लंदन, 19 मार्च (आईएएनएस)। शोधार्थियों ने एक नए अध्ययन में पाया है कि केटामीन दवा मूत्राशय को स्थायी तौर पर क्षतिग्रस्त करने की क्षमता रखती है। साथ ही अत्यधिक खराब परिस्थितियों में मूत्राशय को हटाना भी पड़ सकता है।
'स्पेशल के' नाम से मशहूर केटामीन का प्रयोग शक्तिशाली एनेस्थिेटिक दवा के रूप में किया जाता है।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के वरिष्ठ शोधार्थी सिमोन बेकर बताते हैं, "अब हमारे पास यह समझने के अधिक प्रमाण मौजूद हैं कि केटामीन का अधिक प्रयोग मूत्राशय के लिए क्यों घातक है और इसका सिस्टाइटिस से क्या संबंध है।"
निष्कर्ष बताते हैं कि केटामीन का मूत्राशय से सीधा संपर्क मूत्राशय को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर सकता है। केटामीन मूत्राशय की स्वस्थ कोशिकाओं की मत्यु का कारण होता है।
इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने दो शोधों का आकलन किया था।
शोधार्थियों ने निष्कर्षो में पाया कि केटामीन कोशिकाओं की आंतरिक शक्ति केंद्रों पर आधिपत्य कर लेता है, जिसकी वजह से विषाक्त पदार्थो का निस्तारण होने लगता है। इस निस्तारण की वजह से मूत्राशय की स्वस्थ्य कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं।
यह शोध 'अमेरिकन जर्नल ऑफ पैथोलॉजी' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
केटामीन का इस्तेमाल मूत्राशय के लिए घातक
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