शहाबुद्दीन के बाद मंत्री के साथ दिखा पत्रकार हत्या का आरोपी

राज्य

पटना : 14 सितम्बर/ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की जेल से रिहाई के बाद बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के लिए मुशिकलें बढ़ती जा रही हैं। पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले में आरोपी मोहम्मद कैफ की एक तस्वीर मंगलवार को शहाबुद्दीन के साथ वायरल हुई थी और अब बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री व राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेज प्रताप के साथ उसकी तस्वीर वायरल हो गई है।

इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद विपक्षी पार्टियों को सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है।

मंत्री तेज प्रताप के साथ मोम्मद कैफ की जो तस्वीर वायरल हुई है, उसमें उसे मंत्री को फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित करते देखा जा रहा है। हालांकि, यह तस्वीर कब की है, इसका फिलहाल पता नहीं चल पाया है।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को भागलपुर जेल से शहाबुद्दीन की रिहाई के समय जब पूर्व सांसद पत्रकारों से बात कर रहे थे तब फोटोग्राफ और वीडियो फुटेज में उनके पीछे कथित शार्पशूटर कैफ को देखा गया।

इस साल मई में सीवान के वरिष्ठ पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले में पुलिस को कैफ की तलाश है।

इधर, सीवान के पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार साह ने बताया कि पुलिस प्रशासन मोहम्मद कैफ और मोहम्मद जावेद की उन तस्वीरों की जांच कर रही है, जो भागलपुर से सीवान आ रहे शहाबुद्दीन के काफिले के दौरान ली गई और अखबारों व वीडियो फुटेज में दिखी। उन्होंने कहा कि पत्रकार हत्या मामले में फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

उल्लेखनीय है कि शहाबुद्दीन के करीबी माने जाने वाले लड्डन मियां को पत्रकार हत्याकांड के सिलसिले में 20 मई को सीवान के एक बाजार से गिरफ्तार किया गया था।

इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पत्रकार हत्याकांड के आरोपियों की तस्वीर मंत्री और शहाबुद्दीन के साथ वायरल होने पर सरकार पर निशाना साधा है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चैरसिया ने कहा कि इन तस्वीरों के सामने आने के बाद नीतीश के कथित सुशासन की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के सामने पुलिस प्रशासन बौना साबित हो रहा है।

केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के नेता गिरिराज सिंह ने अपने अंदाज में कहा, "रोपे फूल बबूल का तो आम कहां से होय। 11 साल बाद जेल से रिहा हुआ शहाबुद्दीन कोई सूफी संत तो है नहीं। अपराधी है तो उसके साथ अपराधी ही होगा।"

Back to Top