आईसेक्ट विश्वविद्यालय में रूरल व अर्बन मैनेजमेंट के पाठ्यक्रम प्रारंभ

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भोपाल: 18 जून/ आईसेक्ट विश्वविद्यालय को अपनी एकेडिमक श्रेष्ठता व गुणवत्ता के लिये राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता है। मध्यभारत के कौशल आधारित अग्रणी विश्वविद्यालय ‘‘आईसेक्ट विश्वविद्यालय‘‘ ने इस वर्ष इंस्टीट्यूट आॅफ रूरल एण्ड अर्बन मैनेजमेंट की शुरूआत की है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विजय सिंह के अनुसार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किये गये ररबन मिशन की अवधारणा को मूर्त रूप देने हेतु प्रदेश में पहली बार इस तरह के संस्थान को प्रारंभ किया गया है। इस संस्थान में रूरल मैनेजमेंट, अर्बन मैनेजमेंट, एग्री बिजनेस मैनेजमेंट के पी.जी. डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे है।

रूरल मैनेजमेंट (ग्रामीण प्रबंधन) ऐसा संकाय है जिसमें कृषि आधारित व्यवसाय, सहकारिता व अन्य ग्रामीण परिवेश से संबंधित क्षेत्रों में नियोजन, संगठन व संचालन किया जाता है। ग्रामीण प्रबंधन के इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य ऐसे प्रोफेशनल तैयार करना है जो ग्रामीण संसाधनों का प्रबंध प्रभावी रूप से कर सकें। ग्रामीण विकास प्रबंधन के लिये उचित योजनाऐं बना सकें। जिसमें ग्रामीण प्रतिभाओं का शहर की ओर पलायन रूक सके।

इसके अतिरिक्त देश में शहरीकरण के लगातार बढ़ने से उच्च दक्षता के अर्बन प्रोफेशनलस की मांग लगातार बढ़ रही है। स्मार्ट सिटी की अवधारणा में इनकी प्रासंगिकता और अधिक है। अर्बन मैनेजमेंट के पाठ्यक्रम का उद्देश्य ऐसे प्रबंधक तैयार करना है जो शहरी भारत को एक नई दिशा दे पायें।
ऐसे प्रोफेशनलस की स्थानीय स्वशासन संस्थाऐं जैसे नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायतें, शहरी स्थानीय संस्थाऐं जैसे हाऊसिंग बोर्ड, विकास प्राधिकरण में आवश्यकता रहती है।

एग्री बिजनेस मैनेजमेंट (कृषि व्यवसाय प्रबंधन) का क्षेत्र भी असीम संभावनाओं से परिपूर्ण है। उन्नत कृषि एवं इसकी पूरक इकाईयों हेतु आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था तथा कृषि उत्पादों के भंडारण एवं विपणन की संपूर्ण श्रृंखला की कुशलतापूर्वक संचालन करने हेतु प्रशिक्षित प्रबंधकों की पूर्ति इस कोर्स के द्वारा हो सकेगी।

पी.जी. डिप्लोमा, पाठ्यक्रम की अवधि एक वर्ष की है और इसके लिये प्रवेश की पात्रता किसी भी विषय में स्नातक है। पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रारंभ है।

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