चीन भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हुई
बीजिंग, 9 मई (आईएएनएस)। चीन के फुजियान प्रांत की ताइनिंग काउंटी में रविवार को हुए भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है, जबकि 17 अन्य अभी भी लापता हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, घटनास्थल से 22 शव बरामद किए गए हैं, जबकि दो लोगों को बचाया गया है।
यह भूस्खलन फुजियान के ताइनिंग काउंटी में तड़के लगभग पांच बजे हुआ। यहां एक निर्माणाधीन स्थल की लगभग 100,000 घन मीटर क्षेत्र की मिट्टी नीचे धंस गई, जिसमें पनबिजली केंद्र का अस्थाई शेड और कार्यालय नष्ट हो गए।
भारी बारिश की वजह से बचाव कार्य में अधिक मुश्किल आ रही है।
--आईएएनएस
उत्तर कोरिया से निष्कासित होंगे बीबीसी के पत्रकार
लंदन, 9 मई (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया ने बीबीसी के संवाददाता रूपर्ट विंगफील्ड-हायेस को 'अनुचित रिपोर्टिग' के लिए हिरासत में ले लिया है। वह उन्हें देश से निष्कासित करने वाला है।
उत्तर कोरिया की 'राष्ट्रीय शांति समिति' ने सोमवार को प्योंगयांग में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संवाददाता के खिलाफ यह कदम रिपोर्टिग के जरिये उत्तर कोरिया की व्यवस्था पर हमले के कारण उठाया गया है।
समिति ने कहा कि संवाददाता को फिर कभी उत्तर कोरिया में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
रूपर्ट बीबीसी के तीन कर्मियों में शामिल हैं, जिन्हें शुक्रवार को हिरासत में लिया गया। इनमें रूपर्ट के अतिरिक्त प्रोड्यूसर मारिया बार्न और कैमरामैन मैथ्यू गोडार्ड भी शामिल हैं। वे उत्तर कोरिया से जाने वाले थे।
उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने रूपर्ट से आठ घंटे पूछताछ की।
बीबीसी की टीम वकर्स पार्टी कांग्रेस की कवरेज के लिए वहां पहुंची थी। उनके साथ नोबेल पुरस्कार प्राप्त विद्वानों का एक प्रतिनिधिमंडल भी था, जो शोध के सिलसिले में वहां गए थे।
उत्तर कोरिया का नेतृत्व राजधानी प्योंगयांग में लोगों के जीवन को दर्शाने वाली खबरों से नाखुश था।
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चीन भूस्खलन में 8 की मौत
बीजिंग, 9 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन के फुजियान प्रांत की ताइनिंग काउंटी में रविवार को हुए भूस्खलन के बाद आठ शव बरामद किए गए हैं, जबकि लगभग 33 लापता हैं।
यह भूस्खलन फुजियान के ताइनिंग काउंटी में तड़के लगभग पांच बजे हुआ। यहां एक निर्माणाधीन स्थल की लगभग 100,000 घन मीटर क्षेत्र की मिट्टी नीचे धंस गई, जिसमें पनबिजली स्टेशन का अस्थाई शेड और कार्यालय नष्ट हो गए।
अभी शवों की पहचान की पुष्टि नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि शनिवार से लगातार हो रही बारिश के बाद रविवार को भूस्खलन हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक, बचाव कार्य जारी है।
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जंक फूड से दूर रखने बच्चों के सामने रखें स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
न्यूयॉर्क, 8 मई (आईएएनएस)। क्या आप चाहते हैं कि आपका बच्चा पोषक आहार का ज्यादा सेवन करे और जंक फूड कम खाए? शोधकर्ताओं ने इसके लिए बच्चों के सामने स्वास्थ्यवर्धक भोजन को आकर्षक ढंग से रखने की सलाह दी है ताकि बच्चे उसे खाकर स्वस्थ रह सकें।
फास्ट फूड रेस्तरां में फ्राइज या बुफे में रेड मीट जैसे ज्यादा पसंदीदा खाने के होते हुए लोगों के लिए और खासतौर पर बच्चों के लिए स्वास्थ्यवर्धक विकल्प चुनना बेहद मुश्किल होता है।
अध्ययन से साबित हुआ कि सेब का विकल्प मौजूद होने पर भी, ज्यादातर बच्चों ने सेब की तुलना में फ्रेंच फ्राइज लेना पसंद किया।
अमेरिका के कॉर्नेल फूड और ब्रांड लैब के डेविड जस्ट ने कहा, "हमने अनुमान लगाया था कि पसंदीदा फ्रेंच फ्राइज का विकल्प होने की स्थिति में बच्चे स्वास्थ्यवर्धक विकल्प का चुनाव नहीं करेंगे।"
टीम ने छह से आठ साल की उम्र के 15 बच्चों पर यह प्रयोग किया जिसमें उन्होंने यह देखने के लिए एक फास्ट फूड रेस्तरां से चिकन नगेट्स मंगवाए कि बच्चे स्वास्थ्यवर्धक विकल्प का चुनाव करते हैं या नहीं।
शोध में शामिल आधे बच्चों को खाने के साथ फ्रेंच फ्राइज दिए गए और उनसे कहा गया कि वे उसकी जगह सेब ले सकते हैं और बाकी बच्चों को सेब दिया गया और उनसे कहा गया कि वे उसकी जगह फ्रेंच फ्राइज ले सकते हैं।
परिणाम से ज्ञात हुआ कि जब बच्चों को पहले सेब दिया गया, लेकिन बाद में विकल्प के तौर पर फ्रेंच फ्राइज भी रखे गए तो उनमें से 86.7 प्रतिशत बच्चों ने सेब की जगह फ्राइज लिए।
एक अन्य शोधकर्ता ब्रायन वानसिंक ने कहा, "सेब के साथ थोड़े से फ्रेंच फ्राइज देना भी एक अन्य उपाय है। इससे बच्चों को अपने पसंदीदा खाने से दूर नहीं रहना पड़ेगा, वे केवल उसे कम मात्रा में खाएंगे।"
शोध पत्रिका 'बीएमसी रिसर्च नोट्स' में प्रकाशित हुआ है।
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चीन में भूस्खलन : 35 लापता, 7 घायल
फूझू/बीजिंग, 8 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। चीन के फुजियान प्रांत में रविवार सुबह एक निर्माण स्थल पर भूस्खलन में 35 लोगों लापता हो गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने 7 लोगों के घायल होने की जानकारी दी है। सानमिंग शहर के सूत्रों ने बताया कि बचाव व राहत कार्य जारी है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को फुजियान प्रांत में भूस्खलन के बाद बचाव अभियान तेज करने का आग्रह किया है।
फुजियान प्रांत की ताइनिंग काउंटी में रविवार सुबह पांच बजे हुए भूस्खलन की वजह से दोपहर तक 34 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि सात अन्य घायल हैं।
शी ने इस दुर्घटना के बाद फुजियान की स्थानीय सरकार और संबंधित विभागों से बचाव कार्यो में तेजी लाने का आग्रह किया।
उन्होंने भूस्खलन में दबे और लापता लोगों की तलाशी के प्रयास करने की मांग की और घायलों के उचित इलाज का आह्वान किया।
शी ने भविष्य में इस तरह की आपदाओं से बचाव के लिए स्थानीय जांच एवं सुरक्षा बंदोबस्त और मजबूत करने का आह्वान किया।
चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने खोज एवं बचाव कार्यो और घायलों के इलाज के लिए पूर्ण प्रयास करने का आह्वान किया।
इस इलाके में शनिवार को 24 घंटों के दौरान हुई 191.6 मिलीमीटर की भारी बारिश के कारण भूस्खलन की यह घटना हुई।
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मां का दूध बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता के लिए जरूरी
न्यूयॉर्क, 8 मई (आईएएनएस)। मां का दूध संतान का केवल पेट ही नहीं भरता, बल्कि उसे शक्ति प्रदान कर कई रोगों से भी बचाता है। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि मां के दूध से बच्चे को एंटीबॉडीज और माइक्रोब्स प्राप्त होते हैं, जो उसके पेट की प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं में मजबूती लाते हैं।
मां के दूध के द्वारा संतान में पहुंचने वाले एंटीबॉडीज नवजात के प्रतिरक्षा तंत्र से संयोजित आजीवन प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को आकार देते हुए पेट के बैक्टीरिया और स्तनधारी परजीवी के बीच सुरक्षा दीवारों और संतुलन का निर्माण करते हैं।
अगर यह संतुलन स्थापित नहीं होता है तो इससे संतान में कई रोग जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस और इंफ्लेमेटरी बॉवेल (प्रदाहक आंत) होने का खतरा होता है।
युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-बर्कले से इस अध्ययन की मुख्य लेखिका मीघन कोच ने बताया, "यह अध्ययन वास्तविक सबूत प्रदान करता है कि मां का दूध बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"
यह शोध 'जर्नल सेल' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
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हल्के भूकंप से भी आ सकती है सुनामी
न्यूयॉर्क, 8 मई (आईएएनएस)। धीमी गति के भूकंप या धीमी रफ्तार से प्लेटों के खिसकने की घटना भी किसी बड़े भूकंप और सुनामी का कारण बन सकती हैं।
धरती के नीचे प्लेटों की धीमी गति से खिसकने की घटना का परिणाम भी भूकंप के समान होता है, लेकिन धरती की दो प्लेटों के बीच तनाव पैदा करने की घटना कुछ सेकंड से लेकर दिन या सप्ताह तक चल सकती है, जिसके कारण प्लेटों के बीच एक सेंटीमीटर तक का खिसाव हो जाता है।
समुद्र के नीचे की सतह के दबाव को रिकॉर्ड करने वाले उच्च संवेदनशील रिकॉर्डर का इस्तेमाल कर अमेरिका, जापान और न्यूजीलैंड के शोधकर्ताओं के एक अंतर्राष्ट्रीय दल ने न्यूजीलैंड के पूर्वी तट से दूर एक मामूली खिसाव का पता लगाया।
जापान के क्योटो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और इस अध्ययन के सह लेखक योशिहिरो इतो ने कहा, "हमारे परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि जहां प्लेटें खिसकती हैं वहां यह घटना भूकंप लाने या सुनामी पैदा करने में सक्षम हैं।"
इतो ने कहा, "इसने कम गहरे पानी और समुद्र तट से दूर समुद्र में चट्टानों के खिसकने की घटनाओं पर लगातार नजर रखने की हमारी जरूरत को बढ़ा दिया है। जैसा जापान के समुद्र तट से दूर निगरानी के लिए स्थाई नेटवर्क स्थापित किया गया है, उसी तरह जिन क्षेत्रों में धरती के नीचे की प्लेटें खिसक रही हैं, वहां नेटवर्क बनाने की जरूरी है।
दो हफ्तों के अंदर न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागर से लगी प्लेटें 15-20 सेंटीमीटर खिसकीं। यह दूरी प्लेटों के तीन से चार साल के अंदर तय गई दूरी के बराबर है।
यदि यह खिसकाव धीरे-धीरे नहीं होकर अचानक हुआ, होता तो इसकी वजह से 6.8 की तीव्रता वाला भूकंप आ सकता था।
इस दल ने धीमी खिसकाव की घटना का जहां अध्ययन किया है, वहां 1947 में 7.2 की तीव्रता वाला भूकंप आया था और उसकी वजह से एक बड़ी सुनामी आई थी।
इस अध्ययन का निष्कर्ष धरती की प्लेटों के खिसकाव और सामान्य भूकंप के बीच संबंध की समझ को बढ़ाता है। यह दिखाता है कि दो तरह की भूकंपीय घटनाएं किसी एक ही प्लेट की सीमा क्षेत्र में हो सकती हैं।
कुछ मामलों में तो इन हल्के खिसकावों का भी संबंध विनाशकारी भूकंप को उभारने से रहा है। जैसे वर्ष 2011 में जापान में आए 9 की तीव्रता वाले तोहोकु-ओकी भूकंप ने सुनामी पैदा की, जिसकी वजह से फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र में तबाही हुई।
इस अध्ययन के सह लेखक कोलंबिया विश्वविद्यालय के लैमोंट-दोहटी अर्थ ऑबजर्वेटरी के स्पार वेब कहते हैं, "हमारे न्यूजीलैंड के प्रयोग का परिणाम दर्शाता है कि सुनामी और भूकंप की पहले चेतावनी देने के लिए प्रशांत महासागर के पश्चिमोत्तर में जहां समुद्र तट से दूर पृथ्वी के नीचे की प्लेटें टकराती हैं, वहां निगरानी प्रणाली के इस्तेमाल करने की बहुत संभावना है।"
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ब्राजील : रौसेफ के खिलाफ महाभियोग की सिफारिश
ब्रासीलिया, 7 मई (आईएएनएस)। ब्राजील की सीनेट की एक विशेष समिति ने राजकोषीय गड़बड़ी के आरोप का सामना कर रहीं राष्ट्रपति डिल्मा रौसेफ के खिलाफ महाभियोग चलाने की सिफारिश कर दी है।
इसके साथ ही उनके निलंबन और लैटिन अमेरिका की इस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में नए नेतृत्व के आने की संभावना प्रबल हो गई है।
समिति ने शुक्रवार को एक रपट को पांच वोट के मुकाबले 15 वोटों से मंजूरी दे दी, जिसमें कहा गया है कि कथित राजकोषीय गड़बड़ी को लेकर रौसेफ के खिलाफ सीनेट में महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।
रौसेफ ने हालांकि इन आरोपों का खंडन किया है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रपट के मुताबिक, उन्होंने कहा, "मैं इस बात की एक जिंदा सबूत हूं कि पिछले 13 वर्षो के दौरान की गई सभी प्रगति के खिलाफ एक तख्तापलट की साजिश रची जा रही है।"
रौसेफ ने चैंबर ऑफ डिपुटीज के अध्यक्ष एडुआडरे कुन्हा को बर्खास्त करने के निर्णय पर भी अपनी बात रखी, जिन्होंने दिसंबर में उनके खिलाफ महाभियोग प्रक्रिया शुरू की थी।
रौसेफ ने कहा, "इस तख्तापलट की साजिश ऐसे व्यक्ति ने रची है, जिसके पास न कोई नैतिकता है और न कोई नैतिक सिद्धांत। वह मनी लॉन्ड्रिंग (काले धन को सफेद करने) और गुप्त खाते रखने का आरोपी भी है।"
ब्राजील की तेल कंपनी पेट्रोब्रास में भ्रष्टाचार को लेकर चल रही जांच के मामले में कुन्हा पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।
रौसेफ के सत्ता से बेदखल होने की स्थिति में उनकी वामपंथी वर्कर्स पार्टी का 13 साल पुराना शासन समाप्त हो जाएगा।
अगर 81 सदस्यों वाले सीनेट में रौसेफ पर महाभियोग चलाने के पक्ष में बहुमत में मतदान हो जाता है तो उन पर मुकदमा चलाया जाएगा और इस स्थिति में उन्हें तत्काल पद छोड़ना होगा।
रौसेफ पर मुकदमा चलाए जाने के दौरान उप राष्ट्रपति मिशेल टेमर कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभालेंगे। मुकदमे की कार्यवाही ज्यादा से ज्यादा छह महीने में पूरी हो जाएगी।
अगर रौसेफ को सजा होगी, तो टेमर उनका कार्यकाल पूरा करेंगे, जो एक जनवरी, 2019 तक चलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, सीनेट में रौसेफ की बर्खास्तगी के पक्ष में फैसला होने की प्रबल संभावना है।
कई विश्लेषकों का कहना है कि उनके महाभियोग से बचने की संभावना काफी कम है।
हालांकि अगर रौसेफ पर महाभियोग चलाया जाता है तो काफी कुछ उनके सहयोगी से दुश्मन बने टेमर पर निर्भर करेगा, जिन पर यह साबित करने का दबाव होगा कि वह ब्राजील को गहरे आर्थिक संकट से बाहर निकालने में सक्षम हैं।
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क्या वास्तविक दोस्त तय करने में हम हैं फिसड्डी?
लंदन, 7 मई (आईएएनएस)। बहुत सारे लोग यह महसूस करते हैं कि दोस्ती दोतरफा रास्ता है, लेकिन आपके केवल आधे जिगरी दोस्त ही आपको अपना दोस्त समझेंगे। इसका पता एक अध्ययन से चला है।
इसमें यह भी कहा गया है कि यह उनके प्रभावित करने की क्षमता को सीमित कर देता है और इसका मानव व्यवहार पर भी आगे असर पड़ता है।
यह जानकार कंपनियां और सामाजिक समूह जो सामूहिक कार्य, सूचना विस्तार और उत्पादों के प्रचार के लिए सामाजिक प्रभाव पर निर्भर करते हैं, वे अपनी रणनीतियों और बीच-बचाव करने में सुधार कर सकते हैं।
तेल अवीव विश्वविद्यालय की ईरेज शमुएली ने कहा, इससे यह पाया गया कि हमारे दोस्त कौन हैं, इसका आकलन करने में हम फिसड्डी हैं। इतना ही नहीं, दोस्ती की पारस्परिकता को तय करने में परेशानी हमारी सहयोगात्मक व्यवस्था में शामिल होने की हमारी क्षमता को बहुत अधिक कम कर देती है।
जर्नल 'पीएलओएस वन' नामक पत्रिका में प्रकाशित इस अध्यय रिपोर्ट में शमुएली ने कहा है, "हमने सीखा है कि हम अपने सहज ज्ञान या अनुभव पर भरोसा नहीं कर सकते। इन रिश्तों को मापने और उनके प्रभाव की मात्रा निर्धारित करने के लिए निश्चित रूप से एक निष्पक्ष तरीका होना चाहिए।"
इस दल ने विस्तार से सामाजिक प्रयोग किए और दोस्ती के छह सर्वेक्षणों का अध्ययन किया। इनमें दोस्ती के स्तरों और पारस्परिक अपेक्षाओं के आकलन के लिए इजरायल, यूरोप और अमेरिका के करीब 600 छात्रों को शामिल किया गया।
इसके बाद उन लोगों ने एक एल्गोरिज्म विकसित किया और दोस्ती की समझ से जुड़े कई वस्तुगत गुणों की जांच की। आम दोस्तों की संख्या या कुल दोस्तों की संख्या और उसके बाद उनमें एकतरफा दोस्ती और परस्पर दोस्ती में फर्क किया गया।
अध्ययन के परिणाम से पता चला कि 95 फीसदी प्रतिभागी सोचते थे कि उनका संबंध पारस्परिक है।
इसमें कहा गया है, यदि आप सोचते हैं कि कोई आपका दोस्त है तो आप उससे अपेक्षा रखते हैं कि वह भी उसी रूप में महसूस करे, लेकिन वास्तव में यह मामला होता नहीं है। केवल 50 फीसदी दोस्ती ही परस्पर दोस्ती वाली श्रेणी से मेल खाई।
शमुएली का कहना है कि परस्पर रिश्ता महत्वपूर्ण है, क्योंकि सामाजिक प्रभाव ही इस खेल का नाम है।
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बुरी यादों को भुलाना संभव
न्यूर्याक, 7 मई (आईएएनएस)। कुछ लोग बुरी यादों के मकड़जाल में इस तरह फंस जाते हैं कि उनका भविष्य अंधकारमय लगने लगता है, लेकिन अगर हम अपनी सोच की प्रक्रिया को बदल दें, तो अपनी बुरी यादों को भूल सकते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है।
अध्ययन में विभिन्न तथ्यों जैसे चाहत के अनुसार इच्छाओं को बढ़ाने के लिए नई शैक्षणिक विधि और बुरे अनुभवों को खत्म करने, सदमा संबंधित तनाव अनियमतिताओं को दूर करने के लिए इलाज का भी सहारा लिया गया है।
काफी समय से याददाश्त को वापस लाने या फिर याददाश्त को नियमित करने के लिए परापंरागत रूप से हम उन तमाम साधनों- जैसे उन दृश्यों, आवाजों, गंधों तथा हम कहां और किसके साथ हैं, का प्रयोग करते रहे हैं।
लेकिन इस अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया है कि हम जिन बीते हुए अनुभवों को हमेशा के लिए भूलना चाहते हैं, क्या हम वाकई उसे भूल सकते हैं और अगर हां तो कैसे।
अध्ययनकर्ताओं ने प्रतिभागियों को जंगल, पहाड़ और समुद्र तटों जैसे बाहरी दृश्यों की तस्वीरें दिखाईं और आकस्मिक शब्दों की दो सूची पढ़ने को दी।
बाद में प्रतिभागियों से कहा गया कि सूची के जिन शब्दों को भूलना या याद रखना चाहते हैं, उन्हें तस्वीरों के बीच में रखें।
साइकोनॉमिक बुलेटिन एंड रिव्यू जर्नल में प्रकाशित लेख में अध्ययन के प्रमुख अमेरिका के न्यू हैम्पशायर स्थित डार्टमाउथ कॉलेज के सहायक प्रोफेसर जेरेमी मैनिंग ने बताया कि प्रतिभागियों की जांच के लिए एफएमआरआई का प्रयोग कर यह जानने की कोशिश की गई कि वे हर पल दृश्य संबधित चीजों के बारे में कितना सोचते हैं। हमने पल-पल उनकी गतिविधियों का अध्ययन किया और यह देखा कि समय के साथ साथ लोगों की सोच में कैसे बदलाव आता है।
प्रतिभागियों को जब कुछ भूलने को कहा गया, तो एफएमआरआई में पता लगा कि दृश्य संबधित गतिविधियां उनके दिमाग से गायब हो गई हैं।
मैनिंग ने बताया कि अगर आप अपनी दादी को याद करना नहीं चाहते हैं, तो ये बात आपकी सोच से गायब हो जाएगी कि कैसे आपकी दादी खाना बनाती थी।
मैनिंग ने कहा कि अध्ययन में मस्तिष्क के आंकड़ों को भौतिक रूप से मापने और उसकी मात्रा निर्धारण करने में उन्हें काफी सफलता मिली।
लेकिन जब प्रतिभागियों से भूलने के बजाय सूची को याद रखने के लिए कहा गया, तो दृश्य संबंधित विचार गायब हो गए और वे वापस नहीं आ पाए।
इस तरह जब लोग दृश्य संबंधी विचारों को भूल जाते हैं, तो यह कहा जा सकता है कि पढ़े हुए शब्द उन्हें बाद में याद आ सकते हैं। अध्ययन में यह साफ हो गया कि अगर आप कुछ भूलना चाहें, तो भूल सकते हैं।
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खरी बात
परीक्षा परिणाम: बच्चों के व्यवहार में बदलाव पर मनोवैज्ञानिक से तुरंत संपर्क कीजिये
स्मिता कुमारी शैक्षणिक परीक्षाएँ केवल एक दीया है जिससे हम अपने जीवन को रौशन करते हैं ।इसके एक बार नहीं जलने से जिंदगी भर के लिए अँधेरा नहीं होता,हमें दुबारा...
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जीवनशैली
जंक फूड से दूर रखने बच्चों के सामने रखें स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
न्यूयॉर्क, 8 मई (आईएएनएस)। क्या आप चाहते हैं कि आपका बच्चा पोषक आहार का ज्यादा सेवन करे और जंक फूड कम खाए? शोधकर्ताओं ने इसके लिए बच्चों के सामने स्वास्थ्यवर्धक...