दिल्ली पर हमले की जैश की साजिश नाकाम, 3 गिरफ्तार
नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। पुलिस ने बुधवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर दिल्ली व पड़ोसी राज्यों में हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के इस आतंकवादी गिरोह से ताल्लुक रखने के शक में 10 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रितेश सिंह ने तीनों संदिग्धों मोहम्मद साजिद, शाकिर अंसारी तथा समीर को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
इनके पास से एक आईईडी, 11 बैट्री, छह सूखी बैट्री, तीन पाइप तथा 250 ग्राम विस्फोटक पाउडर बरामद किया गया, जिनका इस्तेमाल बम बनाने में किया जाना था।
विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) अरविंद दीप ने आईएएनएस से कहा कि जैश से संभावित संबंधों और आतंकवादियों को साजो-सामान मुहैया कराने को लेकर 10 और लोगों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी मॉडयूल सक्रिय था और दिल्ली व एनसीआर में संवेदनशील तथा माल जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाने की साजिश कर रहा था।
पुलिस ने कहा कि मॉडयूल पर दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा खुफिया ब्यूरो (आईबी) की मदद से बीते छह महीने से बारीकी से निगाह रखी जा रही थी। दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में मंगलवार को अलग-अलग छापेमारी के बाद इसका पर्दाफाश हुआ।
एक पुलिस अधिकारी ने पहचान न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि संदिग्धों ने इस बात की स्वीकार किया है कि उन्होंने इंटरनेट की मदद से आईईडी बनाना सीखा।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे अब ज्यादा से ज्यादा उपकरण जुटाने तथा अपनी योजना को अंजाम देने में लगे थे।
गिरफ्तार लोगों में पेशे से सिलाई का काम करने वाले 20 वर्षीय साजिद के बारे में कहा जा रहा है कि वह एक वांछित आतंकवादी है और कुछ समय पहले बम बनाते समय उसका एक हाथ जल गया था। साजिद को पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी के चांदबाग से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस का मानना है कि साजिद उस वक्त बम बना रहा था, जिस दौरान दुर्घटना होने से उसका एक हाथ जल गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "शाकिर मुख्य आरोपी है और मॉडयूल का सरगना भी। वह पाकिस्तान में जैश-ए-मुहम्मद के अपने आकाओं से लगातार संपर्क में था और आगामी दिनों में पाकिस्तान जाने की योजना बना रहा था।"
शाकिर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसे गिरफ्तार करने में राज्य के आतंकवाद रोधी दल ने भी मदद की। समीर को गाजियाबाद के लोनी से पकड़ा गया। शाकिर और समीर का संबंध पठानकोट वायुसेना अड्डे के लिए जिम्मेदार जैश-ए-मुहम्मद से बताया जा रहा है।
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार तीन लोग तथा 10 अन्य एक दूसरे को जानते हैं और व्हाट्स एप के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में थे।
विशेष आयुक्त दीप ने आईएएनएस से कहा, "उन्होंने कई बार बैठकें की। हाल में उन्होंने साजिद के घर 20 दिसंबर को बैठक की थी।" उन्होंने कहा कि सभी संदिग्ध आतंकवादी दिल्ली के विभिन्न जगहों पर रह चुके हैं।
विशेष पुलिस आयुक्त ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों की उम्र 30 साल से कम है।
उन्होंने कहा, "कुछ दिल्ली के स्थाई बाशिंदे हैं, जबकि कुछ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।"
--आईएएनएस
दिल्ली में हमले की जैश की साजिश नाकाम, 3 गिरफ्तार
नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। पुलिस ने बुधवार को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर दिल्ली व पड़ोसी राज्यों में हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के आतंकवादी गिरोह से ताल्लुक रखने वाले नौ संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी मॉडयूल सक्रिय थे और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में संवेदनशील तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाने की साजिश कर रहे थे।
पुलिस ने कहा कि मॉडयूल पर काफी पहले से निगाह रखी जा रही थी और दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में अलग-अलग छापेमारी के बाद इसका खुलासा हुआ। उनके पास से एक आईईडी भी बरामद हुआ।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।" अधिकारी ने कहा कि नौ अन्य को हिरासत में लिया गया है और जैश-ए-मोहम्मद से संबंधों और आतंकवादियों को साजो-सामान मुहैया कराने के संबंध में उनसे पूछताछ की जा रही है।
गिरफ्तार लोगों में 20 वर्षीय साजिद है। उसके बारे में कहा जा रहा है कि वह एक वांछित आतंकवादी है और कुछ समय पहले बम बनाते समय उसका एक हाथ जल गया था। साजिद को पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने कहा, "वह मुख्य आरोपी है और शायद मॉडयूल का सरगना भी।"
दो अन्य शकीर व समीर को भी गिरफ्तार किया गया है। उनके बारे में भी कहा जा रहा है कि वे जैश से सीधे तौर पर जुड़े हैं।
पुलिस ने कहा कि दिल्ली व उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान चलाए गए।
विशेष पुलिस आयुक्त अरविंद दीप (विशेष इकाई) ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों की उम्र 30 साल के आसपास है।
उन्होंने कहा, "कुछ दिल्ली के स्थाई बाशिंदे हैं, जबकि कुछ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।"
--आईएएनएस
अलेप्पो में सीरियाई सेना पर चौतरफा ताबड़तोड़ हमले
दमिश्क, 3 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। सीरिया के सरकारी सुरक्षाबलों को सरकार के नियंत्रण वाले उत्तर-पश्चिमी शहर अलेप्पो में जेहादी समूहों के ताबड़तोड़ हमलों का सामना करना पड़ रहा है। सीरियाई सेना की जनरल कमान ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अल-कायदा से संबद्ध नुसरा फ्रंट, अहरार अल-शाम तथा इस्लाम आर्मी सरकारी नियंत्रण वाले अलेप्पो शहर पर कई दिशाओं से हमलों को अंजाम दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने अलेप्पो के रिहायशी इलाकों में भारी गोलीबारी की थी, जिसमें मंगलवार को 20 से अधिक लोग मारे गए, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए।
सेना ने एक बयान में कहा, "सीरियाई सेना वर्तमान में हमलों का सामना कर रही है और इनके पीछे आतंकवादी समूहों का हाथ है।"
मंगलवार को हमला अल-मुहाफजा जिले के एक अस्पताल सहित विभिन्न इलाकों में भारी गोलीबारी के बाद शुरू हुआ, जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं।
सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने हमलों का शिकार हुए अस्पताल के फुटेज दिखाए, जिसमें क्षतिग्रस्त अस्पताल व फर्श पर खून दिखाई दे रहा है।
जेहादियों ने अल-जाहरा जिले में एक कार बम विस्फोट कर दिया। बताया गया है कि इसमें बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं।
--आईएएनएस
बगदाद में कार बम विस्फोट, 16 शिया तीर्थयात्रियों की मौत
बगदाद, 2 मई (आईएएनएस)। बगदाद में सोमवार को एक कार बम विस्फोट में 16 शिया तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जबकि 43 अन्य घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण बगदाद में पैदल शिया तीर्थयात्रियों के जुलूस के निकट एक कार बम विस्फोट किया गया।
विस्फोट उस समय हुआ जब शिया तीर्थयात्री बगदाद के एक हिस्से से बगदाद में ही स्थित इमाम मूसा अल-काजिम के मकबरे पर उनकी पुण्यतिथि मनाने जा रहे थे। मूसा अल-काजिम शियाओं के 12 आदरणीय इमामों में सातवें थे।
इमाम काजिम की कब्र पवित्र शिया शहर काजिमिया के पुराने भाग के मध्य में एक स्वर्ण गुबंद वाली मस्जिद में है।
इराक के शहरों में इस्लामिक स्टेट समेत अन्य आतंकी संगठन धार्मिक अनुष्ठान करने वाले शिया तीर्थयात्रियों पर अक्सर हमले करते हैं। उनका इरादा हिंसाग्रस्त इराक में सांप्रदायिक संघर्ष को और भड़काना होता है।
--आईएएनएस
इराक में दोहरा कार बम विस्फोट, 33 मरे
बगदाद, 1 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। इराक के मुथन्ना प्रांत में दो रविवार को दो कार बम विस्फोटों में कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई और अन्य 63 लोग घायल हो गए।
सुरक्षा सूत्र ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा, "ताजा खबरों के मुताबिक, मध्य समावा में हुए दो कार बम विस्फोटों में 33 लोगों की मौत हो गई और अन्य 63 लोग घायल हो गए।"
सूत्र के मुताबिक, ये हमले दोपहर के आसपास हुए, जब प्रांतीय सरकार के परिसर में खड़ी कार में विस्फोट हो गया, जबकि समावा के अल-शारजी जिले के वयस्तम पार्किं ग में खड़ी एक अन्य कार में भी विस्फोट हो गया।
इन भीषण विस्फोटों से आसपास की कारें और इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
गौरतलब है कि जून 2014 में इराक के कुछ हिस्सों पर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के कब्जे के बाद से हिंसा का दौर जारी है।
--आईएएनएस
छग : नक्सल पीड़ित इलाकों में बाइक पर घूमे मुख्यमंत्री
रायपुर, 29 अप्रैल (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत गुरुवार को दूसरे दिन भी राज्य के सीमावर्ती नक्सल प्रभावित इलाकों का सघन दौरा किया। प्रदेश के अंतिम छोर के सुकमा जिले के अंतर्गत ग्राम भेज्जी में उनका पहला पड़ाव था।
डॉ. सिंह दंतेवाड़ा से सबेरे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर सबसे पहले बिना किसी पूर्व सूचना के भेज्जी में उतरे। उन्होंने वहां चौपाल लगाई और ग्रामीणों से बातचीत की। एक वृद्ध महिला ने मुख्यमंत्री का स्वागत महुआ भेंटकर किया।
डॉ. सिंह ने स्कूली बच्चों और स्थानीय युवाओं से भी मुलाकात की। आज के लोक सुराज अभियान में मुख्यमंत्री ने राज्य के इस घोर नक्सल हिंसा प्रभावित इलाके में ना सिर्फ भेज्जी से इंजरम तक 28 किलोमीटर की निमार्णाधीन सड़क का निरीक्षण किया, बल्कि मोटरसाइकिल पर बैठ कर इस रास्ते का काफी दूर तक निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री ने भेज्जी में ग्राम सुराज की चौपाल में किसानों और ग्रामीणों से विभिन्न जरूरतों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां के कुछ किसानों के खेतों में सिंचाई सुविधा की ²ष्टि से कुआं निर्माण की भी मंजूरी दी।
डॉ. सिंह ने इसके अलावा किसानों के खेतों के भूमि समतलीकरण और देवगुड़ी निर्माण की मांग भी तत्काल स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने नक्सल पीड़ित परिवारों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया।
उन्होंने भेज्जी से जिला मुख्यालय सुकमा पहुंचकर वहां कई निर्माण कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री के हाथों इनमें से सुकमा के शासकीय जिला अस्पताल भवन, जिला पंचायत भवन और सर्किट हाउस भवन का भी लोकार्पण हुआ। उन्होंने हाईस्कूल भवन का भी भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
डॉ. सिंह ने अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार, ग्राम भेज्जी के अनेक सूखा प्रभावित किसानों को आगामी धान फसल की बोनी के लिए नि:शुल्क धान बीज का वितरण किया।
मुख्य सचिव विवेक ढांड और प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह भी उनके साथ थे। मुख्यमंत्री ने भेज्जी प्रवास के दौरान उन परिवारों से भी मुलाकात की जो पड़ोसी राज्य आन्ध्रप्रदेश से आकर भेज्जी में पुन: बस गए हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति का जायजा लिया। उनकी समस्याओं के बारें में उनसे बातचीत की।
डॉ. रमन सिंह ने अधिकारियों को इन परिवारों के लिए पक्का मकान बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र के गांवों में किसानों को सिंचाई सुविधा देने सौर ऊर्जा पंप की सुविधा देने, तालाबों के गहरीकरण, कृषि भूमि के समतलीकरण और क्षेत्र के जरूरतमंद गांवों में अगले 6 महीने के भीतर बिजली पहुंचाने के निर्देश दिए।
--आईएएनएस
मुंबई हवाईअड्डे से आईएम का संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
मुंबई, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के एक संदिग्ध आतंकवादी को मुंबई हवाईअड्डे से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
आईएम के इस संदिग्ध की तलाश महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात की पुलिस को कई मामलों में थी। इनमें मुंबई में जुलाई 2011 में हुए तिहरे बम धमाके का मामला भी शामिल है।
पुलिस के विशेष महानिरीक्षक (एटीएस) निकेत कौशिक ने बताया कि पकड़े गए आईएम सदस्य की पहचान जैन उल आबेदीन के रूप में की गई है। इसे महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने एक अभियान चलाकर छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया।
कौशिक ने बताया कि आबेदीन को बाद में मुंबई में एक अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 10 दिनों के लिए 6 मई तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया गया।
मुंबई के दादर, ओपेरा हाऊस और झावेरी बाजार में 13 जुलाई 2011 को हुए बम विस्फोटों में 26 लोग मारे गए थे और 130 लोग घायल हुए थे।
एटीएस आबेदीन से इस घटना में उसकी भूमिका और हमले के पीछे की साजिश के बारे में पूछताछ करेगी।
जांचकर्ताओं का मानना है कि इस धमाके में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक को आबेदीन ने ही खरीद कर आईएम को भेजा था। आबेदीन के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
पाकिस्तान ने वार्ता में कश्मीर, बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया
नई दिल्ली, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। अफगानिस्तानके मुद्दे पर मंगलवार को वैश्विक सम्मेलन से इतर भारत-पाकिस्तान के विदेश सचिवों की मुलाकात में पाकिस्तान ने बलूचिस्तान विद्रोह में भारत की कथित संलिप्तता का मामला उठाया और कश्मीर को दोनों देशों के बीच का 'मुख्य मुद्दा' करार दिया।
पाकिस्तान उच्चायोग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी और उनके भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर ने 'जम्मू एवं कश्मीर विवाद सहित सभी प्रमुख मुद्दों' पर चर्चा की।
बयान में कहा गया, "पाकिस्तानी विदेश सचिव चौधरी ने जोर देकर कहा कि कश्मीर मुख्य मुद्दा है, जिसे संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप हल करने की जरूरत है।"
बयान में कहा गया कि चौधरी ने रिसर्च एवं एनालिसिस विंग (रॉ) के अधिकारी कुलभूषण जाधव के पकड़े जाने का मामला भी उठाया और बलूचिस्तान व कराची में विध्वंसक गतिविधियों में संलिप्तता (भारत की) को लेकर गहन चिंता जाहिर की।
पाकिस्तान अर्से से भारत पर पाकिस्तान के गैस व खनिज संपन्न प्रांत बलूचिस्तान में विद्रोह भड़काने का आरोप लगाता आया है। भारत ने हमेशा उसके आरोपों को खारिज किया है।
कुलभूषण जाधव को मार्च में बलूचिस्तान में भारत की खुफिया संस्था रॉ के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भारत ने बताया कि जाधव एक सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी हैं और वह रॉ के लिए काम नहीं करते।
पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया कि चौधरी ने अपने भारतीय समकक्ष जयशंकर को बताया है कि भारतीय एजेंटों की जासूसी 'दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य करने के प्रयासों पर असर डाल रही है।'
चौधरी ने दोनों देशों के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में 2007 में हुए बम विस्फोट की भी याद दिलाई। पूर्व में भारतीय जांच एजेंसियों ने इस विस्फोट के लिए दक्षिणपंथी हिंदू कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया था। अब न्यूज रिपोर्ट कह रही हैं कि संदिग्धों को सबूतों के अभाव में छोड़ा जा रहा है।
बयान में कहा गया, "उन्होंने (चौधरी) समझौता एक्सप्रेस विस्फोट के मुख्य संदिग्धों की रिहाई के लिए भारतीय अधिकारियों द्वारा की गई कोशिशों पर भी चिंता जताई।"
पाकिस्तान के विदेश सचिव ने हालांकि भरोसा जताया है कि दोनों देश हाल में उच्चस्तरीय संपर्को से बनी सद्भावना की पृष्ठभूमि में 'एक प्रतिबद्ध, सार्थक एवं व्यापाक वार्ता प्रक्रिया' के प्रति समर्पित बने रहेंगे।
उन्होंने 'व्यापक वार्ता की जल्द शुरुआत की जरूरत पर जोर दिया, जिसके लिए भारत के विदेश सचिव का पाकिस्तान दौरा होना है।'
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
मालेगांव विस्फोट : सभी 9 आरोपी बरी
मुंबई, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। एक विशेष अदालत ने साल 2006 में हुए मालेगांव सीरियल विस्फोट मामले के सभी नौ मुस्लिम युवकों को बरी कर दिया। इनमें एक की हाल में मौत हो चुकी है।
बचाव पक्ष के वकील शाहिद नदीम अंसारी ने आईएएनएस से कहा, "सभी नौ आरोपियों द्वारा दोषमुक्ति के लिए दाखिल अर्जी पर सुनवाई के बाद विशेष मकोका अदालत ने आज (सोमवार) दोपहर अपना फैसला सुनाया। सभी को दोषमुक्त करार दिया गया।"
उन्होंने कहा कि नौ आरोपियों में से एक शब्बीर अहमद मसीउल्लाह की कुछ महीने पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी।
गिरफ्तारी के बाद इन सभी को पांच साल का वक्त जेल में काटना पड़ा।
वकील अंसारी ने कहा कि बरी किए गए बाकी आठ युवकों में नुरुल हुदा, रईस अहमद रजबअली मंसूरी, सलमान फारसी अब्दुल लतीफ आईमी, फरोग इकबाल अहमद मागदुमी, शेख मोहम्मद अली आलम, आसिफ बशीर खान, मोहम्मद जाहिद अब्दुल माजिद अंसारी तथा अबरार अहमद गुलाम अहमद शामिल हैं।
मालेगांव में आठ सितंबर, 2006 में हुए विस्फोटों के मामले में इन्हें गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद इनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था।
विस्फोट एक मुस्लिम कब्रिस्तान व एक मस्जिद के निकट शब-ए-बरात पर्व के दिन दोपहर की नमाज के वक्त हुआ था।
बम दो साइकिलों में छिपाकर रखे गए थे। विस्फोट और इसके बाद भगदड़ मचने के कारण 37 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा, स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) तथा जैश-ए-मोहम्मद का हाथ बताया गया और जांच की गई।
प्रतिबंधित सिमी से कथित तौर पर संबंध रखने वालों सहित सभी आरोपियों ने जमानत के लिए याचिका दायर की, जिसके बाद उन्हें 16 नवंबर, 2011 को जमानत मिल गई।
बीते 12 अप्रैल को हुई सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के वकील प्रकाश शेट्टी ने विशेष न्यायाधीश से कहा था कि अदालत को आरोपियों की दोषमुक्ति की याचिका पर फैसला लेना चाहिए।
महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) तथा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जांच का जिम्मा लेने वाली एनआईए ने अदालत से कहा था कि सभी नौ आरोपियों के विस्फोट में शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिसके बाद सोमवार को सभी आरोपियों के बरी होने का रास्ता साफ हो गया।
वकील अंसारी ने कहा कि साल 2014 में बरी करने की याचिका पर सुनवाई के दौरान एनआईए ने आरोपियों के खिलाफ एटीएस तथा सीबीआई के मामलों पर शंका जताते हुए उन्हें बरी करने की मांग की थी।
एनआईए ने कहा कि उसे दोषमुक्ति की याचिका पर कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि उसने जो सबूत इकट्ठा किए, वे एटीएस तथा सीबीआई के सबूतों से मेल नहीं खाते, जिनके आधार पर सभी नौ लोगों पर मुकदमा चलाया गया था।
मुंबई से 300 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित मुस्लिम बहुल मालेगांव 29 दिसंबर, 2008 को एक और धमाके से थर्रा गया था, जिसमें कथित हिंदू कट्टरपंथियोंका हाथ होने की बात कही गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
सीरिया में सैन्य चौकी पर हमला, 15 मरे
दमिश्क, 25 अप्रैल (आईएएनएस/सिन्हुआ)। सीरिया की राजधानी दमिश्क से दक्षिण एक शिया बहुल जिले में सोमवार को एक सैन्य चौकी के पास हुए कार बम हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई।
सेना के एक सूत्र ने बताया कि यह विस्फोट उस वक्त हुआ, जब चालक शिया बहुल जिले सैयदा जैनब के दियाबियाह कस्बे में वाहन को लेकर दो सैन्य चौकियों को सफलतापूर्वक पार कर गया, लेकिन तीसरी चौकी को पार करने वक्त सैन्य कर्मियों ने उसके वाहन की तलाशी शुरू कर दी। उसी समय चालक ने वाहन को उड़ा दिया।
सफेद रंग का यह वाहन एक डबल केबिन पिकअप ट्रक था, जिसमें कम से कम 100 किलोग्राम विस्फोटक लदा था। सूत्र ने बताया कि अगर यह वाहन तीसरी सैन्य चौकी को पार करने में कामयाब हो जाता तो यह घनी आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच जाता, जहां विस्फोट होने से जान-माल की काफी हानि होती।
सैयदा जैनब जिले में एक शिया दरगाह है, जिसमें इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद की पोती जैनब की कब्र है।
यह कब्र इस्लाम के शिया संप्रदाय के अनुयायियों के धार्मिक अध्ययन का केंद्र बन गया है और यहां विश्व के कोने-कोने से शिया मुसलमान आते हैं।
हाल के दिनों में सीरिया के सैयदा जैनब जिले में काफी बमबारी देखी गई है, जिसमें दसियों लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि यह विस्फोट किसने करवाया है, इसकी अभी जानकारी नहीं मिली है। लेकिन पिछले बम विस्फोटों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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