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झारखंड में विस्फोटकों का भारी जखीरा जब्त


रांची, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। झारखंड के खूटी जिले में शनिवार को विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया और इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।

अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने खूटी जिले के सिरका गड़सुल गांव से जिलेटिन की 193 छड़ें, 110 डेटोनेटर, 7,000 रुपये नकदी और एक मोटरसाइकिल जब्त कर ली।

पुलिस ने कहा कि तीन युवक विस्फोटक लेकर जा रहे थे, लेकिन उनमें से दो भागने में सफल रहे।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि ये विस्फोटक नक्सलियों को दिए जा सकते थे, जिसका इस्तेमाल वे बारूदी सुरंग बनाने में करते हैं।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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  • 'दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति का गुप्ता परिवार से कोई संबंध नहीं'
    जोहान्सबर्ग, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति थाबो म्बेकी का गुप्ता परिवार से कोई संबंध नहीं है और न ही उन्होंने अपने उत्तराधिकारी राष्ट्रपति जैकब जुमा से उस परिवार का परिचय कराया। थाबो म्बेकी फाउंडेशन ने यह बात सोमवार को कही।

    इस आशय का बयान फाउंडेशन की ओर से तब आया है, जब गुप्ता परिवार पर कथित रूप से सरकार पर अनुचित प्रभाव डालने का आरोप लगाया जा रहा है।

    समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, फाउंडेशन ने ई-मेल के जरिए बयान जारी कर इस आरोप को खारिज किया कि भारतीय मूल के गुप्ता परिवार और म्बेकी के बीच कोई संबंध है।

    फाउंडेशन ने कहा, "विगत तीन सप्ताहों से हमलोगों ने खबरों में पाया है कि कई लोग दावा कर रहे हैं कि पूर्व राष्ट्रपति थाबो म्बेकी और गुप्ता परिवार के बीच संबंध है।"

    फाउंडेशन ने यह भी कहा, "इस बात को लेकर हमलोग चिंतित हैं। जवाब देने से बचते हुए आरोपों की तह तक गए।"

    पूर्व राजनीतिक कैदी संघ के अध्यक्ष मफो मेसेमोला ने रविवार को दावा किया था कि म्बेकी ने गुप्ता परिवार को राष्ट्रपति जुमा से परिचय कराया था।

    फाउंडेशन ने कहा, "यदि यह सही भी है कि पूर्व राष्ट्रपति मबेकी ने गुप्ता परिवार को राष्ट्रपति जुमा से मिलवाया था। फिर भी, उसके बाद गुप्ता परिवार और जुमा के बीच संबंधों को लेकर जो कुछ निकल कर आया है, उसके लिए म्बेकी को तब तक जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता, जब तक यह साबित नहीं हो जाता है कि उन्होंने गलत इरादे से उस परिवार को राष्ट्रपति से मिलवाया था।"

    फउंडेशन ने मेसेमोला को सुझाव भी दिया कि नैतिक फसले की क्षमता नहीं होने के लिए उन्हें राष्ट्रपति जुमा पर आरोप लगाना चाहिए।

    राष्ट्रपति जुमा से घनिष्ठ संबंधों को लेकर गुप्ता परिवार विवाद में फंस गया है। कहा जाता है कि गुप्ता परिवार सत्ताधारी अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के सदस्यों को मंत्रिमंडलीय पद की पेशकश कर दक्षिण अफ्रीकी सरकार पर कथित रूप से अनुचित दबाव डाल रहा है।

    फाउंडेशन ने इस बात से भी इन्कार किया कि जब मबेकी राष्ट्रपति थे तो गुप्ता परिवार के कोई भी सदस्य कभी उनके आर्थिक सलाहकार थे।

    फाउंडेशन ने कहा कि यह सत्य है कि अजय गुप्ता ने अंतर्राष्ट्रीय विपन्न परिषद (आईएमसी) बोर्ड, जो अब (ब्रांड दक्षिण अफ्रीका) है में अपनी सेवाएं दीं।

    फाउंडेशन ने कहा कि तत्कालीन मंत्री एस्सोप पहद की अनुशंसा पर अजय गुप्ता बोर्ड के साथ समझौता कर आईएमसी में शामिल हुए थे। चाहे गलत हो या सही, लेकिन तत्कालीन मंत्री एस्सोप पहद ने सोचा कि गुप्ता के पास परिषद के कार्य करने की क्षमता और ज्ञान था, न कि राष्ट्रपति से उनकी कथित घनिष्ठता के कारण ऐसा फैसला किया गया।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • केरल : तीव्र आवाज पाले पटाखों पर रात में रोक
    कोच्चि, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। आतिशबाजी के कारण एक मंदिर में 110 लोगों के मारे जाने के दो दिन बाद केरल उच्च न्यायालय ने मंगलवार को तेज आवाज करनेवाले पटाखों पर रात में रोक लगा दी है।

    न्यायमूर्ति थोट्टाथिल बी. राधाकृष्णन और न्यायमूर्ति अनु शिवरमण की खंडपीठ ने कहा कि दिन में भी 125-145 डेसिबल से ज्यादा शोर करनेवाले पटाखों पर रोक रहेगी।

    कोल्लम जिले के एक मंदिर में रविवार रात हुई आतिशबाजी के दौरान लगी आग और विस्फोट के कारण 110 लोग मारे गए थे। इसे लेकर अदालत ने केरल पुलिस को फटकार लगाई है।

    न्यायाधीश ने पूछा कि क्या अपराध शाखा इस मामले की जांच कर पाने में सक्षम है या केंद्रीय जांच ब्यूरो को इस मामले की जांच करनी चाहिए।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • उप्र : मुनीर ने मारी थी तंजील को गोली
    लखनऊ /बिजनौर, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में बिजनौर जिले के सहसपुर गांव में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अधिकारी तंजील अहमद हत्याकांड के मामले में पुलिस ने मंगलवार को 10 दिन बाद बड़ा खुलासा करने का दावा किया। पुलिस ने बताया है कि मुनीर ने ही तंजील को गोलियां मारी थीं।

    बरेली जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विजय सिंह मीणा ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह दावा किया।

    उन्होंने बताया कि तंजील की हत्या मुनीर गैंग ने की है। इसमें उनका एक रिश्तेदार रेयान भी शामिल था। रेयान और उसके एक अन्य साथी जैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुनीर अभी भी फरार है।

    आईजी के मुताबिक, हत्या के पीछे प्रॉपर्टी का विवाद, दिल्ली में हुए एक पुलिस मामले में तंजील अहमद द्वारा रेयान के परिवार की मदद न करना और अन्य कारणों से निजी रंजिश रखना सामने आया है।

    आईजी ने फिलहाल इस हत्याकांड का किसी भी तरह किसी आतंकी संगठन से संबंध होने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने यह जरूर कहा कि जांच अभी भी जारी है और 'टेरर कनेक्शन' के सिलसिले में एनआईए ही जांच कर रही है।

    आईजी मीणा ने बताया कि दिसंबर में धामपुर में बैंक के 91 लाख रुपये की लूट में भी मुनीर गैंग का हाथ होने की बात सामने आई है।

    उन्होंने बताया कि बैंक कैश लूटकांड और इस वारदात में 91 एमएम की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। दोनों के बुलेट के खोखों की लखनऊ फॉरेंसिक लैब में जांच कराई गई तो दोनों की रिपोर्ट एक जैसी ही आई।

    आईजी ने बताया कि बैंक लूट के बाद से ही मुनीर गैंग पुलिस के रडार पर था। पुलिस को मालूम चल चुका था कि घटना में सहसपुर के गैंग का हाथ है। मुनीर को शक था कि इस मामले में तंजील अहमद ने मुखबिरी की है। इस कारण उसकी रंजिश और बढ़ गई थी।

    उल्लेखनीय है कि दो अप्रैल की रात तंजील अहमद जब अपनी भांजी की शादी से लौट रहे थे, उसी समय उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में उनकी पत्नी भी गंभीर रूप से घायल हो गईं। वह इस समय नोएडा के एक अस्पताल में भर्ती हैं।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • राष्ट्रपति ने 52 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से नवाजा
    नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को मेगास्टार रजनीकांत, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा, टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा एवं कुछ अन्य प्रमुख हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।

    राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में ये पुरस्कार तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में प्रदान किए गए।

    राष्ट्रपति ने इस कार्यक्रम में पांच लोगों को पद्म विभूषण से, 11 को पद्म भूषण से और 36 को पद्म श्री से नवाजा। पद्म श्री से सम्मानित तीन लोग इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए।

    पद्म पुरस्कार देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं। वर्ष 2016 के लिए दिए जाने वाले इन पुरस्कारों की घोषणा गत जनवरी में की गई थी और इन्हें दो समारोहों में प्रदान किया गया।

    गत 28 मार्च को अभिनेता अजय देवगन, अनुपम खेर और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर को कई अन्य लोगों के साथ पद्म पुरस्कार दिए गए थे।

    पुरस्कार वितरण समारोह में उपस्थित लोगों में उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल थे। समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी थीं।

    इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल हुए।

    पद्म सम्मान पाने वालों में मीडिया उद्योगपति रामोजी राव, गायक उदित नारायण, बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लि. की अध्यक्ष इंदू जैन व प्रोफेसर एन. एस. रामानुज ताताचार्य भी शामिल हैं।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • उत्तराखंड : बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई 23 अप्रैल को (लीड-1)
    देहरादून, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तराखंड कांग्रेस के नौ बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के विधानसभा अध्यक्ष के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय में अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होगी।

    न्यायालय ने दोनों पक्षों को शपथ पत्र दाखिल करने के आदेश दिए हैं। मंगलवार को भी नैनीताल उच्च न्यायालय में अपराह्न् दो बजे तक सुनवाई हुई, जिसके बाद सुनवाई की अगली तारीख 23 अप्रैल तय कर दी गई।

    न्यायमूर्ति यू.सी. ध्यानी की एकलपीठ के समक्ष यह सुनवाई चल रही है। बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के मामले की पैरवी अधिवक्ता आर्यमन सुंदरम, एल. नागेश्वर राव और दिनेश द्विवेदी कर रहे हैं।

    बागियों द्वारा दाखिल याचिका में कहा गया है कि बागियों ने पार्टी नहीं छोड़ी थी, वे केवल सरकार के खिलाफ गए थे। याचिकाकर्ता की ओर से सर्वोच्च न्यायालय के कई निर्णयों का हवाला भी दिया गया है।

    गौरतलब है कि बागी विधायक सुबोध उनियाल, शैलारानी रावत, उमेश शर्मा काऊ, कुंवर प्रणब सिंह चैंपियन, हरक सिंह रावत, अमृता रावत, शैलेंद्र मोहन सिंघल और प्रदीप बत्रा ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर 27 मार्च, 2016 को विधानसभा अध्यक्ष की ओर से सभी बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के आदेश को चुनौती दी थी।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • बिहार में बेटियों की संख्या बढ़ी!
    मनोज पाठक
    पटना, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। देश में लिंगानुपात में सुधार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। हरियाणा सहित कई राज्यों में लिंगानुपात चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुका है, लेकिन बिहार में पिछले 10 वर्षो के दौरान बेटियों की संख्या बढ़ी है, यानी लिंगानुपात में काफी सुधार आया है। यह देश के अन्य राज्यों के लिए सुखद संदेश है।

    पिछले 10 वर्षो के दौरान राज्य में बालिकाओं के लिंगानुपात में 41 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है। यह खुलासा भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस)-चार से हुआ है।

    केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के लिए यह सर्वेक्षण एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एएमएस) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेजमेंट रिसर्च (आईआईएचएमआर) ने 16 मार्च से दो अगस्त, 2015 के बीच किया था। इसके लिए कुल 36,772 घर की 45 हजार 812 महिलाओं और 5,431 पुरुषों से संपर्क किया गया।

    एनएएफएचएस-चार की रिपोर्ट बताती है कि राज्य में वर्ष 2005-06 में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस)-तीन किया था। उस समय राज्य में बालक लिंगानुपात (0 से पांच वर्ष तक) में प्रति हजार में 893 बालिकाएं थीं, जबकि 2015-16 के सर्वेक्षण में यह आंकड़ा 893 से बढ़कर 934 प्रति हजार हो गया है।

    रिपोर्ट के मुताबिक, शहरी इलाकों में जहां 942 बालिकाएं प्रति हजार हैं तो ग्रामीण इलाकों में स्थिति बेहतर है। यहां यह आंकड़ा 933 है। इस तरह पिछले 10 वर्षो में बालिकाओं की संख्या में प्रति हजार 41 अंकों की वृद्धि हुई है।

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की कमान संभालने के बाद लड़कियों के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना और मुख्यमंत्री साइकिल योजना की शुरुआत की। मुख्यमंत्री इन दोनों योजनाओं की सार्वजनिक मंचों से कई मौकों पर तारीफ भी कर चुके हैं।

    बिहार के पूर्व मंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के नेता श्याम रजक भी मानते हैं कि नीतीश कुमार सरकार ने जहां बालिकाओं के लिंगानुपात में सुधार के लिए कई आवश्यक कदम उठाए, वहीं लड़कियों को परिवार पर बोझ नहीं बनने या उनके शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री साइकिल योजना और मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की।

    उल्लेखनीय है कि बिहार के संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार ने बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा था, "नीतीश कुमार सरकार राज्य में लिंगानुपात बढ़ाने के लिए लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के साथ महिलाओं के उत्थान के लिए कई नीतियां बनाई हैं। शिक्षा के प्रति छात्राओं के आकर्षण बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिमाग की उपज साइकिल एवं पोशाक योजना के कारण माध्यमिक स्तर तक बालिकाओं की उपस्थिति में गुणात्मक वृद्धि हुई है।"

    उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना को बिहार में पूरी संजीदगी के साथ लागू किया गया है, जिसका प्रतिफल सबके सामने है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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