
फ्रेंडशिप डे 7 अगस्त पर विशेष: विपति-कसौटी जे कसे, सोई सांचे मीत
राष्ट्रीय, फीचर Aug 07, 2016शिखा त्रिपाठी
दोस्ती से बड़ा रिश्ता धरती पर कोई नहीं है। कृष्ण ने सुदामा के साथ दोस्ती की मिसाल पेश कर यह बात साबित कर दी है। दोस्त वही जो विपत्ति में काम आए। हमारे कवियों, सूफी संतों ने दोस्ती की यही परिभाषा दी है। आधुनिक युग में भी दोस्ती की यह परिभाषा बदली नहीं है। दोस्ती के नाम पर मर मिट जाने की कहानियां अक्सर सामने आती रहती हैं। ऐसे पवित्र रिश्ते का जश्न मनाने के लिए हमारे पास एक दिन भी है। नाम भले ही इसका अंग्रेजी भाषा में है- फ्रेंडशिप डे!
खयाल ऐसे भी हैं कि 'दोस्त वे, जो गम में भी हंसाए, और हर परेशानी को भुलाए।' भाई, बहन, माता-पिता, पति-पत्नी, हर किसी में दोस्ती देखी जा सकती है। यह एक ऐसा रिश्ता है, जो बन तो आसानी से जाती है, इसमें किसी को कोई हिचक भी नहीं होती, लेकिन कहते हैं कि दोस्ती निभाना बहुत कठिन है।
बहरहाल, बात आज के 'फ्रेंडशिप डे की'। अपने देश में यह दिन अगस्त के प्रथम सप्ताह में मनाया जाता है। दुनिया के कुछ हिस्सों में यह 30 जुलाई को मनाया जाता है।
वर्ष 1930 में सबसे पहले हॉलमार्क कार्ड्स की ओर से इस दिन को प्रमोट किया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने भी 30 जुलाई को 'इंटरनेशनल डे ऑफ फ्रेंडशिप' घोषित कर रखा है। लेकिन दुनिया के ज्यादातर देशों में अगस्त का पहला रविवार 'फ्रेंडशिप डे' के रूप में मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव कोफी अन्नान की पत्नी नैनी अन्नान ने वर्ष 1998 में विनी द पूह को इंटरनेशनल फ्रेंडशिप एंबेसडर घोषित किया था।
आज 'फ्रेडशिप डे' का उत्साह खास तौर से युवाओं में अधिक है। उन्हें जीने की सही वजह दोस्ती में ही नजर आती है। वैसे दोस्ती हर किसी के लिए मायने रखती है, और हर उम्र, वर्ग, समाज के लोग इस दिन को अपने-अपने तरीके से मनाते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के रामलाल आनंद कॉलेज की छात्रा अदिति सकलानी कहती हैं, "दोस्त वही है, जो सुख-दुख में काम आए। भले ही सुख में साथ न हो, लेकिन दुख में दोस्त का साथ जरूर देना चाहिए।"
अदिति सूफी कवि रहीम के दोहे का याद दिला देती है। 'कह रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत, विपति-कसौटी जे कसे, सोई सांचे मीत।'
अदिति ने आईएनएस से आगे कहा, "मैं अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ घर में यह दिन मनाना पसंद करूंगी और कॉलेज के दोस्तों को वाट्सअप पर संदेश भेजूंगी।"
मानस कुंज निवासी 12वीं के छात्र करण शुक्ला इस दिन को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, "बहुत दिन से फ्रेंडशिप डे के इंतजार में था। मैंने दोस्तों के लिए फ्रेंडशिप बैंड भी खरीदे हैं। मैं उन्हें सुबह क्रिकेट खेलने से पहले दूंगा।"
11वीं के छात्र अनुभव त्रिवेदी की योजना भी कुछ ऐसी ही है। "मैंने पहले से कार्ड और फ्रेंडशिप बैंड खरीदें हैं। मैं अपने दोस्तों, मम्मी और बहन को ये बैंड देने वाला हूं।"
दिल्ली विश्वविद्यालय के रामलाल आनंद कॉलेज के प्रोफेसर मानवे दास माथुर सुदामा और कृष्ण की दोस्ती का उदाहरण देते हैं। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "दोस्ती सबकुछ न्योछावर कर देने का रिश्ता है। कृष्ण ने सुदामा के लिए यही किया। दोस्ती की मिसाल है यह। मनुष्य सामाजिक प्राणी है और दोस्ती समर्पण। इसे किसी खास दिन मनाना पाश्चात्य सभ्यता है।"
अभिनेता हेमंत पांडे के विचार दोस्ती के बारे में अलहदा हैं। उन्होंने कहा, "दोस्ती ऐसा रिश्ता है, जिसे बनाना पड़ता है, बाकी रिश्ते हमें बने-बनाए मिल जाते हैं। अच्छे-बुरे दोनों परिणामों के हकदार हम खुद होते हैं। दोस्तों से आप हर तरह की बातें कर सकते हैं।"
'बैंडिट क्वीन', 'कृष', 'मिलेंगे मिलेंगे' और 'डायरेक्ट इश्क' जैसी फिल्मों में अपने किरदारों से पहचान बना चुके हेमंत ने कहा, "सबसे ज्यादा दोस्त छोटे शहरों में लोगों के पास होते हैं। महानगरों में ऐसी कोई दोस्ती नहीं होती, सब मतलबी होते हैं।"
'फ्रेंडशिप डे' के बारे में उन्होंने कहा कि अगर अच्छे दोस्त हों तो हर दिन फ्रेंडशिप डे है। हेमंत दोस्ती के नाम पर किसी एक दिन का जश्न मनाने पर विश्वास नहीं रखते।
लेकिन गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज में सहायक प्रोफेसर अजय कुमार फ्रेंडशिप डे को अहम मानते हैं। उन्होंने कहा, "दोस्ती जीवन के लिए जरूरी है। दोस्त नहीं होंगे तो जिंदगी बोरिंग हो जाएगी। रविवार का 'फ्रेंडशिप डे' मेरे लिए अहम है। मैं इस दिन दोस्तों के साथ खूबर मस्ती करने वाला हूं।"
वेबसाइट 'रेव. को. इन' में ऑपरेशन एक्जिक्यूटिव अंकित निरमन के लिए हर रोज फ्रेंडशिप डे है। वह कहते हैं, "हर रोज फ्रेंडशिप डे है, क्योंकि मैं रोजाना दोस्तों के साथ हूं। अगर आपके पास दोस्त हैं तो आप किस्मत वाले हैं।"
नरायणा निवासी गृहणी रेखा त्रिपाठी के लिए फ्रेंडशिप डे खास है। उन्होंने कहा, "दोस्ती खास रिश्ता है, अक्सर साथ रहने वालों से हो जाती है। लेकिन यह दिन विशेष है। इस दिन हमने कॉलोनी की महिलाओं के साथ एक छोटी-सी पार्टी रखी है, गपशप तो होगी ही।"
'फ्रेंडशिप डे' के लिए कार्ड्स, गिफ्ट्स की दुकानें भी सज गई हैं। आर्चीज गैलरी में काफी अच्छे विकल्प हैं। उपहारों की कई वेराइटीज हैं।
उत्तम नगर में एक गिफ्ट गैलरी के मालिक सुनील यादव ने कहा, "फ्रेंडशिप डे को लेकर हमारे पास अलग-अलग तरह के गिफ्ट हैं, जो सभी उम्र की पसंद के हिसाब से हैं। टेडीबियर, फ्रेंडशिप बैंड, ग्रीटिंग कार्ड, प्रिंटेड फोटोफ्रेम, तरह-तरह के शोपीस, घड़ियां, सॉफ्ट टॉयज, फ्लॉवर पॉट, कोटेशन और तरह-तरह के युवाओं के पसंदीदा गिफ्ट हैं।"