बिहार के फार्मासिस्टों ने किया पटना में विशाल प्रदर्शन

राज्य

पटना: 14 अगस्त/ बिहार में फार्मासिस्टों के प्रति सरकार की उदासीनता से बाध्य होकर बिहार स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन की ओर से फार्मेसी जागरूकता कार्यक्रम तहत पुरे बिहार के फार्मासिस्टो की उपस्तिथि में एक विशाल प्रदर्शन तथा रैली का आयोजन 14 अगस्त को गर्दनीबाग पर किया गया जिसमें पुरे बिहार से लगभग 300 सौ से अधिक संख्या में फार्मासिस्टों ने सरकार के प्रति अपना विरोध प्रकट किया।

फार्मासिस्टों की यह थी मांगे ...

(1) बिहार कर्मचारी चयन आयोग की ओर से 864 पदों पर सरकार से आशवासन मिलने के उपरांत भी अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही किया गया है ! गौरतलब है की लगभग सभी पारामेडिकल कर्मियों की बहाली प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन सरकार की ओर से फार्मासिस्टों के प्रति उदासीनता क्यों ? इस बात को लेकर फार्मासिस्टों में सबसे ज्यादा रोश है!

(2) एक तरफ जहां हमारे प्रधानमंत्री की ओर से डिजिटल इंडिया अभियान काफी जोर शोर से चलाया जा रहा है वही दूसरी ओर बिहार स्टेट फार्मेसी कौंसिल में फार्मासिस्टो का रजिस्ट्रेशन में मेनुवल ही हो रहा है, जिस कारण बिहार स्टेट फार्मेसी कॉन्सिल के निबंधक एवं क्लर्क की मिलीभगत से हज़ारो की संख्या में फर्जी निबंधन किया जा रहा है !

(3) सरकार के आदेशानुसार बिहार भर के सभी मेडिकल कॉलेज फार्मेसी कॉलेज खोल जाना था ! जिसके लिए फंड भी दिया जा चूका है, परंतु आज तक यह विचाराधीन है ! जहां की आज सूबे में एक मात्र कॉलेज राजकीय फार्मेसी संथान है, जिसपर सरकार की तरफ से कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है ! जिससे यहाँ पढ़ाई कर चुके छात्रों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रह है !

(4) ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट सख्ती से पालन नहीं होने के कारण बाजार में अवैध एवं नकली दवाओं की बिक्री, फुटकर एवं थोक दवा व्यापारियों की ओर से धड़ल्ले से की जा रही है, जिसके तरफ सरकार का कोई अंकुश नही है !

(5) पुरे राज्य में फार्मासिस्ट की गैरमौजूदगी में दवा का वितरण एवं भण्डारण किया जा रहा है, जो की मरीज के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है, सूबे में सभी दवा दुकानों पर फार्मासिस्टों की उपस्तिथि अनिवार्य हो जो भी दवा दुकान बिना फामासिस्ट के चल रहे है उसे अविलंभ बंद कर, दुकान मालिक पर क़ानूनी कारवाही की जाये !

(6) सूबे के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, सदर अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं उपस्वास्थ्य केंद्रों पर फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर फार्मसिस्ट की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाये !

(7) बिहार के सभी डिप्लोमा छात्रों को अपग्रेड करने हेतु ब्रिज कोर्स की शुरुआत जल्द से जल्द की जाये ताकि डी. फार्मा के फार्मासिस्टो को भविष्य में वेतन वृद्धि तथा पदोन्नति होने में आसानी हो सके !

(8) सूबे के फार्मासिस्टो को भी अन्य पारामेडिकल कर्मियों की तर्ज पर पदोन्नति कर सहायक फार्मेसी पदाधिकारी (A. Ph. O ) पद पर प्रतिनियुक्त की जाने की व्यबस्था जल्द से जल्द की जाये !

(9) राज्य के फार्मासिस्टो का पे-स्केल में संशोधन कर जो वर्तमान में 5200-20200 तथा ग्रेड पे 2800 है उसे 9300-34000 तथा ग्रेड पे 4200 किया जाए !

(10) सूबे में बी फार्मा के फार्मासिस्टो को औषधि नियंत्रक के 154 से अधिक पदों पर जल्द से जल्द प्रतिनियुक्त की जाये! जिससे राज्य में ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट सख्ती से पालन हो, और बाजार में अवैध एवं नकली दवाओं की बिक्री, फुटकर एवं थोक दवा व्यापारियों अंकुश लगाया जा सके !

(11) बिहार लोक सेवा आयोग में फार्मेसी विषय को शामिल किया जाये, ताकि सूबे में फार्मासिस्ट की संख्या में सुधार हो और फार्मासिस्ट बिहार की स्वास्थ्य व्यबस्था में अपना सहयोग दे सके !

(12) राज्य के एक मात्र फार्मेसी कॉलेज "राजकीय फार्मेसी संस्थान" में छात्रों की फीस 1958 में 84 रु. थी, तब फार्मेसी ट्रेनिग स्टेफेन भी 1 रु प्रतिदिन थी ,आज कॉलेज फीस 8500 रु हो गई हैं लेकिन ट्रेनिग स्टेफेन आज भी 1 रु प्रतिदिन ही है, जिस पर सरकार एवं कॉलेज प्रशासन को विचार कर छात्रों को उचित ट्रेनिग स्टेफेन दी जाये !

(13) बिहार राज्य के मात्र कॉलेज "राजकीय फार्मेसी संस्थान" में 2009 से बी फार्मा की पढ़ाई शुरू की गई लेकिन बी फार्मा के छात्र छात्राओ को छात्रावास की सुविधा उपलब्थ नही कराई गई, उन्हें डी फार्मा के छात्रावास में ही सिफ्ट करा दिया गया है, जिससे डी फार्मा एवं बी फार्मा छात्रों को काफी असुबिधा का सामना करना पड़ता है, अतः बी फार्मा के छात्रों को छात्रावास उपलब्ध कराया जाये !

कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजनाथ कुमार ने की, संचालन बिहार स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन, औरंगाबाद के सचिव प्रदीप कुमार पासवान ने किया कार्यक्रम की विधिव्यबस्थ बिहार स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन के सचिव सीतेश कुमार, कोषाध्यक्ष जीतेन्द्र कुमार, मीडिया प्रभारी रौशन कुमार, B.S.P.A पटना की सचिव विकाश कुमार, रिंज कुमारी,अरविन्द कुमार, रंजन कुमार, जीतेन्द्र रजक, रौशन राज, शोनू कुमार,आदि फार्मासिस्टों ने की ! पटना में धरने पर बैठे फार्मासिस्टों का समर्थन यूपी के फार्मासिस्ट फाउंडेशन, सिंघभूम फार्मासिस्ट एसोसिएशन समेत कई संगठन ने किया है।

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