भ्रष्टाचार के लिए लोकतन्त्र ठिकाने लगाया, जनता पर हमले बढे

राज्य

भोपाल: 5 सितम्बर/ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की मध्यप्रदेश राज्य समिति ने प्रदेश के स्थानीय निकायों, विशेषकर हजार करोड़ रुपयों के बजट वाले नगर निगमों की निर्धारित कार्यपणाली को पूरी तरह ठप्प किये जाने पर चिंता व्यक्त की है । बादल सरोज राज्य सचिव मध्यप्रदेश सीपीआई (एम) ने कहा की विधान और अधिनियमों का खुला उल्लंघन करके चुने हुए प्रतिनिधियों की बैठकें नहीं की जा रही हैं । बिना किसी व्यवधान भ्रष्टाचार करने के लिए असंवैधानिक सत्ता केंद्र बनाकर सत्ताधारी नेता, आरएसएस और चहेते प्रशासनिक अधिकारी मनमाने फैसले ले रहे हैं ।

प्रदेश की राजनीतिक स्थिति की समीक्षा करते हुए माकपा राज्य समिति की भोपाल में हुयी बैठक ने फर्जी बिजली बिलों की वसूली के नाम पर मुकदमे बनाये जा रहे हैं । कनेक्शन्स काटे जा रहे हैं । निजी कंपनियों को छप्परफाड़ मुनाफा कमवाने के लिए आमजनता को लगभग लूटा जा रहा है ।

बादल सरोज ने बताया की माकपा ने स्वास्थ्य विभाग में वर्षो से स्थायी कर्मचारी के रूप में कार्यरत 1500 एलएचवी तथा एएनएम नर्सेस को अचानक हटाये जाने तथा होमगार्ड्स के बारे में लिये , बाद में वापस ले लिए गये, निर्णय को भी रोजगारविहीन मध्यप्रदेश में और अधिक बेरोजगारी उत्पन्न करने वाला कर्मचारी विरोधी निर्णय बताया ।

बादल सरोज ने कहा की राज्य समिति ने दलित आदिवासी उत्पीड़न की बेतहाशा बढ़ती घटनाओं के विरुद्ध अनेक जनसंगठनों के साझा आंदोलन के प्रति समर्थन व्यक्त किया ।

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