रायपुर/नई दिल्ली, 19 मार्च (आईएएनएस/वीएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में छत्तीसगढ़ को दलहन उत्पादन में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह प्रधानमंत्री के हाथों दो करोड़ रुपये का यह पुरस्कार और प्रशस्तिपत्र ग्रहण किया। खेती-किसानी के क्षेत्र में विगत लगभग पांच वर्ष में राज्य को केंद्र सरकार से चौथी बार यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
प्रदेश को विगत तीन कृषि कर्मण पुरस्कार चावल उत्पादन के लिए प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दलहन उत्पादन में राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित प्रदेश के किसानों को बधाई दी।
पुरस्कार समारोह में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और छत्तीसगढ़ के कृषि और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार वर्ष 2014-15 के रिकार्ड दलहन उत्पादन के लिए प्रदान किया गया। उस दौरान राज्य में सात लाख 85 हजार हेक्टेयर में दलहनी फसलों की खेती की गई और छह लाख 55 हजार मीटरिक टन पैदावार मिली, जो इसके पूर्व के वर्ष 2013-14 की तुलना में 39 प्रतिशत अधिक था।
राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार समारोह भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के नई दिल्ली स्थित परिसर में कृषि उन्नति मेले के साथ आयोजित किया गया।
ज्ञातव्य है कि छत्तीसगढ़ को केंद्र से विगत तीन राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार धान उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दिए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विगत तीन कृषि कर्मण पुरस्कारों की तरह चौथे राष्ट्रीय पुरस्कार का सबसे बड़ा श्रेय राज्य के मेहनतकश किसानों को दिया है।
उन्होंने कहा, "हमारे किसानों ने खेती के नये तरीके अपनाकर कठोर परिश्रम किया। इसके फलस्वरूप राज्य को दलहन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिल रहा है। इससे धान के कटोरे के रूप में पहचाने जा रहे छत्तीसगढ़ को दलहन उत्पादन के मामले में भी राष्ट्रीय पहचान मिली है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
छत्तीसगढ़ को चौथी बार राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार
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