JS NewsPlus - шаблон joomla Продвижение
BREAKING NEWS
सानिया-मार्टिना की जीत का सिलसिला जारी रहेगा : भूपति
बिहार के राज्यपाल ने दिवाली की शुभकामनाएं दी
उप्र : दीपावली पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जीसैट-15 उपग्रह छोड़ने को तैयार एरियन5
बिहार में हार के लिए मोदी जिम्मेदार नहीं : राजनाथ
टीपू सुल्तान के जयंती समारोह में संघर्ष, व्यक्ति की मौत
मलेशिया के लोगों, स्थिति से मिलेगा फायदा : हरेंद्र
कोलकाता, पुणे के फूलों से महकेगी दिवाली
उपराष्ट्रपति ने देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं
शाओलिन सॉकर स्कूल में कुंग फू, फुटबाल का प्रशिक्षण एक साथ

LIVE News

सानिया-मार्टिना की जीत का सिलसिला जारी रहेगा : भूपति

बिहार के राज्यपाल ने दिवाली की शुभकामनाएं दी

उप्र : दीपावली पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

जीसैट-15 उपग्रह छोड़ने को तैयार एरियन5

बिहार में हार के लिए मोदी जिम्मेदार नहीं : राजनाथ

दशहरा न दीवाली, हर रविवार करते हैं सफाई

एकान्त प्रिय चौहान
रायपुर, 5 नवंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। लोग आमतौर पर दीवाली-दशहरा या अन्य किसी उत्सव के अवसरों पर ही अपनी घरों की साफ-सफाई पर खास ध्यान देते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में 'बंच ऑफ फूल्स' ऐसी संस्था है, जो हर रविवार को स्वत: स्फूर्त शहर की साफ-सफाई को निकल पड़ती है। इतना ही नहीं संस्था द्वारा लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाते हैं।

संस्था ने अपनी स्थापना के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की और अपनी संस्था की वेबसाइट का शुभारंभ भी किया। वहीं संस्था को टेलीविजन धारावाहिक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की टीम ने स्वच्छता पर राष्ट्रीय सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया है।

संस्था के सचिव सतीश भूवालका ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 'बंच ऑफ फूल्स' एक ऐसी संस्था है, जिसमें हर वर्ग के लोगों की भागीदारी है। इसमें बच्चे, बूढ़े, युवा सभी वर्ग के लोग शामिल हैं। संस्था हर रविवार को स्वत: स्फूर्त साफ-सफाई का काम करती है। संस्था द्वारा अब तक 62 से ज्यादा स्थानों पर साफ-सफाई की जा चुकी है। संस्था ने एक वर्ष पूरे कर लिए हैं।

भूवालका ने बताया कि सालभर पहले जब संस्था की नींव रखी गई थी तो इसमें मात्र सात सदस्य ही थे, लेकिन आज सदस्यों की संख्या 100 पार कर चुकी है।

संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि वेबसाइट पर लोग अपने आस-पास की गंदगी वाली जगहों की फोटो ले कर अपलोड कर सकते हैं। पहले संस्था की रिसर्च और विकास समिति का दल जाकर स्थान देखता है और दूसरा दल जाकर वहां साफ-सफाई का काम करता है।

इस वेबसाइट के माध्यम से लोग संस्था से जुड़ सकते हैं और अपने सुझाव भी दे सकते हैं। पदाधिकारियों ने बताया कि सात सदस्यों से शुरू हुई इस संस्था के सदस्यों की संख्या अब 100 हो गई है। संस्था में बच्चों से लेकर बुजुर्ग, हर वर्ग के लोग शामिल हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दो नवंबर को अपने निवास कार्यालय में स्वच्छता अभियान से जुड़ी समाज सेवी संस्था 'बंच ऑफ फूल्स' के एक वर्ष पूरे होने पर संस्था की वेबसाइट का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने केक काट कर संस्था के पदाधिकारियों और सदस्यों को वर्षगांठ की बधाई और शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि संस्था उत्साह के साथ सफाई का काम कर रही है और लोगों को अपने साथ जोड़कर उन्हें इस महत्वपूर्ण काम के प्रति जागरूक भी कर रही है। इस काम को लगातार जारी रखने की जरूरत है। संस्था के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि संस्था के सदस्य हर रविवार को साफ-सफाई का काम करते हैं। अब तक संस्था द्वारा 62 स्थानों पर साफ-सफाई का काम किया गया है।

इन जगहों में स्थानीय लोगों को एकत्र कर उन्हें नुक्कड़ नाटक के माध्यम से साफ-सफाई का महत्व बताया जाता है और साफ-सफाई के काम में उनकी मदद भी ली जाती है। एक स्थान से लगभग पांच क्विंटल कचरा एकत्र किया जाता है।

संस्था द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर राजानंदगांव के फ्लाई ओवर और रायपुर में जी ई रोड पर वंदना ऑटो शो रूम के पास साफ-सफाई कर वहां आकर्षक पेंटिंग बनाई गई। अब लोग इन स्थानों पर कचरा नहीं फेंकते।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Related items

  • कोलकाता, पुणे के फूलों से महकेगी दिवाली
    एकान्त प्रिय चौहान
    रायपुर, 10 नवंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ में धनतेरस के साथ ही दिवाली की शुरुआत हो गई है। पांच दिनों तक चलने वाले इस त्योहार के लिए बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक, गिफ्ट, मिठाइयों की दुकानें सजी हुई हैं, साथ ही दिवाली पर अपनी-अपनी महक बिखेरने दूसरे राज्यों से भी फूलों का राजा गुलाब सहित गेंदा, सेवंती, रजनीगंधा सहित अन्य प्रजातियों के फूल राजधानी में उपलब्ध हैं।

    राजधानी रायपुर के कई व्यापारी हालांकि कमजोर ग्राहकी से कुछ परेशान लगे, लेकिन त्योहारी शुरुआत के चलते दो दिन देर शाम-रात तक ग्राहकी बढ़ने की उम्मीद जताई गई है।

    राजधानी के बाजार में पिछले वर्ष तो कई विदेशी किस्म के फूलों की बहार थी। इसमें प्रमुख रूप से डचगुलाब, जरवेरा, निलियम, एंथोरियम जैसे फूलों की खासी मांग रही। दिवाली की खूबसूरती में इजाफा करने के लिए इस बार लखनऊ, दिल्ली, नासिक, कोलकाता, बेंगलुरू, मोहाली, नैनीताल, नगालैंड के साथ ही कई पहाड़ी क्षेत्रों से भी फूल मंगवाए जा रहे हैं।

    राजधानी के फूल चौक स्थित दुर्गा फ्लावर के सनत तिवारी ने बताया कि मुख्यत: फूल कोलकाता, पुणे, बेंगलुरू, लखनऊ सहित अन्य राज्यों से मंगाए जाते हैं। इनमें दिवाली पर्व को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग किस्मों का समावेश किया जाता है।

    सूरज फ्लावर के संचालक मनोज सिंह ठाकुर व एक अन्य फूल व्यवसायी विजय कुमार ने बताया कि उनके यहां गुलाब पुणे, बेंगलुरू, हैदराबाद, नागपुर, कोलकाता आदि राज्यों से मंगवाया जाता है।

    विदेशों से फूल मंगवाने की बात पर उनका कहना था, "हमारे देश में ही कई ऐसी प्रजातियों के फूल होते हैं, जिनका उत्पादन विदेशों में भी किया जाता है। फिलहाल तो देश के अन्य राज्यों से फूल मंगवाते हैं।"

    फूलों के थोक व्यापारी कटोरातालाब के देवराम साहू ने बताया कि लक्ष्मी पूजा तक ग्राहकी बढ़ने की संभावना है। उनका कहना है कि फूलों से बाजार तो सज गया है, वह ग्राहकी थोड़ी कमजोर है। अभी त्योहार में दो-तीन दिन और है, तो हो सकता है कारोबार भी अच्छा हो।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • आई दिवाली, 'भगवान' भी हुए महंगे
    कासगंज (उप्र), 10 नवंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। महंगाई की मार आम जन मानस पर ही नहीं, देव प्रतिमाओं पर भी देखने को मिल रही है। दिवाली पर्व में पूजन के लिए गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां बाजारों में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार ज्यादा दामों में मिल रही हैं।

    आगरा से खरीदकर कासगंज में मूर्ति बेच रहे नरेंद्र ने बताया कि वह प्लास्टर ऑफ पेरिस के जरिए देव प्रतिमाएं बनाता है। प्लास्टर ऑफ पेरिस की कीमत बाजार में 90 रुपये प्रति बोरी है। वहीं दिवाली को लेकर ये देव प्रतिमाएं शहर से लेकर कस्बों तक भेजी जाती है। पिछली बार की अपेक्षा इस बार महंगाई को देखते हुए इन मूर्तियों के दाम भी बढ़ गए हैं।

    इस बार बाजार में गणेश लक्ष्मी की छोटी-छोटी मूर्तियां जो पिछली बार 10 से लेकर 15 रुपये जोड़ी तक मिल रही थी, वह अब 15 से लेकर 25 रुपये तक की बिक रही है। वहीं बड़ी-बड़ी मूर्तियां भी महंगी मिल रही हैं। 80 से लेकर 90 रुपये तक की मूर्ति अब 130 से लेकर 150 रुपये में बिक रही हैं।

    मूर्तियां खरीदने आईं सविता भारती ने कहा, "अब आम आदमी के लिए भगवान भी महंगे हो गए हैं।"

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • गिफ्ट कार्ड : उपहार वही जो सबके मन भाए
    ममता अग्रवाल
    नई दिल्ली, 10 नवंबर (आईएएनएस)। उपहार तब बेहद खास बन जाता है, जब वह देने वाले के साथ ही लेने वाले की पसंद भी बन जाए। आपने सबसे अच्छा उपहार चुनने में अपना कितना भी समय और पैसा क्यों न खर्च किया हो, वह लेने वाले की जरूरत और पसंद का न हो तो आपके बेहद प्यार से दिए कीमती उपहार की कोई कीमत नहीं रह जाती।

    'जर्नल ऑफ एक्सेपेरिमेंटल साइकोलॉजी' में प्रकाशित एक शोध भी इसी ओर इशारा करता है। शोध के मुताबिक, बेहद सोच-समझ कर दिया गया उपहार भी लेने वाले का पसंदीदा निकले यह कोई जरूरी नहीं।

    इसी तरह जर्नल ऑफ एक्सेपेरिमेंटल सोशल साइकोलोजी में प्रकाशित एक अन्य शोध भी यही कहता है। इस शोध के मुताबिक, उपहार के पीछे की सोच उतनी मायने नहीं रखती, बल्कि खुद उपहार ज्यादा मायने रखता है।

    आप भी अपना कीमती समय और पैसा खर्च करके कोई ऐसा उपहार हरगिज नहीं देना चाहेंगे, जो पसंद न आने पर रीपैक करके आगे बढ़ा दिया जाए तो आखिर उपहार में क्या दें?

    परेशान न हों, क्योंकि आज के स्मार्ट दौर में गिफ्टिंग भी स्मार्ट हो गई है। आपकी इस दुविधा का बेहतरीन उपाय है, गिफ्ट कार्ड। ये प्री-पेड कार्ड होते हैं, जो डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं।

    आप अगर उपहार में गिफ्ट कार्ड देते हैं तो लेने वाला इसके जरिए अपने मन मुताबिक किसी भी पसंदीदा चीज की खरीदारी कर सकता है। गिफ्ट कार्ड के कई फायदे हैं। स्टोर वाउचर्स की तुलना में ये ज्यादा फायदेमंद हैं।

    वाउचर को केवल एक बार में ही इस्तेमाल करना जरूरी होता है, जिसमें आपको पूरी राशि खर्च करनी होती है, लेकिन अगर आप गिफ्ट कार्ड उपहार में देते हैं तो इससे मनचाही चीज तो खरीदी जा ही सकती है, साथ ही इसे एक बार में इस्तेमाल न करके चाहें तो कई बार में इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि अधिकांश गिफ्ट कार्ड की अवधि एक साल की होती है।

    गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए आपके पास दो विकल्प हैं। आप चाहें तो ओपन लूप कार्ड खरीद सकते हैं जो बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं। बैंक करीब सौ रुपये का शुल्क लेकर ये कार्ड जारी करते हैं, जिसे आप ऑनलाइन या सीधे बैंक से खरीद सकते हैं।

    बैंक गिफ्ट कार्ड में आप 500 रुपये से लेकर 50,000 तक जितनी चाहे उतनी राशि डलवा सकते हैं। एचडीएफसी बैंक रोहिणी ब्रांच की मैनेजर पायल अग्रवाल बताती हैं, "बैंक गिफ्ट कार्ड का फायदा यह है कि इन्हें इस्तेमाल करने के लिए किसी खास स्टोर से खरीदारी की बाध्यता नहीं होती। इनसे किसी भी स्टोर पर खरीदारी की जा सकती है।"

    बैंक गिफ्ट कार्ड में पिन नंबर होता है, जिसका इस्तेमाल करके विभिन्न आउटलेट से या ऑनलाइन सुरक्षित खरीदारी की जा सकती है। इस पिन नंबर के जरिए कार्ड का बैलेंस और ट्रांसेक्शन विवरण भी पता किया जा सकता है।

    दूसरा विकल्प हैं ऐसे कार्ड जो आप किसी विशिष्ट आउटलेट से खरीद सकते हैं। इनसे किसी खास ब्रांड या रिटेल चेन से ही खरीदारी की जा सकती है। जैसे कि टाइटन, तनिश्क, लाइफस्टाइल, कैफे कॉफी डे, क्रोमा, वेस्टसाइड या फास्ट ट्रैक जैसी कंपनियों द्वारा जारी किया गया कार्ड। यह गिफ्ट कार्ड आपको इन्हीं स्टोर से ही खरीदारी का विकल्प देगा।

    इस तरह के गिफ्ट कार्ड से खरीदारी करने पर कई आउटलेट सामान पर पांच से 10 प्रतिशत की छूट भी देते हैं। साथ ही इनसे खरीदारी करने पर उपभोक्ता को रिवॉर्ड प्वॉइंट भी मिलते हैं। निश्चित संख्या में इन प्वॉइटं्स को इकटठा करने पर आपको खरीदारी में रिटेल कंपनी की तरफ से छूट भी मिलती है।

    गिफ्ट कार्ड की बढ़ती लेकप्रियता को देखते हुए अब कई वेबसाइट भी इस मैदान में उतर आई हैं। इनसे कई तरह के गिफ्ट कार्ड खरीदे जा सकते हैं। इनसे आप होम डेकोर, कपड़े, घड़ियां व अन्य एक्सेसरीज आदि के गिफ्ट कार्ड भी खरीद सकते हैं। ऐसी कुछ बेवसाइट हैं : गिफ्टकार्डसइंडिया डॉट इन, गिफ्टकार्डबिग डॉट कॉम और इंडियाप्लाजा डॉट कॉम।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • दिल्ली में धुंध, न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस
    नई दिल्ली, 10 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह धुंध भरी रही। न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

    मौसम विभाग ने दिन में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है।

    भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) एक अधिकारी ने कहा, "आसमान में आंशिक रूप से बदली छाई रहेगी। शहर के कुछ इलाकों में हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।"

    दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किए जाने की संभावना है।

    सुबह 8.30 बजे वातावरण में 85 फीसदी आद्र्रता दर्ज की गई।

    वहीं, एक दिन पहले यानी सोमवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 16 डिग्री, जबकि अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
  • मध्य प्रदेश : केंद्रीय सूखा अध्ययन दल ने 4 जिलों का दौरा किया

    भोपाल, 10 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में अल्प वर्षा के चलते फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय सूखा अध्ययन दल ने सोमवार को चार जिलों-उमरिया, रीवा, शहडोल और कटनी के कई गांवों में जाकर नुकसान का जायजा लिया।

    आधिकारिक बयान के अनुसार, अध्ययन दल ने उमरिया जिले के मानपुर विकास खंड के गांव गोवर्दे में प्रभावित फसलों का जायजा लिया और चौपाल लगाकर किसानों से चर्चा की। दल के सदस्यों ने रबी सीजन की बोनी, खाद-बीज की उपलब्धता, सिंचाई संसाधनों और गर्मी के मौसम तक पेयजल की व्यवस्था के संबंध में ग्रामीणों और अधिकारियों से चर्चा की।

    केंद्रीय अध्ययन दल के सदस्यों ने रीवा जिले में रायपुर, मनगवां और हनुमना तहसील के प्रभावित गांव का दौरा किया। उन्होंने फसल कटाई प्रयोग, सर्वे तथा प्रभावित किसानों की सूची के संबंध में विस्तार से चर्चा की। दल के सदस्यों ने रीवा कृषि उपज मंडी का दौरा कर वहां भी फसल की गुणवत्ता को देखा।

    केन्द्रीय अध्ययन दल ने शहडोल जिले के गोहपारु विकास खंड के गांव असवारी और मलथार का दौरा किया। उसने फसलों का निरीक्षण किया। दल के सदस्यों ने पेयजल की उपलब्धता, पशुओं के लिए चारा तथा अन्य व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। अध्ययन दल ने कटनी तथा पन्ना जिले के भी कई गांवों का दौरा किया।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

  • उप्र : जिलाधिकारी की बैठक में सेल्फी लेने पर बीडीओ का तबादला

    बाराबंकी, 10 नवम्बर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक खंड विकास अधिकारी को बैठक के दौरान वाट्सअप का इस्तेमाल करना और सेल्फी लेना भारी पड़ गया। जिलाधिकारी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाते हुए मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है।

    सूरतगंज ब्लॉक में तैनात खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) उमाशंकर सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए मुख्यालय से संबद्ध किया गया है।

    आरोप है कि जिलाधिकारी द्वारा सोमवार को बुलाई गई एक मीटिंग में बीडीओ मोबाइल पर वाट्सअप में डूबे दिखे। वह मांगी गई, जानकारी भी नहीं दे पाए।

    बैठक में जिस समय जिलाधिकारी जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे थे, बीडीओ मोबाइल पर सेल्फी ले रहे थे। जिलाधिकारी को यह बात नागवार गुजरी। उन्होंने बीडीओ सूरतगंज को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।

    उनके स्थान पर सुशांत सिंह को सूरतगंज ब्लॉक का नया बीडीओ बनाया गया है। बीडीओ सूरतगंज को हटाकर मुख्यालय से संबद्ध किए जाने की पुष्टि जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) ए.के. सिंह ने की है।

    इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

back to top

खरी बात

बिहार की जीत पर कुछ सवाल ?

धीरज चतुर्वेदी् रस्सी जल गयी पर ऐठन नही गई। कुछ यही हाल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का हो चुका है। अब हार का ठीकरा किस पर फोडे शायद संसदीय दल...

आधी दुनिया

महिलाओं ने बदल दी एक गांव को पहचान

असम में नलबाड़ी जिले से 20 किलोमीटर दूर स्थित चतरा गांव की पहचान को यहां की महिलाओं ने अपनी एकजुटता और मेहनत से बदल दिया है। बोडो समुदाय बहुल यह...