मध्यप्रदेश के कुंभ घोटाले में मुख्यमंत्री व मंत्री का रिश्तेदार शामिल

राज्य

भोपाल, 29 जुलाई (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश विधानसभा में उज्जैन सिंहस्थ कुंभ में हुए कथित घोटाले पर चर्चा न होने देने का कांग्रेस ने विरोध किया और कहा कि इस घोटाले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के रिश्तेदारों की अहम भूमिका है। कांग्रेस ने कहा कि सत्तापक्ष दोषियों को बचाना चाहता है, इसलिए इस मसले पर विधानसभा में चर्चा नहीं कराई गई। कांग्रेस ने सिंहस्थ कुंभ घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।

कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की अगुवाई में हुए संवाददाता सम्मेलन में प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन, सचेतक रामनिवास रावत, विधायक मुकेश नायक और जीतू पटवारी ने सिंहस्थ कुंभ के आयोजन पर हुए करीब साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये के खर्च में भारी भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सिंहस्थ कुंभ की एक संगोष्ठी पर पांच करोड़ रुपये खर्च किए गए, विभिन्न अखाड़ों पर 100 करोड़ रुपये खर्च हुए, शौचालय किराए पर 80 करोड़ रुपये का व्यय किया गया। राजा विक्रमादित्य की प्रतिमा सवा करोड़ रुपये की लगाई गई, जनसंपर्क विभाग ने प्रचार प्रसार पर 50 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए।

उन्होंने कहा कि लैपटॉप साढ़े 52 हजार रुपये, नाश्ता प्लेट 1625 रुपये, थर्मस 1480 रुपये और झाड़ू 130 रुपये में खरीदी गई।

कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सरकार की ओर से विधानसभा में जो जवाब दिए गए हैं, उनमें विरोधभास है। कुल 4727 शौचालय बनवाए जाने की बात कही गई है। सवाल उठता है कि ये शौचालय आखिर गए कहां?

कांग्रेस इस घोटाले पर विधानसभा में चर्चा चाहती थी, इसके लिए उसके विधायकों ने कई प्रश्न और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं लगाई थीं, मगर संसदीय कार्यमंत्री ने इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पर भी दबाव बनाया।

कांग्रेस ने खुले तौर पर आरोप लगाया कि लगभग तीन हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, और सरकार इसे दबाने में लगी हुई है, क्योंकि नगर निगम के आयुक्त अविनाश लवानिया संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दामाद हैं और उपायुक्त वी.के. चौहान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी रिश्तेदार हैं। विभिन्न कार्यो के नाम पर खर्च की गई राशि में इन दोनों की अहम भूमिका है। इस मसले पर चर्चा होती तो वे भी लपेटे में आते।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष यादव ने कहा, "सिंहस्थ कुंभ के लिए उज्जैन में हुए निर्माण कार्यो की जांच के लिए पांच विधायकों की एक समिति बनाएंगे और उसे वहां भेजेंगे।" उन्होंने इस घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की भी मांग की है।

विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री मिश्रा ने सरकार का बचाव करते हुए कहा था कि जिसने सिंहस्थ कुंभ में घोटाला किया होगा, उसे कीड़े पड़ेंगे। उनके बयान का जिक्र करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उज्जैन में भ्रष्टाचार करने वालों को कीड़े पड़ना तय है।

कांग्रेस के आरोपों पर संसदीय कार्य मंत्री मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस सिंहस्थ कुंभ में हुए खर्च को लेकर भ्रम फैला रही है। दरअसल कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष बनने की होड़ मची है।

मंत्री ने माना है कि सिंहस्थ कुंभ में झाड़ू सौ रुपये की दर पर खरीदी गई है। वहीं ओंकारेशर में भक्तों के लिए चालीस रुपये की दर से चप्पल खरीदी गई थी।

Back to Top