JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
मनाएं बिना धूम-धड़ाके वाली दिवाली
भाजपा की हार अच्छी खबर : पाकिस्तानी समाचार पत्र
त्रिपुरा में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 34 गिरफ्तार
चीन : सुन यात-सेन की 150वीं जयंती पर होंगे कई कार्यक्रम
चीन में 'लॉयन किंग' चुनने के लिए 2 दिनी प्रतियोगिता
'सबका न्याय' जरूरी : मोदी
बंगाल की जेलों में फंसे पड़े हैं बांग्लादेशी कैदी
नेस्ले की मैगी ने री-लांच की घोषणा की
चीन के राष्ट्रपति जी20, एपेक शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
महिलाओं की जादू-टोने के शक में हत्याएं रोकने में कानून नाकाम

LIVE News

मनाएं बिना धूम-धड़ाके वाली दिवाली

भाजपा की हार अच्छी खबर : पाकिस्तानी समाचार पत्र

त्रिपुरा में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 34 गिरफ्तार

चीन : सुन यात-सेन की 150वीं जयंती पर होंगे कई कार्यक्रम

चीन में 'लॉयन किंग' चुनने के लिए 2 दिनी प्रतियोगिता

अंतरिक्ष में सब्जियां उगा रहा नासा

न्यूयॉर्क, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। हॉलीवुड की मशहूर फिल्म 'द मार्शियन' में आपने अभिनेता मैट डेमॉन को मंगल ग्रह पर खाने के लिए फसल उगाने की जद्दोजहद करते देखा होगा। लेकिन नासा के लिए यह कोई अनोखी बात नहीं, क्योंकि वह अंतरिक्ष में पहले से ही सब्जियां उगा रहा है, जिसे वैज्ञानिकों ने खाया भी है।

इस साल अगस्त में छह अंतरिक्ष यात्री अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) में उगाई सब्जियां खाने वाले पहले व्यक्ति बन गए।

अंतरिक्ष के कठिन हालात में खाद्य पदार्थो के उत्पादन को लेकर शोध के लिए नासा अमेरिका की उटा स्टेट युनिवर्सिटी में पौधे, मिट्टी व जलवायु विभाग के निदेशक ब्रुस बग्बी को फंडिंग कर रहा है।

बग्बी ने टेकक्रंच डॉट कॉम को एक रपट में कहा, "हमारा ध्यान फिलहाल कुछ सलाद उगाने पर है। कुछ सलाद व कुछ मूली उगाना है, जिससे जल के पुनर्चक्रण में मदद मिलती है।"

नासा ने अंतरिक्ष में सब्जियों के उत्पादन के लिए कई तरह की प्रौद्योगिकी की खोज की है।

नासा 'वेज-01' परीक्षण का इस्तेमाल पौधों के विकास व 'पिलोज' (पौधे उगाने की तकनीक) के अध्ययन को लेकर कर रहा है।

अंतरिक्ष में पहले 'पिलो' को मई 2014 में फ्लाइट इंजीनियर स्टीव स्वांसन ने विकसित किया था।

पौधे के विकास के 33 दिनों बाद उसे काट लिया गया और अक्टूबर 2014 में पृथ्वी पर लाया गया।

नासा के फ्लोरिडा स्थित केनेडी अंतरिक्ष केंद्र में पौधे की खाद्य सुरक्षा संबंधी जांच की गई।

दूसरा 'वेज 01 प्लांट पिलोज' को केली ने आठ जुलाई को विकसित किया, जिसके 33 दिनों बाद फिर उसे काटकर धरती पर लाया गया।

'वैजी यूनिट' एक चपटा पैनल होता है, जिसमें पौधे के विकास व चालक दल के प्रेक्षण के लिए लाल, नीली व हरी एलईडी लगी होती हैं।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Related items

  • चाइनीज एयरलाइंस ने विमानों में वाई-फाई की पेशकश की
    बीजिंग, 8 नवंबर (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ने लंबी दूरी वाले कुछ चयनित उड़ानों में 3जी वाई-फाई सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी पूरी कर ली है। मीडिया रपट से रविवार को यह जानकारी मिली।

    एयरलाइंस के व्यापार विकास कार्यालय के उप निदेशक झांग ची ने कहा कि 12 नवंबर से शुरू होने वाली सेवा सबसे पहले शंघाई से न्यूयॉर्क, लॉस एंजेलिस व टोरंटो जाने वाली बोईंग 777-300ईआर विमानों में की जाएगी, जो उपग्रह संपर्क से जुड़ा है।

    झांग ने कहा कि तीन महीनों के परीक्षण के बाद यह सेवा वेंकूवर व सैन फ्रांसिस्को जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों तथा बीजिंग, गुआंगझू, कुनमिंग, चेंगदू व चोंगकिंग के चयनित घरलू विमानों में भी उपलब्ध कराई जाएगी।

    यह सेवा प्रति उड़ान 50 यात्रियों तक सीमित होगी।

    उन्होंने कहा, "परीक्षण के दौरान समीक्षा के आधार पर हम सेवा की कीमतों पर विचार करेंगे। भविष्य में हम विभिन्न बैंडविथ व इंटरनेट स्पीड की सेवाओं की पेशकश कर सकते हैं।"

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • चीन ने किया दूरसंवेदी उपग्रह का प्रक्षेपण
    बीजिंग, 8 नवंबर (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन ने रविवार को शांक्सी प्रांत के ताइयुआन प्रक्षेपण स्थल से 'याओगान-28' दूरसंवेदी उपग्रह का अंतरिक्ष में प्रक्षेपण किया।

    इस उपग्रह का इस्तेमाल शोध, भूमि सर्वेक्षण, फसलों की उपज के अनुमान और आपदा राहत कार्यो में किया जाएगा।

    लांग मार्च-4बी रॉकेट से याओगान-28 को अंतरिक्ष में भेजा गया। यह लांग मार्च रॉकेट श्रेणी का 217वां मिशन है।

    चीन ने याओगान श्रेणी का प्रथम उपग्रह 'याओगान-1' साल 2006 में प्रक्षेपित किया था।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • देश का वेबसाइट वाला दूसरा गांव सिलफिली
    रायपुर, 8 नवंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल नवगठित सूरजपुर जिले की ग्राम पंचायत सिलफिली को राज्य की पहली ऐसी ग्राम पंचायत होने का गौरव मिला है, जिसकी अपनी वेबसाइट और नि:शुल्क वाईफाई सेवा शुरू हो गई है।

    अपनी वेबसाइट और नि:शुल्क वाईफाई की दृष्टि से यह भारत की दूसरी ग्राम पंचायत है। लगभग 2,229 की जनसंख्या वाली इस ग्राम पंचायत को शत प्रतिशत घरों में शौचालय निर्माण हो जाने पर अब खुले में शौच मुक्त ग्राम भी घोषित किया गया है।

    सरपंच संजय सिंह ने कहा कि पंचायती राज के कार्यो में पारदर्शिता की दृष्टि से सिलफिली ग्राम पंचायत की वेबसाइट काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। इसमें पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं की जानकारी भी आम जनता के लिए प्रदर्शित की जा रही है।

    गौरतलब है कि ग्राम पंचायत सिलफिली जिला सूरजपुर के विकासखंड सूरजपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 के किनारे स्थित है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, वहां की जनसंख्या 2,229 है। इनमें 1,162 पुरुष और 1,067 महिलाएं हैं। छत्तीसगढ़ की औसत साक्षरता 70.28 प्रतिशत के मुकाबले ग्राम पंचायत सिलफिली में साक्षरता का प्रतिशत 75.39 तक पहुंच गया है।

    वहीं प्रदेश के गृह, जेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री रामसेवक पैकरा ने वहां आयोजित कार्यक्रम में इस ग्राम पंचायत की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटसिलफिलीडॉटकॉम का शुभारंभ किया।

    उन्होंने ग्राम पंचायत की नि:शुल्क वाईफाई सेवा की भी शुरुआत की। पैकरा ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए वहां के सरपंच संजय सिंह नेटी सहित समस्त पंचों और ग्राम पंचायत क्षेत्र के सभी ग्रामीणों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

    गृह मंत्री ने इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के तहत सिलफिली के शत प्रतिशत घरों में शौचालय निर्माण हो जाने पर इसे खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायत भी घोषित किया। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए भी ग्रामीणों को बधाई दी। इस मौके पर स्वच्छता उत्सव का भी आयोजन किया गया।

    मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी ग्राम पंचायत सिलफिली द्वारा स्वयं की वेबसाइट और नि: शुल्क वाईफाई सेवा शुरू करने तथा खुले में शौचमुक्त ग्राम पंचायत घोषित होने पर बधाई दी।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • चीन, ताइवान के बीच सिंगापुर में ऐतिहासिक वार्ता

    सिंगापुर, 7 नवंबर (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके ताइवान के समकक्ष मा यिंग जिउ के बीच हाथ मिलाने के साथ ही शनिवार को इन दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता की शुरुआत हो गई। चीन व ताइवान के बीच बीते 66 वर्षो के दौरान यह पहली बैठक है।

    शी ने कहा, "आज का दिन इतिहास में याद किया जाएगा। बैठक ने चीन व ताइवान के संबंधों का एक ऐतिहासिक पन्ना खोल दिया है।"

    वार्ता शुरू होने से पहले दोनों नेताओं ने लगभग एक मिनट 10 सेकंड तक हाथ मिलाया, जिसे संबंधों की मजबूती के प्रतीक के तौर पर देखा जा रहा है। साल 1949 के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली बैठक है।

    शी तथा मा ने एक बंद कमरे में एक घंटे तक बैठक की।

    शी ने मा से कहा, "कोई भी ताकत हमें अलग नहीं कर सकती, क्योंकि हम भाई हैं, जिनकी रगों में एक ही खून दौड़ता है। हम एक परिवार हैं।"

    वहीं, मा ने कहा, "इस वक्त ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों ओर शांति और क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने की घोषणा की प्रशंसा हो रही है।"

    यह वार्ता ताइवान में राष्ट्रपति व संसदीय चुनाव के पहले हुई है, जिसमें स्वतंत्रता की तरफ झुकाव रखने वाली डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) की जीत की उम्मीद है।

    चीन व ताइवान के प्रतिनिधियों ने बैठक के निष्कर्ष के बारे में अलग-अलग संवाददाता सम्मेलन कर जानकारी दी।

    चीन के ताइवान मामलों के प्रमुख झांग झिजुन ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि ताइवान की आजादी की मांग करने वाली ताकतें चीन व ताइवान दोनों के लिए बड़ा खतरा हैं। ताइवान में होने वाले आगामी चुनाव में चीन हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन वह चीन-ताइवान के बीच के संबंधों को लेकर चिंतित है।

    झांग ने यह भी कहा कि ताइवान को चीन एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक में हिस्सेदारी के लिए आमंत्रित करता है।

    झांग ने कहा कि शी ने दोनों पक्षों से आम राजनीतिक सहमति का पालन करने का आह्वान किया है, जो साल 1992 में दोनों पक्षों द्वारा पहुंची गई सहमति की ओर इशारा करता है, जो एक चीन सिद्धांत को बढ़ावा देता है।

    झांग के अनुसार, शी ने कहा, "सात वर्षो से अधिक समय से चीन व ताइवान का शांतिपूर्वक विकास साल 1992 की सहमति का पालन करता है और ताइवान की आजादी का विरोध करता है।"

    उन्होंने कहा कि बीते सात वर्षो के दौरान दोनों पक्षों ने कुल 23 समझौतों पर हस्ताक्षर किए, 40 हजार से अधिक छात्रों का आदान-प्रदान हुआ, पर्यटकों की संख्या बढ़कर सालाना 80 लाख से अधिक हो गई तथा सालाना व्यापार 170 अरब डॉलर से अधिक हो गया।

    राष्ट्रपति शी के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे की मेजबानी करने वाले सिंगापुर ने कहा कि वह वार्ता को प्रोत्साहित कर व स्थल मुहैया कराकर खुश है।

    वहीं, शिखर वार्ता के खिलाफ शनिवार को ताइवान की राजधानी ताइपे में लगभग एक हजार लोग सड़कों पर उतरे और अपना विरोध जताया। ताइपे सोंगशान हवाई अड्डे पर अलग से एक विरोध-प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जहां से मा ने सिंगापुर के लिए उड़ान भरी।

    उधर, चीन व ताइवान के बीच सिंगापुर के शांगरी-ला होटल में चल रही ऐतिहासिक शिखर वार्ता का विरोध करने वाले पांच ताइवानी नागरिकों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • चीन, ताइवान के बीच 66 वर्षो में पहली शिखर वार्ता

    सिंगापुर, 7 नवंबर (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके ताइवान के समकक्ष मा यिंग जिउ के बीच हाथ मिलाने के साथ ही शनिवार को इन दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता की शुरुआत हो गई। चीन व ताइवान के बीच बीते 66 वर्षो के दौरान यह पहली बैठक है।

    शी ने कहा, "आज का दिन इतिहास में याद किया जाएगा। बैठक ने चीन व ताइवान के संबंधों का एक ऐतिहासिक पन्ना खोल दिया है।"

    वार्ता शुरू होने से पहले दोनों नेताओं ने लगभग एक मिनट 10 सेकंड तक हाथ मिलाया, जिसे संबंधों की मजबूती के प्रतीक के तौर पर देखा जा रहा है। साल 1949 के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली बैठक है।

    शी तथा मा ने एक बंद कमरे में एक घंटे तक बैठक की।

    चीन के ताइवान मामलों के प्रमुख झांग झिजुन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शी ने दोनों पक्षों से आम राजनीतिक सहमति का पालन करने का आह्वान किया है, जो साल 1992 में दोनों पक्षों द्वारा पहुंची गई सहमति की ओर इशारा करता है, जो एक चीन सिद्धांत को बढ़ावा देता है।

    झांग के अनुसार, शी ने कहा, "सात वर्षो से अधिक समय से चीन व ताइवान का शांतिपूर्वक विकास साल 1992 की सहमति का पालन करता है और ताइवान की आजादी का विरोध करता है।"

    उन्होंने कहा कि बीते सात वर्षो के दौरान दोनों पक्षों ने कुल 23 समझौतों पर हस्ताक्षर किए, 40 हजार से अधिक छात्रों का आदान-प्रदान हुआ, पर्यटकों की संख्या बढ़कर सालाना 80 लाख से अधिक हो गई तथा सालाना व्यापार 170 अरब डॉलर से अधिक हो गया।

    राष्ट्रपति शी के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे की मेजबानी करने वाले सिंगापुर ने कहा कि वह वार्ता को प्रोत्साहित कर व स्थल मुहैया कराकर खुश है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • अधिकांश हृदय रोगियों के लिए सुरक्षित है सेक्स

    टोरंटो, 7 नवंबर (आईएएनएस)। हृदय रोगी सामान्य तौर पर यौन संबंध से परहेज करते हैं, लेकिन यह बस एक भ्रांति है। एक नए शोध के मुताबिक, हृदय रोगी सेक्स का आनंद बिना किसी भय के उठा सकते हैं।

    हृदय रोगी व उनके साथी दोनों के मन में इस बात का भय होता है कि सेक्स के दौरान उनके साथी को दिल का दौरा पड़ सकता है और उनकी मौत भी हो सकती है।

    ब्राजील के फेडरल युनिवर्सिटी ऑफ रियो ग्रैंड दो सूल के मुख्य लेखक रिकाडरे स्टेन ने कहा, "हमारे शोध से यह बात सामने आई है कि हृदय रोगियों का यह सोचना कि यौन संबंध बनाना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, केवल एक मिथक है।"

    स्टेन ने उल्लेख किया, "चिकित्सकीय रूप से स्थिर करार दिए गए अधिकांश हृदय रोगियों के सेक्स के दौरान मौत का जोखिम बेहद कम होता है और दिलचस्प रूप से यह खतरा महिलाओं के लिए भी बेहद कम है।"

    यौन संबंध जीवन के स्वास्थ्य संबंधी गुणवत्ता का एक प्रमुख पहलू है और इसे एक बेहतरीन कसरत माना जाता है।

    अध्ययन के मुताबिक, चिकित्सकीय रूप से स्थिर वे हृदय रोगी यौन संबंध का आनंद बिना किसी भय के उठा सकते हैं, जिन्हें चिकित्सक ने कसरत वगैरह करने का परामर्श दे रखा हो।

    निष्कर्ष के मुताबिक, यौन संबंध बनाने के दौरान, हृदय रोगियों को दिल के दौरे से अचानक मौत बेहद दुर्लभ है।

    यह शोध कनाडा की पत्रिका 'कार्डियोलॉजी' में प्रकाशित हुआ है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

खरी बात

बिहार की महाजीत, अहंकार की हार

पहली बार बिहार और समूचे देश ने अपने प्रधानमंत्री को एक पैकेज का ऐलान इस तरह करते सुना- '70 हजार, 80 हजार, 90 हजार करूं या ज्यादा करूं?' इसके बाद...

आधी दुनिया

महिलाओं ने बदल दी एक गांव को पहचान

असम में नलबाड़ी जिले से 20 किलोमीटर दूर स्थित चतरा गांव की पहचान को यहां की महिलाओं ने अपनी एकजुटता और मेहनत से बदल दिया है। बोडो समुदाय बहुल यह...