संयुक्त राष्ट्र, 22 मार्च (आईएएनएस/सिन्हुआ)। संयुक्त राष्ट्र की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2025 तक करीब 1.8 अरब लोगों के सामने जलसंकट की समस्या खड़ी होगी और दुनिया की दो-तिहाई आबादी जलसंकट से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से दो-चार होगी।
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में रखी गई एक पैनल चर्चा में इस बात पर रोशनी डाली गई कि ताजा पानी के स्रोतों को व्यवस्थित करने एवं जलसंकट से बचने के लिए वनों की सुरक्षा एक अहम तरीका है।
विशेषज्ञों ने कहा कि वन्य जलोत्सारण क्षेत्र और जलमयभूमि यह बताती है कि बारिश कैसे और कहां होती है और पानी को कैसे साफ किया जा सकता है। जंगल और भी कई तरीकों से पानी उपलब्ध कराने और उसके नियंत्रण में एक अहम भूमिका निभाते हैं।
यूएन फोरम ऑन फोरेस्ट सेकेट्र्रिएट के निदेशक मैनोएल सोबरल फिल्हो ने कहा, "वन्य जलोत्सारण क्षेत्र या वाटरशेड और जलग्रह का संरक्षण व नवीनीकरण न केवल पर्यावरण हितैषी बल्कि यह जल शुद्धिकरण के नए बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किफायती व पर्यावरण अनुकूल विकल्प है।"
उन्होंने कहा, "जंगल ग्रह के प्राकृतिक जल स्तंभ हैं।"
अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस हर साल 21 मार्च को मनाया जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
2025 तक 1.8 अरब लोगों के सामने खड़ा होगा जलसंकट : यूएन
खरी बात
छत्तीसगढ़ के मुख्य सेवक रमन सिंह के नाम एक तुच्छ नागरिक का खुला पत्र
माननीय मुख्यमंत्री,छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर. महोदय, इस राज्य के मुख्य सेवक को इस देश के एक तुच्छ नागरिक का सलाम. आशा है, मेरे संबोधन को आप व्यंग्य नहीं समझेंगे, क्योंकि देश...
भाजपा राज्यसभा में जीतना चाहती है अतिरिक्त सीटें
आधी दुनिया
14 फीसदी भारतीय कारोबार की लगाम महिलाओं के हाथ
ऋचा दूबे एक ऑनलाइन खुदरा कारोबार चलाती हैं, जो कारीगरों को उपभोक्ताओं से जोड़ता है। यह आधुनिक भारतीय महिला के लिए कोई अनोखी बात नहीं है। लेकिन हाल के आंकड़ों...
जीवनशैली
पोर्नोग्राफी से बढ़ता है धर्म के प्रति झुकाव : अध्ययन
न्यूयॉर्क, 30 मई (आईएएनएस)। आप इसे विचित्र कह सकते हैं, लेकिन ओक्लाहोमा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि जो लोग हफ्ते में एक बार से अधिक अश्लील फिल्म...