कश्मीर मुद्दे पर राज्यसभा में बुधवार को चर्चा

राष्ट्रीय

नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| विपक्षी पार्टियों ने राज्यसभा में कश्मीर में जारी अशांति के मुद्दे पर मंगलवार को एक बार फिर चर्चा की मांग की। सरकार ने कहा कि चर्चा बुधवार को होगी। मुद्दे को उठाते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के नरेश अग्रवाल ने जानना चाहा कि जम्मू एवं कश्मीर में जारी हालात पर चर्चा कब होगी।

नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि विपक्ष जम्मू एवं कश्मीर में हालात नियंत्रित करने में मदद करेगा और सरकार से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को जम्मू एवं कश्मीर भेजने की अपील की।

उन्होंने कहा, "हम केवल सरकार पर आरोप नहीं लगा रहे हैं, बल्कि यह भी कह रहे हैं कि हालात को नियंत्रित करने में भी हम मदद करेंगे।"

आजाद ने कहा, "अगर सुरक्षाबल तथा जनता एक दूसरे को दुश्मन की तरह देखेंगे, तो संसद मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकती। आपको दो दिनों के अंदर वहां एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहिए।"

जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "सत्तारूढ़ गठबंधन को छोड़कर देश तथा संसद को नहीं पता कि आखिर हो क्या रहा है। आप इसे सांप्रदायिक तरीके से निपट रहे हैं।"

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि सरकार को सभी से परामर्श लेना चाहिए और हालात को सामान्य करने का प्रयास करना चाहिए।

इस मुद्दे पर सदस्यों के बीच बहस होने के बाद हस्तक्षेप करते हुए सदन के उपसभापति पी.जे.कुरियन ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

कुरियन ने कहा, "कश्मीर लड़ने-झगड़ने और राजनीतिक लाभ लेने का मुद्दा नहीं है। हम सब इससे चिंतित हैं और सभी लोगों की मदद से इसका समाधान होना चाहिए।"

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए।

संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सदन को आश्वस्त किया कि बुधवार को इस मुद्दे पर बहस होगी।

आजाद ने नकवी के भरोसे पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि चर्चा शून्य काल व प्रश्नकाल को निलंबित कर सुबह 11 बजे से होनी चाहिए।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी आजाद के प्रस्ताव पर सहमति जताई।

राजनाथ ने कहा, "मैं उनके प्रस्ताव से सहमत हूं। मेरा मानना है कि कश्मीर का मुद्दा बेहद गंभीर है। इस जटिल समस्या का समाधान अकेले नहीं निकाला जा सकता। इसमें हर किसी के सहयोग की जरूरत है।"

Back to Top