आईसेक्ट विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस मनाया गया

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भोपाल: 25 सितम्बर/ आज से 64 वर्ष पूर्व राष्ट्रीय सेवा योजना को प्रारंभ किया गया था। आज इस योजना के माध्यम से हमारे स्वयं सेवकों ने निश्चय ही इस देश से रुढ़िवादी सोच को समाप्त कर पाने में सफलता पाई है। साथ ही युवा पीढ़ी को अनुशासन और सेवाभाव से कार्य करना एनएसएस में बखूबी सिखाया जा रहा है जिससे कि युवा पीढ़ी पूर्ण आत्मबल के साथ सशक्त राष्ट्र निर्माण हेतु अपनी सक्रिय भूमिका निभा सके। यह बात आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए. के. ग्वाल ने एनएसएस स्थापना दिवस के अवसर पर स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कही।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने स्वयं सेवकों को बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि एनएसएस का 64वां स्थापना दिवस और विश्वविद्यालय में एनएसएस का तीसरा स्थापना वर्ष हम मना रहे हैं। विश्वविद्यालय में इन तीन वर्षों के दौरान 450 से अधिक स्वयं सेवक सामाजिक सरोकारों को पूरा करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। आज के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय सेवा योजना अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसलिए आवश्यक है कि नीति निर्धारण में एनएसएस को शामिल किया जाये। इस मौके पर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. वी के वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज एनएसएस एक अच्छा प्लेटफार्म बन गया है। इसके माध्यम से युवाओं में सेवाभाव और अनुशासित रहना सिखाया जाता रहा है। बीते तीन वर्षों में हमारे विश्वविद्यालय के स्वयं सेवकों में एक अलग ही सकारात्मक ऊर्जा देखने को मिल रही है।

इस अवसर पर कंपैसनेट क्रूसेडर क्लब के साथ मिलकर आईसेक्ट विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई ने ‘सेव एनीमल क्लब’ से जुड़कर एक नई दिशा में कदम बढ़ाया। श्री राजीव अग्रवाल, एडिशनल सेक्रेटरी मंडीदीप इंडस्ट्री एसोसियेशन, डॉ. सुकन्या व आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ग्वाल और कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने इस क्लब को प्रारंभ किया। विश्वविद्यालय में एनएसएस की टीम द्वारा एनएसएस की वार्षिक पत्रिका ‘अविरल’ का भी विमोचन किया। एनएसएस के छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय के द्वारा गोद लिये गांव ग्राम मेंदुआ में ‘पढ़ेगा मेंदुआ तो बढ़ेगा मेंदुआ’ के तहत वहां के बच्चों को निशुल्क शिक्षा व शिक्षण सामग्री प्रदान की जा रही है।

इस मौके पर विश्वविद्यालय की एनएसएस यूनिट ने एनसीसी कैडेट दुर्गा वर्मा को ‘मैत्रीदूत अवार्ड’ से सम्मानित किया। इसके अलावा ‘आजादी 70 याद करो कुर्बानी पखवाड़े में ग्राम मेंदुआ में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में चयनित बच्चों को ट्राफी और सर्टिफिकेट से सम्मनित किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय के स्वयं सेवकों द्वारा किये गये विशेष कार्यों हेतु चयनित किये गये स्वयं सेवकों को अलग-अलग विधा में मेडल और सर्टिफिकेट से सम्मनित किया गया।

इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण पर आधारित डांस द्वारा समाज को महिलाओं के प्रति अपना नजरिया बदलने का संदेश दिया। एनएसएस लक्ष्य गीत की अनोखी प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया।

इस अवसर पर डॉ. अनंत कुमार सक्सेना, कार्यक्रम समन्वयक बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल और राहुल सिंह परिहार, मुक्त इकाई कार्यक्रम अधिकारी बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने आईसेक्ट विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई की प्रशंसा की एवं एनएसएस की वार्षिक पत्रिका ‘अविरल’ के लिये बधाई दी।

कार्यक्रम को सफल बनाते हुए आईसेक्ट विश्वविद्यालय की डॉ. जया शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी छात्रा इकाई ने बीते हुए वर्षों को वृत्त चित्र के माध्यम से प्रस्तुत किया।

अंत में आईसेक्ट विश्वविद्यालय की डीन शिक्षा संकाय डॉ. रेखा गुप्ता, कार्यक्रम अधिकारी छात्र इकाई ने सभी का आभार व्यक्त किया।

 

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