बिजनौर हिंसा में भाजपा व संघ का हाथ : वाम दल

राज्य

लखनऊ, 23 सितंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। वामपंथी दलों ने बिजनौर में हुई हिंसात्मक घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि घटना के पीछे भाजपा नेताओं और माफियाओं का हाथ है।

यहां शुक्रवार को मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य कार्यालय में हुई वाम दलों की बैठक में कहा गया कि 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और संघ ने प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा बढ़ाने का प्रयास तेज कर दिया है। वाम दलों ने हिंसा में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और नामजद अभियुक्तों को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है।

बैठक में बिजनौर घटना पर वाम दलों की जांच रिपोर्ट रखी गई। कहा गया कि वाम दलों की जांच से स्पष्ट होता है कि घटना के पीछे भाजपा नेताओं और माफियाओं का हाथ है। लड़की से छेड़खानी का विरोध करने वालों पर भाजपा नेता ने गोलियां चलाईं और सुनियोजित तरीके से दूसरे लोगों को भी हमला करने के लिए प्रेरित किया।

बैठक में वाम दलों ने कहा कि बिजनौर की घटना से एक बार और प्रमाणित हो गया कि भाजपा और आरएसएस के लोग 2017 के विधानसभा चुनाव तक सांप्रदायिक तनाव और हिंसा को बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, ताकि वोटों का ध्रुवीकरण किया जा सके।

भाकपा के राज्य सचिव डॉ. गिरीश शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि जनता के बुनियादी सवालों को लेकर और सांप्रदायिकता के खिलाफ अक्टूबर में प्रदेश भर में वामपंथी दलों की तरफ से अभियान चलाया जाएगा और 9 नवंबर को लखनऊ में रैली की जाएगी।

बैठक में माकपा के राज्य सचिव डॉ. हीरालाल यादव, भाकपा (माले) के राज्य सचिव का रामजी राय, माकपा के अरविंद राज स्वरूप, एसयूसीआई (सी) के लक्ष्मण वर्मा, फॉरवर्ड ब्लॉक के विजयपाल सिंह व सुभाष चंद्र भी मौजूद रहे।

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