-
शीतकालीन ओलम्पिक की मेजबानी में 2008 के अनुभव से मदद लेगा चीन : थॉमस
लिलेहैमर (नॉरवे), 13 फरवरी (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाख का कहना है कि बीजिंग ओलम्पिक-2008 की मेजबानी का अनुभव चीन को शाीतकालिन ओलम्पिक-2022 के सफल आयोजन में मददगार साबित होगा।
बाख ने शुक्रवार को दूसरे युवा ओलम्पिक खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा, "चीन के पास बीजिंग ओलम्पिक की मेजबानी का अनुभव है। उन्होंने बीजिंग में ओलम्पिक का शानदार आयोजन किया था। मुझे लगता है कि वह अनुभव चीन के लिए मददगार साबित होगा और वह शीतकालीन ओलम्पिक का सफल आयोजन करेगा।"
आईओसी अध्यक्ष ने कहा कि चीन में लाखों की संख्या में खिलाड़ी शीतकालीन खेलों से जुड़े हुए हैं और 2022 तक बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा, "शीतकालीन खेल वाकई चीन में लोगों को खेलों की तरफ आकर्षित करेंगे। चुनाव के बाद ही चीन की जनता का शीतकालीन खेलों के प्रति रुझान बढ़ा है।"
बाख ने कहा कि आईओसी और चीन शीतकालीन ओलम्पिक को लेकर आपसी सहयोग के पहले दौर में हैं। पिछले साल दिसंबर में बीजिंग ओलम्पिक समिति और पैरालम्पिक समिति का गठन किया गया।
उन्होंने कहा, "मैं अगले कुछ सप्ताह में हमारे समन्वय आयोग के गठन की घोषणा कर दूंगा जिसके बाद हम काम शुरू कर देंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
-
'अंपायर रऊफ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप विनाशकारी'
इस्लामाबाद, 13 फरवरी (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की इलीट पैनल के पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान क्रिकेट की छवि के लिए विनाशकारी हैं। पाकिस्तान के एक समाचार पत्र में शनिवार को यह बातें कही गई हैं।
समाचार पत्र 'द नेशन' में प्रकाशित संपादकीय 'अंपायर्स आउट' में कहा गया है कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों द्वारा मैच फिक्सिंग किए जाने से यदि पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रशंसक दुखी होते हैं तो 'पाकिस्तान के शीर्ष अंपायर रऊफ के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के यह आरोप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान क्रिकेट की छवि के लिए विनाशकारी साबित होंगे'।
रऊफ को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने के बाद पांच वर्ष के लिए अपने कार्यक्रमों से प्रतिबंधित कर दिया।
रऊफ को सट्टेबाजों से कीमती उपहार लेने के अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण में स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्तता का दोषी पाया गया है।
रऊफ का वहीं कहना है कि बीसीसीआई के पास उन्हें प्रतिबंधित करने का अधिकार नहीं है और वह इसके खिलाफ लड़ेंगे।
संपादकीय में कहा गया है, "आईपीएल से संबद्ध मामलों की जिम्मेदारी बीसीसीआई की ही है और यदि अंपायर स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्त पाए गए हैं तो उन्हें इसका दंड मिलना चाहिए। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अभी इस मामले पर खुलकर सामने नहीं आया है और उनका यह फैसला बुद्धिमत्तापूर्ण है।"
संपादकीय में आगे कहा गया है कि पीसीबी को भविष्य में इससे होने वाले नुकसान से बचने की जरूरत है, क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट अक्सर सभी गड़बड़ियों की चर्चा के केंद्र में रहा है।
समाचार पत्र कहता है, "यह सकारात्मक बात है कि बीसीसीआई सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। अगर दोष सही साबित होते हैं तो आईसीसी को उन्हें (रऊफ) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से भी प्रतिबंधित कर देना चाहिए। खेलों में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है और हमें कानून तोड़ने वालों के पक्ष में बहानेबाजी बंद करना चाहिए।।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
-
यू-19 विश्व कप : रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीतने उतरेगा भारत
मीरपुर, 13 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम बांग्लादेश की मेजबानी में चल रहे आईसीसी यू-19 विश्व कप में अब तक एक भी मैच नहीं हारी है और रविवार को होने वाले फाइनल में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।
तीन बार की चैम्पियन भारत को शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में 2004 की उप-विजेता वेस्टइंडीज के खिलाफ फाइनल मैच खेलना है।
लगातार 15 मैच जीत चुकी भारतीय टीम इस समय शानदार फॉर्म में है और उसका मकसद रविवार को रिकॉर्ड चौथी बार खिताब पर कब्जा जमाना रहेगा।
अब तक भारत और आस्ट्रेलिया सर्वाधिक तीन-तीन बार विश्व कप जीत चुके हैं।
भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में अब तक न्यूजीलैंड, नेपाल, आयरलैंड, नामीबिया को हराया है और सेमीफाइनल में 2000 की विजेता श्रीलंका को हराकर फाइनल में जगह बनाई।
वहीं भारत, वेस्टइंडीज को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकता। वह भी पाकिस्तान, फिजी और जिम्बाब्वे को हराकर फाइनल में पहुंची है।
वेस्टइंडीज के कप्तान शिमरोन हेटमर कप्तानी के साथ अच्छी बल्लेबाजी भी कर रहे हैं।
भारतीय टीम बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी तक में काफी मजबूत है।
सरफराज खान टीम के लिए लगातार रन बना रहे हैं और टीम की बल्लेबाजी की धुरी बने हुए हैं। वह अभी तक पांच अर्धशतक जमा चुके हैं।
सलामी बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भी अहम मौकों पर टीम के लिए रन बनाए हैं। वहीं टीम के दूसरे सलामी बल्लेबाज और टीम के कप्तान इशान किशन का बल्ला भी बोलता रहा है।
आवेश खान, खलील अहमद, राहुल बाथम की मौजूदगी में भारतीय गेंदबाजी किसी भी टीम के बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है। आवेश ने अभी तक भारत को शुरुआती सफलताएं दिलाई हैं। अहमद और बाथम पूरे टूर्नामेंट में टीम के लिए रन रोकने के साथ साथ साझेदारी तोड़ने में भी कामयाब रहे हैं।
इशान ने मैच से पहले शनिवार को कहा, "हम मैच के लिए तैयार हैं। हर मैच से पहले दबाव होता है और यह विश्व कप फाइनल है। हम अपने लक्ष्य के करीब हैं और हमारा मकसद इसे हासिल करना है। वेस्टइंडीज भी काफी अच्छा खेल रही है। उनके साथ मुकाबला अच्छा होगा। हमें अपनी रणनीति के अनुरूप चलने की जरूरत है।"
उन्होंने अपनी रणनीति पर बोलते हुए कहा, "हम किसी भी गेंदबाज को लेकर चिंतित नहीं हैं। हमारी कोशिश अपने विकेट बचाने की होगी। अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो हम बड़ा स्कोर कर सकते हैं। 280 अच्छा स्कोर होगा लेकिन हमारी कोशिश 300 रन बनाने की होगी।"
टीमें (संभावित) :
भारत : इशान किशन (कप्तान), ऋषभ पंत, खलील अहमद, जिशान अंसारी, राहुल बाथम, रिकी भुई, मयंक डागर, अरमान जाफर, सरफराज खान, अमनदीप खारे, आवेश खान, महिपाल लोमरुर, शुभम मावि, अनमोलप्रीत सिंह, वाशिंगटन सुंदर।
वेस्टइंडीज : शिमरोन हेटमर (कप्तान), शाहिद क्रुक्स, किएसी कार्टी, माइकल फ्रू, जायड गूली, चेमार होल्डर, टेविन इमलाच, अलजारी जोसेफ, रेयान जॉन, कर्स्टन कालिचरण, गिडरोन पॉप, कीमो पॉल, ओडियन स्मिथ, शामर स्प्रिंगर, इमैनुएल स्टीवर्ट।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
-
विशाखापट्टनम टी-20 : श्रृंखला जीतने के मकसद से उतरेगा भारत
विशाखापट्टनम, 13 फरवरी (आईएएनएस)। दूसरे टी-20 मैच में शानदार जीत हासिल करने वाली भारतीय टीम रविवार को जब श्रीलंका के खिलाफ तीसरा और अंतिम टी-20 मैच खेलने उतरेगी तो उसकी नजर लगातार दूसरी टी-20 श्रृंखला जीतने पर रहेगी।
भारत ने रांची में शुक्रवार को हुए दूसरे टी-20 मैच में श्रीलंका को 69 रनों से करारी शिकस्त दे कर श्रंखला में 1-1 से बराबरी कर ली है। पुणे में हुआ पहला टी-20 मैच भारत हार गया था।
दूसरे टी-20 मैच में भारत ने अपनी मजबूत बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर श्रीलंका के गेंदबाजों को पस्त कर दिया।
पहले टी-20 में भारतीय बल्लेबाज 101 रनों पर ही ढेर हो गए थे, लेकिन दूसरे मैच में बल्लेबाजों ने बताया कि वह महज एक इत्तेफाक था।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 25 गेंदों में 51 रनों की तूफानी पारी खेली। रोहित शर्मा ने भी अपनी फॉर्म का परिचय दिया। सुरेश रैना ने भी अपने बल्ले से रन बरसाए।
हार्दिक पांड्या ने अंतिम ओवरों में तेजी से रन बटोरे। युवराज हालांकि दोनों मैचों में कुछ खास नहीं कर सके। उनका फॉर्म में न लौटना कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के लिए चिंता का विषय है। कप्तान भी जानते हैं कि युवराज को इस समय लय में लौटने के लिए मौकों की जरूरत है।
अजिंक्य रहाणे का फॉर्म में ना होना भी भारतीय कप्तान के लिए परेशानी का सबब है। अगले मैच में उनकी जगह मनीष पांडेय को मौका मिल सकता है।
भारतीय गेंदबाजों से कप्तान काफी खुश होंगे। दोनों ही मैचों में टीम के गेंदबाजों ने श्रीलंका के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया।
पहले मैच में छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका के पांच बल्लेबाजों भारतीय गेंदबाजों ने पवेलियन की राह दिखाई थी।
अनुभवी तेज गेंदबाज आशीष नेहरा और स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन दोनों ने अपने अनुभव का बखूबी इस्तेमाल किया है।
आस्ट्रेलिया के बाद श्रीलंका के खिलाफ भी युवा जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है। वह विकेट लेने के साथ-साथ रन रोकने में भी कामयाब रहे हैं।
अंतिम ओवरों में बुमराह भारत के लिए काफी उपयोगी साबित हुए हैं।
धौनी चाहेंगे की टीम दूसरे मैच में जिस तरह खेली थी तीसरे मैच में भी उसी तरह खेले।
वहीं श्रीलंका के लिए दोनों ही क्षेत्रों में चिंता की बात है। उनकी बल्लेबाजी दोनों मैचों में खास प्रभावित करने वाली नहीं रही।
गेंदबाजी पहले मैच के बाद दूसरे मैच में बेअसर रही।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस
-
रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करना मुश्किल : संधू
शिलांग, 13 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय मुक्केबाजी टीम के कोच गुरबक्श सिंह संधू का कहना है कि विश्व मुक्केबाजी महासंघ द्वारा ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के नियमों में बदलाव करने के बाद रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करना मुश्किल हो गया है।
संधू ने कहा है, "नियमों के बदलने के बाद ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करना मुश्किल हो गया है। पहले विश्व मुक्केबाजी सीरीज (डब्ल्यूएसबी) और एपीबी (एआईबीए प्रो बॉक्सिंग) के लिए कोटा नहीं था लेकिन अब यहां 63 सीटें हैं। विश्व सीरीज से पहले क्वार्टर फाइनल के जरिए क्वालीफाई किया जाता था।"
उन्होंने कहा, "इस बार पदकधारक भी क्वालीफाई नहीं कर पाए हैं। इस समय भारत का एक भी मुक्केबाज डब्ल्यूएसबी और एपीबी में नहीं है। कोटा अब 63 से 150 तक पहुंच गया है।"
इससे पहले अगर मुक्केबाज विश्व चैम्पियनशिप में क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाता था तो वह ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लेता था।
लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली मैरी कॉम ने भी कहा था कि ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करना मुश्किल हो गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
-
मैरी कॉम ने हमें प्रेरित किया : पाकिस्तानी मुक्केबाज
रेमंड खारमुजाई
शिलांग, 13 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान की महिला मुक्केबाज खौशलीम बानो, रुखसाना परवीन और सोफिया जावेद ने यहां शनिवार को 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में हिस्सा लिया। यह तीनों महिला मुक्केबाजों का पहला अंतर्राष्ट्रीय इवेंट है और वे सभी भारतीय जमीन पर इतिहास बनाने की कगार पर हैं।
पाकिस्तान की इन तीन मुक्काबाजों का कहना है कि उन्हें मुक्केबाजी में करियर बनाने की प्रेरणा पांच बार विश्व विजेता रह चुकीं भारत की महिला मुक्केबाज मैरी कॉम पर आधारित फिल्म देखने से मिली।
इन मुक्केबाजों ने आईएएनएस को बताया, "हम मैरी कॉम को बहुत समय से खेलते हुए देख रहे हैं और उनसे तथा उनकी फिल्म से ही हमें प्रेरणा मिली है।"
युवा महिला मुक्केबाजों का कहना है कि जब उन्होंने मुक्केबाजी के क्षेत्र में करियर बनाने के फैसले के बारे में अपने परिवार को बताया, तो उनके लिए इस क्षेत्र में आगे बढ़ना आसान सफर नहीं था।
खौशलीम ने कहा, "कुछ विरोधी समूह थे, जिन्होंने हमारे इस फैसले को स्वीकार नहीं किया। पहले तो हमारे परिजन और दोस्त भी हमसे खुश नहीं थे, लेकिन अब हर कोई हमारा समर्थन कर रहा है फिर चाहे वो सरकार हो या मुक्केबाजी संघ।"
गौरतलब है कि तीनों महिला मुक्केबाजों ने 2015 की शुरुआत से ही मुक्केबाजी का प्रशिक्षण लेना शुरू किया है और उनके कोच नौमान करीम ने उन्हें प्रशिक्षण दिया है।
नौमान करीन ने 2003 विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता है।
खौशलीम ने कहा, "हमने आठ माह पहले ही रिंग में प्रवेश किया है। हम जानते हैं कि मैरी कॉम जैसी अनुभवी मुक्केबाज के साथ लड़ना बहुत मुश्किल होगा, लेकिन हमारे कोचों ने हमें बहुत अच्छे से प्रशिक्षित किया है।"
गिलगित-बल्तिस्तान की रहने वाली 23 वर्षीया खौशलीम को बहुत ही बेसब्री से बॉक्सिंग रिंग में मैरी कॉम से मुकाबले का इंतजार है।
उन्होंने कहा, "उनसे मुकाबला करना आसान नहीं होगा, लेकिन मैं आश्वस्त हूं कि बॉक्सिंग रिंग में मैं उनसे बहुत कुछ सीखूंगी।"
पाकिस्तान विश्व कप कबड्डी टीम की सदस्य रह चुकीं रुखसाना ने 2014 में पंजाब में रजत पदक जीता था। उनका कहना है कि जब उन्हें पता चला कि पाकिस्तान में कोई महिला मुक्केबाज नहीं है, तो उन्होंने इस खेल में कदम रखने का फैसला किया।
रुखसाना ने कहा, "मैरी कॉम की फिल्म से ही मुझे इस चुनौती को लेने की प्रेरणा मिली। इंशा-अल्लाह अगर संभव हुआ, तो हम यहां से पदक जीतकर घर लौटेंगे।"
सोफिया ने कहा कि वह भारत आकर और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुक्केबाजी की शुरुआत करके काफी खुश हैं। उनका कहना है कि वे तीनों पिछले एक साल से प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता के लिए चार माह तक इस्लामाबाद में और छह माह तक लाहौर में प्रशिक्षण लिया।
अपने कोच और परिजनों के समर्थन को श्रेय देते हुए पेशावर की 20 वर्षीया मुक्केबाज ने कहा, "हम भारत में अपने करियर की शुरुआत करके काफी खुश हैं। इस प्रतियोगिता के लिए मैं मानसिर रूप से तैयार हूं और आशावादी हूं कि पाकिस्तान के लोगों के लिए पदक भी जीतूंगी।"
रुखसाना ने कहा, "पाकिस्तान में महिलाओं की मुक्केबाजी बिना किसी रुकावट के विकास करेगी। बहुत से लोगों ने हमारी मदद की है। हमारी सरकार, मुक्केबाजी संघ और हमारे कोचों ने खुले दिल से हमारे सपनों को पूरा करने के लिए हमारा समर्थन किया है।"
इस बात को जानकर कि पाकिस्तानी मुक्केबाजों ने उनसे प्रेरणा ली है, मैरी कॉम ने खौशलीम, रुखसाना और सोफिया को लड़ते रहने और बीच राह में हिम्मत न हारने की सलाह ही। उन्होंने यह भी आशा जताई कि तीनों मुक्केबाज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत ही बेहतरीन तरीके से अपने करियर की शुरुआत करेंगी।
मैरी कॉम ने कहा, "उन्हें और भी प्रेरणा की जरूरत है। अगर उन्हें मदद की जरूरत है, तो वह कभी भी मेरी अकादमी आ सकती हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
-