वाराणसी : प्रदूषक तत्वों का पता लगाने को बीएचयू का अभियान
स्टूडेंट-यूथ Aug 03, 2016बनारस, 3 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में बुधवार से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एक बड़ा अभियान शुरू हो रहा है। यह अभियान 13 अगस्त तक चलेगा और इसके तहत गुब्बारे छोड़कर आकाश में फैल रहे प्रदूषण के तत्वों के बारे में पता लगाया जाएगा।
विश्वविद्यालय का भौतिकी विभाग, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो मिलकर इस परियोजना पर काम कर रहे हैं।
बीएचयू के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने बताया, "पिछले साल भी ऐसा अभियान चलाया गया था। उससे जो आंकड़े मिले हैं, उनका सत्यापन भी इस नए अभियान के दौरान किया जाएगा।"
उन्होंने बताया कि नासा के वैज्ञानिक प्रोफेसर जीन पॉल और प्रोफेसर मुरली नटराजन वाराणसी पहुंच चुके हैं। इसरो के वैज्ञानिक भी आ गए हैं। हालांकि, उनके नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
सिंह ने बताया कि गुब्बारों में सेंसर लगा होगा, जो ऊपरी वायुमंडल में प्रदूषण के तत्वों का अध्ययन कर उनके आंकड़े एकत्र करेगा।
उन्होंने बताया कि बीएचयू परिसर से छोड़े जाने वाले गुब्बारे निर्धारित ऊंचाई तक पहुंचने के बाद वाराणसी और इसके आसपास के इलाकों में गिरेंगे। लोगों को इससे डरने या आशंकित होने की जरूरत नहीं है। इसके सेंसर पर मोबाइल नंबर दिए गए हैं, जिन्हें भी यह मिले वह इस नम्बर पर फोन करके लोकेशन की जानकारी दे सकता है।
सिंह ने बताया कि वैसे विभाग की एक टीम गुब्बारों को छोड़े जाने के बाद जीपीएस के जरिए इनकी निगरानी करते हुए पीछे चलती रहेगी।