बाढ़-सुखाड़ पर जलकर्मियों का दिल्ली में जमावड़ा

राज्य, राष्ट्रीय

भोपाल, 20 सितंबर (आईएएनएस)| प्रकृति के गड़बड़ाते संतुलन के कारण देश का कोई हिस्सा सूखे से जूझता है तो कहीं बाढ़ आ जाती है, इस स्थिति से कैसे निपटा जाए, इस पर नई दिल्ली के बाल भवन में दो दिन तक देश के जलप्रेमी चिंतन और विमर्श करेंगे। जल-जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह ने सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जल-जन जोड़ो अभियान एवं जल बिरादरी के द्वारा 22-23 सितंबर को नई दिल्ली के बाल भवन में जल सत्याग्रह 'नीर, नारी, नदी सम्मेलन' का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देशभर के जलकर्मी इकट्ठे होकर देश में बाढ़ और सुखाड़ की बढ़ रही प्रवृत्ति और जलवायु के बढ़ते प्रभावों को कम करने के लिए विचार-विमर्श कर इन प्राकृतिक आपदाओं का स्थायी समाधान खोजने का प्रयास करेगें।"

उन्होंने बताया कि जल-जन जोड़ो अभियान वर्ष 2013 से देश के 20 राज्यों में जल सुरक्षा व जल-स्रोतों पर लोगों के अधिकार के मुद्दों पर नागर समाज (सिविल सोसायटी) के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल-स्रोतों तक लोगों की पहुंच बने तथा सम्मानजनक रूप से लोगों को पीने के पानी का अधिकार मिले हैं। इसी के मद्देनजर 'नीर, नारी, नदी सम्मेलन' का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के संयोजक के मुताबिक, इस सम्मेलन में जलपुरुष राजेंद्र सिंह, एकता परिषद के संस्थापक पी.वी. राजगोपाल, भारत सरकार के मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री महेंद्रनाथ पाण्डेय, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भारत सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमशिवम अय्यर, पर्यावरण मंत्रालय के सचिव मनोज कुमार सिंह भाग लेंगे।

इनके अलावा कर्नाटक मूल्य निर्धारण आयोग के अध्यक्ष प्रकाश के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक, जल एवं नदी पुर्नजीवन पर काम करने वाले तीन सौ से अधिक विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता इस सम्मेलन में सहभागिता करेंगे। दो दिन चलने वाले इस राष्ट्रीय सम्मेलन में छह सत्रों में देश में बाढ़ और सूखे की बढ़ रही प्रवृत्ति के बारे में चर्चा कर समाधान खोजे जाएंगे।

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