नई दिल्ली, 13 मार्च (आईएएनएस)। बैंकों के 9000 करोड़ रुपये चुकाने के बजाय ब्रिटेन उड़ चले शराब कारोबारी और राज्यसभा सदस्य विजय माल्या ने कहा कि वह देश से भागे नहीं हैं, मगर अभी लौटने की उन्हें कोई जल्दी भी नहीं है।
माल्या ने समाचारपत्र 'संडे गार्जियन' को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है, उन्हें बेवजह निशाना बनाया जा रहा है।
यह पूछने पर कि क्या कर्ज चुकाने में विफलता के कारण उन्होंने दो मार्च को देश छोड़ा, माल्या ने कहा कि वह एक मित्र के साथ व्यक्तिगत यात्रा पर निकले हैं।
उन्होंने कहा, "यह कारोबारी यात्रा नहीं है। कई लोगों ने लिखा है कि मैं साथ लगेज के साथ निकला। दो लोगों के लिए जितने लगेज थे, मेरी नजर में ज्यादा नहीं थे। मैं काफी सामान लेकर चलता हूं। मैं इसी तरह यात्रा करता हूं।"
उन्होंने कहा कि इस यात्रा को भागना कहना गलत है।
माल्या ने सवाल उठाया, "मुझे अपराधी के तौर पर क्यों पेश किया जा रहा है? कर्ज न चुका पाना एक कारोबारी मामला है। बैंक जब कर्ज देता है, तो वह इससे जुड़ा हुआ जोखिम जानता है। वे फैसला करते हैं, हम नहीं।"
उन्होंने कहा, "हमारा अपना कारोबार काफी अच्छा चल रहा था, लेकिन अचानक इसमें गिरावट आने लगी। मुझे अपराधी नहीं बनाइए। मेरा इरादा नेक है। मैं इसलिए चुप हूं कि मुझे डर है कि दूसरों की तरह मेरे शब्दों को भी तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "मैं पहली बार देश से बाहर नहीं निकला हूं। मुझे किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं थी।"
माल्या ने बताया कि वह देश वापस आना चाहते थे। उन्होंने कहा, "लेकिन मुझे नहीं लगता कि अपना पक्ष रखने का मुझे उचित मौका दिया जाएगा। मुझे पहले ही अपराधी ठहरा दिया गया है। मुझे नहीं लगता कि यह सही समय है।"
उन्होंने कहा, "लोगों को सोचने का तरीका ठीक करना चाहिए। उन्हें समझना चाहिए कि कारोबार चाहे छोटा हो या बड़ा, उसमें जोखिम होता है।"
माल्या ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि एक दिन वह भारत वापस आएंगे।
यह पूछने पर कि वह कहां रह रहे हैं, उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह बताना उचित है। मैं कोई अपराधी नहीं हूं कि अधिकारियों को मेरी तलाश करनी चाहिए। अभी मैं सुरक्षित रहना चाहता हूं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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