रोजनेफ्ट ने एस्सार ऑयल की 98 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी

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बेनाउलिम, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। रूस की रोजनेफ्ट और ट्राफिगुरा के नेतृत्व में एक निवेश संघ ने शनिवार को 10.9 अरब डॉलर में एस्सार ऑयल की 98 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली, साथ ही भारतीय औद्योगिक समूह से वादिनार पोर्ट खरीदने के लिए अतिरिक्त 2 अरब डॉलर का भुगतान करेगी।

कंपनी ने बताया, "इस नकदी समझौते में एस्सार के गुजरात में 2 करोड़ टन क्षमता वाला रिफाइनरी और देशभर के खुदरा आउटलेट शामिल हैं। फिलहाल इस समझौते को नियामकों की मंजूरी मिलनी बाकी है। दोनों पक्षों को साल के अंत तक सभी जरूरी मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है।"

यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बैठक के बाद की गई।

रोजनेफ्ट दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनियों में से एक है और इसका राज्य 80 अरब डॉलर से ज्यादा है। इसका कारोबार उत्तरी अमेरिका, लैटिन अमेरिका, यूरोप, एशिया और मध्य पूर्व में फैला हुआ है। ट्राफिगुरा एक स्वतंत्र कमोडिटी ट्रेडिंग और लॉजिस्टिक समूह है जिसका राजस्व 100 अरब डॉलर से ज्यादा है।

पहले सौदे के तहत एस्सार ऑयल के 49 फीसदी शेयर पेट्रोल कॉम्प्लेक्स खरीदेगा, जोकि रोजनेफ्ट की सहयोगी कंपनी है। इसके बाद बाकी का 49 फीसदी हिस्सा केसानी एंटरप्राइजेज खरीदेगी। केसानी में ट्राफिगुरा और युनाइटेड कैपिटल की साझेदारी है।

कंपनी ने कहा, "वाडिनार बंदरगाह के अधिग्रहण के लिए अतिरिक्त 2 अरब डॉलर का भुगतान किया जाएगा, जहां विश्वस्तरीय गोदाम और आयात-निर्यात सुविधाएं हैं।"

एस्सार के अध्यक्ष शशि रूइया ने कहा, "यह एस्सार के लिए ऐतिहासिक दिन है। यह सौदा दिखाता है कि हम विश्वस्तरीय परिसंपत्तियों का निर्माण करते हैं और हमारे कारोबार में मूल्य पैदा करने की अपार क्षमता है।"

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