आईसेक्ट विश्वविद्यालय में मॉस कम्युनिकेशन पाठ्यक्रम के लिए कार्यशाला
राज्य, स्टूडेंट-यूथ Jul 21, 2016भोपाल: 21 जुलाई/ मध्य भारत का अग्रणी विश्वविद्यालय आईसेक्ट विश्वविद्यालय समाज में शैक्षणिक क्षैत्र में हो रहे बदलावों के साथ जुड़ा हुआ है। विश्वविद्यालय ऐसी पीढ़ी का निर्माण करना चाहता है जो समाज को एक नई दिशा में ले जा सके। विश्वविद्यालय में इस सत्र से नये रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये जा रहै हैं
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विजय सिंह के अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा मास कम्युनिकेशन, मल्टीमीडिया व अनुवाद विज्ञान में पी.जी. डिप्लोमा व डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा हैं। आज विश्वविद्यालय में मास कम्युनिकेशन, मल्टी मीडिया व अनुवाद शिक्षा के पाठ्यक्रम का कोर्स डिजा़ईन विषय पर एक दिवसीय कार्याशाला का आयोजन किया गया
इस कार्याशाला में नये डिप्लोमा पाठ्यक्रम-स्वरूप-सिलेबस निर्माण एवं दिशा निर्देश हेतु विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किये। विषय विशेषज्ञों ने कहा कि वर्तमान ग्लोबलाईजेशन के युग में सभी की अपेक्षाऐं बदली है। सामाजिक सरोकारों से जुडा़ आईसेक्ट विश्वविद्यालय का इन पाठ्यक्रमों के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वर्तमान परिदृश्य में मीडिया में नये ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुये मीडिया के पाठ्यक्रम को नया स्वरूप देने की आवश्यकता है। अनुवाद शिक्षा का अपना महत्व है। इस पर काम करने की असीम संभावनाऐं हैं। अनुवाद की भूमिका भारत जैसे बहुभाषीय देश में और अधिक बढ़ जाती है। लैटिन अमेरिकी भाषाओं जैसे स्पैनिश का भी अपना महत्व लगातार बढ़ रहा है। मास कम्युनिकेशन तेजी से बढता हुआ सेक्टर है जो हमारे देश में युवाओं के आर्कषण का केन्द्र बना हुआ है। इन पाठ्यक्रमों में रोजगार की पर्याप्त सम्भावाऐं हैं।
इस कार्याशाला को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे ने संबोधित करते हुये कहा कि, आईसेक्ट समूह लम्बे समय से जमीनी स्तर पर काम करता हुआ स्थापित हुआ है। आईसेक्ट विश्वविद्यालय कौशल विकास के क्षैत्र में कार्य कर रहा है। हिन्दी भाषा में कोर्स मटेरियल तैयार कराये जा रहे हैं जिससे ग्रामीण क्षैत्र के विद्यार्थी भी लाभ ले पाऐं। विश्वविद्याालय शीघ्र ही इन डिप्लोमा पाठ्यक्रम को प्रारम्भ करने जा रहा हैं आप सभी विशेषज्ञो की राय के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार किये जाऐंगे।
इस कार्याशाला में माध्यम के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. पुष्पेन्द्र पाल सिंह, आकाशवाणी की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनामिका चक्रवर्ती, पूर्व वरिष्ठ प्रोडयूसर दूरदर्शन श्री जवाहर शाह, पूर्व कार्यक्रम अधिकारी आकाशवाणी डॉ साकेत अग्निहोत्राी, प्रसि़द्ध कला समीक्षक श्री विनय उपाध्याय, संगीतकार श्री संतोष कौशिक, वरिष्ठ पत्रकार अजय बोकिल, सेक्ट कालेज आॅफ प्रोफेशन एजुकेशन के प्राचार्य डॉ सत्येन्द्र खरे संपादक व अनुवादक डॉ आरती, पूर्व कार्यक्रम अधिकारी आकाशवाणी डॉ इला शंकर गृह व निदेशक विज्ञान संचार आईसेक्ट विश्वविद्याालय डॉ एस.आर. अवस्थी विषय-विशेषज्ञों के रूप में उपस्थित थे।