मप्र की 19 मंडिया राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से जुड़ी

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भोपाल, 29 सितंबर (आईएएनएस)| पूरे देश के किसानों को ई-बाजार (इलेक्ट्रनिक ट्रेडिग) से जोड़ने के मकसद से शुरू की गई राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से गुरुवार को मध्यप्रदेश की 19 मंडियां जुड़ गई है। इसके अंतर्गत प्रदेश की मंडी विभिन्न राज्यों की कृषि उपज मंडी, समितियों और मंडी प्रांगणों से जुड़ जाएंगी, जिससे किसानों को अपनी उपज के बेहतर दाम मिल सकेंगे। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना में प्रदेश की 50 मंडी का चयन किया गया है। योजना में प्रदेश को भारत सरकार से सात करोड़ 50 लाख रुपये का अनुदान मिला है। प्रति मंडी 30 लाख रुपये दिए जाएंगे, जिससे आवश्यक सॉफ्टवेयर, आधोसंरचना एवं उपकरण आदि खरीदे जाएंगे। इसके अलावा पोर्टल चलाने का व्यय कृषि उपज मंडी द्वारा वहन किया जाएगा।

प्रथम चरण में प्रदेश की 20 मंडी को राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से जोड़ा गया है। पायलट के तौर पर भोपाल की करोद मंडी को 14 अप्रैल को ई-मंडी से जोड़ा गया, जिसका लोकार्पण नई दिल्ली के विज्ञान भवन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने और भोपाल में किसान-कल्याण तथा कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने किया था। अब 19 और मंडियों को इस योजना से जोड़ा गया है।

राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना में चयनित 20 मंडी को अलग-अलग जिसों (खाद्यान्न) के लिए चिन्हांकित किया गया है। इसमें भोपाल मंडी द्वारा चने का शत-प्रतिशत व्यापार पोर्टल पर पंजीकृत व्यापारियों द्वारा किया जा रहा है। इसी तरह 19 अन्य मंडियों को जिंसों के लिए चिन्हाकिंत किया गया है।

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