की जांच शुरू


बीजिंग, 4 जून (आईएएनएस/सिन्हुआ)। बीजिंग के शिक्षा प्रशासन ने शुक्रवार को एक प्राथमिक स्कूल में बने सिंथेटिक रेसस्ट्रैक से अत्यधिक मात्रा में जहरीले पदार्थ के उत्सर्जन की जांच शुरू कर दी।

शीचेंग जिले में बीजिंग नं. 2 एक्सपेरीमेंटल स्कूल के बैयुन्लू कैंपस में पिछले माह ट्रैक पर दौड़ने के बाद कई छात्रों की नाक से खून बहने, उन्हें चक्कर आने और खांसी की शिकायत हुई थी।

इस ट्रैक का नौ महीनों के बाद इस्तेमाल हुआ था। इस सप्ताह हुई जांच में ट्रैक पर बेंजीन पदार्थो और फॉर्मेनडीहाइड की अत्यधिक मात्रा मिली।

शीचेंग शिक्षा आयोग ने ट्रैक को ढकने का निर्देश दिया है और साथ ही इसके लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने का वादा भी किया है।

--आईएएनएस
Read more...
Friday, 03 June 2016 00:00

बिहार में 12वीं की परीक्षा के 'टॉपरों' से साक्षात्कार

पटना, 3 जून (आईएएनएस)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 12वीं (इंटरमीडिएट) की परीक्षा परिणाम में हुए विवाद के बाद शुक्रवार को समिति के कार्यालय में 12वीं के विज्ञान और कला संकाय के टॉपर परीक्षार्थियों को अपनी योग्यता साबित करने के लिए साक्षात्कार और लिखित परीक्षा आयोजित की गई।

कला संकाय की टॉपर रही रूबी कुमारी हालांकि इस साक्षात्कार में भाग लेने नहीं पहुंचीं, जबकि शेष 13 परीक्षार्थी समिति द्वारा लिए जा रहे इस साक्षात्कार में शामिल हुए। इन परीक्षार्थियों के लिखावट की भी जांच की जाएगी।

समिति के एक अधिकारी ने बताया कि समिति द्वारा गठित एक जांच समिति द्वारा इन टॉपरों की परीक्षा ली गई तथा एक-एक कर साक्षात्कार लिया गया।

कला संकाय के टॉपरों में कृति भारती, खुशबू कुमारी, तैयबा परवीन, तन्सीम जहान, जबकि विज्ञान संकाय में टॉपरों में लोकचंद्र, अंशुमान मसकारा, सौरभ श्रेष्ठ, अंकित राज, राहुल कुमार, हर्ष कांत, महिमा मणि, अभिषेक कुमार और शिवानी सिंह के साक्षात्कार लिए गए।

समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने बताया कि इन टॉपरों के साक्षात्कार का परिणाम शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा, इसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच भी कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 12वीं के कला संकाय की टॉपर रही रूबी कुमारी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव के विषय संबंधित और साामन्य ज्ञान से संबंधित साक्षात्कार को टीवी चौनलों पर प्रसारित किए जाने के बाद शिक्षा विभाग ने पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

रूबी ने साक्षात्कार के दौरान पॉलिटिकल साइंस को 'प्रोडिकल साइंस' बताते हुए कहा था कि राजनीति विज्ञान में खाना बनाने की पढ़ाई होती है। इसी प्रकार विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव के 'प्रोटॉन' और 'इलेक्ट्रॉन' की सामान्य जानकारी नहीं थी।

समिति ने वैशाली के विशुन राय कॉलेज के चार विद्यार्थियों को इस साक्षात्कार के लिए बुलाया है। इसी कॉलेज से रूबी कला संकाय की टॉपर हैं, जो आज साक्षात्कार में शामिल नहीं हुई।

समिति के सूत्रों की मानें तो रूबी से टॉपर का पद छीना जाना तय है। वैसे कॉलेज की ओर से रूबी के बीमार होने की खबर आई है।

इस कॉलेज के सौरभ श्रेष्ठ, राहुल कुमार और शिवानी सिंह को भी साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। टॉपरों के विवाद बढ़ने के बाद समिति ने एक जांच समिति का गठन किया है।

--आईएएनएस

Read more...
Thursday, 02 June 2016 00:00

बिहार के कोसी बेल्ट में फटेहाल सपने की तरह है शिक्षा

आनंद सिंह
सुपौल (बिहार), 2 जून (आईएएनएस)। उत्तर बिहार में कोसी बेल्ट में पड़ने वाले इस जिले के बच्चे पढ़ाई के लिए ध्यान लगाते वक्त अत्यधिक गर्मी और सर्दी जैसी अनेकों मुसीबतों का सामना करते हैं। विकास से कोसों दूर इस जिले के बच्चों के लिए शिक्षा एक फटेहाल सपने की तरह है, जिसे वे अपने जर्जर स्कूल की गीली सतह पर बैठकर देखते हैं।

"मुझे पढ़ाई के लिए एक स्कूल चाहिए। कृपया मेरे लिए एक स्कूल की व्यवस्था कीजिए। पढ़ाई पूरी करने के बाद मैं अपने परिजनों के लिए एक घर बनवाना चाहती हूं।" यह विनती 12 साल की संजना मंडल की है, जो वह संवाददाता से करती है। ऐसा करते हुए वह कोसी नदी के तट से उड़कर आ रही रेत से बचने के लिए अपना चेहरा ढक लेती है।

संजना उन हजारों बच्चों में से एक है, जिन्हें ग्रैंड कोसी महासेतु के निर्माण के लिए विस्थापित होना पड़ा है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता नारायन जी चौधरी कहते हैं कि साल 2010 में अपनी जमीन और घर गंवाने के बाद 62 गावों के 70 हजार लोगों ने यहां से पलायन किया।

मुआवजा कुछ लोगों को ही मिल सका लेकिन साल दर साल यहां के विस्थापित लोगों को प्रकृति के गुस्से का सामना करना पड़ा है।

संजना का स्कूल-उत्करमेत मध्य विद्यालय इताहारी गांव में कोसी तट के करीब स्थित है। यह स्थान राष्ट्रीय राजमार्ग-57 (ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर) से तीन किलोमीटर दूर है।

संजना की तरह इस स्कूल में 352 छात्र हैं, जो कक्षा एक से आठवीं के बीच नामांकित है लेकिन इस स्कूल में कोई छत नहीं है, कोई शौचालय नहीं है और न ही यहां कोई बाड़ा है।

मुश्किलों से जूझते यहां के छात्रों और शिक्षकों को अच्छे दिनों का इंतजार है। इनका मानना है कि इन की स्थिति एक न एक दिन जरूर सुधरेगी लेकिन पटना में सत्ता की कुर्सी पर आसीन लोगों तक उनकी आवाज नहीं पहुंचती।

संजना ने अफसोस के साथ कहा, "कई लोगों ने हमसे पूछा है कि हम किस तरह की समस्याओं का सामना करते हैं। इतने साल बीत गए लेकिन अब तक कोई भी हमारे लिए बदलाव की बयार नहीं लेकर आया है। हमारे लिए अब तक कुछ नहीं बदला है।"

स्कूल के प्राचार्य दशरथ प्रसाद यादव भी असहाय नजर आते हैं। यादव ने कहा, "हमारे पास स्कूल का कोई भवन नहीं है और न ही चाहरदीवारी है। मेरे बच्चे यहां सुरक्षित नहीं हैं। हमारे पास यहां पढ़ाई जारी रखने के अलावा कोई चारा नहीं है। हम यह हालात नहीं चाहते लेकिन क्या करें।"

संजना के पिता योगेंद्र मंडल ने कहा कि एक समय उनके पास 60 एकड़ जमीन थी लेकिन अब सब पानी में मिल गया है। इसका मतलब यह है कि वह इस जमीन को बेच नहीं सकते और अपनी बच्ची को प्राइवेट स्कूल में पढ़ने के लिए भेज नहीं सकते।

इस तरह के हालात का सामना करने वाले योगेंद्र अकेले नहीं हैं। इताहारी गांव में इस तरह के दुर्भाग्य का सामना करने वाले 327 परिवार हैं। इनमें से अधिकांश अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। इन सबकी कहानी एक जैसी है।

इसी तरह की अनिश्चितता जिले के निर्मली और सरायगढ़ भापथियाही प्रखंडों के राय एवाम सरदार टोला, कतिया टोला, बालथरबा, भुलिया और धोली जैसे गावों पर है।

इन स्थलों पर स्कूल अपनी भूमिका अदा करने के लायक नहीं हैं। शिक्षा फटेहाल स्थिति में है। यह हालात तब है जब नीतीश सरकार ने राज्य में कई नए स्कूलों के निर्माण का दावा किया है।

झरखराही धोली माध्यमिक स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा रीना ने भी उसी तरह की तस्वीर पेश की, जिस तरह की तस्वीर संजना ने पेश की थी। रीना ने कहा, "हमारे पास स्कूल का भवन नहीं है। हम बरसात में भीग जाती हैं। यह तो सिर्फ एक टूटी झोपड़ी है। हमें सर्दी और गर्मी से बचने का कोई रास्ता नहीं दिखता।"

बिहार सरकार ने साल 2005 से लेकर आब तक एक लाख अतिरिक्त क्लासरूम बनाने का दावा किया है। साथ ही सरकार ने 21,087 प्राइमरी स्कूल स्थापित किए हैं और 19581 प्राइमरी स्कूलों को मिडिल स्कूलों में बदला है। यह सब 2005 से 2015 के बीच के सरकारी आंकड़े हैं।

सरकार चाहें जो भी दावा करे लेकिन बिहार के सुपौल जिले में उसके सारे दावे बेकार साबित होते हैं। ऐसे में भला जिला प्रशासन क्या कर रहा है?

जिलाधिकारी बैद्यनाथ यादव इस पूरे हालात को टालने की कोशिश करते हुए आईएएनएस से कहते हैं, "हमारे पास इनके लिए विशेष फंड नहीं है।" साथ ही वह कह भी कहते हैं कि फटेहाल स्कूलों की तस्वीरें जिला प्रशासन से साझा की जाएं।

सहरसा संभागीय आयुक्त टी.एन. बिंदेश्वरी ने कहा कि उन्हें इस हालात की जानकारी नहीं है। वह कहती हैं, "मुझे इन बच्चों के इस हालात की जानकारी नहीं है। मैं स्कूलों के हालात का जायजा लेने के लिए अधिकारियों को कहूंगी।"

इस पूरे मामले पर बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से भी सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया।

--आईएएनएस




Published in फीचर
Read more...
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • 10
  • »
  • End
Page 1 of 156

खरी बात

छत्तीसगढ़ के मुख्य सेवक रमन सिंह के नाम एक तुच्छ नागरिक का खुला पत्र

माननीय मुख्यमंत्री,छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर. महोदय, इस राज्य के मुख्य सेवक को इस देश के एक तुच्छ नागरिक का सलाम. आशा है, मेरे संबोधन को आप व्यंग्य नहीं समझेंगे, क्योंकि देश...

आधी दुनिया

14 फीसदी भारतीय कारोबार की लगाम महिलाओं के हाथ

ऋचा दूबे एक ऑनलाइन खुदरा कारोबार चलाती हैं, जो कारीगरों को उपभोक्ताओं से जोड़ता है। यह आधुनिक भारतीय महिला के लिए कोई अनोखी बात नहीं है। लेकिन हाल के आंकड़ों...

जीवनशैली

पोर्नोग्राफी से बढ़ता है धर्म के प्रति झुकाव : अध्ययन

न्यूयॉर्क, 30 मई (आईएएनएस)। आप इसे विचित्र कह सकते हैं, लेकिन ओक्लाहोमा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि जो लोग हफ्ते में एक बार से अधिक अश्लील फिल्म...