बुंदेलखंड : टैंकर आते ही मचती है पानी की लूट
हमीरपुर, 6 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। पेयजल संकट झेल रहे बुंदेलखंड क्षेत्र के हमीरपुर में पानी का टैंकर देख सैकड़ों प्यासे लोग पानी के लिए टूट पड़ते हैं। पानी की लूट के दौरान कई लोग धक्का-मुक्की के शिकार भी बनते हैं।
हमीरपुर की आधी आबादी पिछले कई हफ्ते से पीने के पानी के संकट से जूझ रही है। पटकाना, मिश्राना व अमवशहीद सहित कई मुहल्लों में पेयजल योजना से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। गुरुवार की रात भी पानी न मिलने का ठीकरा विद्युत विभाग पर फोड़ गया।
जलसंस्थान के अभियंता का कहना है कि जब जलापूर्ति करने का वक्त होता है तो बिजली गुल हो जाती है, जिससे पाइप लाइनें डिस्चार्ज हो जाती हैं। इधर कांशीराम कालोनी में भी कई दिनों से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
बताया जाता है कि कांशीराम कालोनी में हजारों लोग कई दिनों से पानी के लिए परेशान हैं। कालोनी में जलापूर्ति के लिए वैसे तो पाइप पेयजल योजना संचालित है, मगर मोटर खराब होने के कारण गरीब परिवार बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं।
कालोनी के बाहर कई हैंडपंप भी लगे हैं, मगर सभी धड़ाम हैं। कई हैंडपंप रीबोर होने की बाट जोह रहे हैं, मगर शिकायत के बाद भी विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।
शुक्रवार को कालोनी के गरीबों के प्रदर्शन के बाद पानी से भरा एक टंैकर कांशीराम कालोनी भेजा गया तो प्यासे लोगों की भीड़ टैंकर को घेरकर पानी लूट लिया। पानी की लूट में कई लोग धक्का-मुक्की के शिकार हुए। कोई टैंकर के ऊपर चढ़कर पानी भरने के लिए धक्का-मुक्की करता रहा तो कोई टोंटी पर ही टूट पड़ा।
--आईएएनएस
मध्य प्रदेश में राहत भरी सुबह
भोपाल, 6 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल सहित अन्य स्थानों पर शुक्रवार सुबह राहत भरी रही। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान आंधी चलने की संभावना जताई है।
बीते 24 घंटों के दौरान राजस्थान में हवाओं का चक्रवात बनने और अरब सागर से नमी आने के कारण राज्य में आई आंधी और बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। आंधी में पेड़ गिरने से आवागमन और बिजली आपूर्ति बाधित हुई। बीते 24 घंटों के दौरान भोपाल में 4.3 मिलीमीटर, इंदौर में 2.6 मिलीमीटर, ग्वालियर में 13.1 मिलीमीटर और उज्जैन में 21.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटों के दौरान आधी और बारिश के आसार हैं।
राजधानी भोपाल में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री, इंदौर में 20.9 डिग्री, ग्वालियर में 19.8 डिग्री और जबलपुर में 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं एक दिन पहले यानी गुरुवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री, इंदौर में 39 डिग्री, ग्वालियर में 39.2 डिग्री और जबलपुर में 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
--आईएएनएस
भोपाल से अपहृत बच्चा बरामद, 4 गिरफ्तार
भोपाल, 5 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बर्रई गांव से अपहृत सातवीं के छात्र मोहित मीणा को बुधवार रात पुलिस ने बरामद करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मोहित का फिरौती के लिए अपहरण किया गया था।
भोपाल परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रमन सिंह सिकरवार ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया, "अपहृत मोहित (13) राजगढ़ जिले के कुरावर गांव के एक मकान से मिला है। इस अपहरण कांड में शामिल चार युवकों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।"
गौरतलब है कि दो मई की शाम को बाग सेवनिया थाना क्षेत्र के बर्रई गांव में एक मोटरसवार युवक ने मोहित का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद से मोहित के परिजनों को फिरौती के लिए लगातार फोन आ रहे थे।
मोहित के अपरहण के बाद पुलिस ने 12 टीमें बनाकर कई स्थानों पर दबिश दी। आरोपी की सूचना देने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम देने का भी ऐलान किया गया था।
पुलिस के मुताबिक जिस फोन से फिरौती की मांग की जा रही थी, उसकी लोकेशन के आधार पर पुलिस ने दबिश दी और अपहरणकर्ताओं तक पहुंच गई। इस अपहरण कांड का मास्टरमाइंड मोहित का पड़ोसी अरुण मीणा बताया गया है। उसी ने मोहित के अपहरण की योजना बनाई थी।
--आईएएनएस
व्यापमं घोटाले का प्रमुख आरोपी रमेश शिवहरे गिरफ्तार
कानपुर, 4 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के प्रमुख आरोपी रमेश शिवहरे को स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने कानपुर से मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। रमेश इस मामले में चार वर्षो से फरार था।
एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार ने पत्रकारों को बताया, "शिवहरे की लोकेशन कल्याणपुर आवास विकास में मिलने पर सीबीआई के साथ मिलकर संयुक्त रूप से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे घर से गिरफ्तार किया गया। केद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) अदालत में ट्रांजिट रिमांड के लिए आवेदन करेगी।"
एएसपी के मुताबिक, "रमेश ने पूछताछ के दौरान व्यापमं घोटाले से जुड़े होने की बात स्वीकार की है। उसने कई छात्रों को परीक्षा में पास करवाया है। इसके साथियों के विषय में जानकारी ली जा रही है।"
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, "महोबा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अंशु शिवहरे के पति रमेश शिवहरे को सीबीआई वर्ष 2012 से ही तलाश रही थी। उसके ऊपर मध्य प्रदेश सरकार ने पांच हजार रुपये इनाम भी घोषित किया था। उसके घर पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा किया जा चुका था।"
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले में कथिततौर पर कम्प्यूटर सूची में हेराफेरी करके गलत तरीके से अयोग्य लोगों को भर्ती कराया गया था। यह मामला वर्ष 2013 में काफी चर्चा में आया था। इस मामले में जुड़े करीब 48 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें कई रहस्यमय मौतें शामिल हैं।
घोटाले में 50 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 2500 से अधिक अरोपी बनाए गए हैं। एक हजार से ज्यादा आरोपियों की गिरप्तारी हो चुकी है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई के साथ एसटीएफ इसकी जांच कर रही है।
--आईएएनएस
व्यापमं घोटाला : प्रमुख आरोपी रमेश शिवहरे कानपुर से गिरफ्तार
कानपुर/भोपाल 4 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के प्रमुख आरोपी रमेश शिवहरे को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के संयुक्त दल ने कानपुर से मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। रमेश पांच प्रकरणों में चार वर्षो से फरार था। व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद यह बड़ी कार्रवाई है।
एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार ने पत्रकारों को बताया, "शिवहरे की लोकेशन कल्याणपुर आवास विकास में मिलने पर सीबीआई के साथ मिलकर संयुक्त रूप से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे घर से गिरफ्तार किया गया। केद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) अदालत में ट्रांजिट रिमांड के लिए आवेदन करेगी।'
कुमार के मुताबिक, "रमेश ने पूछताछ के दौरान व्यापमं घोटाले से जुड़े होने की बात स्वीकार की है। उसने कई छात्रों को परीक्षा में पास करवाया है। इसके साथियों के विषय में जानकारी ली जा रही है।"
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, "महोबा की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अंशु शिवहरे के पति रमेश शिवहरे को सीबीआई वर्ष 2012 से ही तलाश रही थी। उसके ऊपर मध्य प्रदेश सरकार ने पांच हजार रुपये इनाम भी घोषित किया था। उसके घर पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा किया जा चुका था।"
मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले की अब तक की स्थिति पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि इस घोटाले को लेकर बनी एसटीएफ ने 55 मामले दर्ज किए थे, जिनमें 2500 से अधिक आरोपी बनाए गए थे। एसटीएफ ने इनमें से 21 लोगों को गिरफ्तार किया था, 1200 के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका है। वहीं 491 आरोपी अब भी फरार हैं।
इस मामले से जुड़े 48 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें कई संदिग्ध हैं। इसमें आजतक के पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी शामिल है।
मध्य प्रदेश में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) वह संस्था है (अब इसका नाम प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड), जो इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिले से लेकर तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की वे सारी भर्ती परीक्षाएं आयोजित करता है, जो मप्र लोक सेवा आयोग आयोजित नहीं करता है। मसलन पुलिस उपनिरीक्षक, आरक्षक, रेंजर शामिल हैं। इन दाखिलों और भर्तियों में हुई गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद जुलाई 2013 में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
सूत्रों के अनुसार, व्यापमं द्वारा आयोजित की जाने वाली पीएमटी में होने वाली गड़बड़ियों के मामले में पहली बड़ी कार्रवाई इंदौर की अपराध शाखा ने सात जुलाई, 2013 को की थी और फर्जी तरीके से परीक्षा देने वाले 20 से ज्यादा लोगों को दबोचा था। उसके बाद तो इंदौर में ही इस फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड डॉ. जगदीश सागर पकड़ा गया था।
व्यापमं मामले की अन्य परीक्षाओं में गड़बड़ी का खुलासा होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी एसटीएफ को सौंप दी। उसके बाद उच्च न्यायालय ने पूर्व न्यायाधीश चंद्रेश भूषण की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की। वर्तमान में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई मामले की जांच कर रही है।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर जांच कर रही सीबीआई अब तक सौ से ज्यादा प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है और इस मामले से जुड़े लोगों की संदिग्ध मौतों के माामले में भी जांच शुरू है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
मप्र के पर्यावरण प्रेमी दिल्ली में जल सत्याग्रह में हिस्सा लेंगे
भोपाल, 4 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर गुरुवार (पांच मई) को आयोजित 'जल सत्याग्रह' में मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेंगे। 'नदी पुनर्जीवन विधेयक' पारित करने की मांग को लेकर जल-जन जोड़ो अभियान के आह्वान पर आयोजित इस जल सत्याग्रह को देश भर के 130 संगठनों का समर्थन प्राप्त है।
जल-जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि "देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर सूखा और पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है। इस स्थिति में नदियों को पुनर्जीवित किया जाना आवश्यक हो गया है। इसी मकसद से जल पुरुष राजेंद्र िंसंह और एकता परिषद के संस्थापक पी. वी. राजगोपाल के नेतृत्व में गुरुवार को जंतर मंतर पर जल सत्याग्रह किया जाएगा।"
बयान के अनुसार, जल सत्याग्रह में देश भर से 130 संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इस सत्याग्रह में उन सभी इलाकों के लोग हिस्सा लेंगे, जो सूखे और पानी के संकट से जूझ रहे हैं। मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड, बघेलखंड सहित अन्य स्थानों के प्रतिनिधि भी दिल्ली के लिए कूच कर गए हैं।
बयान में कहा गया है, "18 अप्रैल, 2016 को गांधी के सत्याग्रह की भूमि चम्पारण से राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में प्रकृति एवं पर्यावरण प्रेमियों ने जल सत्याग्रह आरम्भ किया। इस जल सत्याग्रह के तहत बिहार, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, लातूर, कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के बुन्देलखंड की यात्रा की गई। यात्रा के दौरान जो तस्वीर सामने आई वह चौंकाने वाली है। पानी के अभाव में गांव के गांव उजड़ गए हैं। खेत वीरान पड़े हैं। इंसान और जानवर दोनों को पानी नसीब नहीं हो रहा है।"
बयान में केन्द्र एवं राज्य सरकारों से भू-गर्भीय जल के नियंत्रण और संरक्षण के लिए कानून लागू करने की मांग की गई है, ताकि पेयजल हेतु जल संरचनाओं में पानी उपलब्ध रहे।
बयान में कहा गया है कि गंदे पानी के साथ साफ पानी को न मिलाया जाए, नदी-नालों का प्रवाह अलग-अलग सुनिश्चित किया जाए, और इसके लिए भारत सरकार का नदी पुनर्जीवन मंत्रालय तत्काल प्रभाव से कानून बनाए और नदी पुनर्जीवन कार्य को प्रभावी बनाए।
बयान में सरकारों से यह सुनिश्चित करने की भी मांग की गई है कि प्रत्येक नदी में निर्मल व अविरल सतत प्रवाह बना रहे।
--आईएएनएस
सिंहस्थ कुंभ में धर्म गुरुओं ने दिया स्वच्छता पर जोर
उज्जैन, 4 मई (आईएएनएस)। देश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान को मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ के दौरान विभिन्न धर्म गुरुओं का भी समर्थन मिला है। मंगलवार को 'सद्भावना संकल्प' कार्यक्रम के मंच पर आए तमाम धर्म गुरुओं ने एक सुर से शौचालय बनवाने पर बल देते हुए 'स्वच्छता क्रांति' लाने का आह्वान किया।
विभिन्न धर्मो के गुरुओं ने 'सद्भावना संकल्प' के जरिए 'स्वच्छता क्रांति' लाने का आह्वान किया और देश के नागरिकों से अपील की कि वे इस कार्य में जुट जाएं, ताकि भारत की स्वच्छता वैश्विक उदाहरण बन सके। उन्होंने पर्यावरण अनुकूल शौचालय के उपयोग पर बल दिया, ताकि हमारी भूमि और नदियों को खुले में शौच से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति दिलाई जा सके।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि हम जैसा स्वप्न देखते हैं, दुनिया वैसी ही होती है और अब नए स्वप्न देखने का समय आ गया है, क्योंकि भारत में साफ पेयजल, स्वच्छता और सफाई के अभाव में प्रतिदिन 1,200 बच्चों की मौत होती है। हम इस स्थिति को बदल सकते हैं।
ग्लोबल इंटरफेथ वाश अलायंस (जीवा) द्वारा यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में पांच धर्मो के प्रतिनिधि एक मंच पर थे। इस मौके पर जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा कि पानी सभी के जीवन की बुनियादी आवश्यकता है, लेकिन अभी धरती पर केवल 0.75 प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है। इसलिए जल का संरक्षण करना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
ऑल इंडिया इमाम आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष इमाम उमर इलियासी ने वादा किया कि वे समाज में स्वास्थ्य, स्वच्छता और सफाई के इस महत्वपूर्ण संदेश के प्रचार-प्रसार के लिए देशभर के इमामों को एकजुट करेंगे। उन्होंने शिक्षित और स्वस्थ भारत बनाने तथा खुले में शौच से मुक्ति के लिए सभी धर्मों को एक साथ आने पर जोर दिया।
शिया प्रमुख मौलाना डॉ. सईद कल्बे सादिक ने कहा कि आज से हम इस स्वप्न को पूरा करने में जुट जाएं। देश को स्वच्छ बनाने का संकल्प हमारे दिल में होना चाहिए और हमारे कार्य इस संकल्प को हकीकत में बदलने वाले होने चाहिए।
जैन समाज के प्रतिनिधि आचार्य लोकेश मुनि ने आहवान किया कि अहिंसा और स्वच्छता साथ-साथ दिखाई देना चाहिए। हमारी अस्वच्छता प्रतिदिन अनेक मासूमों की मृत्यु का कारण बनती है। यह पीड़ा अब खत्म होनी चाहिए। यह बदलाव लाना अब हम सभी की जिम्मेदारी है।
जीवा महासचिव भगवती सरस्वती ने बताया कि जीवा की स्थापना इस सिद्धांत पर की गई कि एक धर्म गुरु होने के नाते हम सभी अपनी शांति की परिभाषा में यह भी शामिल करें कि सभी धर्मों के लोगों को साफ पेयजल, स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हो।
यूनिसेफ भारत की वाश प्रभाग प्रमुख सू कोट्स ने कहा कि असुरक्षित पेयजल, अस्वच्छता और सफाई का अभाव डायरिया और निमोनिया जैसी बच्चों की बीमारियों के कारण हैं। ये बीमारियां पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
यूनिसेफ भारत संचार प्रमुख केरोलीन डेन डल्कन ने कहा कि बाल जीवन बचाने के संकल्प में देश के प्रमुख धर्म गुरुओं के शामिल होने से देश में आज से एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है।
समापन सत्र को संबोधित करते हुए स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि उन्होंने पांच महाद्वीपों में मंदिर बनवाने में सहयोग किया है, लेकिन अब वे इस बात पर बल दे रहे हैं कि आइये, पहले हम शौचालय बनाएं। शौचालय के बिना मानव मल के कारण फैली बीमारियों से सशक्त इंसान भी बीमार और कमजोर हो जाता है।
--आईएएनएस
मप्र में धूल भरी आंधी चलने के आसार
भोपाल, 4 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल सहित अन्य स्थानों पर बीते 24 घंटों के दौरान चली हवाओं से तापमान में गिरावट आई है, पर गर्मी का असर बना हुआ है। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य में धूल भरी आंधी चलने और बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। साथ ही कई स्थानों पर लू चलने की संभावना भी जताई गई है।
भोपाल का बुधवार को न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री, इंदौर का 25 डिग्री, ग्वालियर का 24.2 डिग्री और जबलपुर का 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इससे पहले मंगलवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री, इंदौर का 40.5 डिग्री, ग्वालियर का 43़1 डिग्री और जबलपुर का 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
--आईएएनएस
मप्र में शराबबंदी के लिए कांग्रेस उतरेगी सड़कों पर
भोपाल, 3 मई (आईएएनएस)। बिहार में शराबबंदी के बाद अपराधों की संख्या में आई गिरावट को देखते हुए मध्यप्रदेश में भी शराबबंदी की मांग जोर पकड़ने लगी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रदेश में शराबबंदी को लेकर जनता के सहयोग से आंदोलन चलाने का ऐलान किया है।
पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए यादव ने कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराध और हादसों के लिए शराब एक बड़ा कारण है। प्रदेश में लोग रोजाना सवा तीन लाख लीटर शराब पी जाते हैं। इतना ही नहीं, 75 फीसदी महिलाएं शराब के कारण घरेलू हिंसा की शिकार होती हैं।
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में 58 फीसदी मौतें शराब के नशे के कारण होती हैं। शहरी इलाकों में 43 फीसदी लड़कियों, महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं शराब की वजह से होती हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि प्रदेश में मुखिया शिवराजसिंह चौहान अपने आप को प्रदेश की बहनों का भाई और भांजे-भांजियों का मामा बताते हैं, मगर महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के मामले में प्रदेश देश में पहले नंबर पर है। बेटियां पढ़ें और आगे बढ़ें तथा महिलाएं सुरक्षित रहें, इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश को शराब मुक्त बनाया जाए।
उन्होंने घोषणा की है कि प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कांग्रेस विभिन्न चरणों में सड़कों पर उतरकर आंदोलन चलाएगी और सामाजिक सरोकार से जुड़े इस आंदोलन को यदि पार्टी को गैर राजनैतिक ढंग से भी संचालित करना पड़ा, तो पार्टी इसमें कोई संकोच नहीं करेगी।
यादव ने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में शराबबंदी के खिलाफ प्रचार-प्रसार के लिए पोस्टर, होर्डिग, बैनर और पम्पलेट वितरित किए जाएंगे। विभिन्न सामाजिक गोष्ठियों, महिला संगठनों की बैठकों के माध्यम से सामाजिक चेतना का संचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक-गैर राजनीतिक संगठनों के साथ विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों का भी इसमें सहयोग लिया जाएगा। अवैध रूप से सरकार और भाजपा नेताओं के संरक्षण में की जा रही शराब बिक्री को लेकर भी आंदोलन का रूप सशक्त होगा।
अरुण यादव ने कहा कि विभिन्न धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थाओं के नजदीक नियम विरुद्ध संचालित हो रही देसी-विदेशी शराब दुकानों के खिलाफ जनसंगठनों को साथ लेकर धरना-प्रदर्शन, संबंधित वरिष्ठ जिला प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन इत्यादि सौंपे जाएगे। इसके बावजूद यदि निर्धारित अवधि में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो जिला स्तर पर चक्काजाम और मध्यप्रदेश बंद जैसे आयोजन भी किए जाएंगे।
उन्होंने बिहार में शराबबंदी के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि पिछड़ा कहे जाने वाला बिहार प्रदेश इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने का संकल्प लेते हुए राजस्व की चिंता किए बगैर इस दिशा में ऐतिहासिक कदम उठा चुका है। बिहार सरकार का यह कदम वर्तमान दौर में पूरे देश को दिशा प्रदान कर सकता है, तो मध्यप्रदेश को क्यों नहीं।
एक सवाल के जवाब में यादव ने कहा कि शराब से किसी भी राज्य को जितने राजस्व की प्राप्ति होती है, उससे चारगुना राशि सामाजिक बुराइयों का मुकाबला करने पर खर्च हो जाती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
मप्र : मंत्री की बिजली अधिकारियों को उल्टा लटकाने की चेतावनी
गुना, 3 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में चल रहे 'ग्राम उदय से भारत उदय' अभियान के तहत गुना जिले में ग्राम संसद में हिस्सा लेने पहुंचे राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव का आक्रामक रूप देखने को मिला। ग्रामीणों के बिजली की समस्या गिनाने पर उन्होंने मंच से चेतावनी दी कि अगर गांव को 24 घंटे बिजली नहीं मिली, तो बिजली अधिकारियों को उल्टा लटका देंगे।
भार्गव सोमवार को मगराना ग्राम पंचायत की ग्राम संसद में हिस्सा लेने पहुंचे थे। यहां मौजूद ग्रामीणों ने बिजली संबंधी समस्या सामने रखी। ग्रामीणों ने कहा कि बिजली न होने की वजह से पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है।
इस पर भार्गव ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि बिजली के कारण कोई भी योजना बंद नहीं होगी। सरकार ने बिजली कंपनी को सभी 23 हजार गांवों में 24 घंटे बिजली देने के निर्देश दिए हैं। ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने ग्रामीणों को सस्ती दर पर बिजली देने के लिए सब्सिडी का ऐलान किया था। यह राशि सरकार की ओर से जमा करने की बात कही गई।
उन्होंने कहा कि 'अगर गांव में 24 घंटे बिजली नहीं आई तो अफसरों को उल्टा लटका दूंगा।'
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नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। गर्मियों में त्वचा का कालापन बेहद आम समस्या है, लेकिन इससे छुटकारा पाना आसान नहीं है। त्वचा विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ घरेलू उपाय...