आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वी के वर्मा का विदाई समारोह सम्पन्न

स्टूडेंट-यूथ

भोपाल: 23 अगस्त/ आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वी के वर्मा के पाँच वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर विश्वविद्यालय परिवार द्वारा विदाई समारोह का आयोजन किया गया। विदाई समारोह में आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे, आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी व श्रीमती पल्लवी राव चतुर्वेदी, समकुलपति अमिताभ सक्सेना और कुलसचिव डॉ. विजय सिंह और विश्वविद्यालय की फैकल्टी व स्टाफ मेंबर उपस्थित थे।

इस भावभीना क्षण पर श्री संतोष चौबे ने प्रो. वर्मा को लोकप्रिय कुलपति बताया। विश्वविद्यालय में सिस्टम बनाने में, उनके कार्यान्वन में, फैकल्टी को प्रोत्साहित करने में, विद्यार्थियों के साथ काम करने में उनका कोई सानी नही है। उनके प्रयासों के कारण ही विश्वविद्यालय का देशभर में उल्लेखनीय नाम है। उन्होंने उनके अनुभवों को देखते हुए नई जिम्मेदारी देने की भी घोषणा की। इस अवसर पर आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बताया कि प्रो. वर्मा को डाक्युमेंटेशन में महारत हासिल है। जिसका लाभ विश्वविद्यालय के फैकल्टी व छात्रों को मिला। श्रीमती पल्लवी राव चतुर्वेदी ने उन्हे कुशल वक्ता बताते हुए कहा कि कैसे देश-विदेश में होने वाली समिट में श्री वर्मा ने विश्वविद्यालय का बखूबी प्रतिनिधित्व किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने अपने उद्बोधन में श्री वर्मा के नेतृत्व में पाँच वर्षों के कार्यकाल की खट्टी-मीठी यादें साझा कीं। उन्होंने वर्मा जी के अनुशासन से सीख लेने की सलाह दी। और कहा कि उन्हीं के मार्गदर्शन में आज विश्वविद्यालय मध्यभारत का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय बन पाया है। समकुलपति अमिताभ सक्सेना ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि प्रो वर्मा के शोध और इनोवेशन के कारण विश्वविद्यालय की अलग ही प्रतिष्ठा है। प्रो. वर्मा की खासियत का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने लीडर बनाए न कि फालोअर्स।

इस अवसर पर प्रो. वर्मा अपने पाँच वर्षों के कार्यकाल के दौरान विश्वविद्यालय में गुजारे हुए पलों को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार ने हमेशा मुझे भावनात्मक रुप से संबल प्रदान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के स्टाफ मेंबर्स से कहा कि आप कठिन परिश्रम और अनुशासन पूर्वक काम करें ताकि विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय पटल पर अपनी एक अलग पहचान बना पाए।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की ओर से प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया तथा उसका वाचन भी किया साथ ही शाल व श्रीफल से उन्हें सम्मानित किया गया। इस दौरान प्रो. वर्मा के पाँच वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिखाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष व स्टाफ मेंबर ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।

कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता पाठक एवं मैनेजमेंट की डॉ. संगीता जौहरी ने किया।

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