माकपा ने कश्मीर में 'क्रूर दमन' की निंदा की

राष्ट्रीय

नई दिल्ली, 11 जुलाई (आईएएनएस)| मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर में प्रदर्शकारियों के 'क्रूर दमन' की निंदा की, जिसमें 25 लोगों की मौत हो चुकी है। पार्टी ने कहा कि जो पत्थर फेंकने वाले युवाओं की गोली मारकर हत्या करते हैं, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। माकपा ने कहा, "पुलिस और सशस्त्र बलों ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ क्रूरता से बल प्रयोग किया, जिससे दुर्भाग्यपूर्ण हत्याएं हुई हैं। यह निंदनीय है।"

पार्टी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्याधिक बल प्रयोग से प्रशासन को परहेज करना चाहिए और जो लोग निहत्थे प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उनकी पहचान कर उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।

जम्मू एवं कश्मीर में बड़े पैमाने पर हिंसा तब शुरू हुई, जब गत शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने हिजबुल मुजाहदीन के कमांडर बुरहान वानी को मुठभेड़ में मार गिराया।

कश्मीर में बिगड़ती स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए माकपा ने कहा कि सुरक्षा बलों के द्वारा करीब 25 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकांश युवक हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।

माकपा ने कहा, "हाल में बढ़ती अशांति लोगों में अलगाव की तीव्र भावना, दमनकारी नीतियों के खिलाफ आक्रोश और सुरक्षा बलों द्वारा निहत्थे लोगों की हत्या की एक अभिव्यक्ति है।"

पार्टी ने आगे कहा, "हालांकि कानून-व्यवस्था तथा नागरिक शासन बनाए रखने के लिए आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए। लेकिन पत्थर फेंकने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ इस तरह के बल प्रयोग का बहाना नहीं हो सकता है।"

माकपा का मानना है कि राज्य में बढ़ती कलह को खत्म करने और शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए दोनों केंद्र सरकार और भाजपा के सहयोग से बनी राज्य सरकार को सभी राजनीतिक ताकतों और संगठनों के साथ तुरंत वार्ता की राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।

पार्टी ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाने को भी कहा।

Back to Top