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जोड़ों के दर्द में असरदार नहीं पैरासीटामोल

लंदन, 19 मार्च (आईएएनएस)। दर्द, बुखार और सर्दी में प्रयोग होने वाली पैरासीटामोल दवा ऑस्टयोआर्थराइटिस में दर्द को कम करने वाले चिकित्सीय प्रभावकारिता के न्यूनतम मानकों को पूरा नहीं करती है। एक नए शोध में यह पता चला है।

यह निष्कर्ष ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए दर्द निवारक दवा के बड़े पैमाने पर हुए विश्लेषण पर आधारित हैं, जो गठिया का एक सामान्य प्रकार है। इस रोग में अक्सर जोड़ों का दर्द और अकड़न की शिकायत रहती है।

निष्कर्षो के अनुसार, सामने आया है कि ऑस्टियोआर्थराइटिस की चिकित्सा में पैरासीटमोल की कोई भूमिका नहीं होती है।

शोधार्थियों ने पाया है कि नॉन स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग (एएसएआईडी) डिक्लोफेनेक सबसे शीघ्र प्रभाव देने वाली दर्दनिवारक है। हालांकि इस दवा के सेवन से लंबे समय के दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते हैं।

इस शोध के लिए ऑस्टियोआर्थराइटिस पीड़ित 58 हजार 556 लोगों का डेटा संकलित किया गया था। शोधार्थियों ने 22 अलग-अलग चिकित्सीय उपचारों और प्लेसबो का दर्द की तीव्रता और शारीरिक गतिविधियों पर हुए प्रभावों का तुलनात्मक अध्ययन किया।

स्विट्जरलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ बर्न से इस अध्ययन की शोधार्थी स्वेन ट्रेली ने बताया, "पैरासीटामोल की कोई भी खुराक ऑस्टियोआर्थराइटिस में असरदार नहीं होती है, लेकिन बिना पैरासीटामोल के कुछ एएसएआईडी दवाएं रुक-रुक कर सेवन करने से प्रभावी परिणाम देती हैं।"

यह शोध 'द लैंसेट' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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  • लाइब्रेट लैब प्लस यानी ऑनलाइन जांच सुविधा
    नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। ऑनलाइन डॉक्टरी परामर्श प्लेटफार्म लाइब्रेट ने 'लाइब्रेट लैब प्लस' लांच किया है, जो लोगों को डॉक्टरों से ऑनलाइन सलाह लेने, घर पर ही आवश्यक जांच करवाने और सीधे डॉक्टर के पास रिपोर्ट भेजने की सुविधा देती है।

    डॉक्टरों ने बताया कि लैब टेस्ट के झमेले की वजह से 70 प्रतिशत लोग बीच में ही इलाज छोड़ देते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए लाइब्रेट ने यह व्यपारिक फैसला लिया है।

    उन्होंने बताया कि लाइब्रेट लैब प्लस की सेवाएं दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू में शुरू हो गई हैं। अन्य शहरों में भी यह सेवा शुरू होने जा रही है।

    पूरे भारत के 80 शहरों में 100000 डॉक्टरों के साथ लाइब्रेट नई किस्म का 30 ऑनलाइन-ऑफलाइन मार्केट प्लेस तैयार कर रहा है।

    लाइब्रेट के संस्थापक तथा सीईओ सौरभ अरोड़ा का कहना है, "हमने देखा कि लैब टेस्ट की वजह से ऑनलाइन इलाज में रुकावट आती है और यह डॉक्टर से सलाह लेने का चक्र तोड़ देती है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने लैब टेस्ट को अपने प्लेटफार्म में शामिल करने का फैसला किया।"

    उन्होंने कहा कि लाइब्रेट लैब प्लस लोगों तक सीधे ऑनलाइन कंसल्टेशन की सेवाएं पहुंचाकर उन्हें अपनी सेहत के बारे में जागरूक करने की दिशा में एक अहम कदम है। इस सेवा के जरिए टेस्ट की बुकिंग, सैंम्पल पिकअप और डॉक्टर के पास सीधे रिपोर्ट भेजने की सुविधा भी प्राप्त की जा सकती है।

    उन्होंने कहा कि उचित समय पर लैब की जांच दिल के रोगों, थायरॉयड, हाइपरटेंशन और डायबिटीज जैसी लंबी बीमारियों का पता लगाने, बचाव करने और उनका इलाज करने में मदद करती है।

    सौरभ अरोड़ा ने बताया कि 'लाइब्रेट लैब प्लस' ब्लड शूगर, कंप्लीट ब्लड काउंट, लिपिड प्रोफाइल, लिवर फंक्शन टेस्ट और थॉयरायड प्रोफाइल सहित करीब 2500 लैब टेस्ट उपलब्ध करवाएगा।

    लाइब्रेट ने यह प्लेटफार्म जनवरी, 2015 में शुरू किया था, जिसकी मदद से टेक्स्ट चैट के जरिए डॉक्टर से सलाह ली जा सकती है। इसमें बाद में वॉयस और वीडियो कॉल की सुविधा भी दी गई।

    लाइब्रेट की हेल्थ फीड के अंतर्गत 400 विषयों पर डॉक्टरों द्वारा सलाह दी जाती है। डॉक्टरों के हेल्थ टिप्स लोगों को रोगों से बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं और उन्हें स्वस्थ रहने के लिए भी उत्साहित कर रहे हैं।

    --आईएएनएस
  • बुरी यादों को भुलाना संभव

    न्यूर्याक, 7 मई (आईएएनएस)। कुछ लोग बुरी यादों के मकड़जाल में इस तरह फंस जाते हैं कि उनका भविष्य अंधकारमय लगने लगता है, लेकिन अगर हम अपनी सोच की प्रक्रिया को बदल दें, तो अपनी बुरी यादों को भूल सकते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है।

    अध्ययन में विभिन्न तथ्यों जैसे चाहत के अनुसार इच्छाओं को बढ़ाने के लिए नई शैक्षणिक विधि और बुरे अनुभवों को खत्म करने, सदमा संबंधित तनाव अनियमतिताओं को दूर करने के लिए इलाज का भी सहारा लिया गया है।

    काफी समय से याददाश्त को वापस लाने या फिर याददाश्त को नियमित करने के लिए परापंरागत रूप से हम उन तमाम साधनों- जैसे उन दृश्यों, आवाजों, गंधों तथा हम कहां और किसके साथ हैं, का प्रयोग करते रहे हैं।

    लेकिन इस अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया है कि हम जिन बीते हुए अनुभवों को हमेशा के लिए भूलना चाहते हैं, क्या हम वाकई उसे भूल सकते हैं और अगर हां तो कैसे।

    अध्ययनकर्ताओं ने प्रतिभागियों को जंगल, पहाड़ और समुद्र तटों जैसे बाहरी दृश्यों की तस्वीरें दिखाईं और आकस्मिक शब्दों की दो सूची पढ़ने को दी।

    बाद में प्रतिभागियों से कहा गया कि सूची के जिन शब्दों को भूलना या याद रखना चाहते हैं, उन्हें तस्वीरों के बीच में रखें।

    साइकोनॉमिक बुलेटिन एंड रिव्यू जर्नल में प्रकाशित लेख में अध्ययन के प्रमुख अमेरिका के न्यू हैम्पशायर स्थित डार्टमाउथ कॉलेज के सहायक प्रोफेसर जेरेमी मैनिंग ने बताया कि प्रतिभागियों की जांच के लिए एफएमआरआई का प्रयोग कर यह जानने की कोशिश की गई कि वे हर पल दृश्य संबधित चीजों के बारे में कितना सोचते हैं। हमने पल-पल उनकी गतिविधियों का अध्ययन किया और यह देखा कि समय के साथ साथ लोगों की सोच में कैसे बदलाव आता है।

    प्रतिभागियों को जब कुछ भूलने को कहा गया, तो एफएमआरआई में पता लगा कि दृश्य संबधित गतिविधियां उनके दिमाग से गायब हो गई हैं।

    मैनिंग ने बताया कि अगर आप अपनी दादी को याद करना नहीं चाहते हैं, तो ये बात आपकी सोच से गायब हो जाएगी कि कैसे आपकी दादी खाना बनाती थी।

    मैनिंग ने कहा कि अध्ययन में मस्तिष्क के आंकड़ों को भौतिक रूप से मापने और उसकी मात्रा निर्धारण करने में उन्हें काफी सफलता मिली।

    लेकिन जब प्रतिभागियों से भूलने के बजाय सूची को याद रखने के लिए कहा गया, तो दृश्य संबंधित विचार गायब हो गए और वे वापस नहीं आ पाए।

    इस तरह जब लोग दृश्य संबंधी विचारों को भूल जाते हैं, तो यह कहा जा सकता है कि पढ़े हुए शब्द उन्हें बाद में याद आ सकते हैं। अध्ययन में यह साफ हो गया कि अगर आप कुछ भूलना चाहें, तो भूल सकते हैं।

    --आईएएनएस

  • 'कैंसर पर जीत हासिल करने वाली वास्तविक नायिकाएं'
    नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। मदर्स डे के मौके पर स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता पैदा करने के प्रयास के तहत अयोजित एक कार्यक्रम में कैंसर हीलर सेंटर की निदेशक दीपिका कृष्णा ने कहा कि पूरी बहादुरी के साथ कैंसर पर जीत हासिल करने वाली महिलाएं जीवन की वास्तविक नायिकाएं हैं।"

    कैन्सर हीलर सेन्टर की निदेशक डॉ. दीपिका कृष्णा ने फैशन डिजाइनर प्रीती घई के सहयोग से एक विशेष शाम 'सेलेब्रेट लाइफ' का आयोजन गुरुवार शाम को किया।

    कृष्णा ने कहा, "मेरा मानना है कि जो चीज हमें आपस में जोड़ती है, वह एक दूसरे से दूर करने वाली ताकत से कहीं अधिक मजबूत होती है। इसी आशावादी विचार के साथ आइए इस नेक काम के लिए एक दूसरे से हाथ मिलाएं। उन महिलाओं को देखकर बहुत अच्छा लगता है जिन्होंने पूरी बहादुरी के साथ कैंसर पर जीत हासिल की है- वे हमारे जीवन की वास्तविक नायिकाएं हैं!"

    फैशन डिजाइनर प्रीती घई ने कहा, "इस कार्यक्रम से जुड़ना मेरे लिए बेहद खास अनुभव है, मेरा मानना है कि उपचार के लिए जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। इसी विचार के साथ, मैंने प्रतिष्ठित हस्तियों को ध्यान में रखते हुए अपना यह कलेक्शन पेश किया है। इसमें आकर्षक प्रिन्ट्स, रंगों और पैटर्न्‍स में खूबसूरत सूट, साड़ी, गाउन की व्यापक रेंज है जो अपनी ताजगी, वैरायटी और स्टाइल के साथ हर महिला की खूबसूरती में चार-चांद लगा देगी।"

    कार्यक्रम के दौरान 'आई एम द पावर'- 'आई एम माय ओन डेस्टिनी' - 'आई एम द अल्टीमेट विनर' के संदेश के साथ पावरफुल जैज डांस और संगीत का प्रदर्शन किया गया। सभी माताओं को 'आई एम द पावर' ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।

    -- आईएएनएस
  • केएफसी की यह नेलपॉलिश जरा हटके

    हांगकांग, 6 मई (आईएएनएस/सिन्हुआ)। मांसाहारी भोजन की मशहूर श्रृंखला अब केवल भोजन ही नहीं, बल्कि नेलपॉलिश भी बेचेगी। अपने अलग स्वाद के लिए मशहूर इस कंपनी की नेलपॉलिश भी जरा हटके होगी। इसकी खास बात है कि इस नेलपॉलिश का आप स्वाद भी ले सकेंगे।

    केएफसी ने खाने योग्य दो नेलपॉलिश को बेचना शुरू किया है, जिनका स्वाद चिकन की तरह है। इसके दो फ्लेवर हैं ओरिजनल और हॉट एंड स्पाइसी। ये दोनों ही प्राकृतिक साम्रगियों से निर्मित हैं।

    कंपनी ने कहा कि इसे आप सामान्य नेलपॉलिश की भांति अपने नाखूनों पर लगाकर बार-बार इसका स्वाद चख सकते हैं।

    इस नेलपॉलिश को मैककॉर्मिक एंड कंपनी के साथ मिलकर बनाया गया है, जो केएफसी चिकन के लिए मसालों का उत्पादन करती है।

    केएफसी ने फिलहाल ग्राहकों से किसी एक स्वाद का चुनाव करने को कहा है, जिसे बड़े पैमाने पर बनाया जाएगा।

    --आईएएनएस
  • अमेरिका ने जीका संक्रमित पेरू की यात्रा पर चेतावनी जारी की
    वाशिंगटन, 6 मई (आईएएनएस)। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) संस्थान ने जीका संक्रमित दक्षिणी अमेरिकी देश पेरू की यात्रा करने पर चेतावनी जारी की है। सीडीसी ने पेरू को जीका संक्रमित देशों की सूची में शामिल कर दिया है।

    समाचार एजेंसी 'एफए' की रिपोर्ट के मुताबिक सीडीसी ने गुरुवार को लैटिन अमेरिकी देश के लिए लेवल 2 यात्रा नोटिस जारी किया है, जिसके तहत यात्रियों को पेरू में जीका संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है।

    स्वास्थ्य अधिकारियों ने वायरस प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा करने के दौरान कीट से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करने की सलाह दी है।

    सीडीसी ने कहा है कि यात्रियों को जोड़ों के दर्द, बुखार, चकत्ते और जलन जैसे लक्षणों को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

    यौन संबंध से जीका फैलने के खतरों को देखते हुए अधिकारियों ने यात्रियों को कम से कम यौन संबंध बनाने और कंडोम का प्रयोग करने की सलाह दी है।

    सीडीसी ने जीका संक्रमित महिलाओं को गर्भावस्था की योजना को टालने और जीका के लक्षण सामने आने के बाद कम से कम आठ सप्ताह तक इंतजार करने का आग्रह किया है।

    --आईएएनएस
  • नेपाल की राष्ट्रपति का भारत दौरा रद्द, कुंभ हादसे को वजह बताया

    काठमांडू, 6 मई (आईएएनएस)। नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी का नौ मई से प्रस्तावित भारत दौरा रद्द हो गया है। उन्होंने दौरा रद्द किए जाने की वजह सिंहस्थ कुंभ हादसे को बताया है।

    भंडारी ने भारतीय पत्रकार दीपक कुमार से एक घंटे लंबी मुलाकात में कहा उन्होंने उज्जैन में गुरुवार को कुंभ मेले में आंधी-तूफान की वजह से 7 श्रद्धालुओं के मारे जाने के कारण भारत दौरा रद्द किया।

    दीपक कुमार ने आईएएनएस को बताया कि नेपाल की राष्ट्रपति ने कहा, "मैं प्रणव मुखर्जी (राष्ट्रपति) से मिलने को काफी उत्सुक थी। लेकिन, अब हम किसी और मौके पर मुलाकात करेंगे।"

    उन्होंने कहा, "मुझे यह सुनकर बेहद दुख हो रहा है कि उज्जैन में लोगों की मौत हुई।"

    यहां नेपाली अधिकारियों ने दौरे के अचानक रद्द होने की कोई वजह नहीं बताई है।

    लेकिन, कूटनीतिक सूत्रों ने आईएएनएस से कहा कि प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली का भारत के प्रति रुख इस दौरे के रद्द होने के लिए जिम्मेदार है। यह दौरा 9 मई से होने वाला था। यह राष्ट्रपति भंडारी का भारत का पहला औपचारिक दौरा होता।

    राष्ट्रपति भंडारी के मुख्य निजी सहायक भेष राज अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि मंत्रिमंडल की गुरुवार और शुक्रवार को दो बैठकें हुईं, लेकिन उनके दौरे, प्रतिनिधिमंडल और एजेंडे को मंजूरी नहीं मिल पाई।

    विदेश मंत्रालय ने दौरा रद्द किए जाने की जानकारी भारत में नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को दे दी है।

    राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आमंत्रण पर भंडारी भारत के अपने पहले दौरे पर अगले सप्ताह आने वाली थीं। बुधवार को पत्रकारों के सवाल के जवाब में भंडारी ने कहा था कि अपने दक्षिणी पड़ोसी देश का यह सद्भावना दौरा होगा।

    उन्होंने कहा था कि उनके दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा था, "मैं भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को नेपाल दौरे के लिए आमंत्रित करूंगी।"

    पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, भंडारी नौ मई को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल होने वाली थीं और इसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी एवं अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ बैठक करने वाली थीं।

    भंडारी 11 मई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ मेले में जाने वाली थीं। वहां वह महिला सशक्तीकरण पर व्याख्यान भी देने वाली थीं।

    दीपक कुमार ने राष्ट्रपति भंडारी को अपनी किताब 'नेपाल एलेक्शन्स: फैक्ट्स एंड फिगर्स' की प्रति भेंट की। इस किताब में नेपाल में हुए सभी चुनावों का ब्योरा दिया गया है।

    भंडारी ने इस मौके पर कहा कि भारत और नेपाल को अपने मतभेदों को किनारे रखकर उन मुद्दों पर साथ मिलकर काम करना चाहिए जिन पर कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि वह हर हाल में भारत से संबंध सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

    --आईएएनएस

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