समरीते ने मुख्य सचिव पर पद का दुरुपयोग करने का लगाया आरोप
राज्य Sep 13, 2016भोपाल: 13 सितंबर/ ब.स.पा. के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने पुलिस महानिर्देशक, मध्य प्रदेश को पत्र लिखते हुए म.प्र. के मुख्य सचिव अंटोनी डिसा पर पद का दुरूपयोग का आरोप लगते हुए अपराधिक मामला दर्ज करने की बात कही ।
पूर्व विधायक ने आगे पत्र में लिखा की छिंदवाड़ा में छिंदवाड़ा प्लस कंपनी को एस.ई.जेड. बनाने के लिए राज्य शासन ने 2500 एकड़ भूमि स्वयं दी थी छिंदवाड़ा प्लस कंपनी ने राज्य शासन से स्टाम्प ड्यूटी में छूट पाकर 2 हजार एकड़ भूमि खरीदी । राज्य सरकार से 2003 से एस.ई.जेड बनाने की अनुमति लेकर छिंदवाड़ा प्लस कंपनी ने अभी तक एस.ई.जेड नहीं बनाया । वहीं मुख्य सचिव द्वारा इस कंपनी को संरक्षण देकर इस कंपनी के ऊपर कोई भी कार्यवाही होने से रोक जा रहा है ।
समरीते के पत्र के अनुसार भ्रष्टाचार रोकने के लिए बनाया गया लोकायुक्त पद रिक्त है तथा लोकायुक्त पद पर नियम के विरुद्ध सेवाविर्धि दी जा रही है, जिस वजह से म.प्र में भ्रष्टाचार चरम पर है । मुख्य सचिव का यह कृत्य भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में सहायक है जो एक गंभीर अपराध है ।
पूर्व विधायक ने कहा की म.प्र. में आई.ए.एस अधिकारी मोहम्मद सुलेमान, विवेक अग्रवाल, सहित अधिकारी लगभग 30 हजार करोड़ की संपत्ति के मालिक है तथा इनके द्वारा प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ावा दिया जा रहा है तथा मुख्य सचिव द्वारा इन अधिकारियों की भ्रष्टाचार द्वारा जमां की गई संपत्तियों की जांच करवाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है । व.स.पा. विधायक ने आगे कहा कि म.प्र. के जल संसाधन के प्रमुख सचिव जुलानिया को लगातार पांच वर्षों से पदस्थ करके रखा है, जबकि सामान्य प्रशासन विभाग के नियम के अनुसार एक पद पर कोई व्यक्ति तीन वर्ष से ज्यादा नहीं रह सकता है ।
आगे पत्र में लिखते हुए कहा की म.प्र. में कुपोषण से बचने के लिए दिये जा रहे पोषण आहार में 4500 करोड़ का फ़र्ज़ी भुगतान किया गया तथा यह राशि निजी ठेकेदारों के साथ मिलकर बाँट ली गई, अभी तक इस मामले में मुख्य सचिव ने कोई अपराध दर्ज नहीं कराया ।
आगे पत्र में पुलिस महानिर्देशक को लिखते हुए कहा की तमाम तरह की भ्रष्टाचार मुख्य सचिव के संरक्षण से हो रहा है,समरीते मुख्य सचिव के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की ।