टीबी के प्रति जागरूकता के लिए आईएमए ने निकाली रैली
नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की बोर से मंगलवार को क्षयरोग (टीबी) से बचाव, संभाल और इलाज के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए रैली निकाली गई। विश्व क्षयरोग दिवस पूरी दुनिया में 24 मार्च को मनाया जाता है।
जागरूकता रैली आईएमए हाउस से शुरू होकर रैली आईटीओ के आसपास गई। इसमें आईएमए सदस्यों, छात्रों और नागरिकों ने भाग लिया।
भारत में टीबी के सबसे ज्यादा मामले पाए जाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, 40 प्रतिशत भारतीय टीबी से प्रभावित हैं, जिनमें से ज्यादातर को अविकसित टीबी है। डब्लयूएचओ के 2014 के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के 90 लाख टीबी पीड़ितों में भारत के 2.2 लाख मामले शामिल हैं। 2014 में टीबी पीड़ितों का अनुमानित आंकड़ा 2.5 लाख है।
हर साल 12 लाख नए भारतीय पीड़ित सामने आए हैं। इसके साथ ही 2.7 लाख भारतीयों को मौत हो जाती है।
कुछ सुझाव :
* दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, वजन घटना, बुखार, बलगम में खून आए तो तुंरत डॉक्टर से सलाह लें, यह टीबी हो सकती है।
* टीबी से नफरत करें, मरीज से नहीं, सम्मान और गोपनियता से इलाज करवाएं।
* दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी को नजरअंदाज ना करें, यह टीबी हो सकती है।
* टीबी के मामले पर नोटिफाई करें।
* भारत में टीबी के इलाज के लिए आईएमए के मापदंडों के अनुसार जांच और इलाज करवाएं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
जागरूकता रैली आईएमए हाउस से शुरू होकर रैली आईटीओ के आसपास गई। इसमें आईएमए सदस्यों, छात्रों और नागरिकों ने भाग लिया।
भारत में टीबी के सबसे ज्यादा मामले पाए जाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, 40 प्रतिशत भारतीय टीबी से प्रभावित हैं, जिनमें से ज्यादातर को अविकसित टीबी है। डब्लयूएचओ के 2014 के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के 90 लाख टीबी पीड़ितों में भारत के 2.2 लाख मामले शामिल हैं। 2014 में टीबी पीड़ितों का अनुमानित आंकड़ा 2.5 लाख है।
हर साल 12 लाख नए भारतीय पीड़ित सामने आए हैं। इसके साथ ही 2.7 लाख भारतीयों को मौत हो जाती है।
कुछ सुझाव :
* दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, वजन घटना, बुखार, बलगम में खून आए तो तुंरत डॉक्टर से सलाह लें, यह टीबी हो सकती है।
* टीबी से नफरत करें, मरीज से नहीं, सम्मान और गोपनियता से इलाज करवाएं।
* दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी को नजरअंदाज ना करें, यह टीबी हो सकती है।
* टीबी के मामले पर नोटिफाई करें।
* भारत में टीबी के इलाज के लिए आईएमए के मापदंडों के अनुसार जांच और इलाज करवाएं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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